लड़की बोली :जोर से मत घुसाना भैया दर्द होता है

दोस्तों कभी कभी दर्द भी अच्छा लगता है। आज मैं इसी दर्द की चर्चा आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कर रही हूँ। मुझे भी चुदाई का दर्द हुआ था जब मेरी चूत में पहली बार लंड गया था। और फिर कैसे मैं रात भर चुदवाई वही इस कहानी के माध्यम से बताने जा रही हूँ। ये मेरी पहली कहानी है और मेरी पहली चुदाई की कहानी है। कोशिश करती हूँ आपको हु बहु कहानी बता सकूँ।

दोस्तों मेरा नाम काजल है। मैं 18 साल की हूँ मैं हॉट और खूबसूरत हूँ मेरे लम्बे बाल हैं नैन नक्श बहुत ही सेक्सी है। पढाई दसवीं में ही छोड़ दी और घरपर रहने लगी। मुझे नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानिया पढ़ना बहुत अच्छा लगता है मैं रोजाना इस वेबसाइट पर हॉट सेक्सी कहानियां पढ़ती हूँ। तभी मुझे भी लगा की मै अपनी कहानी आपको सुनाऊँ।

मेरे घर में मम्मी पापा भैया और भाभी हैं। भैया की शादी को अभी सिर्फ पंद्रह दिन ही हुए हैं तो वो लोग गोवा हनीमून मनाने चले गए यानी की भाभी को चोदने गोवा गए हैं। मम्मी और पापा दोनों गाँव गए थे क्यों की वह के ज़मीन का बंटवारा होना था तो मम्मी पापा का फ़ोन आया था की मैं तीन चार दिन बाद ही आऊंगा। घर में मैं अकेली थी।

दोस्तों दिन भर कोई काम नहीं रहता था तो हॉट कहानिया पढ़कर मैं कामुक होने लगी। मुझे सेक्स में बहुत ज्यादा रूचि होने लगा। मैं चुदना चाहने लगी पर कोई मेरा बॉयफ्रेंड नहीं था की मैं उसको अपने घर पर बुलवाकर चुदवा सकूँ। और मुझे ये भी लग रहा था अभी मौक़ा है घर में कोई नहीं है और तीन दिन तक अपने जिस्म की गर्मी को बुझा लूँ।

मैं एक फ्लैट में रहती हूँ जो तीन मंज़िला है। मैं ऊपर फ्लोर पर रहती हूँ। मेरे फ्लैट के बगल के फ्लोर में एक भैया रहते हैं जिनकी वाइफ अभी किसी और के साथ भाग गई है तो वो अब अकेले ही रहते हैं दोनों का छत साथ है यानी की छत के द्वारा मैं उनके घर जा सकती हैं। मैंने प्लान बनाया एक रात करीब दस बजे उनको फ़ोन की और बोली भइया आपसे मुझे बात करनी हैं। अगर आप मुझे थोड़ा गाइड कर दें तो अच्छा रहेगा। तो भइया बोले हां हां बोलो।

मैं बोली फ़ोन पर नहीं होगा बैठकर ही बात करनी पड़ेगी। तो वो बोले की मैं आ जाता हूँ तो मैं बोली नहीं नहीं कोई देख लेगा इसलिए मैं आती हूँ छत के रस्ते आप अपने छत का दरवाजा खोल दो। और वो बोलो ठीक है। मैं छत के द्वारा के घर पहुंच गई। दोस्तों उस रात को मैं सेक्सी ड्रेस पहनी थी जो सिल्की थी। अंदर ब्रा नहीं पहनी थी। लेगिंग पानी थी वो टाइट थी गांड और चूतड़ का उभार और मेरी चूत तक का उभर उस लैगिग में दिखाई दे रहा था। वो मुझे देखकर अवाक् रह गए।

मैं बात करने लगी की मैं अब चाहती हूँ ओपन से बारहवीं कर लूँ। तो वो बोले हां ये ठीक रहेगा और एक काम और कर सकती है फैशन का भी कोर्स कर लो। आजकल आइल स्कोप है। या तुम मॉडलिंग कर सकती हो। मैं खुश हो रही थी वो मेरी बड़ाई कर रहे थे मैं बार बार बात करते हुए झुक रही थी। और मेरी चूचियां उनको साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी। वो तो धीरे धीरे गरम होने लगे। मैं यही चाहती थी। को वो कामुक हो जाये और मुझे चोद दे। आखिर रात के दस बजे कोई लड़की किसी मर्द के पास अकेले बैठी हो तो ज्यादा चान्सेस है चुदने का।

दोस्तों धीरे धीरे कर के बात इधर उधर की चली और फिर वो मुझे पूछ दिया क्या तुमने कभी सेक्स किया है तो मैं बोली नहीं। वो बोले क्यों तो मैं बोली अभी तक ऐसा कोई नहीं मिला जिसपर मैं विस्वास कर सकूँ। और दूसरी बात मुझे डर लगता है कही पहली बार से करते समय अगर ज्यादा ब्लीडिंग हो गई तो मैं डॉक्टर से भी नहीं दिखा सकती। शादी शुदा हो तो अलग बात होती है हरेक समस्या का समाधान है पर कुंवारी लड़की को ये समाधान नहीं है।

वो धीरे धीरे मेरी बातों में आ गए और वो ऑफर कर दिया। क्या तुम आज रात मेरे साथ सो सकती हो। और वो बोले इसके लिए मैं पचास हजार रूपये भी दूंगा। मुझे लगा इससे बढ़िया तो कुछ भी नहीं हो सकता है क्यों की चुदाई भी और पैसे भी। तो कौन नहीं तैयार होगा। मैं बोली एक शर्त है की ये बात किसी को मत बताना और मुझे ब्लैकमेल भी कभी मत करना और मुझे धीरे धीरे चोदना ताकि दर्द नहीं हो। दोस्तों वो बोले ठीक है।

और फिर मेरे करीब आकर बैठ गए और मेरे होठ पर अपना होठ रख दिए। और वो होठ को चूसने लगे। ये मेरा पहला एहसास था। फिर उन्होंने अपना हाथ मेरी चूचियों पर रख दिए। और हौले हौले से दबाने लगे। मैं धीरे धीरे मदहोश हो गई और मेरी चूत गीली होने लगी मेरे बदन में करंट दौड़ने लगा और मेरे होठ सूखने लगे। धड़कन बढ़ गई थी।

उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए और वो भी अपना कपड़ा उतार फेंका। उनका मोटा काला लौड़ा देखि तो डर गई की आज मेरी चूत फट जाएगी। उन्होंने मुझे लिटा दिया और मेरी चूचियों को दबाते हुए पीने लगे। वो बार बार दांत से दबाव् भी दे रहे थे निप्पल पर। मेरी चूचियां टाइट हो गया था और निप्पल भी टाइट। वो निचे सरक गए और मेरी चूत को चाटने लगे।

मैं आह आह आह कर रही थी। चूत से जितना पानी निकलता वो चाट जाते। वो कह रहे थे तेरी चूत की नमकीन पानी सबसे बढ़िया है बहुत ही उम्दा है क्यों की तुम वर्जिन है। दोस्तों मुझे तो लग रहा थे वो जल्द से जल्द मुझे चोद दे। क्यों की मैं पागल हो रही थी पर वो जल्दी नहीं चोद रहे थे वो कभी चूत चाटते कभी गांड चाटते कभी होठ चूसते कभी गाल कभी गर्दन कभी पीठ। कभी कन्धा कभी जांघ कभी कांख कभी मेरी नाभि कभी अंगूठा कभी मेरी ऊँगली मुँह में लेते।

दोस्तों उन्होंने पागल कर दिया था बीस मिनट में। फिर उन्होंने मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया और अपना मोटा लौड़ा में थूक लगाया। और फिर मेरी चूत पर सेट किया और घुसाने लगे। मैं दर्द से कराह उठी मेरी चूत को छेड़ काफी पतली थी और उनका लौड़ा मोटा। पर वो बार बार अपने लंड पर थूक लगते और ट्राय करते। चूत में दर्द होता और मैं मना करती ऐसे नहीं दर्द हो रहा है। मैं बार बार कह रही थी जोर से मत घुसाना भैया दर्द होता है। और आखिरकार उन्होंने अपना लौड़ा मेरी चूत में डाल ही दिया।

अब मेरे बाल बिखर गए थे मैं हरेक धक्के को सह रही थी। मेरी चूचियां हिल रही थी। वो मुझे चोद रहे थे। पांच मिनट उन्होंने मेरी चुदाई की। उसके बाद तो मैं अपने रूप में आ गई मैं निचे से धक्के देने लगी। क्यों की संतुष्टि नहीं हो रही थी मुझे जोर जोर से धक्के चाहिए था चूत में पर वो नहीं दे रहे थे। फिर उन्होंने मुझे कुतिया बनाया और गांड के तरफ से चोदना शुरू किया।

दोस्तों फिर मुझे संतुष्टि होने लगी क्यों की अब वो मुझे जोर जोर से चोद रहे थे। हम दोनों अलग अलग तरीके से एक दूसरे को खुश कर रहे थे। दोस्तों उन्होंने रात भर मुझे चोदा। मेरी चूत फट गई थी और सूज गई थी। मुझे काफी दर्द हो रहा था। सुबह करीब पांच बजे छत के रस्ते ही ही अपने फ्लैट में पहुंची। दिन बार गरम पानी से सेंकाई की। शाम तक दर्द कम हुआ और दूसरे दिन भी रात दस बजे पहुंच गई उनके फ्लैट पर फिर से चुदने को।

दोस्तों दूसरे दिन वो अपने लिए टेबलेट लाकर रखे थे ताकि वो मुझे खूब चोद सके। दूसरे दिन तो उन्होंने और भी वाइल्ड तरीके से चोदा।

अब तो मेरी चूत फैली हो गई है और जब भी मन करता है किसी बहाने उनके यहाँ चली जाती हूँ। और चुदवाती हूँ। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के दोस्तों आशा करती हूँ आपको मेरी ये कहानी अच्छी लगी होगी। जल्द ही दूसरी कहानी पोस्ट करुँगी।