बहन की करतूत एक भाई को चोदने के लिए मजबूर किया

मेरे प्यारे दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी कहानी सुनाने जा रहा हूं जिस कहानी को सुनकर आपका दिमाग शायद खराब हो जाएगा आपको लगेगी कि क्या कोई ऐसी बहन होती है जो अपने भाई को पटा कर खुद की वासना को तृप्त कर लेती है और रोजाना फिर चुदवाती है जब पेरेंट्स घर पर नहीं होते हैं। मेरी पहली सेक्स कहानी है नॉनवेज story.com पर इसके पहले मैंने कभी भी इस वेबसाइट पर कोई कहानियां नहीं भेजी है पर आज मैं अपनी कहानी भेज रहा हूं ताकि आप सब को इस सच्चाई का पता चले कि मेरी बहन मुझे कैसे पटाई और खुद की चूत की गर्मी को शांत की।

मैं यहां पर अपनी बड़ी बहन के बारे में कहानी बता रहा हूं। मेरी दीदी का नाम सरिता है सरिता दीदी बहुत ही हॉट और सेक्सी लड़की है कॉलेज में पढ़ती है और ऑनलाइन पार्ट टाइम जॉब करती है। उसको वीडियो बनाना गाना गाना नेटफ्लिक्स पर मूवी देखना बहुत पसंद है कई बार मैं भी उनके साथ बैठकर नेटफ्लिक्स पर मूवी देखता हूं और वह ऐसे मूवी को पसंद करते हैं जिसमें सेक्स हो जिसमें न्यूडिटी हो जिसमें गालियां हो इस तरह की धारावाहिक इस तरह की मूवी इस तरह की की सीरियल उनको बहुत ज्यादा पसंद है। जब आप ऐसी चीजों को देखते रहेंगे तो आपका मन भी खराब होगा हम दोनों एक दूसरे से काफी खुल गए थे मतलब की बातचीत में हम लोग कई सारे से बातचीत करते थे जो कि एक बहन और भाई नहीं करते हैं।

मेरे मम्मी पापा दोनों बैंक में काम करते हैं सुबह 8:00 बजे जाते हैं और शाम को करीब 6:00 बजे घर आते हैं इस बीच में मैं भी कॉलेज जाता हूं और मेरी बहन भी कॉलेज जाती है। हम दोनों 3:00 से 4:00 तक घर आ जाते हैं और फिर घर में हम दोनों मजे करते हैं कई बार हम दोनों डांस भी करते हैं कई बार हम दोनों मूवी भी बनाते हैं पर कई बार ऐसा हो जाता है जिससे मुझे शर्मिंदगी महसूस होने लगती है। पर मैंने देखा कि मेरी दीदी को यानी कि सरिता दीदी को शर्मिंदगी महसूस नहीं हुआ वह कहती थी यार यह सब चलता है आजकल जमाना बदल गया है जब कभी उनकी बूब्स को मैं छू देता था गलती से तो कहती कोई प्रॉब्लम नहीं है।

अब आप समझ ही गए होंगे कि मेरी बहन कैसी है और किस मिजाज की है। अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं कि कैसे क्या हुआ था। 1 दिन की बात है हम दोनों के ही छुट्टी थी और मेरे मम्मी पापा की छुट्टी नहीं थी वह दोनों बैंक गए हुए थे। दीदी लैपटॉप पर वीडियो बना रही थी वीडियो एडिट कर रही थी और मैं उनके पीछे ही बैठकर पढ़ाई कर रहा था और पढ़ाई के साथ-साथ अपने मोबाइल में नॉनवेज story.com को भी खोल कर रखा हुआ था और अपने ललंड को सहला भी रहा था। पर मेरे से गलती हो गई दीदी के सामने जो आईना रखा हुआ था उससे वह सब कुछ मुझे देख रही थी मुझे पता भी नहीं था कि मेरी शादी करतूत मेरी बड़ी बहन सरिता दीदी देख रही है।

कई बार ऐसा हुआ जब कहानी सेक्सी लगने लगी तो मैं अपना लंड को हिलाने लगा मुझे लगा कर सरिता दीदी तो सामने देख रही है पर वह मुझे सब कुछ देख रही थी। उन्होंने मुझे बुलाया बोला करो 1 मिनट सुनोगे मैं बोला बोलो बोलो यार तुम थोड़ा मेरा कंधा दबा दे मैं बहुत देर से लैपटॉप पर बैठी हूं मेरा कंधा अकड़ गया है बहुत दर्द कर रहा है। मुझे लगा कोई बात नहीं और मैं उनके पास जाकर उनके कंधे को होले होले हाथों से दबाने लगा। धीरे-धीरे उन्होंने अपने स्टाफ को कंधे से नीचे कर लिया। अब उनकी गोरी गोरी गर्दन चौड़े कंधे पर उस पर से ब्रा की पट्टी मेरा मन डोलने लगा पर शायद मेरे से ज्यादा मेरी बहन सरिता दीदी का मन डोल रहा था क्योंकि मैं महसूस कर रहा था क्यों अंगड़ाइयां ले रही थी और जब आप किसी लड़की को छूते हैं किसी औरत को छूते हैं। सिसकारियां लेने लगी अंगड़ाइयां लेने लगी तो आप समझ जाइए कि उनका मन डोल रहा है और आप तैयार हो जाइए।

मेरा लंड भी धीरे-धीरे बड़ा होने लगा था और गलती से उनके कंधे को छू गया। मैं डर गया मुझे लगा कि मेरी बहन क्या सोचेगी मेरी दीदी क्या सोचेगी मेरा प्राइवेट पार्ट उनके कंधे से टकरा गया। जैसे उनको महसूस हुआ कि मेरा लंड उनके कंधे से टकरा गया तो तुरंत मेरी तरफ घूम गई चेयर रिवाल्विंग वाला था। उन्होंने कहा क्या बात है क्या सटाया भी मेरे कंधे से तुमने। मैंने कहा कुछ नहीं दीदी गलती हो गई अब मैं जाता हूं। उन्होंने कहा कहां जाओगे अब तो तुम मेरे पास खड़े रहोगे और तुम मुझे दिखाओगे कि तुमने क्या सटाया मेरे कंधे से। दोस्तों इतना सुनकर मेरा लंड तुरंत शांत तो हो गया छोटा हो गया ऐसा लगा मर गया किसी का भी लंड मर जाए।

दीदी बोली दिखाओ मैंने बोला नहीं दी थी उन्होंने मेरे पेंट को पकड़कर नीचे कर दिया और मेरे जांघिया को खींच कर मेरा लंड अपने हाथ में ले ली। मैंने कहा कि यह गलत बात है दीदी तो वह बोली गलत क्या है मुझे पता है मेरे कंधे से तुमने सटाया था। अगर मैं यह बात घर में बता दूं कि तू मेरे कंधे में क्या किया तू आज तेरी खैर नहीं इसलिए जैसा मैं कहती हूं वैसा तू कर। मुझे लगा कि जब मेरी बहन इतनी बदतमीज हो रही है इतनी धौस दिखा रही है। तुम मुझे भी थोड़ा आगे बढ़ ही देना चाहिए।

उन्होंने अपना टॉप ऊपर से निकाल दिया वह ब्रा पर आ गयी। वह मेरे तरफ आगे झुक कर बोले खोल दें हुक। . मैंने उनकी ब्रा का हुक खोल दिया जैसे ही ब्रा का हुक खोला दोस्तों क्या बताऊं इतनी गोरी इतनी सुंदर इतनी मस्त चूचियां मजा आ गया देख कर रिश्ते गए भाड़ में मैं तो अपने दीदी के जिस्म का दीवाना हो गया था। मुझे लगा ऐसा मौका बार-बार नहीं मिलता है ऐसे भी दिन भर खयालों में और इंटरनेट पर सेक्स कहानियां पर के सेक्स मूवी देख कर अपने लंड को हिलाने से ज्यादा फायदा है कि अपने वीर्य को किसी की चूत में ही गिरा दूँ।

उन्होंने मेरे लंड को जैसे पकड़ा मेरा लंड बड़ा होने लगा। उन्होंने 1 मिनट तक मेरे लंड को हिलाया और मेरा लैंड पूरे 9 इंच का हो गया। मैं खुद हैरान था इतना बड़ा लंड हो गया था मेरा। तुरंत ही मेरे लंड को मुंह में ले लिया और चूसने लगी ऐसा लग रहा था कि वह आइसक्रीम चूस रही है मुझे बहुत मजा आने लगा था दोस्तों उन्होंने खुद ही मेरा हाथ पकड़ कर अपनी चुचियों पर रख लिया था और बोली इसको मसल। उनकी चूचियों को मसलने लगा और फिर वहां का नजारा ही बदल गया दोस्तों वह तुरंत ही उठ कर खड़ा हो गई और मुझे बेड पर ले गई जहां वह सोती है। किसी का आने का डर भी नहीं था मम्मी पापा दोनों शाम को आने वाले थे तो मेन गेट लगा हुआ था कमरे का दरवाजा भी ना लगाएं दीदी ने अपना पेंट खोल दिया अपनी पेंटी खोल दी और मैं भी अपने सारे कपड़े तुरंत ही उतार दिए थे।

दीदी अपना पैर फैला कर लिए तो गई और मुझे नशीली आंखों से देखने लगी दोस्तों जब आपके सामने जन्नत हो तो आप क्या करोगे आप उस जन्नत का मजे जरूर लोगे। मैंने अपनी बहन की चुचियों को मसल ना शुरू कर दिया मैं उनके निप्पल को अपने दांतों तले दबाने लगा उनके होंठ उनके गर्दन उनके कंधे को अपने होठों से चूमने लगा। वह खुद मुझे अपनी बाहों में भर ले और आई लव यू आई लव यू कहने ल,लगी। मैं बहुत ज्यादा बिजी था उनकी चुचियों को दबाने के लिए उनके कंधों को उनके होंठ को चूसने के लिए पर बीच-बीच में मैं मैं भी कह देता था आई लव यू टू। मेरे दीदी काफी ज्यादा कामुक हो गई। वह अंगड़ाइयां लेने लगी वो सिसकारियां लेने लगी उनके होंठ सूखने लगे क्योंकि वह बार-बार अपना जीभ निकालकर अपने होंठ को गिला करती थी।

उन्होंने अपने दोनों पैरों को फैला दिया और मुझे इनवाइट किया प्याजा दोनों पैरों के बीच में मैं उनके दोनों पैरों के बीच में जाकर बैठ गया उनकी चुचियों को मसल रहा था तो वह बोली अरे छोड़ चूची को अब तेरा समुद्र में गोता लगाने का समय आ गया ले ले मजे देख कितना गरम गरम पानी निकल रहा है।चूस ले मेरी चूत की रस को। दोस्तों मेरे सरिता दीदी सही बोल रही थी। मैंने उनके चूत को चाटना शुरू किया नमकीन पानी था। गरम गरम पानी था। गजब का था यार क्या बताऊं ऐसा था जो मैं शायद जिंदगी में कभी भूल ना पाऊं यह मेरे लिए अद्भुत था।

मैं उनकी चूत में उंगलियां घुसाने लगा और उंगलियां बाहर निकाल कर अपने मुंह में ले लेता और पूरी तरीके से साफ कर देता है वही सब देख कर मुस्कुरा भी रही थी और नशीली आंखों से मुझे चोदने को कह भी रही थी। आप मुझे पागल करके छोड़ेगा क्या। देर मत कर मेरी वासना की आग को बुझा दे मेरी अंतर्वासना जाग चुकी है मेरी कामुकता जाग चुकी है मेरे प्यारे भाई अब मुझे तुम ऐसा चोद कि मैं खुश हो जाऊं। मैंने तुरंत ही अपने लंड को पकड़ा उनके दोनों पैरों को अलग अलग किया और बीच में अपना लंड उनकी चूत के छेद पर रखा और जोर से धक्का मार दिया पूरा का पूरा लंड उनकी चूत में समा गया।

जोर जोर से धक्के देने लगा जोर जोर से अपना ल** घुसाने लगा वह पागल हो गई दोस्तों अपना नाखून मेरे पीठ पर लगा दी मुझे ऐसे चूम रही थी जैसे कि मैं कोई मलाई हूं कई बार वह मेरे होंठ पर दांत से काट भी ली थी। नाखून मेरे पीठ पर गड़ा दी जिससे मेरे पीठ पर निशान बन गए थे। मेरे सीने पर निशान बन गया था वह तो एकदम पागल से हो गई थी और वह बार-बार यही कह रही थी कि और जोर से और जोर से पर मैं कितना जोर से मारता दोस्तों मेरी ल लंड 9 इंच का ही है शायद उनको 12 इंच का चाहिए था। मुझे एक उपाय सूझा मैंने तुरंत एकता किया उनके गांड के नीचे लगाया और जोर जोर से धक्के दे देकर उनको चोदने लगा।

अब वह संतुष्ट होने लगे वह भी अपना गांड घुमा घुमा कर चुदवाने लगी थी। जितना जोर से मैं धक्के देता था उतना ही वह संतुष्ट होती थी तो मैं भी वही करने लगा मैं उनकी चूचियों को मसलते हुए उनको जोर जोर से धक्के देता नीचे से वह धक्के देती अब मजा आने लगा था दोनों को। वह कह भी रही थी हां ऐसा ही कर हां ऐसा ही कर आज तुमने मुझे संतुष्ट कर दिया आज मैं बहुत खुश हूं आज जो तुमने मुझे जन्नत दिखाया है आज जो तुमने वासना की आग बुझाई है शायद मैं इसका इंतजार कब से कर रही थी मेरे प्यारे छोटे भाई। और वह जोर-जोर से चुदवाने लगी दोस्तों मजा आ गया मुझे भी और उसे भी।

कहा बस ऐसा ही तू मुझे हमेशा खुश करता रहा मैं तुम्हें खुश करती रहूंगी हम दोनों घर की माल को घर में ही इंजॉय करेंगे जब मेरी शादी होगी तो देखा जाएगा पर मैं तेरे लंड का दीवाना हो गई हूं मेरे प्यारे भाई मैं उसके बिना रह नहीं पाऊंगी अब मुझे तुम रोजाना चोदना मेरे से सेक्स करना। मैंने कहा ठीक है तुम जैसा कहो वैसा मैं कर लूंगा बहन की खुशी में ही मेरी खुशी है तो मैं तुम्हें कैसे नाराज कर सकता हूं जैसा तुम चाहो वैसा मैं करूंगा अगर चाहो कि मैं तुम्हें गांड मारो तो मैं वह भी कर सकता हूं पर तुम्हें दर्द होगा इस बात का तुमको एहसास है उन्होंने कहा कोई बात नहीं आज तो नहीं कल तुम मुझे गांड मारना बहुत मजा आएगा।

और दोस्तों हम दोनों धीरे-धीरे शांत हो गए मेरा सारा माल उनके चूत में ही चला गया मैं भी शांत हो गया वह भी शांत हो गई हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर सो गए एक दूसरे को चूमते रहे एक दूसरे को सह लाते रहे दोस्तों वह दिन मेरा पहला दिन था पर अब तो बात सब बदल गई अब तो ऐसा लगता है कि वह मुझे दिलों जान से चाहने लगी है। मैं भी उनको कभी नाराज नहीं करता जब वह मुझे कहती हैं क्या सो जा मेरे साथ मैं सो जाता हूं और हां दोस्तों जब मेरे मम्मी पापा घर पर होते हैं तब हम दोनों बहन भाई की तरह रहते हैं।

पर जैसे मेरे मम्मी पापा दोनों घर से बाहर जाते हैं हम दोनों पति-पत्नी प्रेमी प्रेमिका की तरह रहने लगते हैं बहुत अच्छी मेरी जिंदगी चल रही है मजा आ गया दोस्तों ऐसा नसीब हर एक को तो नहीं मिलता और हां दोस्तों जब आपको भी किसी लड़की की चुदाई का मौका मिले तो छोड़ना मत क्योंकि फिर आप अभी तो छोड़ दोगे लेकिन पूरी जिंदगी आप पछताओगे पछताने से क्या फायदा इसलिए जो भी माल मिले उसको ठोको उसको चोदो।