भाभी और बहन की चुदाई कहानी

ही.ई आम मनोज फ्रॉम देल्ही.मैं 20 साल का हू.और मैं अपना पहला सेक्स एक्षपेरियँसे आप सबके साथ बातेने जा रहहू.मेरे परिवार मैं सिर्फ़ फाइव मेंबर है.मैं मेरे बारे भाई,भाभी जिनकी अभी सदी के सिर्फ़ एक साल हुए है,मेरिबाहन पूजा जो की 16 साल की है और मेरे पापा जो की काम से हमेशा बाहर हीरहते है.अब मैं पॉइंट पर आता हू. मेरी भाभी सोनी जिनकी उमर सयद मुझसे भी कम है काफ़ी अट्रॅक्टिव दिखती है और पूजा उससे भी जाड़ा.दोनो के सात्सेक्श करने का मुझे हमेशा ख़याल आता था पर डरता था. गर्मी का मौसम था.भैईओफ़्फिसे गये हुए थे और बहन स्कूल.मैयोर मेरिभाभी घर मई अकेले थे.मैं कंप्यूटर पर कुछ काम कर रहा था की तभी भाभी ने आवाज़ लगाई और बोली की मनोज जा दूध ले आ.फिर मैं दूध लाने चला गया.थोरी देर बाद आके बोला भाभी दूध ख़त्म हो गया है इसलिए नही मिला.बहभही:ओह मुझेच्आई बनानी थी ठीक है कोई बात नही.फिर मैं कंप्यूटर पे अपना काम कने चला गया. थोरी देर बाद भाभी आइयौर बोली लो छाई पी लू.छाई देख कर मैं चौक गया,छाई दूध वाली थी.मैने पूछा भाभी दूध पहले से था क्या.भाभी बोली नही. मैने बोला फिर दूध वाली छाई?
भाभी:बस दूध मिल गया.
मैने समझ नही पाया और मैं ज़बरदस्ती पूछने लगा तो भाभी बोली किसी को
बोलेगा तो नही?
मैने:नही भाभी आप बोलो तो.
भाभी:अरे मई औरत हू और मेरे पास हमेशा दूध रहता है
मैने:मतलब
भाभी:औरत अपने बचे को दूध कहा से पिलाती है.
मैने:भाभी आप मुझे अपना दूध पीला रही हू! मैं नही पीऊंगा.
भाभी:क्यू टेस्ट आक्ची नही है क्या!तुम्हारे भैया तो कहते है की बहुत मीठा है
और मैने तो कितनी बार इस दूध से छाई बनाई है.
मुझे कुछ समझ मैं नही आ रहा था मई क्या बोलू
भाभी:क्या हुआ सर्मा गये?
मैने:भाभी ये आप अक्चा नही करती हू.
भाभी:हा और तुम तो बरा अक्चा काम करते हू हमेशा मेरा पनटी बर्बाद करके.
क्या!
भोले मत बनो मैने खुद तुंहेदेका है की मेरी पनटी को सूंघ के मूठ मरते हो
और फिर मेरे ही पनटी परापना क्रीम गिरा देते हो.
मैं सरं के मारे पानी पानी हो गया और मुझे कुछ समझ मैं नही आ रहा था की
क्या रिप्लाइ डू.
भाभी:क्या हुआ मैं सब जनता हू की तुम हमेशा मेरे बारे मैं सोचते रहते हू.बोलो
क्या मैं ग़लत बोल रहा हू?
मैने कुछ रिप्लाइ नही दिया.लकिन भाभी पूरी खुलगई थी.
भाभी:अरे डरते क्यू हो जिस्टरह तुम मुझे देख कारपागल हो गये हो उसी तरह
मैने जब से तुम्हारा लुंडड़ेखा है तब से सिर्फ़ तुम्हारे बारे मैं ही सूचती हू.
ये सुन कर तो मानो मुझ मैं एक नया जोश आ गाओर झट से भाभी का हाथ पाकर
के बोला भाभी मैं सच मैं आपको देख के पागल्ो गया हू,प्लीज़ मुझे सिर्फ़ एक
मौका दीजिए.
ठीक है पर किसी को पता नही हलना कहिए .
मैने भाभी को बहो मैं भर लिया और कहा नही पता चलेगा,फिर मैने अपना होत
उनके होत पर रख दिया और 5 मीं तक किस करता रहा.फिर मैने उंकेगल और इधर
उधर किस करना सुरू किया और अपनाहत उनके चुछीपर रख दिया और ज़ोर से मसलता
रहा.भाभी भी इस सब मैं पूरा साथ से रही थियौर पूरा माजा ले रही थी.की
तभी दरवाजे की बेल बाज गयी.हम तुरंत अलग हुए और मैने गाते गाते खोलने
गया.देखा की पूजा आई हुई है.
और अब हम और भाभी यही सोचतेरहे की कब हमे मौका मिले.सांको भैया आए
और आरे ही बोले मुझे ऑफीस के काम से बंगलोरे जाना है.4-5 दिन मैं लौट
अवँगा.ये सुन के तो मान ही मान मेरे ख़ुसी का ठिकाना नही था.फिर लगभग 10 बजे
मैं भैया को एरपोर्ट से चोर कर आए.खाना भैया के साथ ही खा लियता सो
डाइरेक्ट हम सब सोने चले गये.परमुझे नींद कहा आ रही थी.मेरा मान तो कर रहा
था की भाभी का रूम मैं चला
जाओ पर हिम्माटनही हो रही थी की कही पूजा ना
देख ले.
तभी मैं मूठ मरने बातरूम मैं जेया ने लगा.बातरूम के दरवाजेमान हमारा
लॉक खराब था इसीलये वो हमेशा खुला ही रहता है.मैने जाते ही उसेखोलओर
अंदर का नज़ारा देख कर मैं पागल हो गया.अंदर पूजा एक अजीबो टाइप का लकृी ले
कर अपने चूत मैं उसे अंदर बाहर कर रही थी.उसकी आखे बंद थी इसीलिए उसे पता
भी नही चला की मैं उसे देख रहा हू.ये देख कर मेरा 9 इंच का लंड टन कर
खरा हो गया.और मेरे लूँगी से बाहर आने को बेताब होने लगा.इतने मैं पूजा की
आख खुली और मुझे सामने देख कर चौक गयी.मैने झट से बिना कुछ पूच्छे उसे
बहो मैं पाकर कर कहपल्ज़ पूजा आज मुझे रोक्नमत.और ये कह का उसके होतू पर
किस करने लगा और एक हाथ से उसकी चुचि दबनेलागा. कुवारि चुचि होने के कारण
वो सोनी के मुक़ाबले काफ़ी टाइट थी.पूजा भी अपने आप को चुरानेकी कोसिस नही की और
मेरा साथ देने लगी.फिर मैने उसके शर्ट को खोल दिया अब वो सिर्फ़ अपने ब्रा मीं
थी.उसे अपनी पंत और पनटी पहले से खोली हुई थी.फिर मैने उसे वही बातरूम मई!
न लिटाया और उसके चुचि कोछूसने लगा.फिर मैने उसके पूरे सरीर को किस किया और
हाथ से सहलाता रहा.उसे काफ़ी मज़ा आ रहा था.फिर मैने अपनी जंजी उतरी और अपना
लूँगी खोल दिया और उसे लंड चूसने को कहा.पहलेटो वो माना की पर मेरे ज़िद करने
के बाद वो मान गयी लंड चुसवाना मुझे बहुत अक्चा लग्रहा था.फिर मैने उसके
लेग के बीच मैं बैठ कर अपने हाथो से उसके चूत को सहलाया और फिर उसे चाटने
लगा.उसे भी अपनी चूत चटवाना बहुत अक्चा लग रहा था.फिर मैने उसे घोरे
स्टाइल
मैं होने को कहा. वो झट से हो गयी. फिर मैनेआपना लंड उसके चूत के सामने
रखा और बोला पूजा क्या आज से पहले कभी चुडवाई हू.
पूजा:नही भैया मैं पहली बाराप्से ही चुड वा रही हू.
मैने तो ठीक है अब मैं तुम्हारे चूत मैं अपना लंड घुसने जा रहा हू. सुरू मैं
तोरा दर्द होगा पर सह लेना.
फिर मैने धीरे धीरे घुसना सुरू किया और फिरेक ज़ोरदार धक्कमारा मेरा आधा
लंड उसके चूत मैं घुश गया.वो पूरी तारा चीक बैठी.मैं देर गया.फिर मैने उसे
सीधा किया और उसपे लेट गया और उसके मूह पे अपना मूह दल के उसका मूह बंद किया
.फिर मैने उईयसके चूत मैं अपनी लंड घुसा दी और फिर एक ज़ूर दर धक्का मारा वो
पूरी ज़ूर से चिकना चाही पर चीक नही पाई.मैने इसकी परवाह किए बिना 9-10 धक्के
लगा गिए.अब मेरा लंड आराम से अंदर बाहर होने लगा और पूजा का भी दर्द कम हो
गया और उसे भी मज़ा आने लगा. फिर मई लगभग 15-20 मीं तक ईसएचोड़ता रहा और
उसके बाद हम दोनो झार गये.फिर थोरे देर हम एक दूसरेसए लिपट कर लेते रहे
फिर उसने उठ का बोला भैया आज मुझे बहुत मजा आया प्ल्ज़ आप उजेरोज़ छोड़ना.फिर
मैने कहा क्यू नही अब मैं तुम्हे रोज चोदुगा और जाड़ा आचे से चोदुगा आज पहला
अटेंप्ट था ना इसीलिए आज इटनही.फ़िर्वव उठने की कोशिश की पर वो उठ नहिपा
रही थी. मुझे भी बहुत दर्द हो रहा था फिर भी मैने उसे नंगा ही उठे!
आ और उसके कमरे मे पहुचा के अपने रूम मैं लौट गया.
अब आयेज की कहानी फिर कभी.आपकोमेरी स्टोरी कैसी लगी ज़रूर बताई एगा.आपके
जवाब का इंतज़ार रहेगा.

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