डियर फ्रेंड नमस्कार. दोस्तनो काफ़ी समय से मैं नॉंवेगस्टोरी पर स्टोरी पढ़ने के बाद आज मैने भी एक अपनी लाइफ की रियल स्टोरी आप लोग्ञो के साथ शेर करने जा रहा नो मुझे पता है की यहना कोई भी अगर स्टोरी लिखता है तो यही कहता है की ये मेरी रियल स्टोरी है पर यह सच नही दोस्तनो मैं सिर्फ़ एक हे स्टोरी लिखने जा रहा नो और ये वाकासी मे रियल है अगर स्टोरी पसंद आए तो मुझे मैल करके ज़रूर बताईएएगा की आप लोग्ञो को मेरी ये वन न ओन्ली स्टोरी कैसी लगी
अब मैं आप लोग्ञो को ज़यादा बोर ना करते हुए सीधा कहानी पर आता हू मेरा नामे राजीव है रियल नामे आंड मेरी एक कोसिन है जिनका नामे शिवानी नामे चेंज है बात मेरे गाओं की है जो की बिहार मे सीतमरही जिले मे पड़ता है हम सब लोग वहाँ अपने दादी बाबा के साथ रहते थे और वाहा पढ़ाई भी करते थे मैं और मेरी बहन आपस मे सुरू से हे काफ़ी खुले थे जिसके वजह से हम लोग एक दूसरे से किसी भी टॉपिक पर खुल के बात का लेते थे यही कारण था की शायद मैं घर मे रहते हुए माल को कभी समझ नही पाया अरे दीदी के बारे मे बताना तो भूल हे गया मुझे फिगुर दे बारे मे नही पता पर हना इतना कह सकता नो की एक बार जिसने देख लिया वो आपना बसा बसाया घर परिवार भी छोड़ सकता है मेरे बहन के लिए काफ़ी वाइट आंड सिंपल देसी लड़की बात आज से 2 साल पहले की है जब मेरे दिल मे दीदी को लेके फाइलिंग’स सुरू हनोने लगी कयनोकी गर्मी के टाइम पे मैं और मेरी बहन एक हे साथ एक हे बेड पे सोते थे कयनोकी गर्मी की वजहह से हमे नींद नही आती थी इसलिए हम लोग काफ़ी रात तक बाते करते थे और बाते करते करते हे सो जाते थे अब आप हे समझ सकते है की एक जवान लड़का और एक जवान लड़की अगर एक हे बेड पर एक साथ सो जाएँगे तो क्या होगा.
एक रात बात करते करते हम लोग सो गये करीब रात के 1.30 पर मेरी नींद खुली तो मैं ने महसूस किया की मेरा हाट दीदी के बूब्स के उपर है जो की काफ़ी मुलायम है जब मैने वाह्ना से अपना हाः हटाकर फिर से वाह्ना हाट रखा तो मेरे अंडर एक करेंट सा दौड़ गया खैर उस टाइम मुझे ध्यान आया की ये तो मेरी बहन है ये सोच कर मैं सो गया फिर दूसरे दिन जब हम सोने लगे तो मैने नींद का बहाना करके जल्दी से सो गया ताकि दीदी जल्दी से सो जाए और वही हुआ दीदी सो गयी करीब एक घंटा बाद मैं उठा और दीदी को गौर से देखा तो उनके बूब्स मुझे आधे से ज़यादा दिखाई दे रहे थे उन्हे देख कर मुझे अजीब सा होने लगा अचंक मेरे हाथ दीदी एक बूब्स पर चले गये और मैं उन्हे हल्का हल्का पुश करने लगा पर मुझे दर लग रहा था की कहनी अगर डिड जाग गयी तो कल तो मेरा खटिया खड़ा हो गाएगा इसलिए मैं फिर से लेट गे अपर मुझे नींद नही आई फिर मैं दीदी की तरफ लेट गया और और दीदी को देखा तो वो गहरी नींद मे सो रही थी मैने अपने एक हाथ को डिड के सिर एक नीचे से निकल के उन्हे अपने बाहनो मे भर लिया और अपने सिने से लगा लिया जिससे उनके बूब्स मुझसे टच हो रहे थे मुझे गारमे चढ़ रही थी इस लिए मैं तोरा उनसे अलग हो कर अपने सारे कपड़े उतार दिए और सिर्फ़ अंडर वेर मे रहा और फिर उसी पोज़िशन मे आगेया फिर मैने धीरे से दीदी के सलवार का नाडा खोल दिया और हल्का ढीला कर दिया और फिर धीरे से तोड़ा रुक कर अपना रिघ्त हॅंड उनके सलवार मे दल दिया और उन्होने अंडर पनटी पहनी हुए थी
मैने अपना हाथ उनके अंडर डाल कर चेक किया तो मुझे पता चला की वाह्ना बाल बाल है और एक छ्छूता सा च्छेद है मैं वह्नि रुक गया और अपनी उंगली को हल्का हल्का घूमने लगा और एक हाथ से उनके बूब्स को दबाने लगा थोड़े देर बाद मुझे लगा की दीदी कुच्छ हिलने दुलाने लगी थी की मैं दर गया पर अचानक दीदी मेरे उपर आ गेयनी और कहने लगी की मेरे भाई मत रुक मैं भी कब से यही चाहती थी पर क्या कार्नो एक लड़की नो ना पहल नही कर सकती थी तू दर मत किसी को कुच्छ नही बतौँगी तू लगा रह मेरे भाई और मुझे इतना गर्म कर दे की मैं तेरा मोटा लंड लेने से भी ना डर्णो मैं शोक त अमुझे समझ मे नही आरहा था की क्या कार्नो लेकिन मैने अपने आपको सभाला और टूट पड़ा अपनी बहन पर हम डोड़नो लिप्स क़िस्स्स करने लगे करीब आधे घंटे हम लोग लिप्स किस करते रहे फिर हम लोग उठे और मैने डिड की सारे कपड़े उतार दिए कयनोकी मुझे अब ग्रीन सिग्नल मिल चुका था इसलिए मैं पुर जोश मे था और मैं सीध दीदी के नीचे आगेया और उनकी चूओत चटन लगा जैसे हे मैने डिड के चूत पर अपने जीभ रखी वैसे हे दीदी उछाल पड़ी और कहने लगी तू करता रह तू रुक मत वरना मैं तो मार हे जौनी मैं सुरू हो गया फिर थोड़ी देर चूत चाटने के बाद दीदी मेरे लंड पर झपटी और मेरे लंड को अपने मूह मे लेके लालिपाओ समझ कर चूसने लगी और मेरे लंड को लोहे के समान बना दिया और फिर मैं दीदी को लिटाया और अपने लंड को दीदी के चूत पर रख करहलके से धक्का मारा तो दीदी चिल्लाने को हुई की वैसे हे मैने दीदी के होनतनो पर अपने लिप्स सता दिए और एक ज़ोर का धाक्क लगा दल मेरे लंड का सुपरा अंडर जाचुका था
उनके चूत से खून बह रहा था ये देख कर मैं दर गया तो दीदी कहने लगी की दर मत पहले बार मे ऐसा हे होता है तू करता जा तोड़े देर मे खून बंद हो गये गा वही हुआ मैने दो धक्के और मारे तो मेरा पूरा लंड दीदी की चूत मे घुस गया और उनके आँखो से आँसू बहने लगे पर मुझे लगा की ये दर्द के नही खुशी के आनसो है आँसू देख के मैं तोरा रुक गया और थोड़े गेर बाद दीरे दीरे लंड को अंडर बाहर करने लगा जिससे दीदी को मज़ा आना सुरू हो आगेया और वो अब उपेर उठ उठ कर ढके दे रही थी और कह रही थी की भाई आज तूने मुझे खुस कर दिया आज जो माँग ले वो दे दूँगी मैने कहा की मैं तुम्हे हमेश चूड़ना चाहता नो तो वो बोली की जब मैं तुझसे षड्दी से पहले चुड सकती नो तो क्या जीव भर नही मुझे तू जब चाहे तब छ्चोड़ सकता है ये बाते करते हुए मैने आपनी स्पीड कही तेज कर दी की आचनाक दीदी काफ़ी तेज तेज आवाज़ निकालने लगी और उनका सारा सरीर टाइट हो गया और उनके चूत से एक उनका रस निकल गया जिसकी चिकनाहट से मेरएआ लंड और भी तेज़ी से अंडर बाहर करने लगा और मैं उनके बूब्स पे रहा था और उसकी चूत मार रहा था करीब आधे घंटे बाद मैं झरने को हुआ तो मैने दीदी से पूच की क्या कार्नो तो वो बोली अंडर हे निकल दे कल गोली खा लूँगी मैने अपनी स्पीड और तेज कर दी और 5 से 6 झत्कनो के बाद मैं झार गया और सीधा दीदी के उपर लेट गया और उनके बूब्स दबाने लगा और पीने लगा उस रात मैने डिड को चार बार चूड़ा और गंद भी मारी जिसमे दीदी को काफ़ी दर भी हुआ पर वो सब झेल गेयनी और तब से लेकर आज तक मैं जब भी मौका मिल जाता है अपनी बहंतेर को चूड़ता रहता नो और अब तो डिड की शादी हो गयी है इसलिए मैं अकेला रह गया नो अगर किसी भी भाभी या लड़की को मुझे अपने साथ के रोमॅंटिक सेक्स कारवाँ है तो मुझे याद करे बंदा हाजिर हो जाए गा कयनोकी अभी बंदा 20 का है आप हमे फेस बुक पे लाईक ज़रूर करे प्लीज़
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