आज मैं सेक्स करना चाहती हूँ क्या आप मुझे चोदोगे 75 साल की अम्मा बोली

Bujurg sex story, 75 Year Women Sex Story, Grandmother Sex, Dadi ki Chudai ki kahani : जी हाँ दोस्तों आज जो कहानी सुनाने जा रहा हूँ वो कहानी है एक 75 साल की दादी की चुदाई की कहानी। आज मैं आपको एक हॉट और सेक्सी कहानी सूना रहा हूँ ये कहानी मेरे और मेरी चचेरी दादी यानी की मेरे पड़ोस में रहने वाली अम्मा की है जब वो मेरे पास दिल्ली आई तब वो मेरे से बोली थी चोदने के लिए आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रहा हूँ।

मेरा नाम दीपक है मैं दिल्ली में रहकर पढ़ाई कर रहा हूँ। मेरे गाँव के ही यहाँ एक अंकल रहते हैं उनकी माँ उनके पास घूमने आई थी। पर अंकल और ऑन्टी दोनों को चार दिन के लिए बाहर जाना पड़ा तो उन्होंने मुझसे कहा दीपक तुम एक काम करोगे? अगर तुम मोतीनगर आकर रह लो तीन चार दिन तो अच्छा रहेगा। क्यों की तुम्हे तो पता है तुम्हारी दादी (यानी की वो अपनी माँ के बारे में कह रहे थे ) यहीं है। वो अकेली कैसे रहेगी, इसवजह से मैं चाहता हूँ तुम यही पर रहकर तीन चार दिन पढ़ाई कर लो। तुम्हे किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होगी।

मैंने भी हां कह दिया क्यों की मेरे पास वहां जाने के अलावा कोई चारा भी नहीं था। तो मैं उनके यहाँ शाम को ही चला गया। वो लोग दूसरे दिन जाने वाले थे।

5 दिन मुझे वहीं पर रहना होता है। तो मैंने अपना कुछ सामान जो की जरूरत की थी मैं वहीं पर ले चला गया ताकि किसी तरीके की कोई दिक्कत नहीं हो रात को अंकल आंटी मुझे सारे को समझा दिए क्या कर किसी चीज की जरूरत हुई तो बाहर शर्मा जी की दुकान है वहां से ले आना वह शर्मा जी को बोल कर चले गए थे कि कुछ चीज की जरूरत हो तो आप दीपक को दे देना।

 दूसरे दिन सुबह सुबह 10:00 बजे के करीब ही  वह दोनों घर से चले गए अब घर में मैं और मेरी दादी।  मन तो मुझे लग नहीं रहा था दिन भर वह गांव की कहानियां सुना रहे थे कि उसके यहां भी हुआ उसके वहां भी हुआ पर मेरा कोई इंटरेस्ट यह सब कहानी सुनने में नहीं था। कुछ समय लगाकर मैंने तो उनकी कहानियां सुन ली फिर मैं अपनी पढ़ाई में लग गया दिन का खाना तो बना हुआ था हम दोनों खाना खा लिए और वह अपने कमरे में और मैं अपने कमरे में पढ़ाई करने लगे।

 शाम को मैं 6:00 बजे बाहर घूमने चला गया एक जान पहचान का दोस्त वही पर रहता था कीर्ति नगर में उसके कमरे पर भी चला गया मेरा दोस्त पहले से ही 2 बोतल बियर का रखा हुआ था . हम दोनों ने बीयर पी और फिर मैं जल्दी वापस कमरे पर लौट आया क्योंकि मुझे पता था मुझे तो यह रखवाली करने रखा था। अगर मैं नहीं रहता या मैं नहीं रहूंगा तो यह अच्छी बात नहीं है तो मैं घर जल्दी से जल्दी पहुंच गया।

 रात का खाना 8:30 बजे फिर खा लिए मैं अपने कमरे में आ गया दादी अपने कमरे में थी। मैं बेड पर लेटा था और मोबाइल पर नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़ रहा था। मैं रोजाना नॉनवेज story.com पर आकर कहानियां पढ़ता हूं और मुठ मारता हूं तो मैं अभी अपने लंड को हिला रहा था। तभी दादी मेरे कमरे में आई और बोली कि थोड़ा गर्म पानी कर दोगे मेरे लिए। मैं उठकर बाहर नया किचन में उनके लिए गर्म पानी करने लगा क्योंकि उनको गैस कैसे चलाते हैं वह नहीं पता था इसलिए वह मुझे उठा कर लेकर आए वही खड़ी थी। 

 दोस्तों उम्र तो उनकी 75 साल थी पर अभी भी वह गोरी और हॉट देखते थे क्योंकि दादा जी को डेथ की 40 साल हो गए 40 साल तक उनको किसी ने  शायद हाथ तक नहीं लगाया आपको भी पता है जिस पेड़ को लोग हाथ नहीं लगाते वह पेड़ ज्यादा हरा भरा होता है ऐसा ही है  यह 75 साल की दादी थे अभी भी उनकी जूतियां टाइट और बड़ी-बड़ी दिखाई दे रही थी क्योंकि वह अंदर ब्रा नहीं पहनती थी तो बड़ी-बड़ी चूचियां इधर से उधर ढूंढतीडोलती  तो बाहर से साफ निप्पल पता चल जाता था। 

 आपको भी पता है जिसको कुछ नहीं मिल रहा हो उसे कुछ भी मिल जाए तो भी अच्छा लगता है मुझे तो लग रहा था कि काश आज मुझे इन पर भी हाथ साफ करने का मौका मिल जाए तो अच्छा ही होगा यह सोच कर मेरा लैंड दे दे तेरे खड़ा होने लगा।  अपने आप को संभालो यार यह क्या कर रहा है आप लिखेगा ऐसा नहीं सोचते बुजुर्ग के बारे में। 

 तब तक उनका पानी गर्म हो गया था मैं उनको पानी हॉट बोतल में डाल कर दिया और फिर मैं अपने कमरे में चला गया।  10:30 बजे फिर से मेरे कमरे में आई। कुछ देर तक खड़ी रही और मुझे देखने लगी मैंने पूछा क्या बात है दादा जी कुछ चाहिए क्या।  वह कुछ भी नहीं बोली और चुपचाप खड़ी रही।  मैंने फिर से पूछा तभी वह कुछ नहीं बोली मैंने फिर से पूछा कि क्या चाहिए आपको बोलिए मैं इसलिए यहां हूं। 

 उन्होंने कहा क्या तुम मुझे चोदोगे ?  मैं हैरान रह गया मुझे समझ नहीं आ रहा था मैं क्या बोलूं अब मैं चुप था और वह पूछ रहे थे बोलो क्या मेरे साथ तुम सेक्स करोगे।  मैं उनके शरीर को ऊपर से नीचे तक निहारने लगा तभी उन्होंने अपना चादर हटा दिया और ब्लाउज का आगे का हुक खोल दिया।  ओह माय गॉड क्या बताऊं दोस्तों बड़ी-बड़ी चूचियां गोरी गजब के लग रहे थे ऐसे लग रहे थे कि मानोगे 30 35 साल की औरत हो। 

 मैंने कहा आपको दर्द तो नहीं होगा उन्होंने कहा दर्द कैसा और अच्छा लगेगा मुझे 4 दिन तुम्हें भी अच्छा लगेगा हम दोनों साथ साथ सोएंगे साथ साथ रहेंगे मैं तुम्हें खूब मजा दूंगी। मैं तुम्हें सजा दूंगी कि तुम जिंदगी भर मुझे याद रखोगे।  मैं अपने जमाने में बहुत चुड़क्कड़ थी बहुत हॉट और सेक्सी थी।  आज भी मैं वैसा ही मजा दे सकती हूं आज पहली बार मुझे मौका मिला है मैं 40 साल से सेक्स नहीं किया हूं हो सकता है थोड़ा दर्द हो पर मुझे बहुत दूंगी तुम्हें। 

 इतना सुनते ही मैंने अपनी रजाई थोड़ी पीछे कभी और मैं भी पीछे चला गया ताकि वह मेरे साथ सो सके।  बाकर मेरे करीब लेट गई मेरा हाथ उनके निप्पल पर पड़ा और दोनों से रगड़ने लगा वह  निहार रही थी देख रही थी।  मेरी सांसे तेज तेज चलने लगे मुझे डर भी लग रहा था पर मुझे अच्छा भी लगता था इस बात का था कि मैं पता नहीं क्या कर रहा हूं एक बुजुर्ग के साथ।  पर तुझे दे दे रे मेरा लंड और भी ज्यादा खड़ा हो गया।  मैं उनकी चूचियों को मसलने लगा मैंने उनके पेटीकोट का नारा दिला कर दिया उन्होंने खुद ही अपना पेटिकोट उतारते मैं उनके चूत  पर जैसे हाथ रखा  उनके सिसकारियां निकलने लगी। 

 क्या बताऊं दोस्तों मुझे बहुत मजा आने लगा अब वह मेरा लंड पकड़ ली।  मेरे लैंड को हिलाने लगे मुझे बहुत अच्छा लगने लगा अब वह मेरे को किस करने लगी मुझे चूमने लगी।  मैं भी उनको किस करने लगा और चूमने लगा। वह काफी गर्म हो गए अपनी टांगे फैला दें और मुझे ऊपर बुला है अब मैं ऊपर चढ़ गया उनके होंठ को चूसने लगा। उनके चिन्हों को दबाने लगा। 

 ऊपर से  नीचे तक उनको किस करते हुए मैं आया दोनों टांगों को अलग-अलग गया तो चूत  देखकर मैं हैरान हो गया।  उनकी चूत  बिल्कुल साफ थी कोई बाल नहीं था।  दोनों साइड से सटा हुआ था दिखाई भी नहीं दे रहा था छेद ऐसा लग रहा था कि मानो एक 18 साल की लड़की की चूत  हो। 

 मैंने उंगली घुसाने की कोशिश की तो उन्होंने बोला कि थोड़ा थूक लगा लो।  मैंने थूक लगाया और दे दे तेरा गुस्सा आने लगा वह अपनी गांड उठा उठा कर आह आह करने लगी।  मेरे से रहा नहीं गया अब मैं उनके दोनों चूचियों को दबोच लिया।  और उन को चूमने लगा।  फिर मैं अपना लंड उनकी चूत  पर सेट किया दोनों टांगों को अपने कंधे पर रखा और पूरा लंड डाल दिया। 

 उनको काफी तेज का दर्द हुआ पर 2 से 3 मिनट में ठीक हो गई।  अब वह भी कामुक आवाज निकालने लगे अपने मुंह से।  और मैं जोर-जोर से अपने लंड को चूत  में डालने लगा और चूचियों को मसलने लगा। क्या बताऊं दोस्त हैं यह तो एक नंबर के  छिनार निकले वह जोर-जोर से शोर करने लगे कामुक आवाज निकालने लगी और जोर जोर से अपने चूत में लंड लेने लगी। 

 अब वह ऊपर चढ़ गए और अपना लंड अपनी चूत  में लेकर गांड गोल गोल घुमाने लगी।  मुझे बहुत मजा आने लगा ऐसा मजा आज तक मुझे नहीं आया मैंने ऐसी कहानियां भी पहले नॉनवेज story.com पर नहीं पढ़ी थी।  खूब मजे देने लगे हो मैं भी खूब मजे लेने लगा हम दोनों एक दूसरे का साथ देने लगे एक नया लड़का और एक पुरानी औरत यानी कि एक बुजुर्ग औरत यह चुदाई कुछ अलग ही थे। 

 करीब 1 घंटे तक में दादी को चोदा।  फिर मैं झड़ गया वह भी काफी थक गई थी।  हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर सो गए फिर क्या था दोस्तों 4 दिन  मेरा ऐसे गुजरा  जैसे कि 4 घंटे हो खूब मजे किये।  आज मैं अपने कमरे पर वापस आया हूं क्योंकि सुबह सुबह ही अंकल आंटी आ गए थे तो मैं भी आ गया उन्होंने बोला यह दीपक हो सकता है अगले महीने फिर मैं बाहर जाने वाला हूं तो तुम्हें अगर कोई दिक्कत नहीं हुई हो।  तो तुम फिर से आ जाना क्योंकि मेरी मां बोल रही थी कि दीपक बहुत सेवा की है ऐसा लायक लड़का तो मिलना मुश्किल है मुझे बहुत खुश रखा। 

 पर मुझे पता था है कि मैंने उनको कैसे खुश रखा और ऐसा लड़का मिला क्यों मुश्किल है और उनको किस चीज में मजा आया।  मजा तो मुझे भी आया मैं तो बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं कब फिर से मेरे चाचा जी का फोन आए और बोले कि दीपक  आ जाओ दादी अकेली है।