दोस्तों आज मैं आपको एक अपनी सनसनी कहानी सूना रहा हु, आपको मेरी ये कहानी बहूत ही ज्यादा हॉट लगेगी. ये मेरा वादा है, मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम का रेगुलर विजिटर हु, कई बार ज़िन्दगी में कुछ ऐसे वक्त आते है जब वो इंसान सबसे ज्यादा खुश हो जाता है. ऐसा ही वक्त आया था दोस्तों मेरी भी ज़िन्दगी में आज से चार दिन पहले, आज मैं आपको अपनी पूरी कहानी बताऊंगा.
मेरा नाम विशाल है. मैं गोरखपुर का रहने बाला हु, और दिल्ली में रहता हु. मेरी शादी को हुए अभी तीन महीने हुए है मैं खूब मजे किये अपने पत्नी के साथ, तीन महीने में मैंने सेक्स की अपनी भूख को ख़तम कर दिया, खूब चोदा, खूब मजे किये. अब मैं इधर उधर आँख सेकने लगा. क्यों की आपको तो पता है रोज रोज जैसे एक ही सब्जी अच्छी नहीं लगती वैसे ही रोज रोज एक ही चूत में लंड डालने में मजा नहीं लगता. पर कर भी कुछ नहीं सकता, सब के भाग्य में तो अच्छी बात होती नहीं. इस वजह से वही पुराणी चीज को ही उसे कर रहा था. अचानक मेरे ऑफिस से आर्डर आया की विशाल तुम्हे २ महीने के लिए अमेरिका जाना है प्रोजेक्ट के लिए अमेरिका जाना था, और मेरी पत्नी पंद्रह दिन के लिए बंगलुरु जाना था. क्यों की उसकी कंपनी उसको भेज रही थी. अब दोनों जरुरी था.
मैंने फ़ोन कर के अपनी सासु माँ को बताया की ऐसी ऐसी बात है. और मैं गोरखपुर जा रहा हु, आप चाहे तो कुछ दिन के लिए दिल्ली आ जाइये, वो तैयार हो गई. मेरे पास वापस आने के टिकेट था ट्रेन का, पर सासु माँ का टिकेट नहीं था. मैं उनका एक वेटिंग का टिकेट लिया और सोचा साथ ही ले आऊंगा. ऐसे वेटिंग का टिकेट सेकंड ए सी में मान्य नहीं था. पर मैंने सोचा कौन पूछने बाला है. और साइड बाला बर्थ था. पर्दा लगा था. टीटी आया और मैं सिर्फ अपना टिकेट दिखा दिया और वो चला गया. दोनों बैठ गए और पर्दा लगा दिया.
अब दोस्तों मैं अपने सास के बारे में बता दू, मेरी सास को सिर्फ एक ही बेटी है जो मेरी पत्नी है, मेरी पत्नी की उम्र मॉर्टर 19 साल है और मेरी सास की उम्र 36 साल अब आप समझ गए होंगे, क्या माल होगी, उसपर से भी दस साल से चुदी नहीं है क्यों की ससुर जी अब दस साल पहले ही चल बसे. तो शरीर गजब की है. सॉलिड बॉडी, मेरी पत्नी और सास दोनों बहन ही लगती है. ऐसी है. गोरी, स्टाइलिस्ट, साधना कट बाल. बैलकेस ब्लाउज, पहन कर काली रंग की साडी और होठ लाल लाल ओह्ह्ह्ह मेरा तो दिमाग ख़राब कर दिया था. गजब की पर्सनालिटी है. जब मैं अपने पत्नी को देखने गया था शादी के पहले तो लगा वो मेरी पत्नी की बहन होगी.
रात को दस बज गए थे, वो कहना बना कर लाई थी. दोनों ने कहना खाया, वो कहने लगी. बेटा मुझे पता है तुम मुझे ज़िन्दगी में किसी चीज की कमी नहीं दोगे और मेरा है ही कौन इस दुनिया में, तो मैंने कहा माँ जी आप चिंता क्यों करती हो. मैं हु ना कभी किसी चीज की कमी नहीं होने दूंगा. यहाँ तक की ससुर जी की भी नहीं. सासु माँ मुस्कुरा दी. बोली मुझे पता है, पर कई चीज तो सिर्फ पति ही दे सकता है. तो मैंने कहा आप गलत हो. अगर पति के तरह से बेटा मिल जाये तो क्या फर्क पड़ेगा, आप अपनी ज़िन्दगी घुट घुट कर क्यों जिओगी, मैं हु ना, आपके लिए, दुनिए के बारे में सोचने का वक्त नहीं है. आप ये मत सोचो की लोग क्या कहेंगे, आप ये सोचा की ज़िन्दगी मजे से कैसे कटे, आपको पता है. ज़िन्दगी को बड़े अच्छे तरीके से बितानी चाहिए. ऐसे भी आप दिल्ली जा रहे हो. कल पूजा भी बंगलौर चली जाएगी, दो महीने के बाद मुझे भी अमेरिका जाना है. फिर मैं 1 साल बाद इंडिया आऊंगा.
इतना सुनते ही. सासु माँ मुझे गले से लगा ली. और मेरे गाल पर किश कर दिया, फिर वो मेरा मुह देखकर हँसने लगी. मैंने पूछा आप हंस क्यों रहे हो तो बोली, तेरे गाल पर लिपस्टिक लग गया है. फिर वो अपना साडी का आँचल निकली और मेरे गाल से लिपस्टिक साफ़ करने लगी. दोस्तों पहली बार मैं उनके बूब्स के बिच का भाग देखा. गजब का, सोने का चेन उनके बूब्स पे टिका था. मेरी नजर वह से हट नहीं रही थी. मेरे आँखों के सामने ब्लाउज से दो बड़े बड़े चूच दिखाई दे रहा था. मजा आ गया तभी उनका ध्यान उनके चूच पर पड़ा और देखि की मैं अपना आँख सेंक रहा हु. तो वो वापस बैठ गई. पर आँचल ऊपर नहीं की बल्कि नीचे ही रख दी. अब वो दो बड़ी बड़ी चूचियां मेरे सामने पड़ी थी. ऐसा लगा की भूखे के सामने थाली रख दी हो.
मैंने कहा सासु माँ आप अभी भी जवान लगती हो. तो वो बोली कहा से जवान लग रही हु, तो मैंने कहा हरेक जगह से, वो बोली हरेक जगह को तुमने देखा कहा है. तो मैंने कहा ऊपर से ही देखकर पता चल जाता है की अंदर कितना अच्छा होगा. तो सासु माँ बोली चली अंदर भी दिखा दूंगी, मैं तो खुश हो गया मैं समझ गया की, मेरी सासु माँ एक नंबर की रंडी छिनार है. मैंने कहा आपके होठ अभी भी लपलप लगता है. वो बोली चख कर देख लो. रषभरी की स्वाद है. और मेरी पहली सफलता हाथ लगी, ऐसा लगा की मुझे ओलिंपिक में मैडल मिल गया है. और मैं उनके होठ पर अपना होठ रख दिया और चूसने लगा. धीरे धीरे मेरे हाथ उनके गाल पर गए और फिर अच्छे से उनके होठ को चूसने लगा और फिर हाथ मेरा उनके चूचियों पे गया और हौले हौले से सहलाने लगा. ट्रेन सरपट भाग रही थी. और फिर मेरा लंड खड़ा हो गया, दोस्तों, सासु माँ खुद ही अपना ब्लाउज का हुक खोल दी. और मैंने पीछे से ब्रा का हुक खोल दिया.
मैं हैरान था. पूजा की चूचियां और इनकी चूचियां एक जैसा था. वैसा ही टाइट निप्पल भी ऐसा की लगा रहा हो किसी जवान लड़की की हो. दोस्तों मेरे जीभ से पानी निकल गया और मैंने उनके चूच को अपने मुह में लेके चूसने लगा वो मेरे बाल को सहलाने लगी. और में उनके दूध को पिने लगा, उनके मुह से सिसकारियां निकल रही थी. कह रही थी बेटा ऐसा ही प्यार करना मुझे, कभी मुझे छोड़ना नहीं. और मैं उनके लिटा दिया और उनके ऊपर चढ़ गया. पर्दा लगा था. और सब लोग कम्बल तान कर सो गए थे, मैंने उनके साडी को ऊपर कर दिया, उन्होंने खुद ही पेंटी खोल दी.
दोस्तों अब उनकी चुचिया मेरे सीने से चिपक रही थी. मैं उनके होठ को चूमते चूमते उनकी चूचियों को भी मसल रहा था. वो आह आह कर रही थी, और कह रही थी आई लव यू डार्लिंग. ऐसा ही दामाद सबको मिले. और मैंने उनके चूत पर हाथ रखा. तो हैरान हो गया, आज ही वो बाल साफ़ की थी. गजब का चिकना था. और ऊपर से गरम हो गया था हलके हल्का लसलसा पानी निकल रहा था. शायद वो झड़ गई थी. मैंने ऊँगली में वो लसलसा लगा कर अपने मुह में ऊँगली डाली, ओह्ह्ह गजब का स्वाद था. मजा आ गया वो नमकीन सा. मैं नीचे होके पैर को मोड़ कर ऊपर कर दिया, और मोबाइल की लाइट जला कर देखा तो मैं शॉक हो गया, क्यों की जवान लड़की की तरह था उनका चूत, सटा हुआ, छेड़ भी दिखई नहीं दे रहा था. आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. उसके बाद मैं उनके चूत में ऊँगली डालने की कोशिश की तो उन्होंने मेरे हाथ पकड़ लिया, बोला बेटा एक काम करते है.
तुम इस चूत का उदघाटन कल करना. क्यों की अगर लंड मेरे चूत में जायेगा, तो मैं चिल्लाऊंगी, और बोग्गी में सब लोगो को शायद पता चल जायेगा. क्यों की जब मेरे चूत में लंड जाता है तो मैं अपने आप को संभाल नहीं पाती हु और कुछ ज्यादा ही आह आह कहने लगती हु, मैं उनके चूत को देखकर लग रहा था अभी लंड पेल दू. क्यों की लंड मेरे काबू से बाहर हो रहा था. मैंने कहा वो तो ठीक है पर इसका क्या कर तो वो बोली आ ऊपर डाल मेरे मुह में. मैं अपने मुह से ही आज चुदवाती हु,
और मैं उनके मुह में लंड को पेल दिया, वो अंदर बाहर करने लगी. और मैं थोड़े देर बाद ही झड़ गया. वो सारा माल पि गई. दोस्तों फिर उन्होंने कहा की आज के लिए इतना ही. कल वाइल्ड होके चुदवायेंगे, कल मुझे खुश कर देना. मैं भी मान गया और उनको पकड़ कर सो. गया. सुबह आठ बजे ट्रेन दिल्ली पहुच गई. शाम को चार बजे मैंने पूजा को फ्लाइट पकड़ा के आ गया वो बैगंलोर चली गई. दोस्तों आगे कैसे मैंने अपने सासु माँ को रात भर चोदा एक एक बात आपको बताऊंगा, कल की कहानी में. तो आप प्लीज मिस करना, असली मजा तो अब आएगा.