दोस्तों पहले तो आप सबों को नए साल की हार्दिक शुभकामनाये, आज मैं आपको अपनी एक सच्ची कहानी पेश कर रही हु, मैं आगाह करना चाहती हु, अपने आप को इतना मॉडर्न मत समझो की आपके रिश्ते तार तार हो जायेगे और आपको बाद में पता चलेगा अपनी गलतियों का. पर आज मैं आपको अपनी मस्ती की कहानी सूना रही हु, आज चार दिन से यही सोच रही थी की क्या मैंने ये सही किया की गलत किया, जब मैंने और भी लोगो की कहानियां पढ़ी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर तब मुझे लगा की ये नार्मल है और भाई बहन में भी सेक्स हो सकता है.
दोस्तों ऐसे ये मेरी पहली चुदाई नहीं थी. इसके पहले भी मैं अपने टीचर से और अपने नौकर से चुद चुकी हु, पर डर डर कर और कभी इतना मजा नहीं आया था, पर मेरी ये ३१ दिसंबर की रात को जो हुआ वो तो मस्त था. आज मैं आपको पूरी कहानी सिलसिले बार तरीके से बता रही हु, आशा करती हु की आपको मेरी ये कहानी बहूत ही हॉट लगेगी. दोस्तों मेरी ये पहली कहानी है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर, मैं बहूत बड़ी फैन हु इस वेबसाइट का और मेरी फ्रेंड्स भी इस वेबसाइट को रोज पढ़ती है. अब मैं सीधे अपनी कहानी पर आती हु, मेरा नाम रेचल है. मैं 20 साल की हु और इंजीनियरिंग की पढाई कर रही हु, दिल्ली के वसंत कुञ्ज में रहती हु, मेरे माँ और पापा दोनों होटल बिज़नस में है. इसलिए वो काफी बिजी रहते है अपने होटल के सिलसिले में, अभी मेरा एक होटल बन रहा है बंगलुरु में तो वो दोनों जरुरी काम से बंगलुरु चले गए.
दोस्तों घर में मैं और मेरा भाई विक्रम ही थे. विक्रम भैया के दोस्तों ने प्लान बनाया की ३१ को बाहर नहीं बल्कि घर में ही नई ईयर की पार्टी करेंगे. हम लोगो ने पार्टी थीम निक्कर, हमलोग सब निक्कर में ही पार्टी करने बाले थे. तो शाम होते ही. भैया का दोस्त और उनकी गर्ल फ्रेंड मेरे कोठी पर आ गए. वो लोग बड़े ही हॉट लग रहे थे. चार लड़कियां थी और पांच लड़के, और हम दोनों भाई बहन, विक्रम भैया की गर्ल फ्रेंड भी होती पर वो अभी इंटर्नशिप के लिए अमेरिका गई हुई थी. और मेरा बॉय फ्रेंड नहीं नहीं. दोस्तों हम लोगो ने बाहर से कहना आर्डर किया, ३ बोतल रम लाया गया, कहना पीना और खूब डॉन्स शुरू हो गया. लड़कियां भी खूब पि, मैंने भी पि. और विक्रम भैया के दोस्त तो खूब झूम रहे थे अपने अपने गर्लफ्रेंड के बाहों में,
उनकी हरकतों को देखकर विक्रम भैया बहक गए. क्यों की वो लोग डांस करते करते गांड सहलाते, होठ चूसते अपना जीभ एक दूसरे में मुह में डालते और फिर बूब्स पर हाथ फेरते, ये सब देखते मेरा मन खराब हो गया, मैं काफी कामुक हो गई थी. लग रहा था की विक्रम भैया के दोस्त राघव जो की सबसे होठ से उसके बाहों में झूल जाऊं, पर लगा की विक्रम भैया को ख़राब लग जायेगा., इसलिए मैंने पाने पे काबू रखी. रात के बारह बज गए, चारों और पटाखे चलने लगे. लोग एक दूसरे को बधाई देने लगे, हम सब लोग एक दूसरे को नए साल की बधाई दिए, फिर एक एक पेग लेके सब मिलकर चियर्स बोल कर पिने लगे और हैप्पी न्यू ईयर कहने लगे.
थोड़े देर में पार्टी ख़तम हो गई और करीब एक बजे सब लोग अपने अपने घर को चल दिए. दोस्तों विक्रम भैया और मैं दोनों कुछ ज्यादा ही पि लिए थे. वो कह रहे थे बहन बताओ आज मेरी गर्ल फ्रेंड होती तो आज मैं भी अपने दोस्तों के तरह ही बाँहों में झूलते और चूमते और मजे लेते पर क्या कर सकते है साली अपनी ज़िन्दगी ही ख़राब है. साला मेरा एक साल और ऐसे ही चला गया. रेचल, यार ज़िन्दगी तो लड़कियों से ही शुरू होती है बिना गर्लफ्रेंड के कुछ भी नहीं है. मुझे लगा की विक्रम भैया कुछ ज्यादा ही इम्मोशनल हो रहे थे. हो तो मैं भी रही थी क्यों की मेरे तन बदन में आग लगी थी वो छोटे छोटे निक्कड़ में मोटी मोटी टाँगे देखकर, लग रहा था निक्कर के अंदर कैसा मोटा और लंबा लंड होगा. विक्रम भैया को मैंने कहा क्यों ना आज तू मुझे अपनी गर्ल फ्रेंड बना लो और मैंने आपको अपना बॉय फ्रेंड बना लेती हु, बस आज आज के लिए.
उनको मेरा आईडिया अच्छा लगा. और फिर से म्यूजिक चालू किये और एक एक पेग फिर से लेके एक दूसरे के बाहों में झूलने लगे. और फुर किश करने लगे. भैया को मस्ती छा गई, और वो मेरे बूब्स को पकड़ कर दबाने लगे. मैं कस के अपने भाई को अपनी बाहों में भर ली और चूमने लगी. वो मेरे चूच को दबाने लगे और डांस करते करते हम दोनों एक दूसरे के सारे कपडे उतार दिए, शराब के नशे में गर्मी आ गई थी. और ऊपर से वासना की गर्मी हलकी हलकी शर्दी कहा गई पता भी नहीं चला. और हम दोनों नंगे ही नाचने लगे.,
उसके बाद मैंने निचे बैठ गई मेरा भाई झूम रहा था, और मैंने उसका मोटा लंड अपने मुह में लेके चूसने लगी. वो मेरी बाल पकड़ कर अपने लंड में सटाये जा रहा था और आह आह कर रहा था, फिर वो बैठ गया और मुझे चूमते हुए वही फर्श पर लिटा दिया, और मेरी चूचियों को चूसने लगा ऐसा लग रहा था की कुंवारी लड़की के चूच से वो दूध निकाल देगा. और फिर वो मेरे चूत को सहलाया, और फिर मेरे चूत को चाटने लगा. मैं जोर से उसका बाल पकड़ ली और अपने चूत में उसका मुह रगड़ने लगी. वो मेरी चूत की नमकीन पानी को चाटने लगा., मैं पुरे जोश में आ गई, और मैं खुद से ही अपने चूचियों को दबाने लगी.
मुझसे रहा नहीं जा रहा था नशे में धूत थी. मुहे लग रहा था की वो मेरी चूत को जल्दी फाड़ दे. अपना मोटा लंड मेरे चूत में डल दे, मैंने उसका मोटा लंड अपने चूत में लेने के लिए बेकरार थी. मुझे लग रहा था की मेरी वासना को जल्दी शांत कर दे क्यों की मेरी चूत की गर्मी धधक रही थी. मैंने कहा भैया अब देर मत कर, मुझे चोद दो. आज मेरा हैप्पी न्यू ईयर कर दो. और उसने अपना मोटा लंड मेरे चूत पे सेट किया और जोर से धक्का दिया. पूरा लंड घच से अंदर चला गया. मैं जोर से कराह उठी आह आह आह आह आह आह आ और वो फिर अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा. मैं भी गांड उठा उठा कर चुदवाने लगी. हम दोनों जोश में थे और नशे में. जोर जोर से एक दूसरे को हेल्प कर रहे था. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी पर पढ़ रहे है. दोस्तों इस तरह से अलग अलग स्टाइल में करीब एक घंटे तक चुदवाते रहे और मेरा भाई मुझे चोदता रहा.
करीब एक घंटे बाद हम दोनों झड़ गए और बैडरूम में जाकर एक दूसरे को पकड़ कर सो गए. मुझे तो नींद आ गई थी, पर मेरा भाई फिर से पेग बनाया और अपना लंड फिर से खड़ा किया और मुझे फिर से पेलने लगा. मैं जाग गई, उसने मुझे फिर से एक पेग दिया और हम दोनों फिर से चुदाई करने लगे. इस बार ४५ मिनट तक चुदाई किया और फिर सो गए. सुबह करीब १० बजे नींद खुली हम दोनों एक ही रजाई के अंदर नंगे सोये थे. संडे का दिन था, जब हम उठे नए साल में, तो रात को मेरा भाई मुझे चोद चोद कर मेरी चूत सूजा दिया था. और मैं दर्द से चल भी नहीं पा रही थी. फिर क्या था दोस्तों, अब मुझे लग रहा था की गलत हुआ की सही हुआ. हम दोनों भाई बहन उस दिन से ही चुदाई कर रहे है. अब लग रहा है की अच्छा ही हुआ, कहा बाहर मुह मारती, घर में ही सही है लंड मिल रहा है और मेरे भाई को चूत.
दोस्तों मेरी ये कहानी नॉनवेज पर आपको कैसी लगी जरूर रेट करें. आपकी रेचल