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जीजा ने सील तोड़कर मेरे साथ गर्मा गर्म सम्भोग किया

Jija Sali Sex Story : हेलो दोस्तों मैं आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ। मैं पिछले कई सालो से इसकी नियमित पाठिका रही हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी सेक्सी स्टोरीज नही पढ़ती हूँ। आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रही थी। आशा है की ये आपको बहुत पसंद आएगी।

हाय फ्रेंड्स, आपका स्वागत है। मैं फैज़ाबाद में रहती हूँ। मेरी उम्र 26 साल है। मेरी कद 5 फ़ीट 2 इंच है। मेरी फिगर 38,32,40 है। मैं देखने में बहुत ही हॉट और सेक्सी लगती हूँ। मेरी मम्मे गोरे गोरे एक दम इंग्लिश फिल्मो की हेरोइनों की तरह है। मेरी दोस्त मुझे इंग्लिश मैंम कहके बुलाती हैं। मेरा पूरा बदन गोरा गोरा एक दम लाल है। मेरी होंठ गुलाबी है। मेरी चूंचियों के निप्पल भूरे भूरे हैं।मेरी गांड तो धमाल मचाने वाली है। मेरी गांड ही मेरी आशिको के लंड में आग लगा देती है। मुझे जो भी देखता है वो मुझे चोदने के लिए बेकरार हो जाता है। लेकिन मैंने अभी तक अपनी को बड़ी हिफाजत से संभाल के रखा है। लेकिन मेरे जीजू ने मेरी चूत की सील तोड़कर उद्घाटन कर दिया। मेरे जीजू ने मेरी सील तोड़ी थी। दोस्तों मेरी सील कैसे टूटी ये मै आपको अपनी कहानी में बताती हूँ। दोस्तों अब मैं अपनी कहानी पर आती हूँ।

ये बात 2014 की है। जब मैं अपने दीदी के ससुराल यानि की जीजू के यहाँ बनारस गयी थी। मेरी दीदी की वहीँ थी। मुझे दीदी ने सर्दियों की छुट्टी में अपने ससुराल बुलाया। मैं स्टेशन से उतरी मुझे जीजू  मुझे लेने स्टेशन पर आये थे। मैं उनके साथ बाइक से आ रही थी। मेरी चूची उनकी पीठ पर लड़ रही थी।वो भी ब्रेक मार मार के मेरी मम्मो को अपनी पीठ में लगा रहे थे। अभी तक ना चुदने की वजह से चुदने का बहुत मन कर रहा था। मुझे जीजा की ये करतूत अच्छी लग रही थी। मैं भी अब चुदने का मन करने लगी थी। हम लोग घर पहुचे। सब लोग बैठ के बात करने लगे। शादी के बाद मुझे जीजू ने देखा था। मै अब बडी हो गई थी। जीजू मुझे घूर घूर के देख रहे थे। दूसरे दिन जब मै बॉथरूम से निकली। जीजू को कही जाना था। तो मैं बॉथरूम से जल्दी से निकल आयी।  जीजू जल्दी से बॉथरूम में घुस गये। मैंने अपने सारे भीगे कपडेवही बॉथरूम में छोड़ आयी थी। जब मैं बाद में अपना कपडा धुलने गई तो मेरी ब्रा और पैंटी पर कुछ सफेद सफेद लगा देखा। मै समझ गई। जीजा मेरी ब्रा और पैंटी पर मुठ मार कर गए हैं। मै भी अब जीजा से चुदने की सोचने लगी। एक दिन जीजा और हम साथ ही बैठी थी। सर्दी का मौसम था। तो एक ही रजाई मेंबैठे थे। जीजू अपना पैर मेरी पैर में लगा रहे थे। मुझे देखकर वो मुस्कुराए। मैंने भी मुस्कुरा दिया। जब भी वो मेरी पैर में अपना पैर लगाते। मै भी उनके पैर में लगा देती थी।

दुसरे दिन दीदी और उनकी सास कही चली गई थी। घर पर जीजा हम और दीदी के ससुर ही थे। हमे जीजा ने अपने रूम में बुलाया। अपने बिस्तर पर बिठाया। मैंने जीजू से उनका लैपटॉप माँगा। जीजू का लैपटॉप लेकर मै वहाँ से चली गई। जीजू के लैपटॉप में स्क्रीन के ही फोल्डर में ढेर सारी ब्लू फिल्म पड़ी थी। मैं उनका लैपटॉप दीदी के कमरे में चला रही थी। मैंने ब्लू फिल्म का फोल्डर खोल के ब्लू फिल्म देखने लगी। कमरे का दरवाजा बंद करना मै भूल गयी। मै ब्लू फिल्म देख के गर्म हो रही थी। पता नही कब जीजा आये हमे पता ही नहीं चला। मैं अपनी चूत में फिल्म देख कर उंगली डाल रही थी। मैं अपने हाथों से अपने मम्मे को दबा रही थी। जीजा चुपचाप पीछे खड़े सब देख रहे थे। मैंने उन्हें देखा तो चौंक गयी। मैंने झट से लैपटॉप बंद किया। लेकिन जीजा भी मेरी चुदाई के प्यासे थे। उन्होंने मेरे पास आकर बैठ गए। कहने लगे इसे देख कर क्या मिलेगा। तुम्हे सच वाला चाहिए तो बताओ।

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मै वो ..वो.. वो.. वो ..वो जीजा गलती से खुल गया था। उन्होंने मुस्कुराया और मुझे पकड़ लिया। बोले मेरी जान तुम कब से देख कर चूत में उंगली कर रही थी। कोई बात नहीं। जीजू. तुमने अभी तक किसी से साथ सेक्स किया है। मैं. ना बोल दी। बोले कब तक ऐसे उंगली करती रहोगी। आज मैं तुम्हे सेक्स करना सिखाता हूँ। उन्होंने मुझे आगे करके अपने लंड पर बिठा लिया। लैपटॉप खोलकर उन्होंने मुझे ब्लू फिल्म दिखाया। बोला जैसे उसमे हो रहा है वैसे ही करना है। फिर शुरू जीजा ने किया। मुझे किस करने लगे। वो मेरी होंठोको चूसने लगे। वो मेरे दोनों हाथों को को पकड़े हुए थे।

मैंने भी अब उनका साथ देना शुरू किया। मै भी अपने गोरे गोरे जीजा के लाल लाल होंठो को चूसने लगी। वो मेरी होंठो को चूस रहे थे। मै भी गर्म हो गई थी। अब कभी वो मेरी होंठो को चूसते कभी मै उसके होंठोको चूसती थी। अब हम एक दुसरे के होंठो को जोर जोर से चूस रहे थे। मै तो थक गई लेकिन जीजा अब भी किस कर रहे थे। उस दिन मैंने काले रंग का सलवार और सफ़ेद रंग की समीज पहनी थी। अब वो अपना हाथ मेरी मम्मो पर समीज के ऊपर से ही रखकर दबा रहे थे। मेरी मम्मो को दबा दबा कर उसका भरता लगा रहे थे।मैने ब्लू फिल्म देखी उनमे वो लंड के ऊपर हाथ लगा रही थी। मैंने भी जीजा के लंड पर पर हाथ लगाया। मैं चौंक गई। उफ्फ्फ्फ!! इतना बडा और मोटा लंड तो उस ब्लू फिल्म में भी नहीं था। मै उनके लौड़े से डर गयी।

मैंने कहा जीजा आपका तो बहुत बड़ा है। जीजा. रोज तेरी दीदी खेलती है इससे आज तू भी खेल ले मेरे लौड़े से। नहीं जीजा मुझे डर लग रहा है आपके इस बड़े से लौड़े से। जीजा. डरो नहीं तुम्हारी दीदी पूरी रात इसी से खेला करती है। जीजू ने अब मेरी समीज को ऊपर उठकर निकाल दिया ।मैंने उस दिन काले रंग का ब्रा पहना था। जो की मेरी गोरे बदन पर बहुत ही रोमांचक लग रहे थे। मै ब्रा पहने उनके सामने शरमा रही थी। जीजू अपने हाथों में मेरी चूचियों को पकड़ कर। अपने मुह में ब्रा सहित मेरी चूंची को अपने मुह में भरलिया। वो मेरी चूंची को दबाने लगे। फिर कुछ देर ब्रा सहित मेरी चूंचियों को दबाने के बाद। जीजू ने पीछे से मेरी ब्रा की हुक खोल के ब्रा को निकाल दिया। अब वो मेरी भूखे शेर की तरह निप्पल पर टूट पड़े और चूसने लगे। वो मेरी मम्मो को दबा कर पीने लगे। जीजू बीच बीच में मेरी निप्पल को काट भी रहे थे। मै“……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…… करके सिकुड़ जाती। मैंने जीजा को आराम आराम से चूसने को कहा। लेकिन वो मेरी मुसम्मी का रस पीने में मस्त थे।

 उन्होंने मुझे खड़ा किया और मेरी सलवार का नाड़ा खोल कर मुझे धीरे धीरे से नंगी कर दिया। मै अब उनके सामने पैंटी में बहुत ही शरमा रही थी। मैंने अपनी दोनों हाथों से अपनी चूत को ढक दी। जीजू ने अपने पैंट का हुक खोलकर कच्छे सहित निकाल कर रख दिया। मेरी सामने अपना बड़ा और मोटा सा लंड मेरी मुँह के सामने कर दिया। मुझे उसकी लंड से बहुत डर लग रहा था। उनका लंड गाजर की तरह लाल लाल बिल्कुल सांड जैसा था। मैं बहुत डर गयी। उसने मुझे अपना लंड चूसने को कहा। बिल्कुल ब्लू फिल्म की तरह मैंने उनका लंड चूसना शुरू किया। जीजा. तू तो अपनी दीदी से भी अच्छा लंड चूसती है। काश! मेरी शादी तुझी से हुई होती। मै तुझे रोज रात भर चोदता। चूस लो मेरा मोटा लौड़ा। चूस चूस और अंदर तक मुँह में ले। इतना कह कर वो अपने लंड को मेरी गले तक पेलने लगे। मुझे गले में दर्द होने लगा। जीजू आ आ आ आ राम से मुझे दर्द हो रहा है। लेकिन वे अपनी रफ़्तार में पेलते रहे। मुझे अब उनके लंड से और डर लगने लगा।

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कुछ देर बाद उन्होंने अपना लंड मुँह से निकाल कर बिस्तर से नीचे बैठ गए। मेरी टांगों को खीचकर अपनी तरफ किया। अब उन्होंने मेरी टांगो को फैलाकर चूत को सूंघने लगे। मेरी चूत की मादक खुशबू से वो खुश हो गए। उन्होंने सूंघते हुए कहा. क्या खुशबू है तुम्हारी चूत की बिल्कुल गुलाब की फ्लेवर की महक आ रही थी। मेरी चूत की भीनी भीनी खुशबू से उनका लंड और भी टाइट होता जा रहा था। उनका लंड और भी डरावना लग रहा था। मैंने उनके लंड की फूली हुई नसों को देख कर मेरी चूत डर से फटी जा रही थी। मेरी पैंटी को निकाल कर। जीजू ने मेरी चूत का दर्शन करके। चूत को कुत्ते की तरह चाटने लगे। मै गरम हो रही थी। वो मेरी चूत की दोनों पंखुड़ियों को काट काट कर चूस रहे थे। मै सिसकारियां लेते हुए मैं “..अहहह्ह्ह्हहस्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा”
कर रही थी। जीजू जीभ निकाल कर  मेरी चूत को और जोर जोर से काट कर चाटने लगे। मेरी चूत अब चुदवाने के लिए तड़पने लगी। मै एक हाथ से चूत को उँगलियों से मसल रही थी। मै अपने हाथों से अपनी मम्मो को दबा रकही थी। मेरी चूत को ऐसे चाट रहे थे। जैसे उस पर चॉकलेट लगा हो। मैं भी बोल रही थी। “…..आआआआअह्हह्हह… आज मेरी चूत को अच्छे से पी लो मेरी चूत जीजू चाटो और चाटो मुझे मजा आ रहा है। इतना कहने पर वो और जल्दी जल्दी चाटने लगते मेरी चूत।

मेरी चूत के दाने को दांतो से काटकर अपनी होंठो से खींच लेते। मेरी चूत सिकुड़ जाती थी। मुझे कब कंट्रोल नही हो रहा था।मैंने कहा. “जीजू! अब मुझसे कंट्रोल नही हो रहा है. सी सी सी सी…. प्लीस जल्दी से मेरी चुद्दी [चूत] में लंड डाल दो और जल्दी से चोदो!!”। वे बोले.“ले ले ले!! रंडी!! आज जी भर कर चुदवा ले!! आज मेरा मोटा लंड खा ले रंडी!!”। अब वो मुझे लिटा दिए। और अपना लंड मेरी चूत पर रगड़ने लगे। मै. “ओह्ह जीजू…..मेरी जान, अब मुझे और मत तड़पाओ और जल्दी से मेरी गर्म चूत में अपना लौड़ा डाल दो!!”। उन्होंने मेरी चूत की छेद पर अपना लंड रख कर धक्का मारा। मेरी चूत बहुत टाइट थी। उनका थोड़ा सा भी लंड नहीं घुसा। उन्होंने बार बार धक्का मारते रहे। अब मेरी चूत में उनका आधा लंड घुस गया। मेरी चूत फट गयी। मै चिल्लाने लगी।

“आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्हह्ह….अई..अई..अई…..अई..मम्मी….”। मेरी चूत से खून निकलने लगा। मै डर गई। मैंने और चिल्लाने लगी। जीजू आपने ये क्या कर दिया। मेरी चूत से खून निकल रहा है। मैं क्या करूं! मै रोने लगी। मुझे बहुत दर्द हो रहा था। जीजू ने कहा. थोड़ी देर बाद दर्द ख़त्म हो जायेगा मेरी जान। अभी थोड़ा दर्द सह लो। अभी बहुत मजा आएगा तुम्हे। अब वो मुझे बहुत धीरे धीरे चोद रहे थे। मेरा दर्द अब कुछ कम होने लगा था। कि वो और जोर का धक्का मारा। उनका पूरा लंड अब मेरी चूत में घुस गया। अबकी बार मुझे काम दर्द हुआ। अब वो अपना पूरा लंड अंदर बाहर करके चोद रहे थे। मै भी अब गर्म थी। मुझे भी चुदवाने में अब मजा आने लगा था। मैं अपनी चूत को घुमा घुमा कर चुदवाने लगी। मीठीचूत की हालत अब सही थी। मेरी चूत अब दर्द नहीं कर रही थी। मै.“हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… चोदो चोदो…. आज मेरी चूत फाड़ फाड़कर इसका भरता बना डालो जाननननन….”।

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वो मेरी चूत को तेज तेज से चोदने लगा। मै सुसुक रही थी। वो मुझे चोद चोद कर मेरी चूत का भरता बना रहे थे। मै भी गर्म थी। “…अई…अई….अई….अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्……उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….चोदोदोदो…मुझे और कसकर चोदोदो दो दो दो”। मै अब और जल्दी जल्दी चुदवा रही थी। उनका पूरालंड लाल लाल था। मेरी चूत की खून से उसका पूरा लंड रंग गया था। उसने अपना लंड बाहर निकाल कर मुझे दिखने लगा। मै उसके लंड को देखकर डर गयी। मेरी चूत से इतना खून गिरा की पूरे चादर पर काफी दाग पड़ चुके थे। जीजू लेट गए और अपना लंड खड़ा कर के मुझे उसपे चूत रख कर बैठने को कहा। मैं अपनी चूत का छेद उनके लंड से सटा के लगा दिया। अब वो अपनी कमर उठा उठा के मुझे चोद रहे थे। मै भी अपने आप को नीचे ऊपर कर रही थी। हम दोनों थक गए थे। कुछ देर हमने चुम्बन किया। फिर जीजा चोदने को तैयार हो गए। उन्होंने मुझे कुतिया बना दिया। पीछे से वो मेरी कमर पकड़ कर। मेरी चूत में अपना लंड डालकर मुझे चोदने लगे। मेरी चूत कई बार झड़ चुकी थी। मैं “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..”“आई…..आई….आई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा की आवाजें निकाल रही थी। पूरा कमरा इसी आवाज से गूँज रहा था। जीजू मुझे चोदते ही जा रहे थे। मुझे अब उनके मोटे लंड से चुदवा के बड़ा मजा आ रहा था। “आह आह राजा….आजजजज….मुझे कसके चोदो दोदोदोदोदो….”।

वो अब मुझे और जोर जोर से चोदने लगे। उसका गर्म गर्म लौड़ा मुझे अपनी चूत में बहुत अच्छा लग रहा था। मै कुतियो की तरह अपनी चुदाई करा रही थी। जीजा मुझे गालियां दे रहे थे। कुतिया साली रंडी आवारा मादर चोद आज तो तेरी चूत फाड़ ही डाली मैंने। अब तेरी गांड फाड़नी बाकी है। मैं अब तेरीगांड में अपना लौड़ा डालूंगा। तुझे बड़ा मजा आ रहा है। जब तेरी गांड फाडूंगा।अभी तू चिल्लाएगी। मम्मी मम्मी मेरी गांड फट गई। मै अब बहुत ही डर गयी थी।उन्होंने अपना लंड मेरी चूत से निकाल कर मेरी गांड में डालने लगे।मैंने कहा जीजा आज रहने दो। अभी तो मैं कई दिन रहूंगी। किसी दिन गांड भी मार लेना। उन्होंने मेरी बात सुन कर मान गए। कहने लगे तेरी गांड आज रात में मारूंगा। आज तो तू मेरे पास ही लेटेंगी। उन्होंने फिर मेरी चूत में अपना लंड घुसा दिया। अब वो मेरी चूत को फाड़ने लगे। गांड न मारने का सारा गुस्सा मेरी चूत पर निकालने लगे। मेरी चूत अब धुकुर धुकुर कर रही थी। वो मुझे और जोर से फुल स्पीड में चोदने लगे। मेरी मुँह से चीखे निकाल ली। फिर से मै “….आआआआअह्हह्हह… अई…..अई….ईईईईईईई  मर गयी…मरगयी….मर गयी….मैं तो आजजजजज!!”चिल्लाने लगी। जीजा भी अब झड़ने वाले थे। उनकी स्पीड और बढ़ गयी। अपना लंड निकाल कर। वो मेरे मुँह में लंड डाल कर सारा माल उसी में गिरा दिया। मेरा मुँह उसके रस से भर गया। मै उनके सारे रस को पी गई। फिर हम दोनों थक कर लेट गए। बॉथरूम में जा के हमने खूब मस्ती की और रात को मैंने अपनी गांड भी मरवायी। जब भी मैं दीदी के यहाँ जाती हूँ। जीजा मुझे जम के चोदते हैं। हमे बहुत मजा आता है। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।