हेलो दोस्तों मैं बड़ा ही खुसनसीब इंसान हु क्यों की मेरी साड़ी उंगलिया घी में है, ये कैसे आपको निचे पढ़ने पे पता चलेगा, मैं दिल्ली में रहता हु, और आई टी इंजीनियर हु, आई बी एम में काम करता हु, सैलरी काफी अच्छी है एक चीज़ नहीं है वो मेरा अपना परिवार मैं अनाथ हु, मेरा कोई नहीं है मेरी माँ पिछले साल ही गुजर गयी और पापा कारगिल युद्ध में शहीद हो गए, मेरी शादी मेरे पापा के दोस्त की बेटी के साथ हुआ है मेरे ससुर भी कारगिल युद्ध के दौरान……. खैर अब सब कुछ अच्छा है. मेरी शादी इसी महीने हुयी है, मेरे वाइफ के मायके में उनकी माँ जो की ४० साल के करीब की है और १८ साल की साली है, शादी के बाद वो दोनों भी दिल्ली में रहने मेरे साथ ही आ गयी है!
हुआ ये की, मेरी शादी कोर्ट में हुई है करीब १२ बजे दिन में और हमलोग देहरादून से उसी दिन दिल्ली आ गए, शाम को करीब ७ बजे दिल्ली पहुंचे, मेरी साली और सास ने फूल बाले को बुलाया बैडरूम सजाने के लिए क्यों की मेरा सुहागरात था, पूरा घर गुलाब की खुसबू से महक रहा था हम चारो बहुत ही खुश थे, रात को बाहर होटल से खाना खरकर आये और ११ बज गया था, मैं और मेरी वाइफ दोनों बैडरूम में गए, मैं वाइफ के लिए एक सोने का चैन लाया था मैंने उसे पहनाया और गले से लगा लिया, वाइफ भी मुझे एक हल्का सा किश दी मेरे होठों पे बोली आई लव यू, फिर कुछ देर तक बात चीत करने के बाद मैंने उसके होठ को चूमना सुरु किया फिर मैंने ब्लाउज का हुक खोला, और ब्रा के ऊपर से ही चूमना सुरु कर दिया, मेरी वाइफ बड़ी अंगड़ाईयाँ ले रही थी, मैंने फिर धीरे धीरे साडी को भी निकाल दिया और होठ से चूमना स्टार्ट करता और पैर के अंगूठे तक जाता, मेरी वाइफ काफी गरम हो चुकी थी, कह रही थी, रविश अब देर मत करो मुझे मत तड़पाओ, मेरा लंड तन के खड़ा हो गया था करीब ८ इंच का लौड़ा कोबरा साप के तरह फुफकार रहा था, मेरी वाइफ बोली की रविश आज लाइट बंद कर के कर लो प्लीज, मैंने लाइट बंद कर दिया और अंदाज़ से ही मैंने बूर पे लौड़ा रखा और पेल दिया कस के मेरी वाइफ चिक्ख उठी और मैंने महसूस किया की उसके बूर से खून निकल रहा था, शायद मैंने जोर से धक्का लगा दिया, ऐसे पहली रात में ये सील टूटने की निशानी है पर आज थोड़ा ज्याद जोर से करने के बाद ही ब्लड निकला था, मैंने वाइफ को सॉरी कहा पर वो रो रही थी, मैंने समझाया और फिर धीरे धीरे करने लगा, फिर करीब आधे घंटे तक चोदने के बाद मैंने अपना वीर्या उनसे बूर में ही दाल दिया.
फिर इसी तरह मैंने ३ से ४ बार चुदाई की, और पूरा मज़ा लिया, मेरी वाइफ को सुबह जल्दी उठ कर मंदिर जाना था, हो की मेरे रेजिडेंस से करीब २२ किलोमीटर पड़ता है, तो मेरी साली और मेरी वाइफ दोनों मंदिर चली गयी और बोल के गयी की वापस आते आते करीब ११ बज जायेंगे मैंने कहा ठीक है जाओ आप दोनों, और वो दोनों चली गयी. मैे करीब १ घंटे बाद उठ गया सासु माँ किचन में खाना बना रही था, मैं जैसे ही बहार निकला मैंने सासु माँ को देखा और मुस्कुरा के आगे बढ़ी और मुझे गले से लगा लिया बोली अब तुम ही मेरा सब कुछ हो रविश, मेरी बेटी को खुश रखना और वो मुझे अपने छाती से लगा ली और पीठ को सहला रही थी, फिर मैं नहा के आया सासु माँ ब्रेकफास्ट लाई और दोनों मिलकर ब्रेकफास्ट किया, वो बहुत ही खुश लग रही थी, मैंने कहा माँ जी आप वाइट साडी नहीं पहनोगी आज से, आज से आप मेरे लिए भी सब कुछ हो इतना सुनते ही सासु माँ ने मुझे किश कर लिया और आँख में उनके आंसू थे उस वक्त मैंने कहा आपको किसी चीज़ की कमी नहीं होने दूंगा.
ब्रेकफास्ट कर के मैं वापस बैडरूम में आ गया थोड़ी देर के बाद सासु माँ भी आ गयी, और बेड़ पे बैठ गयी, और बोली रविश मैं दरवाजे के पास रात को थी और मैं सुन रही थी की राखी कैसे रो रही थी, इसलिए मैं चाहती हु की तुमको मैं बता दू की सेक्स कैसे किया जाता है, मैं ये सुनकर हैरान रह गया और तक ताकि लगा के उनको देख रहा था, मेरे मन भी वासना की आंधी चलने लगी थी, मन में कौतुहल होने लगा था, लौड़ा मेरा ९० डिग्री पे खड़ा हो चुका था, और सामने बेड़ पे बैठी मेरी प्यारी सासुमा ब्लाउज का हुक खोल रही थी और पेश मर दी मेरे सामने दो बड़े बड़े टाइट चूची, कमाल का था उनका बूब, मस्त था भरा पूरा शरीर था उनका पेट एकदम सुराही के तरह लग रहा था, मैं टक टकी लगा के देख रहा था, तभी वो मुस्कुराती हुई दोनों हाथ फैला दी, मैं भी वैसे ली लपक के उनको अपने बहो में जकड लिया और बेड़ पे लिटा दिया फिर वो बोली तुम कुछ नहीं करोगे मैं बताउंगी की क्या क्या कब करना है.
वो दोनों चूचियों को सटा ली और बोली पहले इसको चूसो, मैंने दोनों निप्पल को बारी बारी से चूसना सुरु कर दिया फिर वो बोली की मेरी नाभि में जीभ डालो, और घुमाओ मैंने वही किया वो सिहर रही थी मैं मैं अब दोनों हाथ से एक एक चूची और और जीभ से नाभि को चाट रहा था, फिर वो पेटीकोट का नाड़ा खोल दी और और बोली मेरा बूर चाटो मैं उनका बूर चाटने लगा, वो अऔछ्ह् औछ्ह्ह्ह उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ हाईईए हाईईईईईईईए आवाज़ निकालने लगी, वो मदहोश हो गयी थी वो दोनों जांघो से मेरे शरीर को दबा रही थी और मेरा बाल पकड़ ले खीच रही थी और अपना बूर चटवा रही थी, फिर उन्होंने बोला अब दोनों पैर को फैला कर अपना लंड बूर के मुह पे लगाओ और कस के धक्का दो, मैंने वैसा ही किया और फिर वो बोली की अब पीछे से दोनों चूतड़ को पकड़ लो और कस कस के धक्का दो मैंने फिर वही किया फिर वो बोली अब पीछे से ही अपनी दोनों ऊँगली मेरी गांड में घुसाओ मैंने वैसे ही किया अब तो मेरा लंड सातवे आसमान में था, और मैं कस कस के चोदे जा रहा था वो भी भी अपना गांड उठा उठा के चुदवा रही थी, फिर वो बोली अब डौगी स्टाइल में चोदो फिर मैंने वैसे ही किया फिर वो बोली तुम बेड़ से निचे हो जाओ फिर मैे खड़ा होके उनके पैर को ऊपर उठा के चोदा, फिर वो भी बेड़ से निचे हो गयी और एक पैर निचे एक बेड़ पे रखी और बोली अब तुम खड़े खड़े चोदो, इस तरह से मैंने करीब १५ सोलह तरीके से चोदा और ये सब मुझे मेरी सासु माँ ने सिखाया.
अब तो मैं सासु माँ को भी चोदता हु और अपनी बीवी को भी पर मेरी साली आज मुझे एक सेक्सी किश दी है और बोली की कल मैं आपको एक गिफ्ट दूंगी कपडे उतार के, दोस्तों मैं कल अपने साली को कैसे चोदा ये कहानी आपको जल्द बताऊंगा आप इस वेबसाइट को नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम को बुकमार्क कर ले और मजा ले.
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