मैं एक अभागन विधवा हु, मेरी उम्र ४२ साल है मेरा एक बेटा है अनिल २१ साल का वो एक नंबर का कुत्ता है, आपने कभी सुना है की कोई अपने माँ को चोदता है, हां आपने सही सुना है वो मुझे रोज चोदता है उसने मेरे इस पवित्र रिश्ते को तार तार कर दिया है, मैं अपनी बात किसे बताऊँ कौन सुनेगा और सुन लिया तो समाज में बदनाम कर देगा मेरा तो रहना मुस्किल हो जायेगा समाज में, पर मैं अपने मन की भड़ास को बिना निकाले नहीं रह सकती तो मैंने सोचा ये सही प्लेटफार्म है जहा मैं अपने मन को हल्का कर सकती हु, मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे रोज आती हु, और मुझे अच्छा लगता है, ज़िंदगी जीने के लिए बहुत कुछ चाहिए उसमे से एक है ये वेबसाइट. मैं आपको अपनी कहानी सुनती हु, पर आपसे मेरा अनुरोध है आप किसी एक दोस्त को इस कहानी को जरूर फॉरवर्ड करें व्हाट्सएप्प पे निचे लिंक है जहा आपकी कहानी खत्म होगी, प्लीज आप इतना तो कर ही सकते है,
मेरा नाम सरिता है, मेरे पति फ़ौज में थे कारगिल में अब वो इस दुनिया में नहीं हैं घर में सिर्फ मैं और मेरा बेटा है, वो दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढाई कर रहा है और मैं भी एक कंपनी में काम करती हु, मैं देखने में काफी सुन्दर हु, मेरा शरीर ३८-३६-३८ साइज का है, गोरी हु, मैं कश्मीरी औरत हु आप समझ ही सकते है कश्मीरी कितनी सुन्दर होती है, लम्बी चौड़ी हु, गोरी और होठ मेरे रशीले पिंक कलर की है,
मैं अपने बेटे को कोई कमी नहीं होने देना चाहती हु, इस वजह से मैं उसकी सब जरूरत को पूरा करती हु, पढाई का सारा खर्च मैं खुद उठा रही हु, पर वो एक लड़की के चक्कर में आ गया और उसी के लिए वो दिन रात फ़िदा रहता है, ये बात मुझे अच्छा नहीं लगता है, मैं चाहती हु की मैं उसकी शादी अच्छे तरीके से करूँ ताकि लड़की अच्छी मिले मेरा भी सहारा मेरा बेटा ही है, पर मेरा बेटा नालायक की तरह करने लगा है उसे एक लड़की से प्यार हो गया है, वो दिन भर उसी के चक्कर में रहता है, घंटो फ़ोन पे और व्हाट्सएप्प में लगा रहता है, मैं परेशान रहने लगी हु, एक दिन तो हद ही हो गया वो दो दिन तक नहीं आया, मैंने जब पूछा की कहा गया था तो वो बोला शिमला गए थे साक्षी (गर्लफ्रेंड) के साथ मैंने कहा क्यों गया था तो बोला मेरी और भी तो कुछ जरूरत है माँ, आप सब कुछ तो पूरा नहीं कर सकते.
मैंने कहा तुम्हे मैंने किस चीज़ की कमी छोड़ी है, मैं तुम्हे सब कुछ देता हु, क्या नहीं है तुम्हारे पास, और कुछ नहीं दे पाई हु तो बोलो मैं वो भी तुमको दे सकती हु चाहे मेरी सारी सम्पति बिक जाये, बेटा ने कहा माँ आपको पता है मैं जवान हो चूका हु, आप माँ का प्यार दे सकते हो गर्लफ्रेंड का प्यार नहीं, तो मैंने कहा मैं क्यों नहीं दे सकती माँ का प्यार सबसे बड़ा होता है गर्लफ्रेंड तुम्हे उतना प्यार नहीं कर सकती जितना मैं कर सकती हु, इस तरह से हम दोनों में काफी तनाव हो गया, झगड़ा होने लगा, तभी मेरा बेटा बोला तुम मुझे चोदने दे सकती हो?
मेरा तो माथा ठनक गया मैंने सोचा मैंने कैसा बेटा पैदा किया जो की कहता है आप मुझे चोदने दोगे. मैंने भी गुस्से में आके कह दिया हां मैं तुम्हे चोदने भी दूंगी पर तुम्हे साक्षी को छोड़ना पड़ेगा, वो बोला ठीक है, मैं सिर्फ साक्षी को चोदने के लिए ही दोस्ती की है अगर आप उसे भी पूरा कर दोगे तो कोई बात नहीं मैं अभी से साक्षी को भूल रहा था, शाम के करीब ४ बज रहे थे, लड़ाई कर के वो घर से बहार चला गया मैं किचेन में खाना बनाने लगी. रात को करीब १० बजे वो घर आया मैंने पूछा खाना खाले तो बोला, मैं खा लिया हु दोस्तों के साथ. मैंने देखा वो शराब पि रखा था,
मैंने कहा ठीक है सो जाओ, वो मेरे कमरे में ही सोने चला गया, मैं नाईट गाउन पहन के अंदर गयी उस दिन मैं ब्रा भी नहीं पहन रखी थी, मेरी चूचियाँ बड़ी बड़ी दिख रही थी, वो जैसे ही मुझे देखा बोला क्या लग रही हो जान, मैंने कहा कहा से सीखा ये सब तुम, कोई माँ से ऐसी बात करता है, तो बोला तुम्ही ने ही कहा है साक्षी को भूल जाओ, मैं भूल गया अब तुम मेरी गर्लफ्रेंड बनो, मैंने लेट गयी उसके बगल में,
उसने मेरे गाउन को ऊपर उठा दिया आउट मेरे चूच को दबाने लगा और पिने लगा, मेरे नाभि में ऊँगली घुसा रहा था फिर वो मेरे चूत में ऊँगली डालने लगा, मैं चुपचाप थी, मैं कोई रिएक्शन नहीं कर रही थी, तो वो बोल उठा अगर तुम मुझे सहयोग नहीं करोगी तो मैं कुछ भी नहीं करूँगा और अगर अब मैं घर से बहार गया तो मैं शादी कर के बाहर चला जाऊंगा तुम्हारे पास कभी नहीं आऊंगा. मैं अपने बेटे को खोना नहीं चाहती थी इस वह से मैंने उसे अपने बाहों में लिया और अपने बूब को पकड़ कर उसके मुह में डाल दिया वो चूसने लगा,
मैंने उसका लैंड पकड़ा और हिलाने लगी, लैंड काफी बड़ा था और मोटा भी था, फिर मैं बैठ गई और उसका लंड अपने मुह में लेके चूसने लगी, वो मेरे चूत को चाटने लगा 69 की पोजीशन में थे दोनों, एक दूसरे को चाट रहे थे, मैं भी 12 साल से चुदी नहीं थी इसवजह से मेरा चूत काफी टाइट हो गया था वो ऊँगली घुसा रहा था और जब मैं गरम पानी छोड़ती वो चाट जाता,
फिर मैं उसके ऊपर आ गयी और उसके बदन को चूमने लगी, फिर मैंने उसके मोटे लंड को पकड़ी और अपने चूत पे सेट की और बैठ गयी उसका पूरा लंड मेरे चूत में समां गया, बहुत बड़ा लंड था मेरे बच्चे दानी में सट रहा था, मैं ऊपर निचे होना शुरू हुयी वैसे ही मस्ती चढ़ गयी, मैं जोर जोर से उछाल उछाल के चुदवाने लगी, वो भी आआअह आआअह आआआह आआआह कर रहा था, मैंने उसको गलियां दे रही थी, मादरचोद चोद अपनी माँ को, जिस चूत से मैंने तुझे पैदा किया आज उसी चूत को तुम चोद रहा है, करीब १० मिनट चुदवाने के बाद मैं गोदी बन गयी और वो मुझे पीछे से ठोकने लगा, वो कह रहा था माँ तेरी गांड कितनी चौड़ी है, मज़ा आ गया और जोर जोर से धक्के दे रहा था.
करीब ३० मिनट तक उसने चोदा, कभी उलट के कभी पलट के, फिर वो सारा माल मेरे चूत में डाल दिया मैं भी उस समय तक ३ बार झड़ गयी थी, उसके बाद तो हम दोनों एक माँ बेटा और पति पत्नी के तरह से ही रहने लगे, ताकि मेरा बेटा किसी और लड़की को नजर उठा के ना देखा, आपको याद है ना व्हाट्सएप्प पे शेयर करना है, आपने प्रोमिस की है, प्लीज मेरे लिए प्लीज.
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