बॉयफ्रेंड ने मुझे तो पेला ही, मेरी लड़की को भी चोदा

सभी लंड वाले मर्दों के मोटे लंड पर किस करते हुए और सभी खूबसूरत जवान चूत वाली रानियों की चूत को चाटते हुए सभी का मैं स्वागत करती हूँ। अपनी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के माध्यम से आप सभी मित्रो तक रही हूँ। ये मेरी पहली स्टोरी है। इसे पढकर आप लोगो को मजा जरुर आएगा, ये गांरटी से कहूंगी।

मेरा नाम रंजू कुशवाहा है। मैं चंडीगढ़ की रहने वाली हूँ। मैं 40 साल की उम्र दराज औरत हूँ पर अच्छे खानपान और व्यायाम से मैंने अपने आपको मेंटेन कर रखा है। मेरा फिगर 36 28 36 का है। इस वजह से मेरी उम्र अभी 30 साल जैसी लगती है। मेरी एक लड़की है जिसका नाम सोनम है। वो भी अब जवान हो गयी है और काफी सेक्सी हो गयी है। मेरा कुछ दिनों से कबीर से चक्कर चल रहा है। मैं उसी के जिम में जिम करने जाती हूँ। वो बहुत ही हैंडसम है और उसकी बोडी भी मस्त बनी हुई है। मुझे भी कबीर बहुत अच्छा लगता है। मेरे पति मेरे साथ नही रहते है। उन्होंने मुझे डीवोर्स दे दिया है। मुझे चूत की खुजली मिटाने के लिए दूसरे मर्दों को पटाना पड़ता है।

मैं गैर मर्दों से चक्कर चलाकर चुदवा लेती हूँ। अभी मेरी 3 बॉयफ्रेंड है– बसंत, देवराज और कबीर। मुझे कबीर सबसे जादा पसंद है क्यूंकि वो मुझे बड़ी देर देर तक चोदता है। उसका स्टेमिना कमाल का है और कई बार तो 40 40 मिनट वो झड़ता ही नही है। कुछ दिन पहले की बात है। कबीर मेरे घर आया हुआ था। हम दोनों लोबी में बैठकर गप्प सड़ाका कर रहे थे। धीरे धीरे कबीर ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मुझे पास बिठाकर चिपका लिया। मैंने जामुनी रंग की सिफान की साड़ी पहनी थी। नूडल स्ट्रैप ब्लाउस मैंने पहना था जो बहुत लो कट था और काफी छोटा था। मेरी 36 की कयामत ढाती हुई चूचियां साफ़ साफ़ दिख रही थी।

“कहो जान!! आज क्या इरादा है??” कबीर कहने लगा

“तुम बताओ। तुम्हारा क्या प्लान है??” मैंने कहा

“आप मेरी कुछ सेवा सत्कार करोगी या ऐसे ही सूखे सूखे रहेगा। कितने दिन हो गये तेरी चूत नही चाटी” कबीर बोला

“आज भी तुम्हारी सेवा करूंगी जान” मैं बोली

उसके बाद हमने काफी के घूंट लगाये। फिर कबीर का मौसम बनने लगा। धीरे धीरे लोबी में ही कबीर ने मुझे अपने से चिपका लिया और मुझे बाहों में लपेट लिया। फिर मेरे खूबसूरत होठो को चूसने लगा। वही पर सोफे पर बैठकर ही वो चालू हो गया और मेरे ब्लाउस की ओर बार बार देख रहा था। फिर मेरे पास ही आ गया और ब्लाउस पर हाथ रख रखकर दबाने लगा। कुछ देर में कबीर का लंड बिलकुल से तन चुका था। वो मुझे अपने सीने से चिपका कर प्यार करने लगा। मेरे दूध अब जोर जोर से मसलने लगा। मैं “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….”” बोलने पर विवश हो गई थी।

मेरे गालो पर कबीर ने किस करना शुरू कर दिया और फिर काटने भी लगा। वो कामुक होकर जोर जोर से मेरे गाल काट रहा था। मुझे सेक्सी फिलिंग आ रही थी। कुछ देर मेरे 36” के बड़े बड़े दूध दबाता रहा। मुझे गर्म करने लगा था। फिर मेरे पेट पर हाथ घुमाने लगा। मैं सिर से पांव तक गोरी सेक्सी माल थी। कुछ देर बाद उसका हाथ मेरी साड़ी पेटीकोट में अंदर से घुसने लगा। फिर कबीर ने मेरी पेंटी में अपना हाथ पहुचा दिया और लॉबी (बरामदे) में बैठे बैठे ही मेरी चूत में ऊँगली करने लगा। मैं फिर से ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….करने लेने लगी। वो मुझे मजा दे ही रहा था की इतने में मेरी बेटी सोनल कॉलेज से आ गयी। जैसे ही वो आई कबीर मेरी चूत से ऊँगली निकालने लगा, पर तब तक सोनल ने सब कुछ देख लिया। मेरे ब्लाउस की बटन भी खुली हुई थी इसलिए सोनल सब समझ गयी। फिर वो चुप चाप ही अपने कमरे में चली गयी। कबीर उसे घूर घूर के देखने लगा।

“तेरी बेटी भी मस्त हो गयी है” कबीर बोला

“हाँ अब जवान हो गयी है” मैं बोली

“मुझे इसकी बुर दिला दो जानम” कबीर कहने लगा

“दिलवा दूंगी पहले मुझे तो खाओ तुम” मैं बोली

उसके बाद हम दोनों बेडरूम में चले गये। फिर धीरे धीरे कबीर ने मेरी साड़ी उतार डाली। अब मैं ब्लाउस पेटीकोट में बड़ी सेक्सी माल दिख रही थी। कबीर ने पहले तो मुझे पास बिठाकर खूब ओंठो को चूस डाला। खूब प्यार किया। फिर मेरा ब्लाउस पेटीकोट भी खोल दिया। मैं अब ब्रा पेंटी में थी। मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे उपर चढ़ गया। उपर से नीचे तक मैं दूध की नदी जैसी थी। मेरा बदन संगमरमरी थी। कोई भी मर्द मुझे इस अवस्था में देखकर पागल हो जाता। कबीर भी ठरकी हो गया।

पहले तो उसने मेरे पैर की ऊँगली को चूसना शुरू किया। फिर उपर बढ़ने लगा। दोनों टांगो पर किस कर रहा था। वो जांघ पर आ गया और उसने मेरी सेक्सी मांसल भरी जांघ की बड़ी तारीफ़ की। फिर नाभि को चूसने लगा और उपर आकर चटक लाल ब्रा में कैद मेरे बूब्स को दबाने लगा। मैंने ओंठो पर ब्रा के चटख लाल से मैच करती लिपस्टिक लगा रखी थी। मैंने अच्छे से फेसिअल किया हुआ था। मैं किसी नई माल की तरह दमक रही थी। कबीर ने पहले तो मेरे 36” बूब्स को उपर से मसला। फिर ब्रा खोलवा दी। मैं नंगी हो गयी। फिर कबीर टूट पड़ा और दोनों मुसम्मी को हाथ से दबाने लगा। फिर मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं आनन्दित होने लगी। “ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” की तेज आवाजे निकालने लगी। कबीर मेरे चिकने स्तनों को मुंह में लेकर ऐसे चूसने लगा जैसे मैं उसकी बीबी हूँ।

“दबा दबाकर पी लो जान!! …अई..अई. .अई…..” मैं भी कह रही थी

कबीर ने मेरे बूब्स को पीकर और बड़ा कर दिया। फ्रेंड्स, मेरे स्तन बहुत ही कामुक थे। बिलकुल कसे, तने और कड़े थे। जरा भी ढीले नही थे। मेरे स्तन पपीते जैसे दिख रहे थे और चूचक काले रंग की थी। उसके चारो ओर बड़े बड़े काले छल्ले उसे और भी जादा कामुक बना देते थे। कबीर तो कितना मजा ले रहा था। मुंह चला चलाकर सारा रस पी गया। फिर पेंट खोलकर लंड हाथ में लेकर फेटने लगा। कबीर का लंड 10” लम्बा था और अच्छा खासा मोटा था।

“आ जाओ जान! मेरा लंड तुमको बुला रहा है” कबीर बोला

वो लेट गया। मैं उसके लंड को पकड़कर हिलाने लगी। बड़ा और शानदार असली इंडियन लंड था दोस्तों। बिलकुल गुलाबी रंग का था। मैं शान से अपने बॉयफ्रेंड के लंड को मुठ देने लगी। कुछ देर में लंड खड़ा हो गया था। मैं पहले तो उसे चाटने लगी। फिर सुपारे को मुंह में ले ली और गन्ने की तरह चूसने लगी।

“चूसो जानेमन और चूसो!!” वो कहने लगा

मैं जल्दी जल्दी चूसने लगी। कुछ देर में कबीर मेरी चूत की बासुरी बजाने को तैयार था। फिर उसने मुझे घोड़ी बनाकर पीछे से चूत में लंड घुसाकर चोद डाला। फिर वो कपड़े पहनकर अपने घर चला गया। इस तरह अब कबीर हर दूसरे तीसरे दिन मेरे घर आ जाता था। मुझे डर था की कही वो मेरी लड़की सोनल को न कुछ कर दें। मैं इस बार से थोडा घबराती थी। मैं सोनल को इस सेक्स और हवस के खेल में नही डालना चाहती थी। एक शाम कबीर आया हूँ था। हम दोनों ने पीना शुरू कर दिया और अचानक ने उसका मौसम बन गया।

“तेरी बेटी कहाँ है??” वो कहने लगा

“तुम्हे उससे क्या???

“दिमाग खराब मत कर। बता तेरी सोनल कहाँ है???” कबीर कहने लगा

वो काफी गुस्से में दिख रहा था। आज उसको मेरी बेटी की चूत हर हालत में चोदनी थी।

“वो बाहर गयी है” मैं कहने लगी

“तू झूठ बोलती है। सोनल??? सोनल?? किधर है तू??” कबीर शराब के नशे में कहने लगा और फिर दूसरे कमरे में जाने लगा।

मेरा कलेजा जोर जोर से धकड़ रहा था। आज सोनल नही बचेगी। फिर जिस बात का डर था वही हुआ। कबीर शराब की बोतल लेकर सोनल के कमरे में चला गया। सोनल बिस्तर पर लेटी हुई थी। उसने नेट का सलवार सूट पहना था। वो अब 21 साला की हो चुकी थी और बिलकुल इलियाना डीक्रूस जैसी छरहरे बदन वाली लड़की थी। सोनल सोते हुए भी काफी सेक्सी माल दिख रही थी। नेट वाले सूट का गला आगे से काफी खुला था। कबीर मेरी बेटी की जवानी को देखकर बहक गया। वो शराब के नशे में ही उसके पास बैठ गया। सोनल को किस करने लगा।

“कबीर!! तू उसे कुछ मत कर!! चूत चाहिए तो मुझे चोद ले” मैं बोली

“तेरी फुद्दी चोद चोदकर मैं पक गया हूँ। आज तेरी बेटी की चूत मारूंगा” कबीर बोला

फिर वो भी सोनल के उपर लेट गया और उसे किस करने लगा। सोनल नींद में थी। कबीर उसके गाल पर पप्पी लेने लगा। उसने उसके सूट के उपर से उसके 34 इंच के दूध छूना शुरू कर दिया। सोनल “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” करने लगी। कबीर उसके फूले फूले गालो पर किस करने लगा। सोनल को भी मजा आ रहा था।

“तेरी बेटी तो सॉलिड माल है रंजू!!” वो कहने लगा

फिर सोनल के दूध उपर से मसलने लगा। उसे भी मजा आ रहा था। मैं जब तक कुछ कर सकती मेरे चोदू बॉयफ्रेंड कबीर ने सोनल के मुंह पर मुंह टिका दिया और उसके रसीले लब चूसने लगा। धीरे धीरे सोनल को भी आनन्द आ रहा था। वो भी साथ निभाने लगी। दोनों गरमा गर्म चुम्बन में रत हो गये। मैं ये सब देखकर टेंशन में आ गयी थी। मुझसे ये सब देखा न गया। मैंने जाकर कबीर की शर्ट को पकड़ लिया और पीछे खींचने लगी।

“छोड़ दो मेरी बेटी को!! मुझसे अपनी हवस मिटा लो!! प्लीस कबीर ऐसा मत करो!!” मैं कहने लगी

चट्ट से उसने एक चांटा मेरे गाल पर जड़ दिया। मेरे आँखों के सामने अँधेरा छा गया। मेरी बत्तीसी हिल गयी।

“साली रांड!! तुम चाप तमाशा देखती रह। चल दूर हट!!” कबीर ने मुझे कुतिया की तरह दुतकार दिया

उसने सोनल के नेट वाले सूट को कमर से उपर की तरफ उठाना शुरू किया और चूचियों के पार पंहुचा दिया। ब्रा को भी कबीर ने उचका दिया और सूट को गले तक समेट दिया। मेरी बेटी की मस्त मस्त 34” की चूचियां उसे मिल गयी।

“वाह!! ये है असली माल!!” कबीर हँसकर बोला

उसके बाद सोनल की चूचियों को हाथ लगा लगाकर मसलने दबाने लगा। सोनल “ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” करने लगी। वो अभी भी नींद में थी पर उसे मजा मिल रहा था। फिर वो जाग गयी।

“और दबाइए अंकल!! अच्छा लगता है मुझे!!” सोनल बोली

“सोनल!! आज मैं तेरे को खूब मजा दूंगा। रोज तेरी माँ को देता था पर आज तेरे को दूंगा” कबीर बोला

उसके बाद वो मेरी बेटी की 34 इंच की बड़ी बड़ी चूचियों से खेलने लगा। जोर जोर से दबाने लगा। उसके मम्मे खरगोश जैसे बेहद मुलायम और सॉफ्ट थे। मेरी बेटी अभी तक एक बार भी चुदी नही थी। इस वजह से उसकी चूचियां काफी कसी और कड़ी थी। कबीर अब लेटकर मुंह में लेकर दोनों स्तनों को पीने लगा। सोनल मस्ती में आकर “आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” करने लगी।

“और चूसिये अंकल!! और करिये!” वो कहने लगी

ये सब देककर मुझे बड़ा ख़राब लग रहा था, पर मैं मजबूर थी। कबीर मेरे घर के खर्च के लिए हर महिना पैसा भी देता था। इसलिए मैं उसके अहसान तले दबी हुई थी। वो मेरी बेटी के खूबसूरत अनचुदे जिस्म से खेल रहा था। वो सोनल की 34” के कबूतर को मुंह में लेकर मस्ती से चूस रहा था। सब रस पी रहा था। सोनल भी अब चुदासी होने लगी थी। कबीर तो मजा पर मजा ले रहा था। उसने 20 मिनट सोनल को चूस चूसकर गर्म किया। फिर वो लेट गया।

“सोनल बेटी!! मेरी पेंट तुम खोलो। तुम्हारे लिए सरप्राईस है” कबीर बोला

मैंने तो अपनी आँखों को हाथ से ढक लिया। अब वो उससे लंड चुसाने जा रहा था। ये सब देखने से पहले मैं मर क्यों नही गयी।

“क्या सच में अंकल???” सोनल कहने लगी

“हाँ बेटी!!” कबीर बोला

सोनल ने उसकी जींस पेंट खोली और उतार दी। कबीर का 10 इंच का बेहद मजबूर और लम्बा लंड उसकी चड्डी में उफान मार रहा था।

“अब बेटी!! मेरी अंडरवियर को भी उतार दो” कबीर बोला

सोनल ने ऐसा ही किया। उसके बाद तो गजब हो गया। मेरी बेटी ने आज पहली बार किसी मर्द का 10 इंची लौड़ा देखा।

“बाप रे!! ये तो बहुत बड़ा है अंकल” सोनल मुस्कुराकर कहने लगी

“बेटी! इसको हाथ से मुठ दो तुम अब और फिर मुंह में लेकर अच्छे से चूसो। इस विडियो में देखो” कबीर बोला और सैमसंग वाले फोन में ब्लू फिल्म खोल दिया। सोनल सब समझ गयी। वो अब जल्दी जल्दी कबीर के लौड़े को पकड़कर मुठ देने लगी। गांडू कबीर  “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… हा हा.. ओ हो हो….” करने लगा। उसे आज बहुत मजा मिल रहा था। कमीना रोज मुझसे मुठ मरवाता था पर आज मेरी बेटी से वो सब गंदे काम करवा रहा था। मैं ये सब देखकर बहुत गुस्साई थी। कुछ देर में सोनल सब समझ गयी और सीधे हाथ से जल्दी जल्दी कबीर के बड़े शानदार लंड को फेटने लगी। फिर जल्दी जल्दी चूसने लगी। सोनल अब सब कुछ सीख गयी थी। वो मस्ती से लंड के सुपारे को चाट रही थी। मुंह में अंदर तक लेकर कबीर का मजबूत लंड चूस रही थी।

“….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… करो सोनल बेटी!! you are fucking hot” कबीर कहने लगा

सोनल तो अब इतनी गर्म हो गयी की मैं आप लोगो को क्या बताऊँ। बिजली की रफ्तार से उसके लंड चुसाई के काम को अंजाम दिया और सिर हिला हिलाकर चूस डाला। अपने मुंह से लंड पर थूक थूक कर गीला करके अच्छे से चूसा। कबीर को जन्नत दिखा दी।

“चल बेटी!! जल्दी से कुतिया बन जा” कबीर बोला

सोनल अपने सब कपड़े उतारकर नंगी हुई और कुतिया बन गयी। कबीर उसकी चूत की गंध को सूघता पहुच गया और पीछे से किसी चोदू कुत्ते की तरह जाकर उसकी बुर चाटने लगा। सोनल “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….” करने लगी। आज पहली बार मेरे बॉयफ्रेंड को मेरी 21 साल की कमसिन हॉट बेटी की चूत देखने का मौका मिला। वो जीभ निकाल निकालकर मस्ती से चाटने लगा। सोनल की चूत बड़ी सुंदर थी। बिलकुल लाल लाल। कबीर अपनी जीभ को घुसा घुसाकर रस लेने लगा।

“common अंकल!! चोद डालो मुझे!! अब इन्तजार नही होता” सोनल किसी बिच की तरह कहने लगी

उसी वक्त कबीर उसके पीछे किसी कुत्ते की तरह लग गया और अपना 10 इंची लौड़ा मेरी बेटी के भोसड़े में घुसा डाला। और जल्दी जल्दी चोदने लगा। सोनल की आहे निकलने लगी। उ उ उ उ उ……अअअअअ वो करने लगी। कबीर तो मस्ती भरे अंदाज में जल्दी जल्दी पेलने लगा। सोनल की कमर 28 इंची की थी। बहुत पतली इलियाना डीक्रूस की तरह। कबीर ने उसकी सेक्सी नागिन जैसी कमर को पकड़कर चूत में धक्के पर धक्के मारे। सोनल की हालत किसी रंडी जैसी हो गयी थी।

“….उंह उंह उंह हूँ.. हूँ…….फाड़ दो मेरी बुर कबीर अंकल!! जैसे मेरी मम्मी को ठोंकते हो वैसे ही मुझे पेलो अई…अई…”  वो कहने लगी

ये जोशीली बात सुनकर मेरा बॉयफ्रेंड और अधिक गरमा गया और सोनल के खुले बालो को उसने पीछे से समेट कर पकड़ लिया और जल्दी जल्दी उसकी चूत चोदने लगा। सोनल जन्नत के मजे लूट रही थी। काफी देर मेरी बेटी को ठोका उसने। फिर चूत में ही अपना पानी गिरा दिया। अब मैं और मेरी बेटी दोनों कबीर की रखेल बन गयी है। जब भी आता है हम दोनों को पेलता है। आपको स्टोरी कैसी लगी मेरे को जरुर बताना और सभी फ्रेंड्स नई नई स्टोरीज के लिए नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पढ़ते रहना। आप स्टोरी को शेयर भी करना।