Real Hindi Sex Story : पहलवान सेक्स स्टोरी, बेटे के लिए चुदाई,औलाद के लिए सेक्स, माँ बनने की लिए सेक्स : पहलवान जी ने मेरी चूत फाड़ दी कल रात। इतना चोदा मुझे अभी तक मेरे जांघ में गांड में चूचियों में दर्द है। मैं दर्द सहन नहीं कर पा रही हूँ। उनका 10 इंच का मोटा लंड मेरी चूत को फाड़ के रख दिया आज मैं आपको इस वेबसाइट के माध्यम से यानी कि नॉनवेज story.com के माध्यम से अपनी पूरी कहानी आप सभी दोस्तों के साथ रखने जा रहे हो ताकि आपको भी पता चले कि जब आपके अंदर ज्यादा गर्मी हो जाती है। या आपको बच्चा चाहिए या और कोई कारण हो तो। आपको ऐसे कदम उठाने पड़ते हैं। जब आप मुझे पूरी कहानी जानेंगे तो पता चलेगा कि गलती मेरी है इसी वजह से उन्होंने अपने पहलवान दोस्त को बुलाकर लाया।
मेरी शादी हुए अभी 2 साल हुए हैं अभी तक मेरा कोई बच्चा नहीं है। पति एकलौता है ससुर जी का बहुत बड़ा साम्राज्य है जमीन है अपना बिजनेस है और प्रतिष्ठा भी है। समाज में उनको सब लोग जानते भी हैं और इसी के उलट मेरे पति के पास कुछ भी नहीं है इतने बड़े बाप के बेटा तो हैं पर एकदम से नालायक और बुद्धू बीमारी की वजह से वह पागल की तरह करते हैं। ना कोई इज्जत है, गांव में कोई इज्जत नहीं देता है उनको। सब देख कर मन बहुत दुखी हो जाता है लगता है कि मेरा कुछ नहीं है इज्जत मिलेगी तो कैसे सबसे बड़ी बात यह है। दोस्तों मैं पति पत्नी में कभी वैसा प्यार भी नहीं रहा क्योंकि उनको इंटरेस्ट ही नहीं है मेरे में मैं कितना हंसने खेलने वाली लड़की थी। टिक टॉक पर वीडियो बनाकर डांस किया करते थे। यूट्यूब पर अच्छे-अच्छे वीडियो डाला करते थे और जब मैं ससुराल आई तो बंध गई।
मैं अपने मां-बाप की अकेली संतान थी, पर इस साल कोरोना ने मेरा घर उजाड़ कर रख दिया। मेरे मां और बाप दोनों स्वर्गवासी हो गए मैं इस दुनिया में अकेले रह गई और अकेले भी ऐसी कि बिल्कुल अकेले ससुराल में ना कोई देखने वाला ना मेरा कोई सुनने वाला। बस एक बहू बनकर जिंदगी काट रही थी और काट रही हूं मेरा कोई लड़का बच्चा नहीं है। क्योंकि पति इस लायक नहीं है कि वह मुझे यह सुख दे सके। अपने ससुर पर ही डिपेंड हो गई पर ससुर की उम्र ज्यादा है तो ससुर भी यह सुख मुझे नहीं दे पाया पहले तो उसने बड़ी-बड़ी बातें किया मुझे फंसाया। की मैं तुम्हे बच्चे का सुख दूंगा। मैं भी उनके चक्कर में रह गयी। क्यों की जाती तो कहाँ गरीब घर से थी और माँ बाप भी चले गए।
ससुर जी छह महीने से खूब पेला मुझे शिलाजीत खा खा कर पर कुछ नहीं हुआ शायद उनका वीर्य ही ठीक नहीं है। पति से कुछ नहीं हो रहा है। मैं निराश हो गयी थी। एक डॉक्टर से दिखाया तो डॉक्टर ने सब जांच करके बोला की आपके पति का शुक्राणु ठीक नहीं है इसलिए आप माँ नहीं बन सकती हैं। अगर आईयूआई करने होंगे। किसी का वीर्य लेकर आपके अंडे तक पंहुचा देंगे तो आपको बच्चा हो जायेगा। यानी की डॉक्टर ने ये कहा की लंड बिना घुसाए किसी का वीर्य डॉक्टर की मदद से चूत के अंदर डाल देना।
पर ये चीज ससुर जी को नहीं जंची उन्होंने कहा नहीं नहीं ये ठीक नहीं है। और वीर्य भी किसका लेगा वो भी नहीं पता तो मैं ऐसे किसी और का दादा नहीं बनना चाहता। जानपहचान का हो तो थोड़ा ठीक भी लगता है। पर किसी का वीर्य पता नहीं कौन से जात का है धर्म का है। ऐसा मुझे नहीं चाहिए पोता। मैं भी उनकी बात से सहमत थी। दो तीन दिन तो माहौल ख़राब ही रहा फिर ससुर जी बोले इस बार भर मुझे कोशिश करने दो फिर देखते हैं क्या करने हैं। ससुर जी मुझे लगातार पन्दरह दिनों तक चोदे। पर फिर से मेंस आ गया। यानी की ससुरजी फेल हो गए कुछ भी नहीं हुआ।
एक दिन की बात है। मेरे ससुर जी अपने पहलवान दोस्त के बारे माँ बताया। उन्होंने बताया की पहलवान को आठ लड़के हैं लड़कियां एक भी नहीं है। यानी की वो हमें ये सुख दे सकता हैं। अगर तुम तैयार हो तो। मैंने कहा ऐसे कैसे तैयार हो जाएँ। एक औरत की इज्जत होती है गरिमा होती है। कैसे किसी के साथ सो जाएँ। क्या ये आप अपने बेटी के साथ करते अगर आपकी बेटी होती तो। तो उन्होंने कहा देखो बहु मैं ऐसा नहीं करता। पर क्या करूँ मेरी भी मजबूरी है तुम्ही सबकुछ हो मेरा बेटा पागल है उसको कुछ नहीं पता। अगर तुम माँ नहीं बन पाई तो मेरा क्या होगा आगे जाके सबकुछ ख़राब हो जायेगा।
कई बार मुझे गुस्सा भी आता था फिर मुझे ममता भी लगता था ससुर जी की और पति के हालत को देखकर क्यों की वो दोनों भी मजबूर थे। इसलिए मैं कुछ नहीं बोल पाई क्यों की वो सबकुछ मेरे लिए और अपने लिए और अपने आगे वंश के लिए कर रहे थे इसलिए हम तीनो ही मजबूर थे। और ऐसे ही मजबूरी का फायदा दुनिया उठाती है। किसी की समस्याओं से उसको लेना देना नहीं होता है वो सिर्फ अपनी वासना की आग बुझाते हैं। शायद आपके सामने भी ऐसे प्रश्न आते होंगे। मैं कुछ भी नहीं बोल पाई। जब उन्होंने फिर से पूछा की क्या बहू क्या ख्याल है। पहलवान जी को बुला लें। भगवान् अगर सुनलेंगे तो सब कुछ हो जायेगा मेरे यहाँ भी किलकारियां गूंजेगी।
पहलवान ने कैसे चोदा मुझे
दोस्तों, मेरे से बात हो गयी अब मेरे ससुर जी को पहलवान से बात करने थे। पहलवान इश्क़ मिजाजी है क्यों की उसने अपनी बीवी के अलावा भी दो और औरतों को फंसा रखा है। और ससुर जी कहते हैं वो दो दो दिन मैंने में उसके साथ रात बिताता है। तो मैंने ससुर जी से भी पूछा अगर पहलवान हम लोगों को ब्लैकमेल किया तो। बाद में कुछ ऐसी वैसी बात हो गयी तो। उन्होंने कहा बाद में कुछ नहीं होता। मेरा काम बनते ही पहलवान को दूसरी दुनियां में भेज दूंगा। मैं समझ गयी वो क्या चाहते हैं यानी की सुपारी देने की सोच रहे हैं। पर मुझे उनका ये आईडिया भी अच्छा लगा।
पहलवान जी से बात हो गयी और दूसरे दिन वो आने वाले थे मेरी चुदाई करने। ससुर जी दूसरे दिन पहवान को घर लाकर छोड़ दिए और बाहर ही बाहर चले गए। पहले ही बोल गए थे की मैं नहीं रहूँगा घर पर पूरी रात खेत पर ही सोऊंगा। क्यों की मुझसे सामने बर्दास्थ नहीं होगा। पहलवान रात के आठ बजे आ गए। देखने में लंबा चौड़ा, बड़ी बड़ी मूंछे सीना चौड़ा कुरता पजामा और गमछी कंधे पर। उम्र करीब 55 साल। मैं देखते ही समझ गयी ये सांढ़ है जो गाय को पाल खिलाने के लिए आया है यानी की गाय को गर्भवती करने।
मैं पानी चाय पूछी तो उन्होंने कहा नहीं नहीं पानी चाय की जरुरत नहीं है मुझे नमकीन चाय पीने है तो आपके चूत से निकलेगा और रात भर दूध निकालने है आपकी चूचियों से। ये सुनकर मुझे डर भी लगा की वहसि के तरह बोल रहा था। पर उन्होंने तुरंत बोलै अरे मजाक कर रहा हूँ जैसे तुम चाहोगी वैसे ही करूंगा। तुम्हारी ख़ुशी के लिए आया हूँ अपनी गर्मी बुझाने नहीं। तब जाकर मेरी जान में जान आया। मैंने कहा हां पता है। उन्होंने कहा आप बहुत ही खूबसूरत हो। मैं मुस्कुरा दी उन्होंने मेरे साडी का पल्लू पकड़कर बोले काश आप मेरी बीवी होते तो मैं बहुत खुश होता और खुस रखता आपको।
मैंने कहा तो आज रात के लिए तो मैं हूँ ना बीवी आपकी। उन्होंने कहा ये बात तो है। पर एक रात से क्या होगा एक दो महीने चाहिए ताकि आपकी बेटा दे पाऊं। मैंने कहा ठीक है देखते हैं। पहले आज की रात को ही रंगीन बनायें। इतना कहकर मैं उनके करीब चली गयी वो मेरी ब्लाउज की हुक खोलते हुए मेरी आँखों में झाँक रहे थे। मैं नर्वस भी हो रही थी पर खुश भी थी की मैं माँ बन जाउंगी। उन्होंने ब्लाउज उतार दिया और ब्रा का हुक भी खोल दिया।
मैंने खुद ही साडी उतार दी उन्होंने पेटीकोट का नाडा खींच दीया। मैं पलंग पर लेट गई। उन्होंने अपने कपडे उतारे और मेरी पेंटी खोल दी। हम दोनों नंगे हो गए उनका गठीला बदन देखकर मेरे होश उड़ने लगे। आज मुझे असली मर्द से पाला पड़ा था। उनका लैंड करीब १० इंच का था मोटा काला और लम्बा देखकर लगा तुरंत ही हाथ में ले लूँ। पर ये मैं सोच ही रहीथी की उन्होंने अपना लंड मेरी मुँह में दे दिया। मैं मुँह में संभाल भी नहीं पा रही थी क्यों की बड़ा लौड़ा था मोटा था मुँह में आ रही रहा था। उन्होंने मेरी दोनों चूचियों को पीना और दबोचना शुरू कर दिया। मैं पानी पानी होने लगी। मैं डर भी रही थी की इतना मोटा लंड अपनी चूत में कैसे लुंगी।
उन्होंने मुझे पलट दिया फिर गांड को चाटने लगे पीठ सहलाते लगे गर्दन कंधे पर चूमने लगे। फिर सीधा कर दिया अब मेरे होठ को चूसने लगे। मेरी गाने में ऊँगली देकर जोर से हिला दिए। फिर उन्होंने अपनी गोद में मुझे बैठा लिया और अपना लंड चूत के आसपास रगड़ने लगे। मैं कामुक हो चुकी थी मेरी चूत गीली हो गयी थी। मैंने कहा चाय बन गयी पी लो। उन्होंने तुरंत ही मुझे लिटा दिया और मेरी चूत में ऊँगली जोर जोर से डालने निकालने लगे मै और भिः पानी पानी हो गयी। उन्होंने तुरंत भी जीभ लगा दिया चूत पर। चाटने लगे। गांड में ऊँगली कर कर के चूत चाटते तो कभी बूब्स दबाते कभी होठ चूसते। उन्होंने मुझे सीधा किया और तकिये को मेरे कमर के निचे लगाया और जोर से अंदर अपना लंड मेरी चूत में दे दिया। ओह्ह्ह्हह्हह ओह्ह्ह्हह्हह मर गैईईई मैं।
मेरे मुँह से यही आवाज निकला। आजतक मैंने कभी इतना मोटा लंड अपनी चूत में नहीं लिया था। उन्होंने चोदना शुरू किया तो पलंग आवाज करने लगा और मेरी सिसकारियां बंद ही नहीं हो रही थी दर्द के साथ साथ मजा भी आ रहा था ;जोर जोर से जब धक्के देते तो मेरे पुरे शरीर में करंट दौड़ जाती थी। मैं अब उनके जिस्म के साथ खेलना शुरू कर दिया वो मुझे मसलते हुए चूमने लगे। जोर जोर से चोद रहे थे। मैं चुद रही थी। उन्होंने मेरी गांड में भी लंड घुसाने की कोशिश की पर मैंने मना कर दिया। उन्होंने फिर से मेरी चूत में जोर जोर से धक्के दे देकर पेलना शुरू कर दिया।
पूरी रात उन्होंने मुझे चोदा। गजब का स्टेमिना था। गजब का लंड और गजब का टाइमिंग और औरतों को खुश करने का तरिका। उनको पता था औरत कैसे खुश होती है चुदाई में। उन्होंने मुझे पूरी रात खुश किया। जो जो चाहती थी उन्होंने वैसा ही मेरे साथ किया ना जोर ना जबरदस्ती। मजा खूब आया अब देखिये आगे क्या होता है कब माँ बनती हूँ कब मेरे ससुर पोता खिलाएंगे अपने गोद में। और कब मेरा पति बाप बनेगा ये सब कुछ अब पहलवान जी के हाथ में हैं। मैं दूसरी कहानी जब मैं माँ बन जाउंगी और फिर पहलवान की क्या होगा वो सब अगल कहानी में नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर बताउंगी।