हेलो दोस्तों मैं आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ। मैं पिछले कई सालो से इसकी नियमित पाठिका रही हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी सेक्सी स्टोरीज नही पढ़ती हूँ। आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रही थी। आशा है की ये आपको बहुत पसंद आएगी। दोस्तों मेरा नाम प्रीटी है। मनाली (हिमाचल प्रदेश) की रहने वाली हूँ। मैं गोरी और सुंदर लड़की हूँ। मेरा जिस्म भरा हुआ है। जब मैं जींस टॉप पहनकर अपनी गांड मटका मटकाकर चलती हूँ तो लडकों की लाइन लग जाती है। कितने लड़के मुझे चोदने को बेकार है। मेरे कसे कसे टॉप से मेरी बाल की तरह गोल गोल गेंदे साफ साफ दिखती है। लडके मेरे रसीले बूब्स देखकर मचल जाते है। मेरी गली के लड़के तो मुझे देखकर अपने अपने घरों में जाकर मुठ मार लेते है। मुझे बार बार लाइन देते है। पर दोस्तों मैं सिर्फ स्मार्ट और हैंडसम लडकों से चुदवाती हूँ। मेरी पुट्ठे जींस में साफ साफ दिखते है। कितने लड़के मेरे पुट्ठो को हाथ से दबाना चाहते है। मेरी मस्त मस्त जवानी देखकर लड़को के लंड मुझे सलामी देने लग जाते है। अभी तक कुल 6 लड़के मेरी रसीली चूत में लंड डालकर चोद चुके है। आज मैं आपको अपनी पर्सनल स्टोरी सुना रही हूँ।
दोस्तों मेरे मेरे पापा ने मेरी शादी एक बड़े घर में तय कर दी थी। ये कुछ साल पहले की बात है। सब अच्छा अच्छा हो रहा है। लड़को वालो को 20 लाख रुपये मेरे पापा ने दहेज़ में देने को कहा था। पर शादी से 4 महीने पहले मेरे पापा की हार्ट अटैक से अचानक मौत हो गयी। अब लड़के वालो को 20 लाख की मोटी रकम देने वाला कोई नही था। इसलिए उन्होंने शादी शादी तोड़ दी। धीरे धीरे मेरी उम्र 27 साल की हो गयी। कोई लड़का ही शादी के लिए नही मिल रहा था। मेरी मम्मी जहाँ जहाँ मेरा रिश्ता लेकर जाती थी कोई 30 लाख मांगता था कोई 40 इस तरह से मेरी उम्र निकलती जा रही थी।
फिर एक 50 साल के आदमी की तरफ से रिश्ता आया। उसकी पहली बीबी खत्म हो चुकी थी। वो बिना किसी दहेज़ के शादी करने को तैयार था। थक हार तक मेरी मम्मी से उस 50 साल के आदमी से मेरी शादी कर दी। उसके बाल गिर चुके थे। वो गंजा और टकला था। मेरी शादी उससे हो गयी। विदा होकर मैं उसके घर आ गयी। उस दिन मेरी सुहागरात थी। रात में मेरा पति मेरे कमरे में आ गया। मैं उसे देखा तो मूड खराब हो गया। वो पूरी तरह से गंजा था। देखने में मेरा बाप लग रहा था। वो मेरे पास आकर बैठ गया। मेरे घूंघट को उसने हटा दिया।
“प्रीटी!! शरमाओ मत!! तुम बहुत सुंदर हो। आप मेरे पास आओ” वो बोला और धीरे धीरे मुझे बाहों में भर लिया। धीरे धीरे वो मेरे होठ चूसने लगा। मेरा पति का नाम जुगनू था। सब लोग उसे इसी नाम से बुलाते थे। उसने मुझे बिस्तर पर अपने पास लिटा लिया। मेरा उससे चुदवाने का बिलकुल मन नही था। पर आज मुझे कैसी भी उससे चुदवाना ही था। धीरे धीरे उसने मुझे बाहों में भर लिया और किस करने लगा। मैं शादी का लहंगा पहना हुआ था। मेरे हाथों और पैरों में मेहँदी लगी हुई थी।
“प्रीटी!! तुम बहुत सेक्सी हो” मेरा पति जुगनू बार बार बोल रहा था
धीरे धीरे उसने मेरे गुलाबी होठो को खूब चूसा। फिर मेरे लहंगे के ब्लाउस की बटन वो खोलने लगा।
“सुनिए जी!! आज मेरा चुदाने का मन नही कर रहा। मैं तो आपको जानती नही हूँ। आप मुझसे उम्र में बहुत बड़े है। मैं सिर्फ 27 साल की हूँ और आप तो 50 साल की उम्र के है। मुझे आपने अपना बाप दिख रहा है। प्लीस!! आप मुझे कुछ दिनों बाद चोद लेना जब मैं मन से आपको अपना पति मान लूँ” मैंने कहा
ये बात सुनकर मेरा उम्र दराज पति भडक गया।
“प्रीटी तुम मेरा अपमान कर रही हो। तुम मेरी बीबी हो। आज हमारी सुहागरात है। मेरा धर्म है की अपनी सुहागरात पर मैं अपनी बीबी को कसके चोदूं” पति बोला
उसकी बात सुनकर मैं डर गयी।
“ठीक है!! आप मुझे चोद लीजिये” मैंने बेमन से कहा।
दोस्तों मेरा उससे चुदाने का जरा भी दिल नही था। पर अब मैं उसकी बीबी बन चुकी थी। पति ने मेरा ब्लाउस खोल दिया और फिर ब्रा भी अपने हाथ से उतार दी। मेरी सफ़ेद और रसीली चूची को पकड़कर वो जोर जोर से दबाने लगा। मैं “..अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ….आहा …हा हा हा” करने लगी। मुझे दर्द हो रहा था। वो किसी चुदासे आदमी की तरह मेरे जिस्म पर कूद पड़ा। मेरे बूढ़े पति ने मेरे मम्मो को मुंह में भर लिया। और जल्दी जल्दी चूसने लगा। धीरे धीरे मुझे भी अच्छा लग रहा था। वो तेज तेज किसी भूखे शेर की तरह मेरे दूध पी रहा था। लगता था की आज मेरा पूरा रस ही पी जाएगा। पति देव ने एक चूची को चूस लिया। फिर दूसरी को मुंह में भरकर चूसने लगा। धीरे धीरे वो मुझे अच्छा लगने लगा था। मैं उम्र में उसकी बेटी की तरह दिख रही थी। मेरी दोनों बूब्स को वो हाथ से टमाटर की तरह दबा देता था। दोस्तों मेरे बूब्स बहुत ही मुलायम और नर्म थे। मेरी निपल्स के चारो तरह गोल गोल गोले थे काले रंग के जो बहुत सेक्सी दिखते थे। मेरा पति उनको चूस रहा था।
“चलो जान!! अपना लहंगा उतार दो और पूरी तरह से नंगी हो जाओ” पति देव ने कहा
मैंने अपना लहंगा उतार दिया। पेटीकोट भी उतार दिया। अपनी पेंटी भी उतार दी। पति ने अपना सफ़ेद कुरता पाजामा उतार दियाअ। वो नंगा हो गया। उसका लंड 10” लम्बा औए 2” से भी जादा मोटा था। किसी गधे के लंड की तरह दिख रहा था। मैं डरी हुई थी। मेरा पति अब मेरी टांगो को किस कर रहा था। मैं पूरी तरह नंगी थी। बहुत सुंदर और सेक्सी हॉट माल मैं लग रही थी। मैं अभी तक कुवारी थी। एक बार भी चुदी हुई नही थी। आज फर्स्ट टाइम मैं चुदने जा रही थी। मेरा बुढा दिखने वाला पति इस वक़्त मेरे गोरी गोरी टांगो को सहला रहा था। वो होठो से मेरे सेक्सी पैर चूम रहा था। धीरे धीरे वो मेरी जांघो को सहलाने लगा। मुझे कुछ कुछ हो रहा था। फिर उसने मेरे पैर खोल दिए और चूत को सहलाने लगा।
आज सुहागरात के लिए मैंने अच्छी तरह से अपनी चूत की झांटो को सहला लिया था। मेरी चूत बहुत चिकनी थी। ब्रेड की तरह फूली फूली थी। मेरा उम्र दराज पति अब मेरी चूत को जीभ लगाकर चाटने लगा। मैं “……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….” बोलकर चीख रही थी। पति देव अपनी जीभ से मेरी चुद्दी चाट रहे थे। धीरे धीरे मुझे सनसनाहट हो रही थी। मुझे चुदाई का नशा चढ़ रहा था। पतिदेव मेरे चूत के दाने को जोर जोर से अपने दांत से काट रहे थे। मेरी रसीली चूत के होठ बहुत बड़े बड़े गुलाबी और सेक्सी थे। पति किसी कुत्ते की तरह मेरी सेक्सी चूत को चाट रहा था। मेरी जान निकल रही थी। मैं कुलांचे भर रही थी। अपनी कमर को बार बार उपर की तरफ उठा रही थी। इस तरह पति ने 25 मिनट तक मेरी बुर को चाट चाट चाटकर और गुलाबी बना दिया।
“प्रीटी!! आओ मेरा लंड चूसो आकर” उन्होंने कहा
अपने बाप के उम्र के आदमी का लंड चूसने में मुझे हिचक हो रही थी। पर अब वो जैसा भी था मेरा पति था। पति भगवान होता है। इसलिए मुझे उसका आदेश मानना था। 50 साल की उम्र का पति जुगनू अब बिस्तर पर लेट गया। मैं बैठ गयी और उसके पैर दबाने लगी। धीरे धीरे मैंने उसके लंड को पकड़ लिया और फेटने लगी।
“सुनिए जी!! आपकी पहली बीबी कैसी खत्म हो गयी थी???” मैंने धीमी आवाज में पूछा
“उसको एड्स हो गया था। अल्टर थी साली। मेरे पीठ पीछे अपने यारो से चुदवा लेती थी। धीरे धीरे उसने कई मर्दों से चुदवा लिया। फिर उसको ऐड्स हो गया। मर गयी हो। अच्छा ही हुआ” जुगनू बोला
धीरे धीरे मेरे हाथ उसके लंड पर उपर नीचे दौड़ने लगे। उसका लंड 10” लम्बा था। मैं डरी हुई थी। धीरे धीरे मैं चुसना शुरू कर दिया। शुरू शुरू में मुझे पतिदेव का लंड गंदा लग रहा था। पर धीरे धीरे मुझे मजा मिलने लगा। मैं अंदर तक मुंह में लेकर चूस रही थी। मेरा पति अ अ अ अ .अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. उ उ उ… कर रहा था। उसे मजा मिल रहा था। किसी किसी लोलीपॉप की तरह चूस रही थी। धीरे धीरे मुझे अच्छा लगने लगा। पति देव मेरी गांड को सहला रहे थे। मेरे मुलायम और गोल मटोल पुट्ठो को दबा रहे थे। बड़ा मजा आ रहा था। धीरे धीरे मुझे पति के लंड की आदत हो गयी थी। मैं मुंह में अंदर तक लेकर चूस रही थी। मुझे साँस भी नही आ रही थी फिर मैं चूस रही थी। पति के लौड़े से खेल रही थी। मैं जल्दी जल्दी फेट रही थी।
“तुम अच्छा कर रही हो जान!! और जोर जोर से फेटो” पति बोल रहे थे
मैं और मेहनत से लंड 10” लम्बा और 2” मोटा लंड चूस रही थी। धीरे धीरे पति का लंड किसी लोहे की रोड की तरह हो गया था। मैं जान गयी थी की अब वो मेरी चुदाई इस मोटे लंड से कर देगे।
“जानम!! चलो अब लेट जाओ और पैर खोलो। और देखो दर्द हो तो चिल्लाना मत। वरना घर के लोग सुन लेंगे और जान जाएंगे की हम लोग चुदाई कर रहे है” पति बोले
दोस्तों उसके बाद मैं लेट गयी। मैंने अपने पैर किसी छिनाल की तरह खोल दिए। पति देव मेरी चूत की साइड आ गये। मेरे उम्र दराज बूढ़े पति देव अपने लंड को जल्दी जल्दी फेटने लगे। फिर उन्होंने मेरी कुवारी चूत पर लंड का टोपा रख दिया और जोर का धक्का मारा। मेरी रसीली चूत की सील टूट गयी और उनका लंड 5” अंदर मेरी चूत की गुफा में घुस गया। मेरी चूत से खून बह रहा था। “अई…..अई….अई… अहह्ह्ह्हह…..सी सी सी सी….हा हा हा…बहुत दर्द हो रहा है जी” मैंने कहा
मुझे बहुत दर्द हो रहा था। फिर मेरे बूढ़े लेकिन ताकतवर लंड धारी पति ने जोर का धक्का फिर से मार दिया। इस बार उसका लंड 10” अंदर तक घुस गया। मैं किसी मछली की तरह तडप रही थी। मेरे चुदासे पति मुझे जोर जोर से चोदने लगे। मेरी आँखों के सामने अँधेरा छा रहा था। दर्द से मैं तडप रही थी। पर पति को तो खूब मजा मिल रहा था। वो जल्दी जल्दी मुझे चोद रहे थे।
“आह बड़ी कसी चूत है। सच में मजा आ गया प्रीटी!!” पति देव बोल रहे थे।
दोस्तों आज मेरे बाप की उम्र का आदमी मुझे चोद रहा था। मेरी चूतमें खून बह रहा था। पर वो राक्षस की तरह हंस रहा था। जल्दी जल्दी मेरी चूत में लंड अंदर बाहर कर रहा था। धीरे धीरे मुझे मजा आने लगा था। मैं “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” बोलकर चुदवा रही थी। मजा आ रहा था। पति ने मेरे मम्मो को हाथ में पकड़ लिया और जोर जोर से दबाने और मसलने लगे। मैं तडप रही थी। उनके धक्के इतनी तेज थे की मेरे बूब्स किसी बाल की तरह उछल रहे थे। पति देव मेरी चिकनी चूचियों को मुसम्मी की तरह मसल रहे थे। मैं कराह रही थी। अजीब सा नशा मुझे चढ़ रहा था। मैं जानती थी की ये चुदाई का नशा है। दोस्तों मेरे पति फर्स्ट राउंड में मुझे 40 मिनट लगातार बिना रुके चोदा। फिर चूत में ही झड गये। उसके बाद उन्होंने मुझे बाहों में भर लिया और किस करने लगे। 2 घंटे सोने के बाद पति देव का लौड़ा फिर से किसी फोन की तरह चार्ज हो गया था।
“जान मुझे अपनी गांड दो” मेरे उम्र दराज पति देव की आज्ञा थी।
मुझे अब उसने अपनी गांड चुदवानी थी। मैं फिर से जागना पड़ा। मुझे बहुत तेज नींद लग रही थी पर आज हमारी सुहागरात थी। फिर मैं कुतिया बन गयी। पति मेरे पीछे पा गये। मेरे सेक्सी बड़े बड़े पुट्ठो को वो सहला रहे थे। चूम रहे थे और किस कर रहे थे। मुझे भी अच्छा लग रहा था। फिर पति देव मेरी गांड को चाटने लगे। मुझे गुदगुदी हो रही थी। अपनी जीभ को लगा लगाकर वो मेरी गांड के छेद को चाट रहे थे। मुझे अजीब सा नशा हो रहा था।
दोस्तों मेरी गांड बहुत सुंदर थी। आज पहली बार कोई मर्द मेरी गांड चोदने जा रहा था। मेरे बूढ़े पति देव जल्दी जल्दी मेरी गांड पी रहे थे। मुझे मजा आ रहा था। मैं “….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ..हमममम अहह्ह्ह्हह..अई…अई…अई…..” बोलकर चिल्ला रही थी। धीरे धीरे पति ने मेरीगांड के छेद को अच्छे से चाट लिया। अपने लंड पर उन्होंने थोड़ा सा थूक लगा दिया। धीरे धीरे मेरी गांड में डाल दिया। फिर वो हमला करने लगे। तेज तेज मेरी गांड मारने लगे। दोस्तों मुझे बड़ा दर्द हो रहा था।
“..अई…अई…अई….. देखिये जी!! मुझे बड़ा दर्द हो रहा है। जरा धीरे धीरे चोदिये…उंह उंह उंह हूँ.. हूँ… हूँ— मैंने कहा
उसके बाद पति धीरे धीरे मेरी गांड मारने लगे। पर कुछ ही देर में वो किसी जंगली सांड की तरह अपने पहले वाले अवतार में आ गये। तेज तेज मेरी गांड में अपना लोहे का रोड डालकर बजाने लगे। मेरी दोनों रसीली चूचियां नीचे की तरफ लटकी हुई थी। पति के तेज तेज धक्के मारने से मेरे आम हिल रहे थे। मुझे नशा चढ़ रहा था। दोस्तों धीरे धीरे मेरी कसी गांड अब पूरी तरह से खुल गयी थी। पति का लंड जोर जोर से किसी जानवर की तरह मेरी गांड का हलवा बना रहा था। कुछ देर में मेरी गांड का छेद बड़ा होकर मेरी रसीली चूत की तरह दिख रहा था। पति ने 35 मिनट मेरी गांड चोदी। फिर उसमे ही पानी छोड़ दिया। उसके बाद वो लेट गये। मैं उसके पास लेटकर फिर से उनका लंड चूसने लगी। अब भी उनका रस उनके लंड पर लगा हुआ था। मैं चूस रही थी। सुबह मैं टांग उठाकर चल रही थी।
“अरे बहु!! ऐसी क्यों चल रही है??? पैर में क्या हुआ है??” मेरी सास ने मुझसे पूछा
“माँ जी!! ये आपके बेटे का कल रात का कारनामा है। उससे ही पूछ लीजिये” मैंने कहा
मेरी सास समझ गयी की उसने लकड़े ने कल रात मुझे पटक कर चोद लिया है। वो समझ गयी। मेरी बात सुनकर वो अपने कमरे में चली गयी। दोस्तों आज भी मैं अपने 50 साल के पति को दिल से अपना पति नही स्वीकार कर सकी हूँ। वो मेरी बाप की उम्र का है। पर अब समाज में हम पति पत्नी बन चुके है। इसलिए अब हर रात मुझे अपने बूढ़े पति से हर रात चूत और गांड चुदवानी पड़ती है। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।