दर्द के मारे चूत फटा जा रहा था और अंकल जोर से घुसा रहे थे

मेरा प्यारे दोस्तों आप सभी को सीमा का नमस्कार !!! मैं अठारह साल की लड़की हूँ। आज मैं भी अपनी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर आपको सुनाने जा रही हूँ। ये मेरी पहली कहानी है और ये मेरी पहली चुदाई है। और ये कहानी ज्यादा पुरानी नहीं बल्कि आज दोपहर की है इसलिए आज ही इस कहानी को पोस्ट कर रही हूँ। क्यों की मैं भी चाहती हूँ मेरी कहानी आप तक पहुंचे। इसका बस एक कारण है। क्यों की मैं भी आपकी कहानियां रोजाना नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर पढ़ती हु। इस वेबसाइट की सभी कहानियां बहुत ही ज्यादा हॉट और सेक्सी है। और जो भी कहानी पोस्ट होती है उसके सबसे ज्यादा महिलाओं के द्वारा भेजी गई होती है। तो आज मेरी बारी है ताकि आपका लौड़ा खड़ा कर सकूँ और महिलाएं पढ़ रही है तो उनकी चूत गीली हो जाये।

अब मैं सीधे कहानी पर आती हूँ। मैं जयपुर की रहने वाली हूँ वैशाली नगर में रहती हूँ। मैं कॉलेज में पढ़ती हूँ। मेरे घर में मेरी माँ और मेरी छोटी बहन रहती है। मैं पढाई के साथ साथ कंप्यूटर का कोर्स कर रही हूँ और ये कोर्स पापा के दोस्त अंकल जी जिनको कहते हैं हम दोनों बहन वही सीखा रहे हैं। मैं रोजाना उनके यहाँ जाती हूँ। उनके घर में उनकी पत्नी है और एक बच्चे है। दोस्तों अंकल बहुत ही अच्छे है मैं उनको बहुत पसंद करती हूँ। और पसंद करने का कारन यह है की मेरे माँ और पापा दोनों पुराने खयालात के हैं।

वो मुझे घर से बाहर बहुत कम निकलने देते हैं। ना तो फ़ोन देते हैं ना इंटरनेट चलाने देते हैं। तो मैं खुद ढूंढती हूँ। जब कोई लड़का नहीं मिलेगा कोई बॉयफ्रैंड नहीं मिलेगा तब तो किसी से भी काम चलाना पडेगा। यही हालात मेरे साथ भी है। मैं अंकल को दिल से ही चाहने लगी हूँ। मैं उनकी याद में हमेशा खोने लगी हूँ। भले वो मेरे से 25 साल बड़े हैं पर करूँ भी तो क्या। शुरुआत में तो अंकल मेरे ऊपर ध्यान नहीं दिया पर धीरे धीरे वो मेरे तरफ आकर्षित होने लगे।

Hot Sex Kahani  ट्रेन में ठंड से कांपती अपनी छोटी बहन को चोद कर गर्म किया

और एक दिन वो मुझे अपनी बाहों में भर लिए जब ऑन्टी घर में नहीं थी। वो मुझे चूमने लगे और मुझे अपनी बाहों में समेटने लगे। ये मेरा पहला एहसास था किस पुरुष के साथ। वो मेरी चूचियों को भी पकड़ कर मसले थे। वो फिर मेरी पेंटी में हाथ घुसाने लगे पर मुझे अच्छा नहीं लगा और मैं अलग हो गई बोली फिर कभी। दोस्तों उसके बाद उस दिन घर चली गई और फिर दूसरे दिन आई पर दूसरे दिन ऑन्टी घर में थी इस वजह से ज्यादा कुछ नहीं हुआ था। पर आज सुबह जैसे ही उनके घर पर गई पता चला ऑन्टी नहीं हैं। वो अजमेर गई हैं। तो घर में वो अकेले थे उन्होंने मुझे बाहों में भर लिया।

और फिर शुरू हो गया चूमना चाटना, मैं मदहोश हो गई थी क्यों की वो मुझे गरम कर चुके थे। वो मेरी चूचियों को पि रहे थे दबा रहे थे अपना लिप लॉक कर रहे थे मेरी गांड सहला रहे थे और धीरे धीरे करके मेरे सारे कपडे उतार दिए। मैं नंगी हो गई उनकी साँसे तो तेज हो ही गई थी मेरी भी साँसे जोर जोर से चलने लगी थी। मेरे होठ सुख रहे थे मैं बार बार अंगड़ाइयां ले रही थी। मैं खुद को संभाल नहीं पा रही थी मैं बेड पर पैर फैला दी।

उन्होंने मेरे चूच को पीने लगे। मेरे चूत को सहलाने लगे। मेरी चूत पर छोटी छोटी बाल था उसके वो अपने ऊँगली से सहला रहे थे और बिच बिच में चूत पर ऊँगली लगा कर फिर वो अपने मुँह में ले रहे थे। और मजे ले रहे थे। फिर उन्होंने मेरे पैरों को अलग अलग किया और चूत पर अपनी जीभ रखी दोस्तों उनके जीभ रहने से ही मैं बैचेन हो गई ऐसा लगा मेरे पुरे शरीर में करंट दौड़ गया। मैं छटक गई और अब ऐसा लग रहा था जब वो जीभ लगाएंगे वैसे ही मुझे करेंट लगेगा। उन्होंने अब मुझे जोर से पकड़ लिया। और मेरे दोनों पैरों को दबा लिया कस के और जो फिर से चूत पर जीभ रख दिया इस बार मैं कुछ नहीं कर पाई और मैं अपने आप को सौंप दी उनको पांच मिनट में ही शांति हो गई।

Hot Sex Kahani  पति के सामने देवर से चुदाई करवाई

अब मजे से चटवाने लगी मेरी सिसकारियां निकल रही थी। मैं अपने होठ को अपने दांतों से दबा रही थी। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे की मैं जन्नत में हों। दोस्तों उन्होंने मेरे पुरे बदन में अपना जीभ और हाथ फेरे उन्होंने मुझे कामुक बना दिया। मेरी चूत धधक रही थी और पानी छोड़ रही थी। मेरी चूत काफी गीली हो गई थी।

अब उन्होंने अपना मोटा लौड़ा निकाला और मेरी चूत पर लगाया। पर मेरी चूत वर्जिन थी छेद नहीं था। उन्होंने पहले अच्छे से मेरी चूत को देखा और फिर थूक लगाया चूत में भी और लैंड पर भी। और फिर सेट किया चूत के छेद पर, दोस्तों मैं पागल हो रही थी ऐसा लगा रहा था वो बर्णन नहीं कर सक रही हूँ। उन्होंने धीरे से अंदर किया पर गया नहीं उनका लौड़ा मूड रहा थे। वो कोशिस फिर से किये दो तीन बार असफल रहने के बाद। उन्होंने मेरी तंग चूत में पूरा लौड़ा घुसा दिया।

पर दर्द से कराह उठी छटपटा उठी। मैं रोने लगी दर्द के मारे। उन्होंने मेरी चूचियों को सहलाने लगे। और फिर धीरे धीरे से अंदर बाहर करने लगे। मैं दर्द से कराह रही थी क्यों की काफी दर्द हो रहा था। पर अंकल धीरे धीरे करके जोर जोर से घुसाने लगे। अब तो तेज हो गए और जल्दी जल्दी अंदर बाहर। मेरा पूरा बदन हिल रहा था। और वो धक्के पर धक्के दे रहे थे।

पर पांच मिनट बाद ही मैं जोश में आ गई। मैं अब खुल गई थी और अब उनको पकड़ कर चूमने लगी उनके सीने को सहलाने लगी और खुद गांड को गोल गोल घुमा घुमा कर लेने लगी। अब असली मजा आने लगा था। चुदाई का, अब मस्त होकर चुदवाने लगी। वो मुझे दो तीन तरीके से चोदे और मैं भी खूब चुदी और फिर वो झड़ गए मैं तो पहले ही बस हो गई थी।

Hot Sex Kahani  पहली बार जब कॉल गर्ल बनकर अपने कस्टमर के पास गई थी

फिर मैं कपडे पहनी पानी पि और घर आ गई। आकर सो गई थी उठी तो आपको ये कहानियां सूना रही हूँ। चुत में अभी भी दर्द है पर मजे का दर्द है। ये एहसास मैं कभी नहीं भूलूंगी और मैं आपसे अनुरोध करती हूँ आप रोजाना इस वेबसाइट पर आइये और मजे लिए। नॉनवेज स्टोरी से बढ़िया कोई भी वेबसाइट नहीं। जब मैं खुद पढ़ती हु तो आप क्यों नहीं? जल्द ही दूसरी कहानी लेकर आउंगी तब तक बने रहिये रोजाना।

0 0 votes
Article Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments