हेल्लो दोस्तों मैं आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से इसका नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मेरा नाम अमित है। मैं गुजरात की निगम नगर क़ालोनी में रहता हूँ। मैं 6 फ़ीट 1 इंच का हूँ। मेरी उम्र 36 साल है। मै देखने में कभी 26 साल का लड़का लगता हूँ। मै गुजरात की ही कंपनी में जॉब करता हूँ। उस कंपनी का मई H.R हूँ। सारे लोग मेरे नीचे ही काम करते हैं। मैं ही वो कंपनी भी संभालता हूं। मैंने ग्रैजुएशन के बाद ही मैंने वो कंपनी पकड़ी थी। आज तक मैं उसी कंपनी में जॉब ककर रहा हूँ। मुझे कंपनी की सारी लड़किया बहुत ही लाइन देती हैं। लेकिन मैं किसी की तरफ आँख उठाकर नहीं देखता था। मै देखने में बहुत ही स्मार्ट लगता हूँ। मैने अब तक कई लड़कियों को चोदकर उनका माल पीया है। मैंने कंपनी की सारी अच्छी लड़कियों को चोदकर छोड चुका हूँ। सारी लडकियां जान देती है मुझ पर लेकिन मैं किसी की तरफ आँख उठा कर देखता। लडकियां भी मेरे कंपनी की हमेशा चुदवाने को तैयार रहती हैं।
दोस्तों मैं एक शादी शुदा मर्द हूँ। मेरी शादी को तीन साल हो गए। शादी के बाद मैं हर रोज अपनी बीबी की चुदाई की प्यास बुझाता हूँ। मेरी बीबी भी बहुत ही लाजबाब लगती है। पहली बार में ही मैंने पसंद कर लिया था। उसी से शादी भी की। और अब उसी की चुदाई भी करता हूँ। लेकिन कोई भी हो। रोज रोज यकही चूत चोदकर सेक्स में कुछ ज्यादा मजा पाता। लेकिन मै किसी न किसी को चोदने को तैयार कर लेता हूँ। कंपनी में एक नई नई लड़की आयी थी। जिसका नाम रिया था। रिया देखने में बहुत ही लाजबाब लग रही थी। रिया की चूंचियां खूब बड़ी बड़ी थी। रेनू को मैंने देखते ही पसंद कर लिया था। इस बार तो इसी की चुदाई करनी है। रिया को देखकर मैंने उस दिन मुठ भी मारी थी। रिया बहुत जी जोत और सेक्सी लगती थी।
उसके मम्मे ही पूरी बाड़ी में जबरदस्त लग रहे थे। रिया की चूंचिया पीने के लिए मैं बेकरार था। मैं रिया को चोदने की प्लानिंग बना रहा था। अचानक एक दिन रिया से मेरी मुलाकात एक चौराहे पर बाहर हुई। कंपनी में बात करने पर सबको लग जाता था कि इनका इनका कोई मामला है। रिया ने मुझे देख कर बुलाया। पानी बरस रहा था। हम दोनों वही पास की होटल पर चाय पीने लगे। रिया को देख कर मेरा लौड़ा बहुत ही तेजी से खड़ा होता जा रहा था। अचानक रिया ने भी मेरे लौड़े की तरफ देख लिया। मै तो डर गया। कही ये गुस्सा होकर हाथ से न निकल जाये। मैंने रिया को कंपनी के बारे में बता कर टॉपिक से भटकाने लगा। रिया मेरा लौड़ा ना देखकर मेरी तरफ देख रही थी। रिया का मेरी तरफ देखना कयामत ढाना था। उसके आँखों में लगा काजल मुझे बहुत जी अच्छा लग रहा था। उसके बोलने पर उसके नाजुक होंठ ऊपर नीचे होकर मेरे लंड पर प्रेसर बढ़ा रहे थे। मन करता था कि उसके होंठो को काट काट कर उसके होंठ के सारे रस को पी जाने को मन करता था।
रिया बहुत ही झक्कास लग रही थी। मैं वहाँ से चला आया। कुछ देर तक बात करने के बाद मैंने रिया से बाद में बात करेंगे कहके चला आया। मैंने घर पर आते ही मुठ मार कर लौड़े को शांत किया। मेरा लौंडा बार बार खड़ा हो रहा था। मैंने उस दिन अपनी बीबी की खूब चुदाई की। मेरी बीबी बी आश्चर्य में थी। आज उसकी इतनी चुदाई क्यों हो रही हूं। मेरी बीबी ने भी खूब मजे ले ले कर चुदवाया। दूसरे दिन मै जब ऑफिस में बैठा था। तो उधर से रिया को जाते देखा। मैंने रिया को बुलाया। रिया मेरी ऑफिस के केबिन में आ गई। मैंने उसे बैठने को कहा। रिया बैठ गई। मैंने उससे उसकी पोस्ट पूंछा। उसने अपना छोटा पोस्ट बताया। रिया मुझे सर सर कर रही थी। मैंने कहा समझ लो मै तुम्हारा फ्रेंड हूँ। कब आज के बाद तुम सर नहीं अमित बोलोगी। रिया ने कहा ठीक है। मेरी और रिया की अच्छी दोस्ती हो गई।
एक दिन रिया के पास बैठे बैठे
मैंने कहा- “रिया मै तुम्हारा बॉयफ्रेंड हूँ”
रिया- “लेकिन कैसे मैंने तो तुम्हे फ्रेंड ही माना है”
मै- “देखो मैं बॉय और फ्रेंड भी तो हो गया ना बॉयफ्रेंड” रिया हँसने लगीं।
लेकिन उसे मेरे शादी के बारे में कुछ पता नही था। उसने मुझे अपना बॉयफ्रेंड बना लिया। लेकिन वो मुझे किस से ज्यादा कुछ करने ही नहीं देती थी। लेकिन मुझे तो उसकी चूत चाहिए थी। उसकी चूत को चोदने को मेरा लौंडा बेकरार था। मैंने रिया को बहुत मनाया लेकिन वो नहीं मानी। एक दिन रिया के घर पर कोई नहीं था। उसने मुझे फ़ोन करके बुलाया। उस दिन संडे था। मैंने तुरन्त ही उसके घर चला गया। रिया मेरा ही इन्तजार कर रही थी। जैसे ही मैंने वेल बजाया। रिया ने तुरंत ही दरवाजा खोला। मैंने रिया को पकड़ कर एक बॉयफ्रेंड की तरह उससे मिलने लगा।
मैंने रिया को उठा लिया। कुछ देर बाद रिया को मैने नीचे कर दिया। मैंने रिया के गालो पर जोर का किस किया। रिया के गाल पर किस करते करते। मैंने रिया की होंठ को भी किस करने लगा। मैंने अब तक रिया के होंठो पर ऐसे किस नहीं किया था। रिया को भी चाहिए प्रमोशन था। इसीलिए रिया मेरी मदद ले रही थी। मुझे खुश करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही थी। मैं रिया की होंठों पर अपने होंठ रख कर किस कर रहा था।
रिया- “तुम मेरा प्रमोशन क्यों नहीं करवाते”
मैं- “मुझे क्या मिलेगा तुम्हारी प्रमोशन करवा के”
रिया- ” जैसा सबका होता है वैसे ही मेरा भी करवा दो”
मैंने कहा- “ठीक है लेकिन तुम्हे भी मेरा कुछ काम करना होगा”
रिया- “कैसा काम बताओ मै कर दूँगी”
मैंने कहा- “तुम मुझे अपने निप्पलों को पिलाओगी”
रिया- ” तुम्हारी तो नियत ही खराब है”कहकर रिया मुस्कुराने लगी।
मैंने कहा- “बॉयफ्रेंड जो तेरा हूँ”
इतना कहकर रिया को कपनी बाहों में कस कर जकड लिया। रिया मेरी आँखों में देख रहीं थी। मैंने अपना लौड़ा खड़ा किया। मैंने रिया की नाजुक होंठो को चूसने के लिए। अपना होंठ रिया की होंठो से चिपका दिया। रिया की होंठ को चूसने में बहुत मजा आ रहा था। रिया की दोनों पंखुडियो जैसी होंठ को मै पी रहा था। रिया भी मेरे होंठों को अच्छे से चूस रही थी। रिया के होंठ चूसते ही मेरी भी चूंसने की स्पीड बढ़ जाती थी। रिया अचानक मेरे होंठों को पीना धीमा कर दिया। मैंने तो रिया के होंठ को खूब मजे ले ले कर पीने में मस्त था। रिया की साँसे तेज हो रही थी। मुझे पता था। अगर मैं रिया को गरम कर दूंगा तो वो चुदवा भी लेंगी। मैंने रिया की होंठो को ही पी पी कर खूब गर्म कर दिया। रिया अपने दांतों से मेरे होंठो को काट रही थी।
रिया की चूंचियो की तरफ मैंने देखकर रिया को और जोर से किस करने लगा। रिया भी मेरा साथ देने में कोई कसर नहीं छोड रही थी। रिया के मुँह में मै अपनी जीभ डाल कर मै रिया की जीभ को भी चूस रहा था। रिया भी मेरी तरह मेरे मुँह में जीभ डालकर मेरी जीभ तक की चुसाई कर रही थी। रिया को मैंने अब और जकड लिया। रिया की सांस फूलने लगी। रिया की चूंचियो पर मैंने अपना हाथ रख दिया। रिया ने कोई विरोध नहीं किया। रिया का विरोध न करना। मेरी हिम्मत बढ़ा रहा थी। मैंने रिया की चूंचियो को धीऱे धीऱे दबाना शुरू किया। कुछ देर बाद मैंने रिया की होंठों को चूस चूस कर उसकी चूंचियो को जोर जोर से दबाने लगा। रिया की सिसकारियां अब धीमे से तेज हो गई। रिया अब थोड़ा तेज तेज “…अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ…आहा …हा हा हा” की सिसकारियां लेने लगी।
रिया ने उस दिन हाफ लोअर और टी शर्ट पहने हुई थी। रिया उस दिन काले रंग की टी शर्ट में कुछ ज्यादा ही सेक्सी लग रही थी। रिया की चूंचियां बहुत ही उभरी हुई थी। उसकी चूंचियो का निप्पल बाहर से उभरा हुआ लग रहा था। मैंने रिया की चूंचियों के निप्पल को ऊपर से ही दबा दिया करता था। रिया की चूंचियो का निप्पल दबाते ही रिया सिमट जाती। उसकी चूंचियां ऊपर उठ जाती थी। लेकिन मैंने फिर भी उसे तड़पाने के लिए ये सब कर रहा था। रिया की चूंचियों को दबा दबा कर मैंने रिया को खूब गर्म कर दिया। मैंने रिया की चूत की तरफ अपना हाथ बढ़ा कर रिया की चूत पर अपना हाथ रख दिया। मैंने अपना हाथ रिया की लोअर में डालकर उसकी चूत में ऊँगली करने लगा। रिया सिमट कर मुझसे चिपक गई। रिया के चिपकते ही मैं रिया की चूत में अच्छे से उँगली करने लगा। रिया की चूत गीली हो रही थी।
मैंने अपने एक हाथ से रिया की टी शर्ट को निकालने लगा। रिया ने अपनी टी शर्ट निकलवा ली। अब रिया का भी मन चुदने को हो रहा था। रिया की टी शर्ट को निकाल कर मैंने रिया को ब्रा में कर दिया। रिया की फूली चूंची ब्रा में बहुत ही जबरदस्त लग रही थी। रिया ने सफेद रंग का ब्रा पहना था। मैंने रिया की ब्रा का हुक खोल कर रिया की ब्रा को निकालने लगा। रिया ने खुद ही अपनी ब्रा को निकाल कर अपने हाथों में लिए हुए खड़ी थी। मैंने रिया को उसी के पास पड़े सोफे पर लिटाकर। मैंने रिया की चूंचियो को दबा कर उसका निप्पल अपने मुयः में भर लिया। अपने में रिया की ब्रा को लिए लेट गई। रिया ने अपनी ब्रा एक किनारे रख कर मुझे अपने चूंचियो से चिपकाने लगी। मैं रिया की चूंचियो को पीने में मस्त था। रिया की चूंचियो को पीने में बहुत मजा आ रहा था। रिया की चूंची को मैं अपने दांतों से काट काट कर होंठो से खींच रहा था। मैंने भी रिया की चूंचियो की चुसाईं को तेज कर दिया। रिया की चूंचियो को मैने खूब चूसा। रिया की चूंचियो को काटते ही रिया की आवाज बदलकर “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ …ऊँ…ऊँ… ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा… ओ हो हो…” की निकलने लगती थी।
रिया की चूंचियो को पीकर मैंने रिया को गर्म किया। मैंने भी अब अपना सुपारा निकाला। रिया ने मेरे सुपारे को देखकर लपकी। मैंने भी झट से अपना सुपारा रिया की हाथो में रख दिया। रिया मेरे 10 इंच के मोटे लौड़े के साथ खेल रही थी। रिया मेरे लौड़े को पकड़ कर खींच रही थी। मेरे लौड़े का टोपा कभी ढक देती तो कभी उसे निकाल कर देखने लगती थी। मुझे इसका ये सब करना बहुत अच्छा लग रहा था। मैंने अपना लौड़ा रिया की मुँह में रख दिया। रिया मेरे लौड़े को चूंसने लगी। रिया के लौड़ा चूसते ही मेरा लौड़ा और बड़ा होने लगा। रिया की चूंचियो को मैंने अपने हाथों से झुकाकर खूब तेज दबा दिया। रिया अपनी हाथो से मेरे लौड़े को मुठिया कर मुठ मार मार कर चूस रही थी। रिया को लौड़ा चुसाने में बहुत मजा आ रहा था। मैंने रिया को मुह में ही चोदना शुरू किया। रिया मेरा लौड़ा खा ही जाना चाहती थी।
मैंने रिया को लौड़ा चुसा कर रिया से उसकी लोअर निकालने को कहा। रिया ने सिर्फ चूंचियों को पीने के लिए बोली थी। लेकिन मैं तो उसे चोदने तक का गर्म कर चुका था। रिया भी अब चुदवाने को तड़प रही थी। मैंने रिया की लोअर को निकाल दिया। रिया अब पैंटी में मेरे सामने लेती हुई थी। रिया को पैंटी में देखकर। मेरा लौड़ा बेकाबू होता जा रहा था। मैंने रिया की पैंटी को भी निकाल दिया। रिया की पैंटी को निकालते ही मुझे उसके चिकनी चूत के दर्शन होने लगे। रिया की चूत को देखने के लिए। रिया की दोनों टांगो को फैला दिया। रिया की टांगों को फैलाते ही रिया की चिकनी गोरी साफ़ चूत अच्छे से दिखने लगी। रिया की चूत को देखते ही मुँह में पानी आ गया। मैंने रिया की चूत को चाटने के लिए अपनी जीभ रिया की चूत से लगा दिया। रिया की चूत को मैंने अपने जीभ से चाटना शुरू किया। रिया की चूत को मुँह में रखते ही रिया की सिअकारियां निकलने लगी। रिया की चूत के दोनों टुकड़ो को मैं बारी बारी पी रहा था।
रिया मेरा सर पकड़कर अपनी चूत में घुसा रही थी। रिया की चूत को मैंने पीकर रिया को तड़पा रहा था। रिया अपनी चूत को मसल रही थी। रिया की चूत में अब खुजली होने लगी। मैंने रिया के चूत के दाने को अपने होंठो से पकड़कर खींच रहा था। रिया की चूत का दाना खींचते ही रिया जोर से अपनी चूत उठाकर “….मम्मी. ..मम्मी…सी सी सी सी…हा हा हा ….ऊऊऊ …ऊँ…ऊँ..ऊँ…उनहूँ उनहूँ…” की आवाज निकालने लगती थी। मैंने रिया को खूब तड़पाया। रिया की चूत को चाटकर मैंने अपना लौड़ा रिया की चूत पर रख कर रगड़ने लगा। रिया की चूत पर लौड़ा रगड़ते रगड़ते मेरे लौड़े का सुपारा और रिया की चूत दोनो ही लाल लाल हो गए। मैंने रिया की चूत के छेद पर अपना अपना लौड़ा रख कर खूब तेज धक्का मारा। मेरे लौड़े का सुपारा अंदर रिया की चूत में घुस गया। रिया की चूत में मैंने और जोर का धक्का मारा। रिया की छूट में इस बार पूरा लौड़ा घुस गया। रिया की चूत में लौड़ा घुसते ही रिया जोर से चिल्लाने लगी।
आआआअह्हह्हह…ईईईईईईई…ओह्ह्ह्हह्ह….अई…अई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज से पूरा हाल गूँज उठा। रिया की चूत फट गई। रिया की चूत को मैं अंदर तक चोद रहा था। मैंने अपना लौड़ा जड़ तक रिया की चूत में पेलने लगा। रिया की चूत खूब दर्द कर रही थी। रिया की चूत को फाड़कर उसका भरता बना रहा था। रिया की चूत कुछ दे बाद दर्द आराम हुआ। मैंने रिया की एक टाँग उठाकर उसे खड़ा कर दिया। रिया की चूत को मै जोर जोर से चोदने लगा। रिया की चूत की चटनी बना रहा था। रिया “…उंह उंह उंह..हूँ ..हूँ…हूँ…हमममम अहह्ह्ह्हह…अई….अई…अई…” की आवाज के साथ चुदवा रही थी। मैं लगातार रिया की चूत को फाड़ कर भरता बना रहा था। रिया की की कमर पकड़ कर रिया की चुदाई बहुत तेजी से मै करने लगा। कुछ देर बाद मैं थक गया। मै सोफे पर लेट गया। रिया की चूत की खुजली अभी शांत नहीं हुई थी। रिया मेरा लौड़ा पकड़ कर कर उस पर अपने चूत को सटाकर जोर जोर से उछल उछल कर चुदवा रही थी।
मैंने रिया खूब तेज तेज चुदाई करवाके मेरे लौड़े से माल निकलवाने पर मजबूर कर दिया। रिया ने करीब 25 मिनट तक मेरे लौड़े पर उछल उछल कर चुदवाई। मैंने रिया को नीचे बैठा कर मुठ मारने लगा। रिया मेरा लौड़ा अपने मुँह में रख कर लौड़ा चूसने लगी। मैंने अपना लौड़ा पूऱा माल रिया की मुँह में गिऱा दिया। रिया ने मेरा सारा माल पी लिया। रिया और हम दोनो लोग नंगे ही लेटे रहे। रिया की गांड़ भी बाद में मैंने मारी। रिया को अब जब भी मौक़ा मिलता है। मै उसे चोदने जरूर जाता हूँ। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।
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