क्रिसमस के दिन ससुर जी ने खूब चोदा मेरी सच्ची सेक्स कहानी

मेरा नाम निशा है मैं लखनऊ में रहती हूँ। पहले मैं जयपुर में रहती थी पर अब लखनऊ आ गई हूँ क्यों की मेरे ससुर जी का तबादला हो गया है। मेरे पति देव जो की बॉर्डर पर रहते हैं वो आर्मी में हैं। मेरी शादी को एक साल ही हुआ है। मेरे पापा भी फ़ौज में थे और मेरी माँ स्कूल में टीचर थी आर्मी स्कूल में। मेरा लालन पालन बड़े ही अच्छे तरीके से हुआ है और मैं बहुत ही ज्यादा खुले विचार की हूँ। जब मैं कॉलेज में थी तब भी मेरा सेक्सी रिश्ता प्रोफेसर के साथ था। दोस्तों सच पूछिए तो मैं अपने से बहुत ज्यादा एज के पुरुष में ज्यादा इंटरेस्ट लेती हूँ। बूढ़ा लौड़ा मुझे बहुत पसंद है पर उस बूढ़े में बहुत ज्यादा जान हो और सेक्सी हो.

अभी मैं सिर्फ बाइस साल की हूँ। शादी पिछले साल ही हुई है। पर पति साथ नहीं रहें की वजह से मन मचलते रहता है। मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम की बड़ी फैन हूँ रोजाना सेक्सी कहानियां पढ़ती हूँ। दोस्तों आपको तो पता होगा जब आदत लग जाये चुदाई का और चुदाई करवाने को नहीं मिले तो क्या हाल होगा होगा। वही हाल मेरा भी हो गया था। मैं सोची की बाहर मुँह मारने से बेहतर है घर में ही जुगाड़ कर लूँ। मेरे घर में मैं और ससुर जी ही रहते हैं ससुर जी भी ज्यादा उम्र के नहीं है जल्दी शादी हो गई और बच्चा हो गया। सासु माँ अब नहीं रही और मेरे पति एकलौते हैं इसलिए मैं ससुर जी के साथ ही रहती हूँ।

अब मैं आपका बिना काम ख़राब किये कहानी पर आती हूँ। कैसे मैं ससुर जी के करीब आई और वो मेरे करीब आये और कड़ाके की ठण्ड में मैं चुद गई और मजे ले ली पूरी कहानी अब शुरू करती हूँ।

एक दिन की बात है यानी की 25 दिसम्बर की बात है। क्रिसमस के लिए हम लोग घूमने गए और रात को पार्टी थी। एक साऊथ इंडियन रहते हैं वो क्रिस्चन है। वही पार्टी थी। रात को साढ़े बारह बजे वापस आये पार्टी में व्हिस्की था नॉनवेज था जो की दोनों ही मेरे पसंद की चीज थी तो चिकन खाये तीन पेग पि डांस किया और वापस आये। हीरोइन बनने के चक्कर में स्वेटर नहीं पहनी साडी पहनी थी वो भी बहुत ही ज्यादा सेक्सी। चूचियों का उभार साडी से पता चल रहा था बैकलेस ब्लाउज था। पीठ खुली थी। हाफ ब्लाउज से मैं और भी ज्यादा सेक्सी दिख रही थी।

दोस्तों जब वापस आई घर ससुर जी भी साथ ही थे। वो ही मुझे पकड़ कर लाये क्यों की मैं तो शराब के नशे में थी। उन्होंने ही कन्धा दिया तभी मैं चल पा रही थी। मैं बड़बड़ा रही थी आप मेरे अच्छे दोस्त हो किसने आपको ससुर बना दिया आप की उम्र ही क्या है क्यों बन गए ससुर। यही सब मैं बक रही थी। ससुर जी से कभी कभी लिपट रही थी आखिर वो भी इंसान है सेक्सी है और एक जवान बाईस साल की औरत कंधे में झूले तो चूचियां भी सटेगी और सामने वाला आदमी का लौड़ा भी जरूर ही खड़ा होगा। उनके साथ भी यही हुआ उनका लौड़ा काफी मोटा और लंबा हो गया था। क्यों की मेरा हाथ लगा था।

दोस्तों एक तो मैं ऐसे ही नशे में थी और चुदाई नहीं मिल रही थी और लौड़ा भी हाथ लग गया था आप ही बताओ मैं क्या करती मैं ससुर जी को ऑफर दे दी चुदाई का। मैं बोल दी आज आप मुझे खुश करो मैं कुछ नहीं जानती मैं बिना सेक्स के नहीं रह सकती और साला पति है वो बॉर्डर पर है आता ही नहीं है साल में एक महीने में क्या होगा मुझे तो रोजाना चुदाई चाहिए।

और मैं ससुर जी का लौड़ा पकड़ ली वो पहले थोड़े देर चुप रहे फिर वो मेरे होठ के तरफ होठ बढ़ा दिए और फिर हम दोनों की प्रेम कहानी शुरू हो गई। वो मुझे किश करने लगे मैं भी किश करने लगी. अब वो मुझे गोद में उठा लिए और सीधे बैडरूम में ले गए वो मुझे बेड पर पटक दिया और फिर मेरे सारे कपडे उतार दिए अपना भी उतार फेंके। दोस्तों उन्होंने मेरे पैर के के अंगूठे से चूमना शुरू किया और धीरे धीरे जांघ मेरी योनि फिर नाभि फिर मेरी चूत मेरी गर्दन मेरे गाला मेरे सर मेरे बाल फिर निचे। दोस्तों दो से तीन बार में ही मैं पागल हो गई गायब का एहसास दिला रहे थे।

अब वो सीधे मेरी चूचियों पर आये दबाने के साथ साथ पिने लगे और निप्पल को दांतो से दबाने लगे मैं पागल होने लगी। दोस्तों मेरे बदन में सिहरन होने लगी मेरे रोम रोम खिल उठे थे मेरी चूत गीली हो गई थी। दोस्तों क्या बताऊँ मेरे तन बदन में आग लग गई थी। मैं पागल हो गई थी। उन्होंने अब अपना लौड़ा मेरे मुँह में डाला मैं उनके लौड़े को चूसने लगी। तब तक और भी मेरी चूत गीली हो गई थी। मैं आह आह आह आह कर रही थी। फिर उन्होंने मेरे दोनों पैरों के बिच में बैठ गए पहले तो उन्होंने खूब ऊँगली डाली मेरी चूत में।

फिर उन्होंने चूत चाटना शुरू किया दोस्तों वो जैसे ही मेरी चूत पर जीभ लगाते मैं सिहर जाती और कमर उठा देती। ऐसा ही करीब वो दस मिनट तक करते रहे। फिर मैंने उनको बोला अब देर मत करो चोद दो मैं गीली हो गई थी। उन्होने अपना लौड़ा मेरी चुत पर लगया और जोर से घुसा दिया। दोस्तों अब मेरी जान में जान आई मेरी प्यासी चूत को लौड़ा मिला। मैं कमर हौले हौले हिलाने लगी और वो ऊपर से घुसाने लगे। अब कमरे में सिर्फ आह आह आह आह की आवाज और पलंग की आवाज चों चों आ रही थी। सर्दी काफी थी पर चुदाई के कारन सर्दी पता भी नहीं चल रहा था हम दोनों ही एक दूसरे को खुश कर रहे थे।

दोस्तों अब उन्होंने मुझे उलटा कर दिया और मेरी गोरी चौड़ी गांड में थूक लगाया और लौड़ा गांड में सेट कर घुसा दिया मुझे काफी दर्द हुआ पर थोड़े देर ही में नार्मल हो गया और फिर गांड भी मरवाने लगी. दोस्तों रात भर हम दोनों ने एक दूसरे को खुश किया। वो मुझे खूब चोदे और सच बताऊँ तो उनकी मर्दानगी गजब की है यहाँ तक की मेरे पति से भी ज्यादा। अब तो कोई गम नहीं सैया मिल गया घर में।

मैं आपको दूसरे कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लेके आउंगी तब तक के लिए धन्यवाद.