तीन औरतों की चुदाई, एक साथ तीन की चुदाई, threesom sex story, Threesome Fucking Story, Three woman Sex, Threesom Kahani, Three Chudai Story,
मेरा नाम रवि है। मैं 28 साल का हूँ। लखनऊ में रहता हूँ, पटना का रहने वाला हूँ। आज मैं आपको चुदाई की दास्तान सुनाने जा रहा हूँ। कैसे मुझे तीन औरतों ने एक साथ अपनी हवस का शिकार बनाई और कैसे तीनो औरतों को एक साथ चोदा और तीनो को संतुष्ट किया। अगर मैं संतुष्ट नहीं करता तो वो मेरे साथ क्या करती? भगवान् जाने ! पर मैं कैसे तीनो को चोदा बताने जा रहा हूँ।
ये मेरी सच्ची कहानी है। आपको बता दें की मैं अपनी पत्नी के साथ लखनऊ में रहता हूँ। मेरी पत्नी गर्भवती हो गई है इसलिए वो पटना गई है। मेरी पत्नी थोड़ी मुंहफट है और ज्यादा बोलती है। मिलनसार भी है इसलिए उसी सोसाइटी की तीन औरतें उसकी खास दोस्त बन गई। मेरी बीवी आपस में अपनी दोस्तों से बाते करती थी की किसका पति कितना चोद सकता है। तो मेरी बीवी बोलती थी की मेरा पति मुझे तब तक चोदता है जब तक मैं नहीं थक जाती हूँ। यही सब कहानिया सुनकर कर वो तीनो ज्यादा आकर्षित हो गई। क्यों की मेरी बीवी बोलती थी की, एजी आपको पता है वो जो मेरी दोस्त है तीनो का का पति बेकार है चोद नहीं सकता है। वो तीनो प्यासी की प्यासी रही जाती है। तो मैंने एक बार मजाक में कह दिया कभी मौक़ा दिलवा कर देखना मैं तीनो को एक साथ पेल सकता हूँ।
दोस्तों क्या बताऊँ आपको मेरी बीवी मुंहफट जाकर एक दिन मजाक मजाक में बोल दी मेरे पति ऐसे बोल रहे थे। पर मुझे क्या पता ये बात सच हो जायेगा? जब मेरी बीवी पटना चल गई तो एक दिन एक औरत के घर में किट्टी पार्टी थी आपको तो पता होगा शहरों में आजकल किट्टी पार्टी आम हो गया है। उस दिन पार्टी में शराब भी चला था सभी औरतें शराब ही पि थी। खूब मजे किये थे। उसके बाद मुझे फ़ोन की वो तीनो में से कोई एक की एक जरुरी काम है प्लीज आप मेरी हेल्प कर दीजिये मैं तुरंत ही चला गया उनके यहाँ। बेल्ल बजाय एक निकली और मुझे अंदर बुला कर दरवाजा बंद कर दी। अंदर गया तो वो दोनों बैठी थी और एक दरवाजा बंद कर के वापस आई।
बोली क्यों जी साहब बीवी तो कहती है बहुत चुड़क्कड़ हो? बहुत चोदते हो ? ऐसा क्या खास है तेरे लौड़े में? जो इतनी ताकत है ? दोस्तों मैं डर भी गया और एक तरफ से लग रहा था वो मजाक कर रही थी। पर तुरंत ही वो बोल दी मैं मजाक नहीं कर रही हूँ। मेरी चूत को लंड चाहिए वैसा ही जैसा की तेरी बीवी बोली है खूब चोदते हैं। आज हम तीनो को अपने जलबे तो दिखाओ। दोस्तों तीनो थी बहुत हॉट गजब लग रही थी। पर डर इस बात का था वो तीन और मैं एक कही चोद नहीं पाया या संतुष्ट नहीं कर पाया तो।
मैं बोला नहीं नहीं ऐसा मैं नहीं कर सकता। वो बोली मत कर फिर देखना क्या करती हूँ तेरे बारे में इतनी अफवाह फैला दूंगी लखनऊ छोड़ना पड़ेगा। उसके बाद मुझे लगा क्यों ना खुश ही किया जाये। तो मैंने कह दिया ठीक है कोशिश करूंगा पेलने की। तो वो तीनो बोली शाबास ये अच्छा लगा सुनकर पेलने !!!! मैं तो यही चाहती हूँ तुम हम तीनो को पेलो।
और एक ने मुझे अपनी तरफ खींच ली. और होठों को चूसने लगी। दूसरी भी मेरे तरफ बढ़ी और पीछे से मेरे छाती को सहलाने लगी और शर्ट का बटन खोल दी। तीसरी मेरी जीन्स खोलने लगी और दोस्तों दो मिनट के अंदर ही मेरे सारे कपडे उतार दिया। वो तीनो खुद ही अपने अपने कपडे उतारने लगी और मेरे ऊपर टूट पड़ी।
मुझे बेड पर लिटा दी, एक मेरे होठ को चूस रही थी एक मेरे लंड को चूस रही थी एक मेरे आंड को सहला रही थी और मेरे छाती पर जीभ फेर रही थी। सब की चूड़ियां खनक रही थी। मैंने कभी कल्पना भी नहीं किया होगा की मेरे साथ ऐसा होगा पर दोस्तों जो हो रहा था अच्छा हो रहा था। गजब की माल थी तीनों। एक मेरे लंड पर बैठ गई और अपने चूत में लंड ले ली और उछलने लगी वो चुदने लगी। वो आह आह आह आह आह करने लगी और कह रही थी सही बोलती थी इसकी बीवी माल तो मस्त है अंदर तक जा रहा है।
दूसरी मुझे अपनी चूचियां मेरे मुँह में डाल रही थी। तीसरी अपनी चूचियां मेरे सीने में रगड़ रही थी। एक एक करके चुदने लगी। फिर तीनों लेट गई और कहती थी एक एक मिनट तक तीनो को चोदो। फिर मैं एक को एक मिनट तक दूसरे को फिर तीसरे को चोदता फिर तीनों पेट के बल हो गई और फिर बोली गांड एक एक मिनट। दोस्तों गांड मारने में पस्त होने लगा क्यों की एक का गांड तो काफी फैला था पर दो का बहुत ही टाइट थी। थूक लगा लगा कर घुसाया।
फिर खड़े होकर बैठ कर डौगी बनाकर दिनों को चौड़ा एक शांत हो गई वो अलग लेट गई। बोली बस अब नहीं होगा। अब दो मेरे ऊपर बारी बारी से चुदवाने लगी. फिर एक शांत हो गई एक बची वो अब जोर जोर से चुदवाने लगी। आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं।
दोस्तों तीनों को शांत किया और फिर बोली देख अपना माल पेट पर गिरना फिर मैंने अपना सारा माल एक के पेट पर गिरा दिया और दो चाटने लगी और एक ऊँगली से लेकर अपने मुँह में स्वाद लेने लगी। दोस्तों मुझे बहुत मजा आया था खूब चोदा और तीनो को संतुष्ट भी किया था। फिर वो तीनो बोली महीने में एक दिन खुश कर दिया करो। अगर तुम कहो तो हम तीनो लखनऊ के किसी होटल में चले जायेंगे। आज तो यहाँ मौक़ा मिल गया क्यों की इसका पति नहीं था यहाँ पर। फिर मुझे चाय बना कर पिलाई और तीनो के बहुत प्यार दिया और फिर किश दिया।