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मेरा पति मुझे शांत करने कर लिए अपने बड़े भाई को बुलाकर लाया और चुदवाया

कामुक भाभी सेक्स स्टोरी : Kamuk aurat sex story, bhabhi ki antarvasna, hot sexy antarvasna sex story in Hindi – आज मैं आपको कहानी सुनाने जा रही हूँ जो बिलकुल ही सबसे अलग है। ये कहानी कल रात की ही है तो मैं उसको अपने शब्दों में लिखकर आपको बताउंगी की आखिर क्या हुआ था की मेरा पति मुझे यानी की वासना जब मेरी भड़क गयी उसे शांत करने के लिए अपने बड़े भाई को बुलाना पड़ा और जब मुझे वो दस मिनट तक जोर जोर से धक्के देकर और मेरी चूचियों को दबाकर चोदा तब मैं शांत हो पाई और फिर मेरी चूत से गरम गरम पानी निकला और सफ़ेद क्रीम जैसा ढेर सारा मलाई। तब तक मेरा पति सामने ही खड़ा रहा और मैं ओह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह आअह्ह्ह आह्ह्ह्हह कर के चुद रही थी। पूरी कहानी अब आपके सामने पेश है।

मेरी शादी हुए मात्र तीन महीने हुए है, मेरी उम्र 21 साल है और मेरे पति का उम्र 26 साल है। मैं हॉट और सेक्सी औरत हूँ मुझे नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़ना काफी अच्छा और सेक्सी लगता है। जब से मैं जवान हुई यानि जब मेरी चूचियां निम्बू के साइज के हुई थी तब से ही मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर सेक्स कहानियां पढ़कर मैं अपनी उंगली चूत में डालकर और चूचियों मसलकर काम चला लेती थी। इस वजह से ही मैं काफी ज्यादा कामुक और चुड़क्कड़ किस्म की औरत हो गयी।

जब तक मेरी शादी नहीं हुई थी तब तक मैं किसी और से चुदी नहीं थी। जब शादी हुई तो मुझे लंड के दर्शन हुए पर एक महीने में मैं ऐसी चुड़क्कड़ हो गयी की क्या बताऊँ। हुआ ऐसा की जब मेरा पति मुझे जब चोदता थे तब मेरी ज्वाला भड़क उठती थी और मैं काफी ज्यादा जोश में आ जाती थी और फिर पति की पकड़ ढीली हो जाती थी या तो उसका वीर्य गिर जाता था। पति का लंड जैसे ही मेरी चुत में प्रवेश करता था मैं अचानक से बहुत ज्यादा कामुक हो जाती थी और फिर खुद को रोक नहीं पाती थी। मैं जोर जोर से गांड उठा उठा कर उसके लंड को चुत के अंदर लेती और चुदवाती।

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पर धीरे धीरे मेरी वासना और भी ज्यादा भड़कने लगी। जब मेरा पति मुझे चोदता था तब मैं संतुष्ट नहीं हो पाती थी। मैं उससे कहती थी मुझे कुछ नहीं हो पा रहा है। मुझे चोदो मुझे शांत करो पर वो असमर्थ हो जाता था। और फिर उसकी पकड़ धीरे पड़ जाती थी और मैं प्यासी की प्यारी रह जाती थी। अब इधर चार दिनों से मैं खुद ही उसके ऊपर चढ़ जाती और उसका लंड चूत में लेकर पेलने लगती। और मेरी वासना भड़कती तो मैं कभी नाख़ून मार देती कभी अपने पति के होठ को काट लेती। जब उसका वीर्य गिर भी जाता था तब भी मैं झटके पर झटके देते रहती।

पर कल रात तो सब्र के बाँध टूट गए। जैसे ही मेरा पति चोदने लगा मैं तुरंत ही उसको जोर जोर से पेलने को कहने लगी। मेरी चूचियां बड़ी बड़ी और तन गयी थी मेरे होठ पिंक हो गए थे। मेरी चूत से गरम गरम पानी निकलने लगा था और मेरे पुरे शरीर में सिहरन होने लगी थी पर मेरा पति मुझे चोद नहीं पा रहा था। मैं पागल हो गयी थी मेरी वासना भडक गयी थी मुझे उसके लंड से कुछ भी नहीं हो रहा था। वो कोशिश करने लगा जोर जोर से लंड डालने लगा पर मैं उसके जिस्म को टटोलने लगी होठ उसके काटने लगी। और अपनी तरफ खींच खींच कर अपना गांड गोल गोल घुमा कर उसके लंड को अपने चूत में लेने लगी।

पर उसका वीर्य गिर गया और वो शांत हो गया पर मैं हिलने लगी थरथराने लगी। मेरे होठ कांपने लगे और झटके पर झटका देने लगी। मेरा पूरा शरीर कांपने लगा और मैं बिदबिदाने लगी को चोदो मुझे शांत करो। मुझे चोदो मुझे शांत करो पर मेरा पति लाचार था। वो अब कुछ नहीं कर सकता था। वो भागकर घर से बाहर गया और अपने बड़े भाई जो मेरे पति से मात्र दो साल बड़े है। उनकी बीवी नहीं है कोरोना में गुजर गयी है। बुला कर ले आये।

मेरे जेठ जी मेरे कमरे में आ गए मैं तो पूरी नंगी थी बड़ी बड़ी चूचियां मसल रही थी और गांड गोल गोल घुमा पर झटके दे रही थी। उनको समझ आ गया की मेरे साथ क्या हो रहा है। उनको अपने भाई को कहा बहु को चुदाई की बीमारी हो गयी है शांत करना बहुत जरुरी है नहीं तो लकवा मार सकता है। मेरा पति बोला देखते क्या हो जो करना है करो।

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जेठ जी तुरंत ही नूँगी उतार दिया बनियान खोल दिया अपना जांघिया खोल दिया और पलंग पर चढ़ गए। उनका लंड बड़ा और मोटा हो गया था। मेरा पति निचे खड़ा था सब कुछ देख रहा था। जेठ जी ने पहले मेरी दोनों टांगो को अलग अलग किया। बिच में बैठ गए और फिर अपना मुझ और नाक मेरी चूत में रगड़ने लगे। चूत को खुशबु उनको कामुक कर दिया वो ओह्ह्ह्हह्ह ओह्ह्ह्हह्ह करते और फिर चाटने लगते मेरी चूत को। मेरे चूत से सफ़ेद क्रीम निकल रहा था वो बार बार चाट जाते। इससे मैं और भी कामुक होने लगी।

उन्होंने मेरी दोनों बूब्स को दबोचा और निप्पल को दांतों के निचे दबाने लगे। उसके बाद वो मेरे होठ तक आये और अपना जीभ मेरी मुँह में डाल दिया ओह्ह्ह्ह मैं भी वही करने लगी। कभी वो अपना जीभ डालते कभी मैं डालती। मैं उनको इशारा की की अपना लंड मुझे चूसने दो उन्होंने तुरंत ही अपना मोटा लंड मेरी मुँह में डाल दिया और अंदर बाहर करते हुए मेरी चूचियां दबाने लगे।

ओह्ह्ह्हह्ह क्या बताऊँ दोस्तों मुझे मजा आने लगा। उन्होंने फिर से मेरे दोनों पैरों के बिच में बैठ गए अपना मोटा लंड को मेरी चुत की छेद पर रखा और जोर से अपना नौ इंच का लंड मेरी चूत में डाल दिया। उनको पकड़ बड़ी मजबूत थी वो मेरी चूचियों को पकड़ पर अपना लंड जोर जोर और बड़ी ही तेजी से अंदर बाहर करने लगे। जब वो धक्के देते मेरा पूरा शरीर झटके से हिल जाता। पर मुझे अच्छा लगने लगा।

मैं भी उनको अपनी बाहों में भर कर अपना गांड गोल गोल घुमा कर चुदवाने लगी। मैं वाइल्ड हो गयी और वो भी जानवर की तरह करने लगे हम दोनों ही एक दूसरे को मदद करने लगे वो जितना जोर से ऊपर से धक्के देते मैं निचे से उतने ही जोर से धक्के देती अब जोड़ी टक्कर की लगी थी। एक जोर जोर से चोदने वाला और एक मैं ऐसे चुदाई से खुश होने वाली।

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मेरा पति वही खड़ा होकर अपने बीवी को चुडते देख रहा था और मैं खुश होकर आआह हहहहह ओह्ह्ह्हह्ह आआ कर के चुदवा रही थी। उन्होंने मुझे करीब चालिश मिनट तक चोदा तो मैं शांत हुई। उन्होंने अपना पूरा वीर्य मेरे पुरे शरीर पर गिरा दिया। कुछ मेरे फेस पर कुछ मेरी बूब्स पर पेट पर जांघ पर।

ओह्ह्ह्हह मैं इस चुदाई से संतुष्ट थी। मेरे चेहरे पर खुशियां साफ़ साफ़ दिखाई दे रही थी। जेठ जी ने मुझे चूमा मेरी चूचियों को सहलाया और उठकर कपडे पहने और मेरे पति से बोले की जब भी जरुरत पड़े बुला लियो बन्दा हाजिर हो जाएगा। और वो बाहर चले गए। उसके बाद हम पति पत्नी आराम से दोनों एक दूसरे को पकड़ पर सो गए।

मैं दूसरी सेक्स कहानी भी जल्द ही आपके लिए लाने वाली हूँ तक तक नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के पाठकों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। धन्यवाद.