हेल्लो दोस्तों, मैं अर्पित कुशवाहा आप सभी का नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ।मैं पिछले कई सालों से नॉन वेज स्टोरी का नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती तब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मैं अपनी मानवी दीदी से बहुत खुला हुआ और फ्रैंक था। एक जमाने में मैं अपनी २५ साल उम्र वाली दीदी की चूत बजाया करता था तब मैं १५ साल का अबोध बालक था। मुझे समाज और दुनियादारी का जादा ज्ञान नही था। ये बात आज से १० साल पहले ही है। मैंने कार की पार्किंग में अपनी दीदी को नंगा कर उनकी मस्त चूत बजाई थी। उसके बाद मैं और दीदी पक्के दोस्त बन गये थे। कुछ सालो तक मैंने अपनी मानवी दीदी की चूत बजाई फिर कॉलेज में उनको एक लड़के से प्यार हो गया था। मेरी दीदी ने उससे शादी कर ली और अब वो मेरे जीजा जी बन गये थे। पर जीजा जी को कभी ये बात नही मालुम हुई की मैं दीदी को कई बार चोद चुका था। अब मेरे जीजा की मेरी दीदी की चूत मारते थे। एक दिन दीदी मेरे घर आई तो साथ में उनकी सांवली सलोनी दोस्तों कनिका भी आई थी। दीदी ने घर में एक छोटी सी पार्टी रखी थी। उनकी कुछ सहेलियाँ आई थी पर कनिका तो मुझे बहुत सेक्सी और हॉट लगी।
वो ६ फुट लम्बी थी, सांवली सेक्सी और छरहरे बदन वाली लड़की थी। कनिका ने एक लूस टॉप और शॉर्ट्स पहन रखे रखे थे। शॉर्ट्स में उसकी मस्त चिकनी जांघे दिख रही थी। मेरा दीदी की फ्रेंड कनिका को चोदने का मन कर रहा था। सारी फ्रेंड्स ड्रिंक्स एन्जॉय कर रही थी। मैं कनिका को पटाना चाहता था। इसलिए मैं भागकर दीदी के पास गया।
“दीदी अपनी फ्रेंड कनिका से प्लीस मेरी दोस्तों करवा दो!!!” मैंने गुजारिश करते हुए हुआ
“भाई….क्या बात है। तुम तो बहुत रोमांटिक हो रहे हो???” दीदी हसंकर बोली
“दीदी मुझे कनिका से प्यार हो गया है। प्लीस उससे मेरी दोस्ती करवा दो” मैं मिन्नते करने लगा। फिर मानवी दीदी ने अपनी खूबसूरत दोस्त कनिका से मेरी दोस्ती करवा दी। मैंने कनिका के लिए एक बड़ा स्कोच का पेग आइस क्यूब डालकर बना दिया। हम दोनों शराब पीने लगे। फिर हम साथ में डांस करने लगे। धीरे धीरे कनिका भी मुझे पसंद करने लगी और आई लव यू अर्पित!! आई लव यू अर्पित बोलने लगी। मैंने भी उसे आई लव यू बोल दिया। हम दोनों में अच्छी जम गयी और फिर हम तेज म्यूजिक के बीच एक दूसरे को किस करने लगे। धीरे धीरे हम दोनों को चढ़ गयी थी तभी कनिका मेरे कान में “अर्पित फक मी टू नाईट !! फक मी टू नाईट” बोलने लगी।
“तुम मजाक तो नही कर रही हो????” मैंने हैरान होकर पूछा
“नही, चलो मेरी कार में चलकर सेक्स करते है और मुझे अच्छे से चोदना” कनिका बोली
दोस्तों मुझे विश्वास नही हो रहा था की आज मेरी मन्नत इतनी जल्दी पूरी हो गयी थी। लगता था की मैंने तारा टूटते हुए ये विश मांगी थी। मैं कनिका को लेकर उसकी कार में आ गया। हम दोनों पीछे वाली सीट पर आ गये। कनिका ने ac ऑन कर दी कुछ ही देर में कार में बहुत ठंडा ठंडा लगने लगा। पहली नजर में ही मुझे कनिका मुझे बहुत हॉट माल लग गयी थी। और आज खुद ही उसने मुझे अपनी चूत आफर कर दी थी। हम दोनों ने एक दूसरे को पकड़ लिया और होठो पर किस करने लगे। हम दोनों को शराब चढ़ गयी थी। कनिका का रंग थोड़ा सांवला था पर उसकी फेस कटिंग बहुत अच्छी थी और बदन बहुत छरहरा था। मैंने उसे बाहों में भर लिया और उसके होठ पीने लगा। हम दोनों बहुत हॉट चुम्बन करने लगे।
कनिका मेरा पूरा सहयोग कर रही थी। मेरे होठो को चूस रही थी। धीरे धीरे मेरे हाथ उसकी पीठ पर चले गये। मैं उसकी पीठ को सहलाने लगा। फिर मेरे हाथ नीचे की तरह उसकी कमर की ओर बढने लगे। मैंने उसकी कमर को हाथ में लेकर सहला रहा था। कनिका ने मेरे गले में अपने हाथ डाल दिए थे और हम दोनों एक दूसरे को चूम रहे थे। मैं उसकी गर्म गर्म सासों को पी रहा था। वो सच में चोदने पेलने लायक एक मस्त माल थी। आजतक मैंने कई लड़कियों चोदी थी पर उनमे कनिका सबसे खूबसूरत लड़की थी। मैं उसकी कमर को अपने हाथ से सहला रहा था। दोस्तों उसकी कमर इतनी पतली और सेक्सी थी की मेरे दोनों हाथ में आराम से आ जा रही थी। १५ दिन तक हम लोगो की फ्रेंच किस चलती रही। एक दूसरे के होठ हमने चूसे, फिर एक दुसरे की जीभ चूसते रहे।
मैं कनिका के बालों में अपनी हाथ घुमाने लगा। खुले काले लम्बे बालो में वो और भी हॉट लग रही थी। उसका फिगर ३६ ३४ ३० का था। उसके गोल गोल नशीले मम्मे मुझे उसके टॉप के उपर से बहुत आकर्षित कर रहे थे।
“कमोन फक मी हार्ड!!! …..मुझे कसके चोदो अर्पित!!” कनिका बार बार मुझसे कहने लगी। मैंने अपनी टी शर्ट जींस निकाल दी और फिर कनिका के लूस टॉप को उतार दिया। फिर उसकी कसी नीली रंग की ब्रा मैंने खोल दी। कनिका का सोने जैसा महकता जिस्म अब मेरे सामने था। मैंने उसके हाथ में अपना ७” का लौड़ा दे दिया।
“चल मेरा लौड़ा फेट और मुंह में लेकर चूस तब तेरी कररी वाली चुदाई मैं करूंगा!!” मैंने कहा
दोस्तों कनिका पर शराब का नशा तो पहले ही चढ़ गया था। उसका चुदने का मन बहुत जादा कर रहा था। उसने मेरे लौड़े को हाथ में ले लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगी। हम दोनों उसकी कार में ही आज चुदाई करने जा रहे थे। हम दोनों कार की पिछली सीट पर बैठे थे। मेरा भी कनिका को चोदने का बहुत मन कर रहा था। कनिका मेरे मुसल जैसे लौड़े को हाथ में लेकर जल्दी जल्दी फेटने लगी। मुझे मजा आ रहा था। मैंने उसके कबूतर को हाथ से छू रहा था। कनिका के हाथ जल्दी जल्दी मेरे लौड़े को फेट रहे थे। मुझे गुदगुदी हो रही थी। धीरे धीरे मैं गर्म हो रहा था। फिर कनिका ने मेरे लंड को मुंह में भर लिया और किसी अल्टर छिनाल की तरह चूसने लगी।
““ओह्ह्ह्ह यस …यससस।।। अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह।।।। उ उ उ।।।चूसो चूसो।।।।।और चूसो।।।मेरे लौड़े को”मैंने कहने लगा तो कनिका और जोश में आ गयी। वो जल्दी जल्दी मेरे गुलाबी मोटे लंड को चूस रही थी। मुंह में अंदर तक लेकर जल्दी जल्दी किसी रंडी वेश्या की तरह मुंह में अंदर तक लेकर चूस रही थी। मुझे तो बहुत मजा मिल रहा था। फिर मैंने उसके सिर पर अपना हाथ रख दिया और जल्दी जल्दी उसके सिर को पकड़कर अपने लंड की तरह धकेलने लगा। ऐसा करने से कनिका का मुंह मेरे लौड़े को पूरा अंदर तक ले लेता था। दोस्तों उस दिन तो मेरी मस्त पार्टी हो गयी थी। अपनी दीदी की जिस खूबसूरत सहेली को मैं बहुत पसंद कर रहा था उसने पहली मुलाकात में ही मुझे अपनी चूत ऑफर कर दी थी। मैं बार बार कनिका के बड़े से सिर पर अपना हाथ घुमा देता था। वो किसी बिच, रंडी की तरह मेरा लंड आधे घंटे तक चुस्ती रही और मेरी गोलियों को भी वो चूस रही थी। मैं जन्नत के मजे उठा रहा था।
फिर मैंने उसे पिछली वाली सीट पर लिटा दिया और उसके शॉर्ट्स और पेंटी को निकाल दिया। अब दीदी की सहेली कनिका मेरे सामने पूरी तरह से नंगी थी। वो मुझे कोई सोने की तिजोरी जैसी लग रही थी। आज मैं उसे चोद चोदकर उसकी गदराई चूत से सारा माल निकालने जा रहा था। मैंने कनिका को लिटा दिया और उसके नंगे पैर को चूमने लगा। उसके पैर की उँगलियों को मैं ख़ास तौर से चूम रहा था। मेरा मानना है की किसी लड़की को चोदने से पहले उसकी पैर की उँगलियों को किस करना चाहिए इससे सेक्स का जूनून और जादा चढ़ जाता है। मैंने कनिका को हर जगह किस किया, उसके पैर, घुटनों, जन्घो, कमर, पेट और नाभि में सब जगह। अब मेरा चुदाई का मौसम धीरे धीरे बन रहा था।
मैंने उसके पैर खोल दिए। दो जांघो के बीच में मुझे उसकी भरी हुई उभरी रसीली चूत के दर्शन हो गये थे। उसने झांटो से एक तितली ठीक चूत के उपर बना रखी थी। मैं जीभ लगाकर उस तितली को चूम रहा था। फिर मैं दीदी की सहेली कनिका की चूत के दाने को चूमने लगा और किस करने लगा। कुछ देर मैंने गरमा गर्म चुम्बन उसकी बुर पर लेना शुरू कर दिया। कनिका कुवारी नही थी और उसकी सील टूटी हुई थी। इसका मतलब वो कई मर्दों से पहले भी चुदवा चुकी थी। उसकी चूत के होठ खुले हुए थे। मैंने मुंह लगाकर उसकी चूत पी रहा था। उसकी चूत लाल लाल रंग की थी जो बहुत सेक्सी और हॉट लग रही थी। मैं मुंह लगाकर उसे खाने लगा और मिसरी की डली की तरह चूसने लगा। कनिका “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” की आवाज निकलने लगी।
मैं जोर जोर से उसकी दुग्गी को चाट रहा था। मुझे सेक्स का नशा चढ़ गया था। मैं अपनी जीभ से उसके चूत के दाने को हिला रहा था और पी रहा था। दोस्तों किसी लड़की को जल्दी गर्म करने के लिए उसके चूत के दाने को पीना, चाटना और छेड़ना चाहिए। मैं यही कर रहा था। फिर मैंने उसकी फुद्दी पीने लगा और उसकी बुर में जीभ डालने लगा। कनिका तो जैसे पागल हो रही थी। मेरी जीभ उसके चूत के दाने को जल्दी जल्दी चाट रही थी। मुझे उसकी फुद्दी का नमकीन स्वाद मिल रहा था। फिर मैंने अपनी ३ उँगलियाँ उसकी चूत में डाल दी और जल्दी जल्दी चलाने लगा। मुझे बहुत मजा मिल रहा था।
मैंने जो काफी देर तक कनिका की बुर पी रहा था उसकी चूत से रस निकल आया था। मैं जल्दी जल्दी अपनी २ उँगलियाँ उसकी चूत में चला रहा था। फिर मैंने अपने लंड को हाथ से पकड़ लिया और कनिका के भोसड़े पर रख दिया। मैंने हल्का सा धक्का दिया और मेरा लंड उसकी चूत में अंदर चला गया। मैं कार की पिछली सीट पर कनिका को लिटाकर चोद रहा था। उसे जल्दी जल्दी पेल रहा था। वो “….उंह उंह उंह हूँ..हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” की आवाज निकाल रही थी। कार में मस्त ac चल रहा था जिससे मुझे जरा भी गर्मी नही लग रही थी। इसलिए मैं जल्दी जल्दी दीदी की सहेली कनिका को बजा पा रहा था। उसकी चूत को कई मर्दों से पहले से चोद रखा था। दोस्तों कनिका बहुत खूबसूरत लड़की थी। उसका चेहरा गोल था और आँखे बड़ी बड़ी बड़ी थी। देखने में लग रहा था की वो वर्जिन होगी और बड़ी सीधी साधी लड़की होगी पर ऐसा नही था। वो एक नम्बर की अल्टर चुदी चुदाई माल थी।
मैं जल्दी जल्दी पेलने लगा। कनिका ने मुझे दोनों बाहों में भर लिया था। वो मुझे पागलों की तरह चूम रही थी। “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा—अर्पित फक मी हार्डर!….कमाँन फक मी हार्डर!…फक माई पुसी!!” अर्पिता किसी अल्टर की तरह चिल्ला रही थी। मैंने दनादन उसे पेल रहा था। कुछ देर बाद तो उसकी चूत से बहुत सारा मक्खन निकला तो मेरे लौड़े पर लग गया था। अर्पिता की चूत में मेरा लंड जल्दी जल्दी सरक रहा था जैसे लोग बर्फ पर स्केटिंग करते है वैसा ही मेरा लंड उसकी रसीली चूत में स्केटिंग कर रहा था। मैं अपनी कमर हिला हिलाकर उसे बजा रहा था। कुछ देर में कनिका अपनी गांड और कमर हवा में उछालने लगी। उसे सेक्स का नशा चढ़ गया था। उसकी आँखे टंग गयी थी। मैंने उसके होठ को फिर से पीने लगा और उसे जल्दी जल्दी चोदने लगा। लगा की मैं कोई केक काट रहा हूँ। कनिका ने अपनी टाँगों को मेरी कमर पर कस दिया जैसे वो चाहती टी की मैं उसे जल्दी जल्दी पेलूँ।
मैंने एक बार फिर से कस कसे धक्के मारने शुरू कर दिए। मेरा लंड तो अब और भी जादा मोटा हो गया था उसकी फुद्दी को चोदकर। कुछ देर बाद मैंने अपना माल उसकी चूत में ही निकाल दिया। मैंने कनिका के उपर लेट गया। हम दोनों के मुंह से शराब की महक आ रही थी। फिर भी हमे बिलकुल पता नही चल रहा था। मैंने उसे फिर से किस करने लगा।
“बेबी यू लव्ड इट [क्या तुम्हे मेरी ठुकाई पसंद आई]???” मैंने दीदी की सहेली कनिका से पूछा
“यस टू यू फक्ड मी रिअली हार्ड [आज तुमसे मुझे कसकर चोदा है]” कनिका बोली।
मुझे उस पर प्यार आ गया। मैंने उसे फिर से किस करने लगा। आज तो मेरी किस्मत ही चमक गयी थी। जो लड़की मुझे पहली नजर में पसंद आ थी आज उसे बजाने को भी मिल गया था। कुछ देर बाद कनिका मेरे उपर आ गयी। वो कुछ देर तक मेरा लंड चूसती रही। फिर मेरे लंड पर आकर बैठ गयी। उसने मेरे लंड को अपनी चूत में डाल लिया। मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हो गया था। धीरे धीरे कनिका मेरे लंड की सवारी करने लगी। वो सेक्स और चुदाई करने में बहुत एक्सपर्ट लड़की थी। कैसे क्या करना है उसे सब पता था। मैंने अपने हाथ उसके नंगे गोल मटोल पुट्ठों पर रख दिए और सहलाने लगा। मुझे मजा आ रहा था। कुछ देर में वो मेरे लंड की सवारी करने लगी और आगे पीछे उछालने लगी। उसे भी भरपूर मजा मिल रहा था।
धीरे धीरे हम दोनों सेक्स करने लगे। कनिका जल्दी जल्दी मेरे लंड पर डिस्को डांस करने लगी। इधर मैं भी नीचे से उसकी चूत में धक्के मारने लगा। हम दोनों के बदन जल रहे थे। हम दोनों सेक्स और वासना के भूखे थे। फिर मेरे लंड की ताल उसकी फुद्दी से मिल गयी और जल्दी जल्दी ठुकाई होने लगी। ऐसा लग रहा था की कनिका खेत में कोई भरी हल चला रही थी। वो ४५ मिनट तक मेरे लंड की सवारी करती रही। फिर उसका बदन ऐठने लगा। इधर मैंने भी कमजोर पड रहा था। फिर हम दोनों साथ में आउट हो गये। मेरे लंड ने माल की कई फुहारे उसकी चूत में छोड़ दी। दोस्तों अब वो मेरी गर्लफ्रेंड बन चुकी है। अब मैं उसकी गांड भी हर ३ दिन में १ बार जरुर मारता हूँ। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।