मकान मालकिन और उनकी बेटी को चुदाई गांड में ऊँगली घुसा के – भाग 2

दोस्तों आपको तो पता है मेरी पिछली कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट पे मकान मालकिन और उनकी बेटी को चुदाई गांड में ऊँगली घुसा के अगर नहीं पढ़ी तो पिछली कहानी पढ़ ले तब और भी मजा आएगा, उस कहानी में है की कैसे अपनी मकान मालकिन की चुदाई की रात भर, और आपको ये भी पता है की सुबह सुबह आंटी की बेटी अनु ने हम दोनों को नंगे देख लिया था, और वो पुछि भी थी की ये सब क्या हो रहा है, तब मैं और आंटी एक दूसरे का मुह देखने के अलावा और भी कुछ नहीं बोल पाये|

अनु वह खड़ी होकर पूछ रही थी तभी, आंटी बाथरूम में चली गयी और बोली मैं नहाने जा रही हु, और मैंने भी किसी तरह से वह से निकल पड़ा, अनु वही खड़ी रह गई, दोपहर को मेरे मोबाइल नंबर 09810xxxxx पे फ़ोन आया था की, प्रेम मैं तुम्हे अपना छोटा भाई मानता हु और तुम मेरे से उम्र में दो साल के छोटे हो, तुम्हे मेरे माँ को नहीं चोदना चाहिए था, माफ़ करना मैं गलत वर्ड इस्तेमाल कर रही हु, पर आज मैं बोलूंगी, तुमने मेरे माँ का चूत फाड़ा है, क्यों की मैंने अपनी माँ को नंगड़ाते हुए देखा है, कैसे वो अपना कमर पकड़ के चल रही है, पता है की माँ की उम्र जयादा है और तुमने अपना मोटा लैंड घुसाया होगा, कहा सहती वो, कह रही थी दर्द हो रहा है, मुझे पता है उनकी चूत फट गयी होगी.

तब मैंने कहा अगर तुम चुप हो जाओ तो मैंने तुम्हे बता सकु की तेरी माँ क्यों नांगडा रही है, मेरे लंड से उन्हें कुछ भी नहीं हुआ है, वो तो रात भर मुझसे आराम से चुद्वाते रही थी, वो आराम से चुदी है, उनका चूत नहीं फटा है, मैंने आराम आराम से चोदा है, दर्द उनके कमर में हो रहा है क्यों की वो रात को निचे गिर गयी थी, रात में मैंने मूव की मालिश भी किया था आंटी को, पर मालिश करते करते हम दोनों सेक्स करने लगे, इसमें मेरी क्या गलती है, और हां अनु तुम्हे एक बात और बता दू. उनकी भी कोई गलती है है क्यों की उन्हें भी तो चुदने का मन करता होगा, पता है ना जिनका पति नहीं होता है उनके दिल पे क्या बीतता होगा. तब वो थोड़ी शांत हुयी और बोली थैंक्स यार मैं नहीं थी, और तुमने मेरी माँ को मालिश किया था, हां मैं समझ सकती हु, उनके दिल का हाल, क्यों की मैं खुद भी चुदे हुए नहीं रह सकती.

तो मैंने कहा अनु तुम? तो बोली हां यार जब मैंने तुम्हे इतनी गन्दी गन्दी बात बोल दी तो ये बोलने में क्या जाता है, मैंने हरेक संडे को अपने बॉय फ्रेंड से चुदती हु, तो मैंने आव देखा ना टो मैंने कहा अनु दीदी एक बार मुझे मौका दो आप भूल जाओगे अपने बॉय फ्रेंड को, ये कहानी आप नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है, तो अनु न कहा सच क्या बात है तुममे जो उसमे नहीं है, तो मैंने कहा बता तेरे बॉय फ्रेंड का लंड कितना बड़ा है तो वो बोली पांच इंच का तो मैंने कहा बस हो गया न, मेरा लंड आठ इंच का है, और ये बता तेरा बॉय फ्रेंड कितना देर तक तुम्हे चोद सकता है तो वो बोली दस से पंद्रह मिनट, तो फिर मैंने कहा बस, और मुझे देख, मैंने करीब दो घंटे तक चोद सकता हु, या मैं वेट कर सकता हु जब तक की तुम ना झड़ जाओ, और शॉट तो मत पूछो, ऐसा देता हु की चूचियाँ फूटबाल की तरह हिलती है.

अनु बोली वाओ क्या बात है, क्या तुम मुझे एक दिन मजा चखाओगे, तो मैंने कहा बोल तू कब चाहती है, तो अनु बोली अब तू मुझे दीदी मत बोलना, मैंने कहा ठीक है जान नहीं बोलूंगा, फिर बोली सुन मेरी बात अभी मेरी मम्मी मासी के यहाँ जा रही है वो रात को दस बजे तक आएगी, और भी दो बजे है, वो बस पंद्रह मिनट में निकल जायेगी वो साडी पहन रही है, मैंने ख़ुशी से उछाल गया, मेरी माँ भी घर पे नहीं थी, वो भी रात को ही घर पे आती, करीब पन्दरह मिनट बाद फ़ोन आ गया, अनु थी, बोली कहा हो मेरी जान मोटे लंड बाले सैया, आजा तेरा इंतज़ार कर रही हु, पता नहीं दोस्तों ये बात सुनकर मुझे ख़ुशी का ठिकाना ना रहा, मैंने पहुंच गया, अनु, ब्रा और पेंटी में ही थी, बाल खुले थे, लाल लाल होठ कर राखी थी लिपस्टिक लगा के एक दम रंडी लग रही थी,

मैंने उसको जाके पकड़ लिया और होठ चूसने लगा उसके सारे लिपस्टिक को चाट गया, और फिर ब्रा खोल के उसका बूब पिने लगा, वो मेरे बालों को सहलाने लगी, और मोइनन् कर रही थी आअह प्रेम आआह चोद दे मुझे जब से आज सुबह तुम्हे देखा है मेरा चूत पानी पानी हो रहा है, क्या नशीब पाया है, सुबह माँ चुदी और दोपहर को बेटी चुद रही है, ऐसा नशीब किसी किसी को ही मिलता है उठा ले फयदा, और वो मुझे गले से लगा ली, उसकी चूचियाँ चिपक के मेरे छाती से टकरा रहा था, और वो मेरा जीन्स खोल दो और बोली दे दे मेरा आइसक्रीम, कहा है आठ इंच का लंड मुझे चूसना है, मैंने कहा लेले ना किसने तुम्हे मना किया है, तेरे लिए सब कुछ हाजिर है और मैंने लंड निकाल दिया, वो बोली बाप रे बाप कितना बड़ा लंड, प्रेम प्लीज धीरे से घुसाना इतना मोटा और बड़ा लंड मैं कैसे सहूंगी, मैंने कहा तेरे यहाँ बटर है, तो बोली हां, मैंने कहा ले आ,

वो बटर ले के आई और मैंने कहा लंड पे लगा दे, वो लंड पे बटर लगा दी, और मैंने उसको लिटा दिया और पेंटी खोल दी, वो पूरी नंगी थी, उसकी चूत बिलकुल साफ़ थी, मैंने पूछा क्या तू झाटों को कितने दिन में साफ़ करती है तो वो बोली हरेक संडे को साफ़ करती हु, जब भी मैं बॉय फ्रेंड से चुदने जाती हु, और मैंने दोनों पैरो को अलग अलग किया और चूत को चाटने लगा, वो आअह आअह आअह करने लगी, फिर वो 69 के पोजीशन में आ गया वो मेरे लंड को चाट रही थी और मैं उसके चूत को चाट रहा था, फिर वो बोली मत तड़पा मुझे, चोद दे, मैं फिर फिर से उसके पैर को अलग अलग किया और दोनों पैर अपने दोनों कंधे पर रखा, उसकी चूत मेरे सामने थी, लंड को छेद पे रखा और जोर से घुसाया, छटक के मेरा लंड करीब ४ इंच गया था, पर अनु चिलाने लगी, निकल लो अपना लंड मेरे चूत का सत्यानाश कर दिया, मैं मर गई, इतना मोटा लंड, कौन बोला जोर से घुसाने, मैं भी तैश में आ गया,

और बोला मादरचोद दर्द हो रहा है, और फिर एक झटका दिया और पूरा लंड उसके चूत में डाल दिया, वो भी थोड़े देर बाद, गांड उठा उठा के चूत मरवाने लगी, और मैं भी देने लगा, फिर क्या था, एक बार चोद के फिर एक घंटे बाद चोदे, फिर थोड़े देर बाद, इस तरह से ४ बार चुदाई की थी, मैंने सोचा आंटी आने से पहले ही चला जाऊंगा, पर कब आँख लग गयी दोनों की पता ही नहीं चला, और आंटी आ गयी, जैसे सुबह आउनु खिड़की से सब कुछ देखि थी वैसे ही आंटी भी देख रही थी और पुकारी, हम दोनों हड़बड़ा के उठे, और अनु ने दरवाजा खोला,

फिर अनु की माँ ने अनु को डाटने लगी, कहने लगी, तुम तो रंडी निकली, तो अन्नू भी बोली तू क्या कम है तुम भी तो अपने बेटे के उम्र के लड़के से चुदी है, अगर मैं भी उससे चुदवाई तो तुम्हे क्या परेशानी है, उसकी माँ चुप हो गयी और बोली, ठीक है, जो करना है कर, फिर क्या था दोस्तों उसके बाद तो दोनों को चोदने लगा मैं, कई बार तो उसकी माँ रसोई में होती तो अनु को चुदाई करने लगता, उसकी माँ अगर बुलाती तो कहती बस माँ १० मिनट माँ, और उसकी माँ गाली देने लगती, की रंडी कभी भी चुदने लगती है,

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