आजतक 25 मर्द से चुद चुकी हूँ पर कुमार जी ने खुश किया सबसे ज्यादा

दोस्तों मेरा नाम सुमन है अभी मैं 36 साल की हूँ। मैं शादी शुदा हूँ पति मेरे पैर के बराबर भी नहीं है। है तो मेरी शादी लव मैरिज पर उसने मुझे धोखा दिया बोला की मैं ऊँची जाती की हूँ और निकला निचली जाती का और मैं ऊँची जाती की हूँ। हरामी झूठ बोला मेरे से मेरी ज़िंदगी बर्बाद कर दिया उसने।

मेरी माँ पहले भी चल बसी बाप मेरा पियक्कड़ मैं इस हरामखोर के चक्कर में आ गई और फंस गई। एक बच्चे भी हो गए। पर मैं तो फंस गई थी मैं कुछ भी नहीं कर पाई इसलिए इसका मजा चखाने के लिए मैं दुसरा सहारा ली वो सहारा था मैं किसी भी मर्द के तरफ आकर्षित होने लगी। और मौक़ा मिला तो सम्बन्ध भी बनाये।

दोस्तों आजतक मैं 25 मर्द से सम्बन्ध बना चुकी हूँ। चाहे अपने घर पर चुदवाई हूँ या होटल में। जब भी मेरा पति कही बाहर जाता जरूर किसी ना किसी के साथ सोई हूँ। करती भी क्या मुझे अपने पति से नफ़रत जो हो गई थी।

मैं गोरी हूँ गांड मेरे गोल गोल 36 नंबर की ब्रा पहनती हूँ चूचियां टाइट और गोल गोल है कमर बहुत ही पतली पर गांड उभार लिए हुए है। होठ मेरे गुलाबी है और जब चलती हूँ चूतड़ हिलते हैं और इसी पर दुनिया हिल जाती है मेरी चाल पर।

दोस्तों 25वां मर्द कुमार जी है जो मेरे से चार साल बड़े है। सेक्सी है खूब पैसे बाले हैं हॉट है। वो मेरे पड़ोस में रहते हैं मैं उन पर डोरे डाली और कामयाब हो गई। वो मुझे प्यार करने लगे पर मैं सिर्फ अपना काम निकालने लगी। क्यों की मैंने आजतक मर्दो से सिर्फ काम ही निकाली हूँ। क्यों की मुझे मर्दों से नफरत हो गई है। पर चुदाई के लिए भले कुछ दिन तक प्यार का नाटक करती हूँ। ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर प्रकाशित की गई है।

कुमार जी अच्छे इंसान हैं। मेरी अदाओं पर वो मरने लगे और मैं उनको अपने जाल में फंसाने लगी। और एक दिन मेरी चुदाई का दिन आ गया। उनकी पत्नी किसी ऑफिस के काम से मुंबई गई थी। और मेरे पति भी दो दिन के टूर पर शहर से बाहर गए। मैं अकेली थी और कुमार जी भी अकेले। बच्चे का क्या वो तो नौ बजे ही सो जाते हैं।

रात के करीब दस बजे कुमार जी आये। एक बोतल शराब लेकर पहले तो हम दोनों ने पीया एक दूसरे को जाम बना बना कर पिलाये। करीब रात ग्यारह बजे जब मेरे पति का भी फ़ोन आ गया और उनकी वाइफ का भी हालचाल के लिए तब हम दोनों ने चुदाई का कार्यक्रम बनाया क्यों की आपको भी पता नहीं दोनों में से किसी के लिए भी फ़ोन आ जाता तो मजा किरकिरा हो जाता।

उनके पास एक बैग था उसमे दो तीन खिलौने थे प्लास्टिक का लौड़ा। एक इलेक्ट्रिक वाइब्रेटर भी था। उनके पास हथकड़ी भी थी जो आपने कई फिल्मों में भी देखा होगा लड़की को हथकड़ी लगाकर चोदते हैं। यानी उनके पास सेक्स खिलौने थे। क्रीम भी था तेल भी था।

पहले तो वो दो टेबलेट खाये फिर उन्होंने एक बोतल निकाला उसमे तेल थे लंड पर लगाया। एक क्रीम थे वो भी लंड पर लगाया। ये सब लगाते ही उनका लौड़ा मोटा और काफी कड़क हो गया। उन्होंने एक और बोतल निकल कर दिया उन्होंने मुझे कहा की चूत पर लगा लो। और एक क्रीम दिया जो बोले की चूची पर लगा लो।

मैं भी यही करि दोस्तों क्रीम लगाते ही मेरी चूचियां टाइट हो गई और चूत पर लगाते ही गुदगुदी होने लगी और पानी छूटने लगा। अंदर से खुजली होने लगी ऐसा लग रहा था कोई मुझे चोद दे। ये सब एहसास नया था। आजतक मैं कभी सुनी भी नहीं थी इसके पहले भी मैं 24 मर्द से चुदवा चुकी हूँ पर ऐसा किसी ने नहीं किया ज्यादा से ज्यादा वो टेबलेट खाया पर इतना इंतज़ाम चुदाई का पहली बार देखि।

उसके बाद वो मेरे सारे कपडे उतार दिए। कमरे में डिओड्रेंट छिड़का। फिर उन्होंने मुझे लेटने को कहा और वाइब्रेटर निकाला। दोस्तों मेरी मोटी मोटी जाँघे और बड़ी बड़ी चूचियां होठ लाल ऐसे लग रही थी मैं की कोई सेक्स की देवी हो। कुमार जी मेरे दोनों पैरों को अलग अलग कर दिए। मेरी चूत में काफी खुजली हो रही थी।

उन्होंने वाइब्रेटर ऑन किया और चूत में सटाया मैं तो पागल होने लगी मजे आने लगे नया तरीका नया एक्सपीरियंस रोम रोम खड़े हो गए चूचियां बड़ी और टाइट पहले से ही हो गई थी। मैं खुद ही अपने चूचियों को मसलने लगी। आह आह आह की आवाज निकाल रही थी मुँह से। पर वो अपनी धुन में थे।

कभी तो हलके से सटाते कभी अंदर घुसा देते। फिर उन्होंने लौड़ा निकाला प्लास्टिक का उसपर जैल लगाया और मेरी चूत में घुसाने लगे। जोर जोर से जल्दी जल्दी घुसाने लगे मैं आह आह आह छोड़ो प्लीज ऐसा नहीं मैं पागल हो जाउंगी यही कह रही थी। मैं पसीने पसीने होने लगी। चूत पानी पानी हो गया था।

फिर उन्होंने जैल लगाया और मेरी गांड में भी घुसाया। दोस्तों वो पहला दिन था जब मैं बिना लौड़े के भी संतुष्ट हुई थी। पर असली खेल तो अभी बाकी था। मैं दो बार पहले ही झड़ गई थी। पर वो अभी शुरू भी नहीं हुए थे। आप पढ़ रहे हैं मेरी सच्ची चुदाई की कहानी

उन्होंने मेरे हाथ में मखमली हथकड़ी लगाया और पलंग से बाँध दिया। मेरे पैर भी बाँध दिए उन्होंने एक चॉकलेट निकाला जो पिघल ही गया था उन्होंने मेरी पूरी बॉडी पर लगा दिया गांड से लेकर चूत से लेकर चुकी से लेकर गर्दन से लेकर कांख तक। और लगे चाटने ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों कैसा लग रहा था उनका जीभ जब मेरे बदन पर पड़ रहे थे तब मैं जन्नत का सैर कर रही थी। आज तक मुझे ऐसी चुदाई का एहसास नहीं हुआ था। ये थी मेरी असली चुदाई की शुरआत।

मैं हिल भी नहीं पा रही थी अंगड़ाई भी नहीं ले पा रही थी। बस आह आह आह करने के अलावा कुछ और नहीं था।

अब वो अपना मोटा लौड़ा निकाले पहले तो मुँह में दस मिनट तक। फिर चूत में तिस मिनट तक। मेरी चूचियां रगड़ रहे थे मानो उनके हाथ क्या लग गया। जो मैं क्रीम और तेल लगाई थी वो भी अब कुछ ज्यादा ही असर दिखाने लगा था।

अब वो जोर जोर से चोदने लगे ऐसा लगा की वो खुद भी मशीन हो लौड़ा मोटा हो गया था स्पीड तेज गजब लग रहा था मैं गिनती भी नहीं कर पा रही थी कितने बार डाल रहे थे और कितने बार निकाल रहे थे लौड़ा मेरी चूत से वो खुद भी वाइब्रेटर हो गए थे। मेरी चूत पानी पानी हो गया था अब सहने लायक नहीं था आजकल मुझे ऐसा किसी ने नहीं चोदा था।

मैं कराहने के अलावा और कुछ भी नहीं कर पा रही थी। फिर उन्होंने मेरी मखमली हथकड़ी खोल दी और बोली आपको जैसा लगता है बोलो कैसे करूँ मैं भी हाथ आजमाने के लिए उनको निचे कर दी और खुद ही उनके लौड़े को पकड़ कर चूत में ले ली और फचा फच लेने लगी जल्दी जल्दी। वो भी निचे से धक्के देते और मैं ऊपर से गोल गोल घूमकर धक्के देती।

करीब एक घंटे तक चुदने के बाद मैं पस्त हो गई थी। फिर भी वो बन्दा अभी तक झडा नहीं था पता नहीं कैसा सा टेबलेट खाया और क्या तेल लगाया।

मैं खुद बोली मैं हार गई अब गिरा दो सारा माल मेरी मुँह में और उन्होंने ऐसा ही किया फिर पांच मिनट चोदा और सारा माल मेरी मुँह में गिरा दिया फिर थोड़ा मेरी दोनों चूचियों पर। फिर करीब एक घंटे तक एक दूसरे में लिपटे रहे सोते रहे फिर एक एक पेग फिर लिया बातचीत किये और वो करीब रात के तीन बजे अपने घर चले गए और मैं सो गई। दोस्तों दूसरे दिन मैं दिन के 12 बजे उठी। मोबाइल फ़ोन पर मेरे पति के 25 मिस काल थे मैं भी देख कर मुस्कुराई की 25 मिस काल और पचीसवाँ मर्द।