“क्या कर रहे हो रवि”
कुछ नही भाभी बस तैयार हो रहा हू कॉलेज जाना है, क्या
“शीतल के लिए तैयार हो रहे हो”
नही भाभी, मैं तो बस कॉलेज के लिए तैयार हो रहा हू, शीतल तो अपना घर गयी है, मैं ही उसे ट्रेन पे छोड़ के आया हू.
“कभी मेरे लिए भी तैयार हो जाया करो” क्या मैं सेक्सी नही हू? अभी २८ साल की हू लेकिन १८ से कम नही हू”
क्यूँ भाभी आप मज़ाक कर रहे हो,
“नही रवि मैं मज़ाक नही कर रही हू आज मैं तुमसे एक बात बताना चाह रही हू, तुम्हारे भैया नपुंश्क है, आज तीन साल हो गये शादी के लेकिन मैं अभी भी कुवारी हूँ |
ये सुनकर मैं अवाक रहा गया “ये क्या कह रहे हो भाभी” हा रवि सच कह रही हू, मेरी तो ज़िंदगी खराब हो गयी है| मेरी जवानी मे तो जंग लग रहा है जैसे लोहा पानी मे रहकर खराब हो जाता है वैसे बिना सेक्स के मेरी ज़िंदगी नर्क हो रही है सारे अरमान और सपने तार तार हो गया है|
ये बात मैं और किसी से कह नही सकती ये बात तो सास या ननद से किया जाता है लेकिन मेरे नसीब मे सास ननद भी नही है, उतराखंड की तबाही मे सास ससूर ननद को भगवान ने बुला लिया है| अब तो तुम ही सब कुच्छ हो|
इतना कहते ही भाभी रोने लगी और मैं चुप करा के फिर कॉलेज चला गया|
शाम को घर आया तो दरबाजे पे ही भैया मिल गया “रवि, मौसी जी की तवियत ठीक नही है वो हॉस्पिटल मे है, मौसा जी का जी कह रहे थे की मैं आज हॉस्पिटल मे ही रहू क्यूँ की मौसा जी तीन दिन से सोए नही है क्यो की वो रात भर हॉस्पिटल मे जागे रहे आज मौसी की तबीयत ठीक है इसलिए मैं ही रहूँगा”
ठीक है भैया, और हाथ मूह धोकर मैं भाभी से चाय बनाने के लिए कहा, थोड़ी देर मे भाभी चाय बना के ले आई और दोनो साथ बैठकर चाय पी और टीवी देखी, फिर रमेश मेरा फ्रेंड बाईक लेके आ गया “रवि चलना है क्रिकेट खेलने” मैने हा कह दिया और दोनो चल दिए|
रात के करीब ८ बजे भाभी का फोन आया रमेश ने फोन उठाया “रवि कहा है” भाभी रवि यही है ज़रा सा छाती पे क्रिकेट का बाल लग गया था क्लिनिक आया हू, ३० मिनट मे घर आ रहा हू”
मैं करीब ८.३० पे घर पहुचा तो भाभी इंतज़ार कर रही थी क्यों की वो घबरा गई थी चोट सुनकर, “क्या हुआ रवि कहा चोट लगा दिखाओ” मैने अपना कमीज़ खोलकर दिखा दी, “अरे बाप रे क्या बात है रवि आपने मेरे से छुपाई कितना सूजन आ गया है छाती पे, चलो आराम पहले खाना खा को फिर आराम करना, मैं गरम तेल की मालिश कर दूँगी,
भाभी उस दिन बहुत ही हॉट लग रही थी, क्यूँ की मैने पहला दिन था जो की शाम को मैने भाभी की तैयार देखा था, वो लाल लाल नाइट सूट मे मस्त दिख रही थी. हम दोनो खाना भैया को फोन किए और मौसी का हाल चाल लिया,
मैं जल्दी ही सोने चला गया, “रवि लाइट मत बंद करना मैं आ रही हू तेल गरम कर रही हू, सरसो तेल का मालिश कर दूँगी, मैने कहा नही भाभी आप सिर्फ़ तेल गरम कर दो मैं खुद लगा लूँगा.
इतना कहकर में बेड पे लेट गया, भाभी १० मे गरम तेल लेके आ गयी, और लगाने का ज़िद करने लगी मैं कहा “भाभी मैं लगा लूँगा” प्लीज़ आप छोड़ दो “भाभी ने कहा – अगर आज आपकी मा होती तो आप भी यही कहते, मैं भाभी हू कोई बात नही, कुच्छ नही करूँगी “हसते हुए तिरछी नज़र से देखी और बेड पे बैठ के तेल लगाने लगी, “हटाओ शर्ट ” मैने शर्ट खोल के अलग कर दिया “वो मालिश करने लगी,
उनका हाथ मेरे छाती पे पड़ते ही आजीव सा सिहरन होने लगा, उस दिन वो बड़ी मस्त दिख रही थी, उनका बड़ा बड़ा चूच आज साफ दिख रहा था, क्यों की ब्रा नही पहनी थी, और उनका गाड़ भी बॅया हॉट था, पतली कमर लेकिन गाड़ काफ़ी चौड़ा था, वो मस्त लग रही थी, मेरा लंड कड़ा होने लगा, अब तो मुझे लगा की, ये ग़लत हो जाएगा मैं भाभी का हाथ पकड़ लिया और कहा भाभी छोड़ दो प्लीज़ क्यों की हमे अच्छा नही नही लग रहा है “भाभी बोली : हमे तो अच्छा लग रहा है, आज पहली बार ऐसा लग रहा है की किसी मर्द के पास हू “मैं भाभी का इशारा समझ गया, मैने सोचा भाभी तो आज चूदबा के ही छोड़ेगी मैं पीछे क्यूँ हटु इसमे बुराई भी नही नही अगर मैने कुच्छ नही किया तो सेक्स का भूख कही और मिटाएगी अच्छा है घर का माल घर मे ही रह जाए, उसके बाद मैने छेड़ना शुरू किया|
आज बड़ी मस्त लग रही हो, “झूठा तुम्हे क्या दिख गया है? “आज आपका शरीर बिना दिखाए ही दिख रहा है” तो??????????????/ क्या इरादा है?
सुहाग रात मनाए “मैं कह दिया हा”
वो इतना कहते ही मेरा हाथ चूम ली” मैने भी उनका हाथ पकड़कर तोड़ा खीचकर उनके गाल पे एक किस कर लिया और चुम्मा का शुरआत हो गया” कभी वो कभी मैं, धीरे धीरे मैं उनका गोल गोल चुची दबाने लगा और वो मेरा लंड पकड़ने लगी. रवि “आज मुझे औरत बना दो” आज तक मैं लड़की थी, और वो दोनो डटो के नीचे अपना लीप दबाने लगी” मैं भी इस अवतार को देखकर मेरा लंड सातवे आसमान पे था’
और वो मेरा जौघिया खोलकर मेरा लंड चूसने लगी, मेरा तो लंड टंकार खड़ा हो गया”
भाभी ने अपना कपड़ा उतार दी “ओह माई गॉड” मैंने जैसा सोचा उससे ज़्यादा सेक्शी लग रही थी, सुडोल चूच कसा हुआ गोरा बदन, कांख के नीच बाल, होठ गुलाबी तो पागल होने लगा”
रवि क्या लंड है तुम्हारा “आईस क्रीम भी फेल है” और भाभी आपका बदन तो संग मरमर का लग रहा है. तो कोई बात नही मेरे राजा इश्स बदन पे तुम्हारा ही अधिकार है” मैं उनको बहो मे ले लिया उनकी तनी हुई चुचि मेरे छाती मे सॅट रहा था और वो सिसक रही थी, आआआआआ उक्कककककक प्यास बुझा दो रवि…………………….चोद दो प्लीज़, मेरे बूर को आज आबाद कर कर दो. मैंने नीचे लिटा के दोनो पैरो को उपर कर के बूर के उपर लूँ रखकर मैं कस के धक्का मारा और मेरा लंड उनके बुवर मे दाखिल हो गया वो दर्द से करहने लगी और कहने लगी मार दिया…………….. मेरी जान…………………. आज तो फॅट गया मेरा बूर………………… मैने धीरे धीरे चोदने लगा, भाभी भी धीरे धीरे अपना .चूतड़ उठा उठा के चोदबाने लगी, मैने भी खूब चोदा रात और ४० मिनट बाद मेरा वीर्य उनके बूर मे चला गया और वो शांत हो गयी हम दोनो करीब १५ मिनट तक शांत लेटे रहे फिर दोनो बात चीत करने लगे, मैने रात भर करीब ४ बार चुदाई की, और सुबह करीब १० बजे उठा, मैने कहा की भाभी ये सब बात भैया की………………………..
“चिंता ना कर तुम्हारे भैया ने ही चोदबाने के लिए कहा की घर का माल घर मे ही रह जाए”
अब तो मैं भाभी को रोज चोदता हू, जिसका साथ भैया भी दे रहा है.
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