Home » Family Sex Stories » एक दिन के लिए मैं दीदी से बनी बीवी जानिए मेरी कहानी

एक दिन के लिए मैं दीदी से बनी बीवी जानिए मेरी कहानी

भाई बहन सेक्स कहानी, बहन की चुदाई कहानी, हिंदी में सेक्स Brother sister Sex, Bhai Behn Sex, Brother Sister Chduai Story in Hindi.

शायद आपको अजीब लग रहा होगा आखिर क्या ऐसा हो सकता है की को बहन अपने सगे भाई का बीवी बने। जी हां दोस्तो आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से सुनाने जा रही हूँ।

मेरा नाम कविता है। मेरी शादी को चार साल हो गए हैं पर अभी तक कोई भी बच्चा नहीं हुआ है। मेरे ससुराल वाले से काफी दवाब है की अगर मैं एक साल के अंदर माँ नहीं बनी तो मेरे पति दूसरी शादी कर लेंगे। दोस्तों सच्चाई तो यही है की खराबी मेरे में नहीं बल्कि उनमे हैं यानी की मेरे पति में दिक्कत है। ये बात मुझे अपने डॉक्टर से पता चला। पर मैं डॉक्टर को बोली क्या ये ठीक हो सकता है तो वो बोली हां दो साल तक अगर मेडिसिन तुम्हारे हस्बैंड खाते हैं तो प्रॉब्लम ठीक हो जायेगा।

दोस्तों पर मैं अपने ससुराल में ये नहीं बताई की दिक्कत आपके बेटे में हैं। मैं सोची की अपने पति की इज्जत को बचा देती हूँ पर मुझे ही बाँझ समझ कर ताने देने लगे। और बात इतनी बिगड़ गई है की अगर मैं एक साल के अंदर माँ नहीं बनी तो शायद मुझे अपना घर वापस आना पड़े। क्यों की उन्होंने किसी और भी डॉक्टर को दिखाया तो वो डॉक्टर बोला नहीं पति में सब कुछ नार्मल है। दोस्तों मैं तो बुरी तरह से फंस गई थी।

दोस्तों मेरा ससुराल बहुत ही धनी और पैसे बाला है। पर मेरा पति दिमाग से थोड़ा ढीला है। शरीर से भी कमजोर है। मेरे ससुर को तीन फैक्ट्री है। अरबों रूपये की सम्पति है। आप खुद ही सोचिये मुझे क्या करना चाहिए। ससुराल वालों को तो अपना वारिस चाहिए और मुझे भी उनका धन दौलत। जब मैं ये सारी बातें अपनी माँ को बताई तो बोली देखो कुछ बिच का उपाय निकलना पड़ेगा नहीं तो दिक्कत हो जायेगा।

गरमा गर्म सेक्स कहानी  करवाचौथ : मुझे भी और मेरी बहन को भी चोदा

दो तीन दिन तक इसके बारे में बात की फिर एक उपाय सूझी, मेरी माँ बोली अगर तुम प्रेग्नेंट हो जाओ तो कोई दिक्कत नहीं भले बच्चा किसी का भी हो। और मैं तो यही कहूँगी की घर की बात घर में ही रह जाये। अगर तुमने कुछ बाहर किया तो हो सकता है दुसरा तुम्हे ब्लैकमेल करे इसलिए मैं तो कहूँगी तुम घर में ही काम बना लो अपने छोटे भाई कार्तिक से। तो मैं बोली माँ ये बात तो ठीक नहीं है क्या कोई बहन चाहेगी की अपने सगे भाई से ही प्रेग्नेंट हो। तो माँ बोली बेटी और कोई चारा भी नहीं है अगर ये हम लोग नहीं करते हैं तो तुम्हारी ज़िंदगी बर्बाद हो जाएगी।

माँ बोली ये बात हम तीनो के बिच ही रहेगा और किसी को भी इसमें इन्वॉल्व नहीं करेंगे। माँ ने कार्तिक से बात कर ली और करती भी मान गया। दोस्तों माँ ने मेरे लिए कमरे सजाई, बेड लगाया, फूल डाले जैसे की मेरी सुहागरात हो। मैं भी दुल्हन की तरह सजी और भाई के कमरे में गई। दोस्तों मुझे अपनी सुहागरात याद आ गई थी। पर वो सुहागरात मेरे लिए ठीक नहीं था क्यों की मैं उस दिन सेक्स नहीं कर पाई थी क्यों की आपको तो पता है मेरा पति दिमाग से और शरीर से कमजोर है। दस दिन बाद वो मेरी चूत में लौड़ा घुसा पाया था।

दोस्तों हम दोनों थोड़े संकोची हो रहे थे क्यों की मन अल्लॉव नहीं कर रहा था। पर भाई पूरा मूड में था क्यों की उसको पहली बार चूत मिल रहा था। तो वो मुझे झपट पर अपने सीने से लगा लिया और मेरे होठ को चूसने लगा किश करने लगा। वो कभी गर्दन पर कभी कंधे पर कभी हाथ पर कभी गाल पर और हरेक एक मिनट में वो लिप लॉक कर देता था। उसकी सेक्सी अंदाज मुझे भी भा गई और मैं भी तुरंत ही गरम हो गई। हम दोनों एक दूसरे के कपडे उतार दिए और फिर मैं बैठ गई और उसका लौड़ा अपने मुँह मे लेकर चूसने लगी। वो मेरे सिर को पकड़कर अंदर बाहर कर रहा था।

गरमा गर्म सेक्स कहानी  पिछली राखी पर राखी बांधकर गले मिली पर भाई न चोद दिया

दोस्तों फिर हम दोनों बिस्तर पर चले गए। वो मेरी चूचियों से खेलने लगा। मैं भी उसको अपना दूध पीला रही थी। मेरी चूत काफी गीली हो गई थी। मेरा गोरा बदन हॉट चुत बड़ी बड़ी गोल गोल चूचियां पतली कमर और चौड़ी गांड मेरे भाई को पसंद आ रहा था। उसने मेरी चूत चाटनी शुरू की और मैं पानी पानी होने लगी। वो कभी मेरी चूचियां पीता तो कभी चूत चाटता, कभी मेरी गांड में ऊँगली देता। मेरे प्यारे नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के पाठकों मैं तो इतना कामुक हो गई आपको शब्दों में नहीं कह सकती।

मैं बोली कार्तिक तब देर मत करो मुझे चोदो और उसने मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया चूचियां दबाने हुए होठ चूसा चूचियां मसला और फिर मेरी चूत में लौड़ा लगाया और जोर से घुसा दिया। दोस्तों मेरी चूत टाइट थी इस वजह से थोड़ा दर्द हुआ पर तुरंत ही दर्द गायब हो गया क्यों की मेरी चूत उस समय काफी गीली हो चुकी थी।

वो मुझे जोरजोर से चोदने लगा। मैं मजे लेले कर चुदवाने लगी। वो मेरी चूचियों को मसलता रहा और मेरी चूत में लौड़ा पेलता रहा. दोस्तों मुझे कभी आगे से चोदा कभी पीछे से कभी बैठा कर कभी खड़ा कर के कभी ऊपर से कभी निचे से। रात भर में करीब छह बार चोदा। पूरी रात वो मेरी जिस्मों के साथ खेलता रहा। मैं भी मजे लेती रही वो भी मजे लेता रहा। दोस्तों आज मैं तीन महीने की प्रेग्नेंट हूँ और खुश हूँ। आशा करती हूँ आपको ये मेरी कहानी अच्छी लगी होगी। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर मेरी दूसरी कहानी जल्द ही प्रकाशित होगी।