डिअर फ्रेंड आज मैं आपको अपने मकान मालकिन जो की काफी मोटी है, उसको मैंने चोदा जब मैं किराया देने गया था उनके घर पे, जब में उका वेल बजाय तो आंटी निकली बोली रवि आ जाओ गेट खुला है और मैं अंदर आ गया मैंने पूछा आपको कैसे पता चला की मैं आया हु, अरे पगला मैं तुम्हरे कैमरा में देख ली, जब मैं अंदर गया तो आंटी सोफे पे बैठ के टी वी देख रही थी और पिज़्ज़ा खा रही थी, मैं आंटी से काफी घुल मिला रहता था, कभी किसी सामान की भी जरूरत होती तो मैं ला देता और वो मुझे बहुत मानती थी क्यों की उनका कोई बच्चा नहीं था और अंकल डीडीए में काम करते है, मैंने उनको इस महीने का किराया दिया तो बोली कुछ खायेगा मैंने कहा क्या बनाये हो, वो बोली कुछ भी नहीं पिज़्ज़ा है खा ले अभी डोमिनो बाला दे के गया है, वही टेबल पे पड़ा था एक पिज़्ज़ा और एक आंटी खा रही थी मैंने वही बैठ कर पिज़्ज़ा खाने लगा.
कुछ देर बाद बोली रवि फ्रीज़ में से कोका कोला निकाल लो और मुझे भी दे दो मैंने फ्रीज़ से निकाला और ग्लास में दाल के उनको भी दिया और मैंने भी पिया, संडे का डे था अंकल किसी रिस्तेदार के यहाँ गया था मैं भी फ्री था तो थोड़ा देर उनके साथ ही बैठ गया और गप्प करने लगा.
कुछ देर बाद आंटी बोली की रवि क्या बताओ मेरे कंधे में इतना दर्द कल से ही कर रहा है, तुम्हारे अंकल होते तो दबा देते तो ठीक हो जाता था वो सर्सो का तेल से कंधे का मालिश कर देते था. तो मैंने कहा आंटी मैं कर देता हु. तो आंटी खुश हो गयी, बोली कर दे प्लीज शाम को तुम्हे पार्टी दूंगी, और मैंने उनके कंधे को दबाने लगा हल्का हल्का, तो आंटी बोली बेटा ऐसे नहीं होगा थोड़ा तेल ले लो वो देखो तेल वहां रखा है और मैं फिर तेल ले आया और थोड़ा तेल लेके मैंने उनके कंधे पर लगा के मालिश करने लगा, पर पुरे कंधे पे तेल नहीं लग रहा था क्यों की वो सूट पहनी थी तो वो बोली एक काम करते है तुम ५ मिनट रुको और वो बैडरूम में चली गयी, और फिर आवाज़ लगाई रवि यहाँ आ जाओ,
जब मैं कमरे के अंदर गया तो हैरान हो गया, आंटी अपने पेट के बल लेटी हुई थी सिर्फ सलवार पहन कर उनकी दोनों बड़ी बड़ी चुचिया उनका भार नहीं सह रहा था और निचे फ़ैल रहा था, मैंने देखा तो दंग रह गया, ये सब देखते हुए कुछ सेकंड हो गए तो आंटी बोली क्या सोच रहा था, में हड़बड़ाकर बोला नहीं नहीं कुछ भी नहीं, तो आंटी बोली शर्म मत कर मालिश कर दे. और मैं फिर तेल गर्दन पे लगा के मालिश करने लगा, फिर वो बोली रवि एक काम कर मेन गेट लगा दे खुला भी छोड़ आया तुम.
मैं गेट लगा के वापस आया और आंटी के गर्दन पे मालिश करने लगा, आंटी ने तभी जो मैं किराया के लिए पैसे दिया थे वो मुझे देते हुए बोली ले रवि ये इस बार तुम ही रख लो मैं अंकल को बोल दूंगी की किराया आ गया है, तुम स्टूडेंट को खर्च करना, मैं उनके कमरे में रह के दिल्ली यूनिवर्सिटी में बी ए पार्ट वन में पढाई कर रहा था. मैं तो खुश हो गया क्यों की मेरे पापा मुझे १० हज़ार भेजते है ५००० कमरे का किराया लगता है और ५००० अलग खर्चे के लिए, मैं तो खुश हो गया.
फिर आंटी बोली रवि पीठ में भी लगा दे, फिर मैंने पीठ में तेल लगाना सुरु किया करीब १० मिनट मालिश करने के बाद मेरा मन डोलने लगा क्यों की उनका पीठ खूब गोरा और गांड बहुत मोटा था वो करीब ४५ साल की थी, कोई बच्चा नहीं होने के कारण उनका फिगर काफी अच्छा था, चुचिया काफी टाइट टाइट थी, मेरा लंड खड़ा हो रहा था, क्यों की मैंने इस तरह से किसी औरत को आज तक नहीं छुआ था, तबी आंटी सीधे हो गयी और दोनों चुचिया ऊपर बाप रे क्या बड़ा बड़ा चूच था उनका नेवल तो ऐसे लग रहा था की वो अपने आप में ही एक चूत हो, बोली शर्म मत करो, मैं मुस्कुराया और उनके पेट पे तेल लगाने लगा, करीब वो बोली ऊपर भी कर दो, फिर मैं ऊपर चूचियों पे तेल लगाया और मालिश करने लगा मेरा लंड काफी खड़ा टाइट और लम्बा हो गया था, ये आंटी को भी पता चल गया था क्यों को एक बार आंटी के हाथ में छु गया था तभी आंटी बोली वाओ और मुस्कुराने लगी, थोड़ी देर बाद आंटी का भी एक्टिविटी से पता चल रहा था की वो कामुक हो चुकी है क्यों की वो बार बार अजीब सी आवाज़ निकाल रही थी और होठो को अपनी दांत से दबा रही थी, मेरे बर्दास्त के बाहर हो रहा था, तभी मैंने कहा आंटी मैं जाऊ तो वो बोली क्यूँ क्या जल्दी है, और पैसे दू मैं समझ गया की आज मामला कुछ और है, तभी वो नाड़ा खोल दी और सलवार की निाल दिया और पैर फैला ली, बोली निचे भी कर दो,
मैं उनके जांघ पे तेल लगाया और मालिश करने लगा तभी वो अपने पर्श से ५००० और निकाली और मुझे दे दी, में भी ख़ुशी ख़ुशी ले लिया, और तेल उनके चूत पे लगा के फिर मैंने ऊपर से निचे तक मालिश करने लगा पैर के अंगूठे से स्टार्ट करता और उनके लिप तक करता वो काफी कामुक हो गयी बोली रवि अब बस करो तुम कपडे उतार लो, मैंने अपने कपडे उतारे तभी आंटी मुझे बाहो में भरकर किश करने लगी और अपना चूच मेरे मुह में डालने लगी में ओके चूच से खेलने लगा कभी पीता कभी निप्पल को दांत से दबाता कभी उनके नेवेल में ऊँगली घुसाता कभी उनके चूत में दो ऊँगली ड़ाल कर जोर जोर से अंदर बाहर करता वो सी सी सी सी उह्ह उह्ह्ह उह्ह्ह की आवाज़ निकालने लगी और मेरे लंड को मुह में लेके चूसने लगी करीब ५ मिनट आइसक्रीम की तरह चूसने के बाद, वो मुझे बोली चोदो मुझे मैंने अपना लंड उनके बूर में ड़ाल दिया और जोर जोर से धक्के लगाने लगा, वो भी खूब मज़ा ले रही थी, मैंने उनको करीब १५ मिनट तक चोदा और दोनों शांत हो गए और मैं उनके पास ही लेट गया, वो मुझे सहला रही थी, बोली रवि आज से तुम्हे किसी चीज़ की कमी नहीं होने दूंगी, बस तुम मुझे मालिश कर देना और सच में अब तो चुदाई भी करता हु और पैसा भी आता है.
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