सोते हुए बेटी को बाप ने चोदा

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मेरा नाम ज्योति है मेरी उम्र अठारह साल है। मैं दिल्ली में रहती हूँ। आज मैं आपको अपनी एक सेक्स कहानी आपलोगों के साथ शेयर कर रही हूँ नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर । ये कहानी कल की ही है कैसे मुझे मेरे सौतेले पिता ने चुदाई की मेरे साथ सेक्स किया जब मम्मी घर पर नहीं थी।

मेरी माँ बहुत ही चुड़क्कड़ किस्म की औरत है तभी उसने एक ठरकी आदमी से शादी कर ली। मेरे पापा को छोड़ कर, क्यों की मेरी माँ को लंड पसंद है। मैंने कभी भी साथ नहीं दिया था माँ का की आप पापा को छोड़ दो पर उन्होंने अपने साथ जवानी में जिसके साथ रंगरेलियां मनाई थी उसी के साथ दुबारा शादी कर ली।

मैं मजबूर थी मुझे भी उनके साथ ही आना था और मैं आ गई अपने दूसरे पापा के पास। मैं भी कम चुड़क्कड़ नहीं हूँ पहले ऐसी नहीं थी पर जब से यहाँ आई तब से भी रोजाना पलंग तोड़ आवाज और आह आह आह और चोदो को आवाज से मेरी चूत भी गीली हो जाती थी। रोजाना ऊँगली डाल कर ही काम चलाती थी और चूचियां अपने हाथ से ही मसल मसल कर काम चलाती थी। कई बार मैंने अपने माँ को सेक्स करते हुए देखि, जब से नए पापा के पास आई तब से मेरी माँ की जवानी और भी सेक्सी हो गई होगी भी क्यों नहीं शायद मेरे असली पापा चोद नहीं पाते होंगे तभी तो छोड़ कर दूसरी शादी कर ली ताकि चूत की गर्मी शांत हो सके।

अब सीधे अपनी चुदाई पर आती हूँ। मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम की बहुत बड़ी फैन हूँ , रोजाना रात को कहानी पढ़ कर ही सोती हूँ। और कहानी पढ़ते पढ़ते अपनी चूचियां मसलती और चूत में ऊँगली करती, और कहानी भी ऐसी होती है इस वेबसाइट पर की चाहते औरत हो या मर्द लड़की हो या लड़की बिना मूठ मारे या ऊँगली किये रह नहीं सकता। मैं भी रोजाना यही करती थी।

एक दिन की बात है मेरी माँ नानी को देखने गई थी क्यों की नानी का तबियत ख़राब हो गया था। मैं और मेरे पापा दोनों घर पर थे। रात को वो रोजाना ड्रिंक करते हैं। उस दिन मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़कर ऊँगली की थी और फिर बिना कपडे के ही सो गई थी पर मेरे से एक गलती हो गई दरवाजा लगाना भूल गई थी। रात को करीब 11 बजे मेरे पापा कमरे में आये मैं बेड पर नंगी ही थी। किसी का भी मन खराब हो सकता है। जब मेरी नींद खुली तो देखि मेरे पापा मेरी चूचियां सहला रहे थे। मैं जाग गई थी पर सोने का नाटक करने लगी। क्यों की मुझे बहुत ही अच्छा लग रहा था मेरे पुरे शरीर में सिहरन हो रही थी. धीरे धीरे वो मेरी चूत को भी सहलाने लगे। मैं पागल हो रही थी। तन बदन में आग लग चुकी थी।

उसके बाद वो मेरे बगल में लेट गए मेरी धड़कन तेज हो गई थी, गरम गरम साँसे निकल रही थी शायद उनको पता चल गया थी की मैं जाग गई हूँ। चुप मतलब हाँ शायद वो समझ गए थे। उन्होंने मेरे चूचियों को पीना शुरू कर दिया मेरे अंदर बिजली दौड़ रही थी। फिर वो मेरे गुलाबी होठ को चूसने लगे, धीरे धीरे मेरी चूत में ऊँगली देने लगे। करीब वो 15 मिनट तक ये करते रहे मैं अंदर से पागल हो गई थी। गुस्सा बहुत आ रहा था पर मैं जगती कैसे, गुस्सा इसलिए की मेरी तड़पती जवानी को शांत करने की जरुरत थी और वो सिर्फ सहला रहे थे मुझे तो लौड़ा अपने चूत में चाहिए था।

तभी ऐसा महसूस हुआ की वो अपने लौड़े को निकाल कर मेरे चूत पर लगा रहे थे। मैं सोची अगर आँखे बंद रखूंगी तो मजे नहीं ले पाऊँगी इसलिए आँखे खोल दी। और कुछ बोलना था तो बोल दी “पापा क्या कर रहे हो ?” मम्मी को बताउंगी। वो डर गए, वो बोले मत बताना ज्योति मैं तुम्हे बहुत खुश रखूँगा तुम जो मांगेगी वही दूंगा। मुझे लगा चलो सही हुआ मेरी वासना की भूख भी शांत हो रही थी और खर्चे भी अब अलग से मिलेंगे और क्या चाहिए।

मैंने कहा ठीक पर ये रोजाना नहीं चलेगा बस आज भर, वो बोले ठीक है। फिर क्या था ग्रीन सिग्नल मिला चुका था। वो मेरी चूत में लौड़ा सेट कर के अंदर घुसेड़ दिए। दोस्तों मेरी तो लम्बी आवाज निकली आह आह आह आह उफ़ उफ़ ,मैं अपने हाथों से अपनी चूचियों को दबाने लगी और दांतो से अपने होठ को दबा दी। अपने बाल खोल दी , और पापा को हेल्प करने लगी , दोनों ने लिप लॉक कर दिया एक दूसरे के मुँह में जीभ डालने लगे और होठ चूसने लगे.

धीरे धीरे मेरी चूत की गर्मी बढ़ रही थी। चूत से पानी निकलना शुरू हो गया था वो लौड़े को अंदर बाहर निकाल रहे थे झटके दे दे कर। उनके लौड़े पर सफ़ेद रंग का क्रीम लगा रहा था, चुदाई अपनी चरमसीमा पर था। आवाजे पुरे कमरे में गूंज रही थी. तभी वो 69 की पोजीशन में आ गए उनका लौड़ा मेरे मुँह में और मेरी चूत उनके मुह् में दोनों एक दूसरे के चूत को लंड को चाट रहे थे। पापा मेरे गांड में अपना जीभ डाल रहे थे और कह रहे थे गजब की है तू, आज तूने धन्य कर दिया। ज़िंदगी की पूरी ख़ुशी दे दी मझे।

दोस्तों फिर मैं ऊपर आ गई उनके लंड को पकड़ कर अपने चूत में सेट की और बैठ गई लौड़ा मेरे अंदर तक चला गया और मेरे में समा गया, फिर धीरे धीरे ऊपर उठ उठ कर बैठने लगी ओह्ह्ह मजा आ रहा था वो मेरी चूचियों को मसल रहे थे और निचे से धक्का दे रहे थे। मेरी रोम रोम में बिजली दौड़ रही थी ऐसा लग रहा था मैं जन्नत में हूँ।

दोस्तों इस तरह से वो मुझे एक घंटे तक चोदे, हम दोनों एक साथ झड़ गए, पापा अपने कमरे में गए वह से 20 हजार रूपये लाकर दिए बोले रख ले जो भी खरीदने का होगा खरीद लेना। फिर उन्होंने एक सेक्स की टेबलेट खाई और फिर मेरे ही पास लेट गए चूचियां सहलाने लगे किश करने लगे। दोस्तों रात में मुझे तीन बार चोदा मेरी चूत सूज गई थी। चूचियां पर दांत के निशान हो गए थे पेट पर भी दांत के निशान थे। यानी मेरे पुरे शरीर पर लव बाईट था।

सच पूछिए तो मुझे बहुत अच्छा लगा खूब चुदी अपने पापा से मजा आ गया थे दूसरे दिन ही मम्मी आ गई। पर पापा बोले रोजाना नहीं कभी कभी जब मम्मी नहीं होगी तब चुदाई करेंगे मुझे भी ये आईडिया अच्छा लगा.

अगर आप दिल्ली नोएडा के आसपास है या दूर भी है पर आ सकते हैं मुझे चोदने के लिए तो कमेंट करें। आपको खूब चुदाई का मौक़ा दूंगी। मुझे लौड़ा बहुत पसंद है।

आपको ये मेरी सच्ची कहानी कैसी लगी प्लीज बताएं। तब तक के लिए आपका शुक्रिया, आपकी ज्योति। नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर

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