मैं दिनेश आप सभी कहानी पसंद करने वाले दोस्तों का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर बहुत बहुत स्वागत करता हूँ. मैं बनारस का रहने वाला हूँ. जब मैंने प्रभा को देखा था तो मैं उसको देखता ही रह गया था. बड़ा राजसी चेहरा था उसका. सूरजमुखी के फूल से मैं उसके चेहरे ही तुलना कर सकता हूँ. बड़ी सुंदर आँखें थीं. नाक तो बड़ी सुंदर थी, प्रभा का एक एक अंग मुझको मोहित कर गया था. वो सच में एक बड़ी आकर्षक लड़की थी. उसको मैं शादी के लिए देखने बनारस गया था. मैंने तुरंत शादी के लिए हाँ कर दी थी. अगले दिन मेरे बड़े भैया को कहीं से मासूम हुआ की लड़की के कई चक्कर भी रहें है. मैं तुरंत जान गया था की चुद तो जरुर चुकी होगी. पर मैं प्रभा को किसी भी सूरत में पाना चाहता था. आज कल के दौर में कौन सी लौंडिया चुदी नही होती है. ३० तक आते आते तो लगभग हर लकड़ी चुद चुकी होती है. पर किसी के चेहरे पर तो नही लिखा होता है.
ये सोचकर मैंने शादी के लिए हाँ कर दी. मेरे दिल में बस प्रभा का वो राजसी रानी जैसा चेहरा घूम रहा था. मुझके कोई ऐतराज नही था की प्रभा चुदी है की नही, उसका किसी लड़के से कोई अफ्फैर है की नही. मुझे इससे कोई फर्क नही था. प्रभा के तीखे नैन नक्स से मैं तुरंत ही घायल हो गया. मेरी उससे शादी हो गयी. जानता तो था की चुदी तो होगी ही, क्यूंकि उससे अफैर की जानकारी मेरे बड़े करीबी रिश्तेदार ने दी थी. जब सुहागरात में मैं प्रभा के पास गया तो वो जादा खुस नही थी, क्यूंकि वो प्यार किसी से करती थी और शादी मुझसे हो गयी थी. उसका चेहरा बहुत जादा खिला नही था, एक झूठी बनावट थी उसके मुख पर. रात में हमारी सुहागरात शुरू हुई. मैंने उसके कपड़े निकाल दिए. उसके मस्त मस्त दूध पीकर उसकी चूत पर पंहुचा तो देखा की सील टूटी थी. अच्छी खासी ढीली थी.
मैं सब कुछ समझ गया. मन में सोचने लगा की चूत इतनी ढीली एक दिन में तो नही होती है. अच्छी खासी चुदी थी वो अपने आशिक से. उसकी चूत का मैंने पूरा जायजा लिया. चूत पी भी मैंने और अंदाजा लगाया की कम से कम २ ३ साल तो प्रभा अपने आशिक से चुदी होगी. पर अब ये चूत मेरी है. मैं कपड़े निकाल दिए. प्रभा को पूरा नंगा कर दिया. मेरी यादवों की बिरादरी में मैंने कम से कम १५ लडकियाँ देखी थी और उनमे प्रभा सबसे जादा सुंदर और रूपवान थी. इसलिए वो चाहे जैसी होती, मुझे तो शादी इससे ही करनी थी. मैंने अब अपनी जोरू बन चुकी प्रभा को पूरा नंगा कर दिया. उसके जिस रूप को देख के मैं ललचा गया था आज वो मेरे पास था.
माल तो बड़ा झकास थी वो. मैने घंटों उसके मम्मे पिए. मस्त गोल गोल रसदार मम्मे. फिर चूत पी. उसका चेहरा मैंने पढ़ लिया था. उसने मुँह लटका हुआ था. मैंने कहा मन ही मन की ‘अब तू मेरी बीवी है. तुजको चोदने का लाईसेंस मुझे तेरा बाप ने ही दिया है इसलिए तू चाहे मुँह लटका चाहे जो कर आज रात मैं तुजको खूब चोदूंगा. और दोस्तों, मैने वही किया. खूब चोदा प्रभा को. उसका लचीला बदन, उसकी पतली कमर, उसके स्ट्राबेरी जैसी गुलाबी निर्दोष होठ, दोस्तों, जब मैंने उसको खाया और उसकी चूत रगड़ना शुरू किया तो मत पूछिए की कितना मजा आया. आ हा आअहा माँ माँ मर गयी ! मर गयी! करके प्रभा सिसकने लगी. मैं उसे पट पट करके पेलने लगा. मेरा मोटा था लंड उसकी चूत को अच्छे से फाड़ रहा था. मैं नही जानता था की उसके आशिक का लंड कितना मोटा होगा, पर मेरा भी कुछ कम मोटा नही था.
सुहागरात में मैंने अपनी बीबी प्रभा को ३ बार लिया था. मैंने आपको पहले ही बताया की उनका चेहरा लटका हुआ था क्यूंकि वो अपने आशिक से शादी करना चाहती थी. सारी जिंदगी अपने आशिक के पास रहना चाहती थी, पर सब कहानी उलट गयी. अब मैं उसका पति बन चुका था, और उसकी चूत का भोग लगा रहा था. मैं प्रभा से कभी उसके आशिक के बारे में नही पूछा. मैं अनजान बना रहा. दिन बीतते लगे. हर रात मैं प्रभा को लेता था. खूब चोदा मैंने उसको. अब ये गजब की माल प्रभा मेरी बीबी बन चुकी थी. अब मैं इसकी चूत का पूरी जिंदगी भोग लगाऊंगा. मेरी मम्मी का जब भी फोन आता तो वो बच्चे के लिए कहती. जरा पुराने ख्याल की थी मेरी मम्मी. पर मैं प्रभा के रूप और सुंदरता को नष्ट नही करना चाहता था.
इस जैसी मस्त लौंडिया को अभी माँ नही बनना चाहिए. इसे तो २ ३ साल मुझे पहले खूब खाना पीना चोदना चाहिए. बच्चे तो बाद में भी हो जाएँगे. मेरा ऐसा सोचना था. बच्चे पैदा करके मैं अपनी बीबी के रूप को बर्बाद नही करूँगा. मैंने सोच लिया. १ साल तो मैंने प्रभा को हर रात चोदा खाया. जितना जादा उसकी चूत मारता, मेरी वासना और जाग जाती. १ साल हो गया, पर मैंने देखा की आज भी वो उतनी खुश नही थी जितनी खुश बाकी नई बीबियाँ होती है. अभी भी वो जरा जरा खिन्न, कभी कभी गुस्साई रहती. चेहरा मुरझाया रहता. बाद में एक दिन मुझे उसके आशिक के अनेक लव लेटर मिल गए. उसमे दोनों की चुदाई का जिक्र भी था. मुझे पता चला की प्रभा से उसके लिए एक बार जहर भी खा लिया था. पर उसके घर वालों ने उसे बचा लिया. मुझे ये तक पता चला दोस्तों, की प्रभा अपने आशिक से चुदवा कर पेट से हो गयी थी. बाद में उसके घर वालों ने उसका अबोर्शन करवाया था.
पर दोस्तों, ये सब जान कर मुझे जरा सी भी जलन नही हुई थी. क्यूंकि १ साल तो मैंने उसे छककर पेल खा लिया था. अपनी वासना पूरी कर ली थी. मैं जानता था की प्रभा को अगर अपने यार से मिलने का मौका मिल जाए तो वो मना नही करेगी. ३ ४ दिन तक मैं इस बारे में सोचता रहा. बार बार यही सोचता था की जब उसका आशिक उसको लेता होगा तब तो वो खिली खिली रहती होगी. इस तरह मुँह तो नही लटकाए होती, जब देती होगी तो फूल सी खिल जाती होगी. कई दिन बीत गए. दिल में एक इक्षा पैदा हुई की प्रभा को उसके आशिक से मैं जरुर मिलवाऊंगा और उनको चुदवाउंग, जरुर और उसकी चुदाई का विडियो जरुर देखूंगा.
कुछ दिन बाद मैंने अपने प्लान पर काम शुरू किया. उसके आशिक का नॉ बड़े जुगाड़ से मैंने पा लिया. उसो फोन लगा दिया. उसके आशिक का नाम रवि था. मैंने उसको सब बताया की प्रभा का मैं हसबैंड बोल रहा हूँ. वो उससे बात करना चाहती है. मैं नए जमाने का मर्द हूँ. इसलिए मुझे कोई आपत्ति नही है. मैंने रवि से ये भी पक्का कर लिया की वो आकर मेरे घर में प्रभा को चोदे और चुपके से मुझे विडियो रिकॉर्डिंग करके दे. मैंने रवि से सब सेटिंग कर ली. वो तो बड़ा खुश हो गया.
‘प्रभा! शादी से पहले मेरे कई लड़कियों से सम्बंद रहें है. कई लड़कियों के साथ मैं रात बितायी है. मैं तुम्हारे आशिक रवि के बारे में सब जानता हूँ. तभी तुम्हारा मुँह बना बना रहता है. मैं जानता हूँ. तुम जब चाहो उससे मिल सकती हो, बात कर सकती हो!’ मैंने एक रात प्रभा को चोदते चोदते कह दिया. उसको बड़ा ताजुब हुआ. अब वो मुझे पहले से जादा माने लगी. ये सुनकर वो बहुत खुश हुई की मैंने उनको उसके आशिक से मिलने की इजाजत दे दि थी. अगले दिन रवि ने उसको फोन कर दिया. मैं तो ओफिस में ही था. २ घंटे दोनों की बात हुई. जब मैं शाम को पंहुचा तो मेरी बीबी प्रभा आज बड़ी खुश थी.
रवि से बात हुई क्या?? मैंने मुस्कुराकर पूछा.
हाँ हुई! प्रभा बोली.
दोस्तों, आज वो बहुत खुश थी. मैं उसका चेहरा पढ़ सकता था. रात में आज वो मेरी असली बीबी लग रही थी. रात में उसने अपनी नाइटी पहनी. पूरा २ घंटे मेरे पैर दबोते, और मुझे सीने से चिपका चिपकाकर प्रभा ने आज चूत दी. पहले जल्दी मेरा लंड मुँह में नही लेती थी, पर आज तो उसने मेरा लंड खूब चूसा दोस्तों, आज वो कमल जैसी खिली हुई थी, २ घंटे अपने आशिक से आज उसने १ साल के बाद बात जो की थी. जिस आशिक के लिए वो बहुत रोई थी, जिसके लिए उसने जहर खा लिया था, आज मैंने प्रभा को उससे बात करने की परमिशन दे दि थी. प्रभा को जैसी आज एक नई ऑक्सीजन मिल गयी थी. उस रात उसने मेरा खूब लौड़ा चूसा और खूब खुल कर खिलके चुदवाया. गाड़ भी उसने खूब मरवाई. वरना तो बड़ा नाटक करती थी.
प्रभा! तुम चाहो तो उसको दोपहर में बुला लेना. मुझे कोई हर्ज नही. ये सब चलता है. मैंने भी तो शादी से पहले ८ १० लड़कियों से खूब मजे लिए है! मैंने कहा. प्रभा का चेहरा खिल गया. कहीं ना कहीं मैं उसको आशिक से फिर से चुदवाना चाहता था. मैं वो विडियो देखता चाहता था. क्यूंकि मेरा मानना था की प्रभा जैसी माल को कम से कम २ मर्द तो मिलने ही चाहिए. २ मर्द उसका भोग जगाए, उसको पेले खाए तब ही मजा आएगा. मुझे जरा भी जलन और इर्षा नही थी की उसका आशिक फिर से उसको लेगा. वो चाहे मुझे चुदवाए या अपने यार से कौन सा उसकी चूत घिस जाती. जब तो अपने यार से चुदेगी तो कितना मस्त होगा वो समां, मैंने सोचा. उधर मैंने रवि को फोन कर दिया की प्रभा ने उसको बुलाया है. आज दोपहर १ बजे मेरे घर चला जाए. उसको पता मैंने लिखवा दिया. मैंने उसको याद दिला दिया की विडियो चुपके से बना ले और मुझे भेज दे.
ठीक १ बजे रवि मेरे घर आ गया. शाम को ९ बजे उसने मुझे विडियो भेज दिया मेरे मोबाइल पर. प्रभा के सोने के बाद मैंने चुपके से विडियो ऑन किया. मेरा लंड खड़ा हो गया विडियो देखकर. जब आज १ साल बाद प्रभा रवि से मिली तो उससे चिपक गयी. रोने लगी. घंटों मुहब्बत की बातें हुई. उसके बाद रवि बोला ‘ दोगी?’ मेरी बीबी प्रभा ने उसको सीने से लगा लिया. आज अपने दिलबर जानी को पाकर प्रभा का चेहरा सोने जैसा चमक रहा था. सदा से प्रभा ने बस अपने यार को ही पति के रूप में देखा था, तो आज जैसे वो पुराना सपना भी पूरा हो गया था. रवि से उसे पकड़ लिया और बेडरूम में ले गया. सीधा उसने प्रभा के ब्लौस में हाथ डाल दिया, उसके मम्मे को ब्लौस के पकड़े ने निकालकर पीने लगा.
फिर उसने वहीँ प्रभा को बिस्तर पर पटक दिया. उसके ब्लौस उतारकर अब मेरी बीवी के दोनों मम्मे मुँह में भरके मस्ती से बड़ी देर पिए. फिर उसने मेरी बीबी बन चुकी प्रभा की धीरे धीरे करके साड़ी निकाल दी. रवि ने मेरी शादी से पहले प्रभा को ३ साल चोदा खाया था. खूब चूत मारी थी उसकी. आज एक बार फिर पुराना स्वाद याद आ गया. उसने अब मेरी बीबी प्रभा का आसमानी पेटीकोट का नारा बड़ी धीरे धीरे सरका दिया. नारा खुल दिया. प्रभा मना ना कर सकी. क्यूंकि पिछली रात में मैंने उसको परमिशन दे दि थी. प्रभा जान गयी थी की वो अपने यार रवि से चुदवा भी लेगी तो कोई बात नही. क्यूंकि मैंने उसको इजाजत दे दि है. इसलिए जब आज रवि मेरी बीवी प्रभा का पेटीकोट धीरे धीरे खोलने लगा तो उसने मना नही दिया.
शादी शुदा होते हुए भी वो अपने पुराने यार से चुदवाने जा रही है, ये सोच कर मेरी प्रभा का चेहरा लाल हो गया. रवि से उसके बिस्तर पर लिटा दिया. मेरी बीबी प्रभा को उसने नंगा कर दिया. प्रभा की कजरारी गदराई फूली फूली चूत देखकर आज रवि के पुराने जज्बात फिर से जिन्दा हो गए. जिस चूत का उसने पुरे ३ साल भोग लगाया था आज वही चूत पाकर रवि की जिंदगी सफल हो गयी. उसकी पुरानी प्रेमिका की चूत की खुशबू उसकी नाक में चली गयी.
रवि इस खुस्बू को बहुत अच्छे से पहचानता था. उसने प्रभा की झांटे अपने हाथ से आज बनाई. खरर खरर करके उसकी झांटो का एक एक बाल उसने बड़े प्यार से बनाया. प्रभा की मुनिया अब बेइंतहा खूबसूरत लगने लगी. वही मनपसंद चूत, वही जाना पहचाना स्वाद. रवि मेरी बीबी की चूत पीने लगा. कुछ देर बाद उसने अपना लौड़ा प्रभा की चूत में डाल दिया. जब उसको लेने लगा तो प्रभा से आँखें बंद कर ली. रवि मेरी बीबी को चोदने लगा. प्रभा ने उसे सीने से लगा लिया. रवि से उसको आधे घंटे पेला खाया और झड गया. प्रभा ने उसे जिस्म से चिपका लिया. रवि के लबों को चूमकर वो आभार जातने लगी. कुछ देर बाद रवि से मेरी बीबी प्रभा को एक बार और पेला खाया. उसकी टांग उठाकर उसको चोदा खाया.
दोस्तों, जब मैंने ये विडियो रात में देखा तो मुझे जननत मिल गयी. लगा मेरे उपर फूल झड झड के गिरने लगे हो. आज मेरा सपना पूरा हो गया. मेरी जवान और चुदासी बीबी ने आज बड़े दिन बाद फिर से अपने आशिक का लौड़ा खा लिया था. वही पुराना स्वाद आज प्रभा को फिर से मिल गया था. वो आज पूरी तरह से संतुष्ट थी. ये कहानी आपको कैसी लगी, नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर अपनी कमेंट्स लिखकर जरूर बताये.