सविता भाभी सेक्स स्टोरी, Savita Bhabhi Sex Story, कभी कभी ऐसी कोई घटना हो जाती है जो पूरी ज़िंदगी याद रहती है। रात जो मेरे साथ हुआ वह मैं कभी भी जिंदगी भर नहीं भूल पाऊंगा। सविता भाभी की चुदाई , जी हां दोस्तों आज मैं आपको अपनी सच्ची सविता भाभी की सेक्स स्टोरी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने जा रहा हूं। यह कहानी बिल्कुल सच्ची है और आपको बहुत ही हॉट और सेक्सी लगेगा यह मेरी गारंटी है। एक कहावत है कि भगवान जब देते हैं तो छप्पर फाड़ कर देते हैं मेरे साथ भी यही हुआ दोस्तों रोजाना मुठ मारने वाला लड़का जो ख्वाबों में लंड हिलाता रहे और उसको कोई औरत बुलाकर चोदने को कहें तो आप खुद सोचिए इसे क्या कहेंगे इसे ही आप भाग्य कहेंगे। आज मैं पूरी कहानी सुना रहा हूं।
मेरा नाम रत्नेश है मैं इंजीनियरिंग पढ़ रहा हूं नोएडा में रहता हूं। एक फ्लैट जो कि किराए पर ले रखी है उस उस फ्लैट में हम तीन दोस्तों के साथ रहते हैं। अभी दोनों घर गया हुआ है तो मैं अकेला था। और सविता भाभी को यह बात पता था। सविता भाभी मेरे ही टावर में 17वें फ्लोर पर रहती है। बहुत ही हॉट और सेक्सी औरत है। अभी तक कोई बच्चा नहीं हुआ है दिखने में ऐसी है दोस्तों की कोई भी देख ले अगर तो बिना मूछ मारे नहीं रह सकता है। सच बताऊं तो मैंने कई रातें उनकी याद में अपने वीर्य को बाथरूम में गिराया है।
सविता भाभी लंबी चौड़ी गोरी लंबे लंबे बाल हैं। कमर पतली और गांड चौड़ी है उनकी। उनकी बड़ी-बड़ी दोनों चूचियां बिल्कुल टाइट और आगे की तरफ उभरा हुआ है चूचियां इसी को कहते हैं दोस्तों। ब्लाउज में जब उनकी चूचियां फटने को तैयार हो रही हो और उस पर साड़ी का आंचल गया हुआ हूं तो साइड से कैसा लगता है देखने में आपको भी पता है दोस्त। उनके होंठ गुलाबी कलर के हैं। उनकी गर्दन लंबी है चूतड़ का उभार बाहर की तरफ से। लंबी-लंबी उंगलियां और सेक्सी नाखून उनकी पहचान है दोस्तों। जब भी वह देखती है किसी को तो मानो की बरसात होने लगी हो ऐसा लगता है। भाभी हो तो सविता भाभी की तरफ। पत्नी भी मिले तो सविता भाभी के। भगवान से मैं प्रार्थना करता हूं कि जब मेरी शादी हो तो मेरी बीवी सविता भाभी की तरह ही सेक्सी और सुंदर औरत मिले।
कल रात की बात से दोस्तों मैं ग्राउंड फ्लोर पर रहता हूं उनके पति को हमेशा नमस्ते भैया नमस्ते भैया करता हूं तो जान पहचान हो गई थी पर उतना ज्यादा नहीं कि घर आना जाना हो। सोसाइटी का ग्रुप बना हुआ है जहां पर अक्सर में उनके डीपी को देखते रहता हूं। कल रात के करीब 9:00 बजे थे मैं खाना पहले ही खा लिया था और कंप्यूटर पर काम कर रहा था। तभी मेरा फोन रिंग होने लगा जब मैं उठाया तो देखा कि व्हाट्सएप कॉल उठा। मैंने उठाया उधर से बोली कि रत्नेश मैं भाभी बोल रही हूं सविता भाभी पता है ना ऊपर ही रहती हूं मैं 17th फ्लोर पर। मैंने कहा जी हां जी हां भाभी नमस्ते। उन्होंने कहा नमस्ते कहने की कोई जरूरत नहीं है हेलो बोला करो मैं थोड़ी बड़ी हूं तुम थोड़े छोटे हो मैं नहीं चाहती कि तुम मुझे नमस्ते बोलो मैं चाहती हूं कि तुम दोस्त की तरह बात।
एक जरूरी काम आ गया इसलिए मैं फोन करी हूं क्या तुम 10 मिनट के लिए आ सकते हो। मैंने कहा कहा भाभी आपके फ्लैट पर उन्होंने कहा हां फ्लैट पर। मैं उनको बोला कि मैं 10 मिनट में आ रहा हूं। फटाफट मैंने कपड़े पहने और लिफ्ट से 17 फ्लोर पर पहुंच गया। बैल बजाया तो ऐसा लगा कि वह मेरा इंतजार कर रही थी तुरंत ही दरवाजा खोल दो। अंदर दाखिल हुआ उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया। उन्होंने कहा बैठो सोफा पर। मैं वहीं बैठ गया मैंने कहा क्या बात है भाई आपने मुझे याद किया। उन्होंने कहा हां क्यों याद नहीं कर सकती।
बस मन नहीं लग रहा था तुम्हारे भैया घर पर है नहीं तीन-चार दिन के लिए बाहर गए हुए हैं अपने कंपनी के काम से तो अकेली बोर हो रही थी तो एक बात तो पूछना था कि मैं भी चाहती हूं कुछ पढ़ाई लिखाई कर लूं। तो कुछ कोर्स ऐसा बताओ जिससे मैं घर पर घर बैठे पैसे कमा सकूं या मुझे यूट्यूब का चैनल बना दो मैं चाहती हूं अपनी सेक्सी अदाएं दिखाकर लोगों को रिझाऊं और पैसे कमाऊ। क्या यह सही रहेगा उन्होंने ऐसा कहा। मैंने कहा भाभी जी आजकल लोग बहुत पैसा कमा रहे हैं आप भी चाहें तो पैसा कमा सकते हैं। पर क्या यह भैया को अच्छा लगेगा।
उन्होंने कहा इसलिए तो मैं तुम्हें अकेले में बुलाई हूं ताकि तू मुझे अच्छे से समझा दो। पर दोस्तों यह सब उनका बहाना था वह सोफे पर आकर मेरे पास बैठकर। वह जो कपड़े पहनने थी उससे उनकी चूचियां बाहर दिखाई दे रही थी। गांड का भाग दिखाई दे रहा था वह ऐसा डिओडरेंट लगाई थी जिससे मैं आकर्षित हो रहा था उनकी तरफ। धीरे-धीरे करके वह अपनी कहानी कहने लगी और बोलने लगी कि मैं बहुत पढ़ी लिखी औरत हूं पर तुम्हारे भैया मुझे घर से बाहर भेजना नहीं चाहते उनको डर लगता है कि कहीं मैं किसी के साथ पटना जाऊं। तो आप ही बताओ रखने जो मर्द अपने पत्नी को सेक्स में खुश नहीं कर पा रहा हूं उसे तो डर लगेगा।
इतना सुनते ही मेरा माथा ठनक गया दोस्तों। मैंने कहा आखिर वह ऐसा क्यों करते हैं क्या उनका चक्कर तो किसी और औरत के साथ तो नहीं है। उन्होंने कहा नहीं नहीं किसी और के साथ चक्कर नहीं है उनमें कमजोरी की समस्या है इस वजह से वह मुझे खुश नहीं कर पाते हैं। मेरी जिंदगी तो बर्बाद हो गई है रत्नेश जी। यह बात किसी और से कहा भी नहीं जाता इसलिए मैं चुपचाप आजकल घर पर ही रहती हूं। चिंता भी करती हूं कि मेरा कोई बच्चा भी अभी तक नहीं हुआ और मेरे जितने भी सहेली थी उन सभी को बच्चे हो गए और सब लोग हमें पूछते हैं तो मैं क्या जवाब दूं मैं बहाने बनाते रहती हूं। कभी प्लान नहीं कर रही हूं ऊपर तो क्या बताऊं मैं प्लान करना चाह रही हूं पर कुछ हो नहीं रहा।
मेरा लंड धीरे-धीरे खड़ा होने लगा। क्योंकि वह मेरे करीब आ गई थी उनकी जांघ मेरी जांघ में सट रहा था। उन्होंने अपना हाथ मेरी जांघ पर रख दिया। और मेरी तरफ वह देखने लगी मैं उनकी तरफ जैसे ही देखा उन्होंने अपना हाथ मेरे गाल पर रख दिया और शहलाते हुए बोली क्या आज आप मेरे साथ रहेंगे। आज मैं आपके साथ सोना चाहती हूं। मैंने कहा पर यह बात किसी और को पता चल गया तो। उन्होंने कहा कैसे पता चलेगा किसी को क्या आप बोलोगे या मैं बोलूंगी। तो फिर पता चलने का सवाल ही नहीं उठता।
मेरी धड़कन तेज हो रही थी। वह बार-बार अंगड़ाइयां ले रही थी। उनकी सांसें तेज तेज चलने लगी और उससे भी ज्यादा मेरी सांसे तेज तेज चलने लगे। क्योंकि मैं पहली बार किसी औरत कितने करीब बैठा हुआ था वह भी अकेले में और रात को 9:30 बज गए थे। उन्होंने मेरे होंठ को निहारा और फिर पहला चुम्मा उन्होंने गाल पर दिया। मुझे बहुत अच्छा लगा दो। मैंने उनके चेहरे को सहलाया तो वो अपनी आंखें बंद कर ली। मैंने जैसे ही अपना हाथ उनकी चुचियों पर रखा उन्होंने कसके मेरे हाथ को ऊपर से पकड़ लिया और दवा दी। उनकी चूचियां नाइटी से बाहर निकलने को तैयार हो रही थी। उन्होंने मुझे अपनी तरफ खींचा और मेरे होंठ को चूमने लगे किस करने लगी। मेरे गर्दन मेरे होंठ मेरे गाल को ऐसे वह चूम रही थी मानों वह बरसों से प्यासी हो।
उनकी गदर आई जवानी को शायद कोई आज तक शांत नहीं किया था ऐसा लग रहा था। हम दोनों ने तुरंत ही लिप को लॉक कर लिए एक दूसरे को अपनी तरफ खींच रहे थे। उनके होंठ को चूस रहे थे दोस्तों ऐसा लग रहा था कि मैं जन्नत में आ गया हूं। उन्होंने तुरंत मुझे उठाया और अपने बेडरूम में ले गए। शानदार बेडरूम और बड़ा गद्दा वाला बेड। उन्होंने मुझे पटक दिया और अपने कपड़े को खोलते हुए अपनी पर आ को नीचे फेंकते हुए। मेरे ऊपर चढ़ गई और मेरे टी-शर्ट को निकालने लगे। मैंने उनकी मदद की और मैंने अपना टी-शर्ट नीचे उतार कर फेंक दिया। उन्होंने मेरी दोनों हाथों की उंगलियों में अपनी अंगुलियां फसादी और मेरे होंठ को चूसने लगी। उनकी दोनों बड़ी-बड़ी चूचियां मेरे छाती पर लोट रहे थे।
उनकी गर्म गर्म सांसे मेरे जिस्म से टकरा रही थी तो मेरा लंड और भी बड़ा हो रहा था , उन्होंने नीचे आकर मेरे ल** को पकड़ा और मुंह में लेते हुए मेरी तरफ देखने लगी और मेरे ल** को चूसने लगी। मैंने अपने दोनों पैरों को फैला दिया और बीच में मेरा ल** एक खूंटे की तरह था। वह मेरे ल** से ऐसे खेल रही थी दोस्तों जैसे कि उनको वह चीज मिल गया हो जिनकी उन्हें चाह बरसों से थे। मैं उनकी दोनों चूचियां को अपने हाथ में थामे हुए था। और मैंने उनको ऊपर ऊपर किया और उनके होंठ को फिर से चूसने लगा। उन्होंने धीरे धीरे कर के ऊपर चढ़ गई और मेरे मुंह के ऊपर बैठ गई उनकी च** मेरे नाक में चला गया दोस्तों। गीली थी च** गर्म थी। मैंने तुरंत ही अपना जइब निकाला और उनके गांड को चाटने लगा। उसके बाद वह ऐसे रगड़ने लगी अपनी गांड को मेरे मुंह पर। कि मेरी सांसे रुकने लगी थी मैंने तुरंत छटपटा कर बाहर आया और उनको नीचे लिटाया, दोनों पैरों को अलग अलग किया और मैं च** को चाटने लगा।
उन्होंने दोनों पैरों को फैला दिया और मेरे बाल को पकड़कर च** चटवाने लगी। उन्होंने मुझे गाली देकर कहा चाट मदारचोड़ मेरी चूत चाट आज मेरी गर्मी बुझा दे। आज तू मुझे खुश कर दे। यह सब सुनकर हैरान हो गया क्या खूबसूरत औरत के मुंह से इतनी गंदी-गंदी गालियां निकलने लगी मेरे लिए। पर वो जितना ज्यादा गालियां देती थी उतना ही मैं और भी ज्यादा कामुक हो रहा था। मैं उनके दोनों चुचियों को दबोच लिया और उनके निप्पल को पीने लगा। करीब 5 मिनट तक मैं उनकी चूचियां उसको सहलाते हुए उनके निप्पल को रगड़ रहा था। उन्होंने कहा अब बस करो और मेरी च** की प्यास बुझा दो अपना ल** डालकर। मैं भी वही किया मैं तुरंत नीचे आ गया दोनों टांगों को अपने कंधों पर लगाया और अपना मोटा ल** उनके च** पर रखकर कसके घुसा दिया।
उसके बाद तो दोस्तों नीचे से ऐसे वह धक्के देने लगी कि क्या बताऊं। उनके मुंह से आह आह की आवाज आने लगी और गालियां दे ही रही थी उस समय तक मैं भी छिनार रंडी आज मैं तुम्हें पागल कर देऊंगा चोद कर ये सब मैं भी कहने लगा। दोस्तों उनकी मोटी मोटी जांघें मेरे चारों ओर लपेटी हुई थी। और मैं चोदे जा रहा रहा था हरेक पांच मिनट में अलग पोजीसन से उनको चोद रहा था और वो भी अलग अलग स्टाइल में मुझे चोदने को कहती।
अब वो ऊपर आ गयी लंड को पकड़ कर बैठ गयी और फिर जोर जोर से लेने लगी लंड को अपने अंदर मैं उनकी चूचियों को जोर जोर से मसल रहा था। वो अअअअअ आआआ आआआ उफ्फ्फ्फ़ उफ्फ्फ्फ़ आउच की आवाज निकाल रही थी। अब वो कुतिया बन गयी और मैं उनके गांड के पीछे से चूत में लंड देने लगा तो वो गाली देखकर बोली अरे मादरचोद तुम्हे गांड नहीं दिख रहा था मैंने तुरंत अपना लंड उनकी चूत से बाहर किया और गांड में लंड घुसाने लगा। उनकी गांड बहुत ही टाइट थी तो जा नहीं रहा था। मैंने थूक लगाया और फिर से पूरा घुसा दिया। वो दर्द से कराह उठी। फिर वो गांड मरवाने लगी। फिर करीब सात मिनट बाद वो सीधी लेट गयी और बोली अपना बीर्य अंदर तक छोड़ना मैं तुम्हारे बच्चे की माँ बन्ना चाह रही हूँ। फिर से हम दोनों तेज हो गए मैं जोर जोर से उनको चोदने लगा वो भी गांड घुमा घुमा कर मेरे लंड को अंदर तक लेने लगी। करीब 10 मिनट में हम दोनों जोर जोर से आआआ अअअअअअअ की आवाज करते हुए अपना वीर्य उनकी चूत के अंदर तक छोड़ दिया। वो शांत हो गयी। उनके बाल बिखर गए थे। उनकी काजल फ़ैल गयी थी। उनका लिपस्टिक फ़ैल गया था। ओह्ह्ह्हह गोरे बदन पर ये नजारा बड़ा ही सेक्सी लग रहा था। मैं शांत हो गाए और कब नींद आ गयी पता भी यही चला।
रात को उन्होंने फिर दो बजे उठाया और चुदवाया। फिर चार बजे उनको चोद कर वापस अपने फ्लैट पर आ गया।