हेलो दोस्तों शायद आपको नहीं पता क्या क्या होता है, हां मैं भी यही कह रही हु, जब की मैं भी इस सेक्स पार्टी की हिस्सा थी, और मजे भी खूब लूटी पर आज मैं दो दिन बाद ही महसूस कर रही हु, क्या ये सही है, जहा ये धरती पति पत्नी की प्रगाढ़ रिश्ते का नाम था शादी पर शहर में आके तो मुझे इस रिश्ते का नाम ही मुझे अलग लगता है, मैं आज आपको एक ऐसे सनसनी कहानी से अवगत कराती हु, जहाँ पार्टी की नाम में लोग अपने पत्नी और पति का अदला बदली करते है, मैं भी ३१ दिसम्बर की रात को ऐसे ही पार्टी में थी.
पहले मैं आपको अपने बारे में बता दू, मेरा नाम शालिनी है, इंदौर की रहने बाली हु, पिछले साल ही मेरी शादी हुई है, मेरे पति एक सॉफ्टवेयर कंपनी में इंडिया हेड है, तो आप समझ ही गए होंगे मेरे स्टेटस के बारे में, पिताजी मेरे बड़े वकील है, मैं बचपन से ही काफी शाय थी, परवरिश में कभी कोई कमी नहीं हुयी, इसवजह से देखने में बहुत ही सुन्दर हु, 25 साल की, मेरे सुंदरता पर ही मोहित होकर मेरे पति ने मुझसे शादी की थी.
मैं पिछले साल जून में दिल्ली अपने पति के पास आ गई थी, पति को यहाँ दोस्तों की कमी नहीं थी, सब घर पर आते पार्टी होती, पति के दोस्तों में सब के सब शादी शुदा ही था उनकी पत्नी भी आती, मुझे जो शुरू में ठीक नहीं लगता था वो था जब कोई भी घर पर आती थी सब लोग एक दूसरे के गले मिलते थे, मेरे पति भी अपने दोस्तों की पत्नियों को गले लगते मुझे अच्छा नहीं लगता क्यों की उनकी चूचियाँ जो काफी बड़ी बड़ी और सेक्सी होती थी वो मेरे पति के सीने से चिपकती थी तो मुझे ठीक नहीं लगता था, मैं किसी के गले नहीं लगती. सिर्फ औरतों के ही लगती है उनके हस्बैंड के गले लगने में मुझे अच्छा नहीं लगता था.
एक महीना तक तो ठीक रहा और पति को भी लगता था जो मुझे ठीक लगे मुझे वही करना चाहिए, पर बदलते वक्त के साथ वो भी अब गुस्सा करने लगे कहने लगे की शालिनी पता है आजकल मुझे मेरे फ्रेंड कहते है की यार तुमने शादी कौन से जंगल में की है, वो तो बिलकुल ऐसी सती सावित्री है की बस मत पूछो देखो यार मेरी बीवी कितनी मॉडर्न है, मेरे से कन्धा से कन्धा मिला के चलती है, पर तेरी वाइफ हमलोगो की वाइफ में मेल नहीं कहती यार, ठीक करो अपने वाइफ को यार ग्रुप में सबको स्टेटस मेन्टेन करनी चाहिए.
फिर पति भी मेरे ऊपर फ़ोर्स करने लगे, और मैं वह से थोड़ी थोड़ी बदलने लगी, जब मेरे पति दूसरे की पत्नी को गले मिलते तो मैं भी उनके दोस्त को गले लगाती, और करीब आठ से नौ महीने में मैं भी उसी तरह बिंदास हो गई, मैं भी सब के रंग में रंग गई, पर मैं जब भी मैं उनके दोस्तों के गले मिलती तो फिर रात में उसी का ख्वाब आता था, यहाँ तक की जब मेरे हस्बैंड रात में मेरी चुदाई करते थे तो चोदते वो थे पर मैं अपने ख्वाब में उनके दोस्तों को रखती थी, लंड पति का होता था पर सोचती ही के ये लंड उनके दोस्त का था, और मैं रोज रोज सोच लेती थी की आज मैं उनके इस दोस्त के बारे में सोच के चुदवाना है, मेरा चुदाई का मजा रोज रोज बढ़ने लगा, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है.
इनके छह दोस्त थे और उन सबो की पत्निया हमलोग बारह लोग होते थे सब ने सोच रखा था की कोई भी दोस्त पांच साल तक कोई भी बच्चा पैदा नहीं करेगा पहले हमलोग भरपूर ज़िंदगी जिएंगे, हमलोग खूब घूमते फिरते पार्टी करते, सच पूछिये तो ज़िंदगी बड़ी भी अच्छी चलने लगी थी जहाँ खूब मौज मस्ती था, ग्लैमर था, पुरे फैशन में रहते थे हमलोग और बिंदास ज़िंदगी जीते थे.
२५ दिसंबर को तय हुआ की की ३१ की रात को नये साल का जश्न मनाएंगे, पार्टी एक दिल्ली के छतरपुर के पास एक फार्म हाउस में मनाया जायेगा, हम ६ जोड़े शाम को करीब ८ बजे पहुंच गए, वह पार्टी स्टार्ट हो गया, वह खाना हुआ, जम कर सबने शराब पि, डांस स्टार्ट हुआ, सब लोग म्यूजिक पे झूमने लगे, बड़ा सा हॉल था, धीमे धीमे लाइट जल रही थी, डांस हो रहा था, सब अपने पति के बाहों में झूलते झूलते एक दूसरे की बीवी का अदला बदली कर लिए, मेरे बाहों की किसी और का पति और मेरे पति के बाहों में किसी और की पत्नी, फिर अदला बदली, ऐसा ही चलता रहा.
सब लोग नशे में थे, फिर एक दूसरे के बाहों में झूलते झूलते किसिंग शुरू हो गया, अब सब लोग बारी बारी से एक दूसरे की बीवी को किश करने लगे, एक का हो तो दूसरे को किश कर रहे थे, सब लोग अब सेक्स मूड में आ गए, सच बताऊँ यारों मेरी चूत तो गीली हो चुकी थी, कहा छह मर्द मुझे छु रहे थे बाहों में ले रहे थे फिर किश कर रहे थे, उसके बाद तो सब एक दूसरे को सहलाने लगे और कब सब एक दूसरे के कपडे उतार दिए पता ही नहीं चला.
अब सब ने मास्क पहन लिया पूरा बदन नंगा, सिर्फ चेहते पे मास्क और हो गई चुदाई की पार्टी सुरु, मुझे एक एक करके सब लोग चोदने लगे, मेरे पति भी दूसरे की पत्नी को चोद रहे थे, उनके दोस्त मुझे चोद रहे थे, अब पुरे हाल से, पार्टी यूं ही चलेगी हनी सिंह का गाना के साथ साथ आअह आआह उफ्फ्फ्फ़ फ़क में फ़क में आअह उफ्फ्फ, व्हाट अ लंड, ओह्ह्ह माय गॉड व्हाट अ रेड पुसी, वाओ व्हाट अ बूब डिअर, ई वांट तो फ़क यू, ऐसी भी वॉर्डिंग हो रही थी, सब लोग एक दूसरे की बीवी को चोद रहे थे, बूब प्रेस कर रहे थे, कोई लंड चाट रही थी कोई बूर चाट रहा था कोई बूब सुक कर रहा था. इसी तरह पूरी रात चलती रही.
रात को वही सब लोग एक दूसरे के बाहों में सो गए बगल में ही पुरे कमरे में गद्दा बिछा हुआ था, खूब मस्ती की सेक्स पार्टी करके, मजा आ गया था उस दिन, आज दो दिन हो गए पति से नहीं चुदवाई हु, क्यों की चूत मेरा सूज गया है दर्द हो रहा है, पति का भी लंड दर्द कर रहा था की उस दिन विआग्रा खा खा कर सब को को चोद रहे थे. अब तो फिर से पार्टी सुरु होने बाली है. फिर मैं आपको अपनी अगली सेक्स पार्टी की कहानी बताउंगी.