नौकरानी की बेटी की चुदाई

https://nonvegstory.com हेलो दोस्तों आपको मेरी कहानी अच्छी लगी होगी मेरी नौकरानी खुद भी चुदी और अपने बेटी को भी भी चुदवाई आज मैं उसी का दूसरा पार्ट जिसमे मैंने कुसुम की बेटी नैना को भी चोदा, क्यों की जिस दिन कुसुम चुद के गयी उसके दूसरे दिन कुसुम काम पे नहीं आयी नैना आई, नैना बोली की मम्मी की तबियत ख़राब है इसलिए वो मुझे भेजी है.

मैंने नैना से पूछा नैना तुम्हारे उम्र क्या है तो नैना बोली अभी मैं १९ साल की हुयी हु, मैंने कहा क्या करती हो, तो वो बोली मैं अपने मोहल्ले के छोटे छोटे बच्चे को टूशन पढ़ाती हु, और ब्यूटी पारलर का काम सिख रही हु, मैंने कहा बहुत अच्छा, फिर मैंने कहा नैना तुम या तो तुम्हारी माँ दिखती बहुत ही संस्कारवान हो, तो बोली हां भैया आपको तो पता है की हालात के चलते ही हमलोग यहाँ पर है, माँ भी ज्यादा नहीं कमा सकती है, अब मैंने भी थोड़ा थोड़ा हाथ बताने लगी हु,

कल मेरी माँ बोल रही थी रात को की कल तू ही चली जाना, आपको बारे में कह रही थी आप बहुत अच्छे इंसान हो, वो कुछ भी कहेंगे तो तुम मना नहीं करना, मैंने कहा अच्छा ये बोली है तुम्हारी माँ, की किसी चीज के लिए मना नहीं करना, फिर क्या था, मैंने पहले नैना को काम करने दिया, वो अपना दुपटा खोल के किचन में ही रख दी थी और घर पे वो झाड़ू पोछा करने लगी, जब वो पोछा लगा रही थी तो उसकी चूचियाँ उसके घुटने के दबाब से बाहर निकल रहा था, उसकी कजरारी आँखे और भरा पूरा जवान शरीर देखकर मेरा मन ललच उठा, कल ही मैंने इसकी माँ को चोदा था, आज मुझे उस चुदाई का हैंगओवर था, फिर मैं नैना से प्यार भरी बाते करने लगा, https://nonvegstory.com

नैना तुम्हारे कोई बॉय फ्रेंड है की नहीं, तो नैना बोली नहीं नहीं, आज तक कोई अच्छा नहीं मिला, फिर वो काम खत्म करके मेरे से बात करने लगी, फिर मैंने नैना से कहा, नैना तुम बहुत सुन्दर हो, तुम अगर कुछ करना चाहती हो तो करो पैसे के बारे में मत सोचना, मैं दे दूंगा, तुमको जितना चाहिए उतना दे दूंगा, तो नैना बोल उठी क्या आप १० हजार रूपये दोगे, ये माँ ने ही कहा है, मुझे अपनी माँ के जेवर छुड़ाने है, वो गिरवी रखा है, तो मैंने कहा १० हजार ? बोली हां, नैना फिर बोली की माँ बोल के भेजी है की किसी चीज की मना मत करना, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. मैं समझ गया की कुसुम नैना को समझा के भेजी है, की अगर उसे चुदने को भी कहा जाये तो चुद जाना.

मैंने नैना को बेड पे बैठाया, और उसके कान की बाली को अपने ऊँगली से हिलाने लगा, वो मुस्कुराते हुए अपना सर निचे कर ली, फिर मैंने अपना ऊँगली उसके गाल पे घुमाया, वो चुपचाप ही रही फिर मैं ऊँगली को उसके होठ पे जाके रखा और होठ को कोमलता को महसूस किया, वो मुझे तिरछी आँख से देखने लगी, फिर वो नजर उठा के देखि, ओह्ह्ह उसकी आँख नशीली हो चुकी थी, मैंने अपना हाथ उसके कंधे पे रखा और कहा ले लेना १० हजार, मैंने थोड़ा करीब हो गया और अपना होठ उसके होठ के तरफ बढ़ाया, वो भी थोड़ी झुकी, और हम दोनों एक दूसरे को किश करने लगे, फिर मैंने अपना एक हाथ उसके बूब पे रखा, और दबाया, वो मेरे तरफ झुक गयी, ऐसा लगा की वो अपने आप को मुझे सौप दी, मैंने भी उसको अपने बाहों में भर लिया उसकी बदन की गर्माहट को मैं महसूस कर रहा था.

मैंने उसको बेड पे लिटा दिया और उसके समीज को ऊपर ऊपर कर दिया पर चूची के ऊपर नहीं हो रह था क्यों की उसकी चूचियाँ काफी टाइट और बड़ी बड़ी थी, फिर वो उठ के बैठ गयी और ऊपर से अपने समीज को बाहर निकाल दी, ओह्ह्ह्ह क्या बताऊँ दोस्तों मैं तो हैरान था गोल गोल चूची मैंने पीछे से ब्रा को खोल दिया, ब्रा खुलते ही ऐसा लगा की दो घोड़े को लगाम लगा के रखी थी, मैं उसके बूब को मुह में ले लिया और किश करने लगा, और फिर से लिटा दिया, वो अपने मुह से इस्स्स इस्स्स इस्स्स्स इस्स्स्स इस्स्स्सस उफ्फ्फ्फ़ फ्फ्फ्फ़ फ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ आउच अकह की आवाज निकाल रही थी, फिर मैंने जैसे ही नाड़ा पकड़ा खोलने के लिए, वो बोली भइया प्लीज धीरे से करना, दर्द नहीं होनी चाहिए मुझे बहुत डर लग रहा है, मैंने कहा ठीक है में धीरे धीरे करूँगा.

फिर मैंने उसके सलवार को खोल दिया और पेंटी भी उतार दी, अब वो पूरी नंगी मेरे सामने लेटी थी, मेरा लण्ड खड़ा हो गया था, सलामी ले रहा था, पर नैना मेरे मोटे और लम्बे लण्ड को देखकर डर रही थी बार बार वो यही कह रही थी की धीरे से करना प्लीज, मैंने लण्ड पे थोड़ा थूक लगाया, ऐसे उसकी चूत काफी गीली हो चुकी थी पर चूत कुवारी थी इस वजह से मैंने सोचा थोड़ा थूक लगा लू जिससे आराम से अंदर जायेगा और दर्द भी नहीं होगा, वही हुआ मैंने अपने लण्ड को नैना के चूत पे रखा और अंदर घुसा दिया, वो अकबका गयी, दर्द से कराह उठी उसकी चूत बिलकुल वर्जिन थी, खूब भी निकलने लगा, फिर धीरे धीरे कर के अंदर बाहर करना सुरु कर दिया,

अब नैना को भी काफी जोश आ गया था क्यों की वो भरपूर जवानी में थी गदराया हुआ बदन था, वो भी चुदवाने लगी, मैंने नैना के पैर को ऊपर उठा दिया, और नैना के चूत में अपने लण्ड से ड्रिल करने लगा, फच फच की आवाज आ रही थी, चूत काफी टाइट थी, पर उसकी चूत की पानी से लण्ड और चूत में फिसलन थी इस वजह से आराम से आ जा रहा था, फिर मैं निचे लेट गया और नैना मेरे ऊपर आ गयी, वो मेरे लण्ड को पकड़ के अपने चूत में मुहाने पे सेट की और बैठ गई, पूरा लण्ड धीरे धीरे उसके चूत में समा गया था अब मेरा लण्ड दिखाई नहीं दे रहा था, लण्ड वो अपनी चूत में ले रखी थी, फिर वो धीरे धीरे ऊपर निचे होने लगी, अब दोनों काफी गरम और वाइल्ड हो गए थे.

फिर वो निचे हो गयी, मैंने अपने लण्ड को चूत में डाल दिया वो अपने पैरो से मुझे रिंग बना ली, मैंने अपना मुह उसके कंधे के पास रख लिया, नैना की दोनों चुचिया मेरे साइन से दबी थी, और मैं उसके चूत में झटके पे झटके दे रहा था, फिर एक टाइम ऐसा आया की नैना काफी जोर से अंगड़ाई ली, और अपने नाख़ून से मेरे पीठ में गड़ा दी और अपने बदन को टाइट कर के एक लम्बी आह ली और शीतील हो गयी, अगले कुछ ही पलों में मेरे अंदर सिहरन हुआ और मैंने अपना पूरा माल उसके चूत में डाल दिया, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है, उसके बाद हम दोनों एक दूसरे को पकड़ के सो गए,

फिर क्या था अब तो मेरी ज़िंदगी का रूटिंग बन गया था दोनों को चुदाई करना, मेरे मन पे था कभी कुसुम को पाह देता था कल नैना को भेज देना और कभी नैना को कह देता था की कल मम्मी को भेजना. आप को मेरी ये कहानी कैसी लगी जरूर रेट करे.

 

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