डिअर फ्रेंड आज मैं आपको एक कहानी शेयर कर रहा हु, ये कहानी मेरे पडोश में रहने बाली लेडी का है, बड़ी ही मस्त चीज़ है यार, गोरा बदन बड़ी बड़ी टाइट और उभरी हुयी चूचियाँ, किसी का भी मन डोल जाए देख के अगर आपने एक बार देख लिया तो बिना मुठ मारे या तो चुदाई किये आप रह नहीं सकते.
मैं भी फ़िदा हो गया और छोड़ दिया ये वाक्या कैसे हुआ वो मैं आपको बता रहा हु, पर मैं पहले अपने बारे में बता दू, मेरा नाम शेखर है, दिल्ली में रहता हु, मेरी शादी अभी नहीं हुई है, पर मैंने चूत का रस चाट चुका हु कई बार, अब तो उसी माल पे हाथ साफ़ करता हु जो बड़ी ही जबरदस्त हो, आज ही मेरा ये ख्वाइश पूरा हो गया,
रश्मि भाभी मेरे फ्लैट के ऊपर बाली फ्लोर में रहती है, एक दिन मैं कोचिंग से आकर आराम कर रहा था, तभी उनके यहाँ जो काम करने बाली आती है वो बेल्ल बजाई, और बोली भैया आपको ऊपर बाली भाभी बुला रही है, और वो निचे चली गयी. मैं ऊपर जाके के बेल्ल बजाया तो भाभी निकली, मैं हैरान रह गया वो फ्रॉक पहनी थी, गजब की सुन्दर लग रही थी, फ्रॉक भी घुटने के ऊपर तक ही ही, गजब की गोरी गोरी पैर, चूच टाइट, गले के पास से बीच में चूच का दरार, गजब की लग रही थी, मैंने कहा हां जी भाभी आपने बुलाया, बोली हां, देखिये ना आपके भैया गुडगाँव चले गए है, और गैस सिलेंडर चेंज करना है, मेरे से लग नहीं रहा है, आप मेरी मदद कर दीजिये प्लीज. मैंने कहा इसमें प्लीज की कोई बात नहीं, चलिए और मैंने किचन में दाखिल हो गया,
मैंने सिलेंडर बहार निकला और भरा हुआ सिलेंडर लगा दिया, वो बोली आपका बहुत बहुत धन्यबाद, तो मैंने कहा नहीं जी, ये तो मेरा पडोशी होने का फ़र्ज़ है, आपके आक्म आऊँ तो भाभी बोल उठी अच्छा और आप किस किस काम में आ सकते हो, तो मैंने मुस्कुरा के बोला आपका कोई भी काम होगा मैं हाज़िर हु, भाभी बोली मैं भी यही आशा रखती हु, बैठिये मैं आपके लिए कोल्ड ड्रिंक्स लाती हु, मैं सोफे पे बैठ गया, वो फ्रीज़ से ठंडा निकले मैं तो उन्हें ही निहार रहा था, क्यों की आजतक मैं किसी औरत को फ्रॉक पहने नहीं देखा था, बड़ी ही गजब लग रही थी.
वो फिर सोफे पे ही बैठ गयी, मैंने कहा भाभी आप फ्रॉक में बड़े ही हॉट लग रहे हो, तो भाभी बोली अच्छा हॉट लग रही हु तो जल मत जाना, मैंने कहा मैं तो जल जाना पसंद करूंगा अगर आप जलाने के लिए राज़ी हो जाओ तो. तो भाभी बोली अच्छा जी, क्या बात है कोई गर्ल फ्रेंड नहीं है, मैंने कहा नहीं भाभी कोई नहीं है, तभी तो भाभी बोली, कोई बात नहीं आज मैं गर्ल के तरह लग भी रही हु फ्रॉक में आज मैं आपकी गर्ल फ्रेंड बन जाती हु, मैंने कहा ये तो मेरा सौभाग्या होगा, बोली कहो फिर गर्ल फ्रेंड को क्या करना है?
मैंने कहा अगर सच में मेरी गर्लफ्रेंड होती तो मैं सबसे पहले किश करता तो वो बोल उठी तो मना किसने किया, मैं बोली ना मैं आपकी गर्ल फ्रेंड हु, मैंने भाभी के गाल पे एक हल्का से चुम्मा लिया, वो बोली बस इतना ही, मैंने कहा नहीं ये तो सुरुआत है. फिर मैंने उनके होठ पे किश किया वो मुझे नशीली निगाहों से देखने लगी, मैं अपना होशो हवाश खो दिया, और मैंने उनको अपने बाहों में भर लिया, और जल्दी जल्दी किश करने लगा. वो भी मुझे पकड़ ली और सोफे पे ही मुझे धक्का दे दी और मेरे ऊपर चढ़ के किश करने लगी, वो अपनी मैंने उनके फ्रॉक को ऊपर उठाया और चूतड़ पकड़ के मैंने अपने लंड के करीब ला के धक्का लगाया तभी भाभी बोली अच्छा जी पेंटी के ऊपर से ही घुसा दोगे क्या? मैंने कहा हां जी मेरा लंड काफी टाइट हो गया है ये अभी किसी भी चीज़ को फाड़ सकता है. और दोनों और भी जोर से एक दूसरे को पकड़ लिए.
भाभी बोली चलो बेड रूम में फिर मैं भहि को अपने गोद में उठाया और बेड पे जाके पटक दिया और दोनों पैर को फैलाकर पेंटी निकाल दी, और मैं वही करने लगा जो की मेरा फेवरेट है, बूर का रस पीना, ओह्ह्ह ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह नमकीन नमकीन मज़ा गया ओह्ह्ह ओह्ह्हो ओहू.
भाभी भी मोइन करने लगी इस्स्स इस्स्स्स आऊच उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह हाईईईईईईई चाटो चाटो प्लीज चाटो जीभ अंदर फिराओ, मैं वही करने लगा, मैंने थोड़ा ऊपर चढ़ा और चूच को दबाया भाभी बोली, फोरक खोल देती हु, वो फिर बैठ के फ्रॉक खोल दी, मैंने ब्रा का हुक खोलते ई टूट पड़ा, कभी एक चूची कभी दूसरी चूची मुह में ले रहा था निप्पल काट रहा था, कभी हिला रहा था, वो और भी सेक्सी होने लगी.
फिर भाभी बोली अब और मत तड़पाओ प्लीज, चोद दो मुझे, फाड़ दो मेरे बूर को, मैंने भाभी के पैर को ऊपर उठाया और बीच में लंड रख के पेल दिया, मेरा लंड बड़ा ही मोटा और लंबा हो गया था, भाभी बोली ये हुई ना बात, मस्त लंड है, और वो गांड उठा उठा के चुदवाने लगी, मैंने पेले जा रहा था, वो चुद रही रही उनका बूर पानी पानी हो गया था मैंने लंड निकाला और सारा पानी चाट गया, फिर लंड को बूर के मुह पे रख के कस के धक्का दिया और अब जोर जोर से जल्दी जल्दी, वो हाय है है करने लगी, मैंने चोद रहा था वो चुदवा रही थी मैं ऊपर से धक्के देता वो निचे से धक्के देती, आखिर कार एक लम्बी आह लेके भाभी मुझे पकड़ ली मैंने भी जोर जोर से चालु रखा और मेरा वीर्य सारा उनके बूर में समा गया और एक साथ शांत हो गए.
दोनों एक दूसरे को पकड़ के करीब १० मिनट तक सोये रहे, फिर भहि मेरे होठ पे किश की, और बोली कल दोपहर को फ्री रहोगे? मैंने कहा हां, तो बोली आ जाना, सिर्फ ६ बजे के बाद मत आना क्यों की आपके भैया आ जाते है जब तक वो घर पे नहीं है मैंने तुम्हारी हु,