भाई हू तो क्या हुआ पति भी बन सकता हू

Bhai Bahan Sex : ये कहानी मेरी बहन उज्ज्वला के बारे मे है, बड़ी भोली भली लड़की है, मम्मी पापा ने बड़े लड़ प्यार से पाला था और शादी भी अच्छे लड़के से, पर मेरे बहन की ज़िंदगी मे अँधेरा तब आ गया जब उससे पता चला की उसका पति नपुंशक है, लड़का नपुंशक होगा ये कौन चेक कर के शादी करता है, वही हुआ देखने मे बड़ा सुन्दर और मस्सल्स बाल इंसान है और चोदने मे लुल्ल।  मेरा जीजा नपुंश्क था ईस्वजह से मेरी बहन ससुराल छोड़ के आ गयी और भाई का फ़र्ज़ है की अपने बहन को खुश रखे. कहानी को मैं विस्तार से बताता हू,

मेरी बहन की शादी पिच्छले महीने ही हुई है, मेरे यहा जोधपुर मे ये रिवाज है की लड़की के ससुराल जाने के बाद उसे 15 दिन मे वापस लाना होता है, और वाहा उसके छोटा भाई लाने जाता है, मैने अपने बहन को लाने के लिए गया, तो मैने दीदी और जीजा मे ज़्यादा कोई ट्यूनिंग देखा नही मुझे लगा तो दोनो आपस मे सरमाते होंगे ईस्वजह से, कभी भी मैने उन दोनो को हसते हुए नही देखा, पर मुझे अपनी बहन से ये पुच्छने मे भी ठीक नही लग रहा था.

पर बहन की उदासी देखी नही गयी और मैने पूछ लिया की दीदी बताओ क्या बात है, तुम खुश तो हो ना शादी से, जब से मैं आया हू देख रहा हू तुम उदास रह रही हो, क्या बात है जीजा जी पसंद तो करते है ना तुम्हे, तुम प्यार करती हो की नही.वो ये सब बात सुनकर चुपचाप खड़ी रही, उस समय घर मे मैं और दीदी ही थे, मैने कहा दीदी बताओ ना प्लीज़ क्या बात है, तभी वो फूट फूट कर रोने लगी, बोली क्या बताऊ सौरब मैं तो लूट गयी, मैं बर्बाद हो गयी, मेरी तो ज़िंदगी ख़राब हो गयी, मैं क्या करूँ?

मैने कहा हौसला रखो और बताओ मुझे आख़िर क्या हुआ मेरी प्यारी बहना के साथ, मैं हू ना तुम्हारे साथ. तो दीदी बोलने लगी, पर उसने मुझे कसम दे दी की कभी किसी से कहना नही, मैने कहा नही कहूँगा तुम बताओ मुझे, तो दीदी बोली शादी से आज तक तुम्हारे जीजा जी और मेरे बीच कोई भी शारीरिक संबंध नही हुआ है, मैने कहा क्यों ये तो होना चाहिए. क्या वो शरमाते है क्या? वो बोली नही वो शरमाते नही. माफ़ करना भाई मैं ग़लत वर्ड उसे कर रही हू।

मैने कहा बोलो खुल के बोलो जो भी बोलना नही, दीदी बोली तुम्हारे जीजा जी का लंड खड़ा नही होता वो नपुंश्क है, उनका लंड मात्र 2 इंच का है उसमे भी कोई जान नही है, और फिर सिसक सिसक कर रोने लगी, मुझे अपनी बहन का रोना बिलकुल भी अच्छा नहीं लग रहा थाई, मैंने सोचा क्यों ना मैं दीदी को बताऊ फिर मैने कहा मैं तुम्हे कुछ टिप्स देता हू, क्यों की मैने कुछ ब्लू फिल्म मे देखा है शायद तुम्हरे फ़ायदा हो जाए, बोली ठीक है बता, मैने कहा देख दीदी आज रात को हमलोग यही है।

रात को जब तुम जीजा जी के साथ सोना सबसे पहले तुम अपना ब्रा खोल देना और अपना बूब उनके मूह से रगड़ना, फिर कोशिश करना की वो तुम्हारे बूब को दबाए, फिर उसके होठ को चूसना, फिर कोशिश करना की वो तुम्हारे चूत पे हाथ रखे और उंगली डाले, तुम भी उसके छाती पे जो निपल है उसे जीभ से सहलाना. अगर तब भी लंड खड़ा ना हो तो उसका लंड पकड़ के तुम अपने बड़े बड़े बूब के उपर जो निपल है उसके उपर रगड़ना।

उसके बाद मुझे बताना. फिर सोचेंगे क्या करना है. उस रात को मैं छत पे सोने चला गया, सुबह उठा तो जीजाजी सोकर उठ गये थे और काम से बाहर चले भी गये थे, मैं दीदी के कमरे मे गया तो दीदी कुर्शी पर चुपचाप बैठी थी, मैने पुछा, हा, कुछ हुआ कल, वो रोने लगी।

मेरे मे आके लिपट गयी बोली कुछ भी नही हुआ, मैने तो बर्बाद हो गयी, जैसा तुमने बताया था मैने ठीक वैसे ही किया, पर उसने मुझे कुच्छ भी नही किया, मेरा चूत पानी पानी हो गया था, मेरे टन बदन मे तूने और लगा दिया, अभी तक धधक रही हू, मैं कैसे शांत करूँ अपने जिस्म को, और ज़ोर ज़ोर से रोने लगी. मैने कहा रोती क्यूँ बही मेरी बहन मैं हू ना, तुम्हारा भाई अभी ज़िंदगा है जब तक शादी नही होती है

मैं चोदूँगा तुम्हे, मैं तुम्हरे वॉ सारे सुख दूँगा जो एक पति अपने पति को देता है, भाई हू तो क्या हुआ, पति भी बन सकता हू, तुम मुझे अपना पति मान लो, जाने दो इश्स मदारचोड़ हरामी साला कुत्ता को, ये तुम्हे चोद नही सकता है तो तुमसे शादी क्यों किया. खैर तुम अब जो भी हुआ है, उससे बुरा सपना मान लो. इतना कहते ही मेरी बहन मेरे से लिपट गयी, उसकी बड़ी बड़ी टाइट बूब मेरे सिने पे चिपका हुआ था, उसके गुलाबी होत मेरे होत को चूम रहा था, मैने उसके पीठ को सहला रहा था वो भी मेरे पिता को सहला रही थी, मैने कहा बहन तुम्हे कोई चिंता करने की बात नही है मैं तुम्हारे साथ हू।

मैने ब्लाउस के उपर से भी उसके बूब को प्रेस करने लगा और गालों को चूमने लगा, उसके पीठ को सहलाते हुए उसके ब्रा को महसूस कर रहा था फिर मेरी बहन ने ब्लाउस का हुक खोल दिया, मैने पीछे से ब्रा का हुक खोला की दो क्रिकेट बॉल के साइज़ का बूब उपर मे छोटा छोटा पिंक कलर का निपल, गजब का लग रहा था .

मैने उसके बूब को मूह मे लेके चूसने लगा, मेरी बहन कह रही थी मेरे भाई मुझे तुमपे बिसवास है, तुम मुझे खुश कर दोगे, और वो मेरे लंड पकड़ ली, उसकी साँसे तेज तेज चलने लगी. दोनो एक साथ उसके बेड पे गिर पड़े और मैने साडी को उपर कर दिया पेटीकोट समेत रेड कलर की पेंटी पहनी थी पेंटी के उपर से चूत को सूँघा तो मदहोश हो गया,

गजब की खुसबू थी, मैने पेंटी को उतार दिया, और पैर को फैलाकर देखा मेरी बहन की चूत टाइट और अनटच्ड थे, मैने जीभ लगाया तो बहन मेरी उफफफफफ्फ़ उफफफफफफ्फ़ की आवाज़ की और बोली चाट मेरे भाई चाट मेरा चूत , देख तेरे लिए मैने नमकीन पानी भी अपने चूत से निकल रही हू।

बर्बाद मत होने देना इस पानी को. फिर मैने अपना लंड निकाला और चूत के उपर रखा चूत गरम गरम था मैने धीरे से डालने की कोशिश की पर मेरी बहन को बहूत ही दर्द होने लगा, वो बोली धीरे धीरे डालो, मैने फिर धीरे धीरे ट्राइ किया तीन चार झटके के बाद चूत के अंदर मेरा लंड छल्ला गया, फिर क्या था।

मेरी बहन गांद उठा उठा के छुड़वा रही थी, मैने भी फुल स्पेद्द मे बहन को चोद रहा था, आकीर दोनो झाड़ गये, बहन ने चूम के कहा भाई मेरा साथ कभी नही चोदना अगर तुम्हारी शादी भी हो जाए तब भी. फिर उसी दिन बहन को वापस ले आया अब हम दोनो पति पत्नी के तरह चुदाई कर रहे है, मेरी बहन 2 महीने के पेट से भी ही, अब हम दोनों एक पति पत्नी के तरह रह रहे है, हो सकता है हम लोग दिल्ली जाकर लाइव इन रिलेशन में रहे.