हेल्लो दोस्तों मैं आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करता हूँ। मैं पिछले कई सालों से इसका नियमित पाठक रहा हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी रसीली चुदाई कहानियाँ नही पढ़ता हूँ। आज मैं आपको अपनी स्टोरी सूना रहा हूँ। मैं उम्मीद करता हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी जिन्दगी की सच्ची घटना है।
मेरा नाम यश है। मैं गुजरात में रहता हूँ मेरा कद 5 फ़ीट 11 इंच है। मै देखने में ज्यादा हैंडसम तो नहीं हूँ। लेकिन लड़कियों को पटाने के लिए काफी है। मैंने अब तक कई लड़कियों को चोदा है। मै एक अमीर बाप का बेटा हूँ। मैंने कई लड़कियों को तो पैसे खिला कर चोदा है। लडकियां मुझ पर कम पैसे पर ज्यादा मरती हैं। मुझे लड़कियों की मटकती गांड़ बहुत पसंद है। मैं लड़कियों की गांड़ मारने में बहुत मजा आता है। मैंने अब तक कई लड़कियों की गांड़ चुदाई की है। लड़कियों की गांड़ की फाड़ने में मेरा लौड़ा बहुत ही एक्सपर्ट है। लड़कियों की चूत और गांड को चोदने का मजा ही कुछ और है। मुझे लड़कियों के निप्पल को चूसना बेहद पसंद है।
दोस्तों मै एक अमीर परिवार का लड़का हूँ। मेरे पापा की चार मेडिसिन की फैक्ट्रियां है। मै सिर्फ दो भाई ही हूँ। मै छोटा हूँ। मेरे बड़े भाक्षई की शादी हो चुकी है। मेरी भाभी बहुत ही लाजबाब हैं। रिश्ते में अगर मेरी भाभी न होती तो मैं उन्हें खूब चोदता। भाभी की कमर बहुत ही पतली है। भाभी की लचकती कमर को देख कर लौड़ा खड़ा हो जाता है। भाभी बहुत ही हॉट लगती है। मैंने भाभी जी की चूंचियो को कई बार देखा है। लेकिन छूने की आज तक हिम्मक्त नहीं हुई। मै हमेशा से ही लड़कियों को पटा कर चुदाई करने में रूचि रखता था। भाभियो की भी कभी कभी चुदाई का अवसर मिल जाता था। मैंने भाभियों की चूंची खूब पी है। मैं भी अपनी कंपनी में ही रहता हूँ। मैंने अपनीं कंपनी में ही कई सारी लडकियां चोदी है। कंपनी में कुछ लकड़कीयकन बहुत ही हॉट और सेक्सी बनकर आती हैं। मेरा लंड तो उन्हें देखते ही खड़ा हो जाता हूं।
भैया भाभी का घर अलग है। गुजरात में हमारा 5 घर है। दो घकर किराये पर दे दिया है। एक पर मम्मी पापा रहते है। एक घर पर मैं रहता हूँ। मेरे एक घर पर भैया भाभी रखते हैं। मैं अकेला ही घर पर रहता हूँ। मैं रोज लड़की लाकर घर पर चोदता हूँ। मेरे घर पर काम करने वाली ये सब जानती थी। वो ही कमरा साफ़ करके बिस्तर सकहि करती थी। मैं अपने कमरे का दरवाजा भी नही बंद करता था। मेरे यहां कामवाली का नाम तान्या है। मैं तान्या की भी चूंचियां कभी कभी बातों ही बातों में दबा देता था। तान्या भी बहुत खूबसूरत लगती थी। मन तो उसे ही चोदने को करता था। लेकिन उसे काम पर पापा ने लगाया था। कही वो पापा से जाकर सब बता ना दे। इसिलिए मैं उसे कभी हाथ भी नहीं लगाता था। बहुत ही कहने पर मेरे यहां काम करने को राजी हुआ था।
मेरा मन तान्या को चोदने को करने लगा। तान्या एक दिन गिर गई थीं। उसके कपडे पर कीचड लग गया था। मैंने उसे कहा जाकर नहा लो।
तान्या-“नहा तो लेती साहब लेकिन कपडे नहीं है मेरे पास। नहाने के बाद क्या पहनूंगी”
मैं-“मै बाहर जा रहा हूँ। तुम अपनी साइज बता दो मैं ले आता हूँ”
तान्या ने अपने 34 की ब्रा की साइज बताई। और जो भी बताया तान्या ने मैंने नोट किया। बाहर जाकर मैंने तान्या को नया नया कपङा ले आया। मैंने सारे कपडे तान्या को दिखाया। तान्या को जब पैंटी ब्रा दिखा रहा तो तान्या शरमा गई। मैंने तान्या को कपडे देकर अपने रूम में चला आया। तान्या कपडे पहन कर बाहर आई। मैंने तान्या को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मै तान्या के लिए रेड कलर का टी शर्ट और ब्लू कलर की जीन्स लाया था।
तान्या घर की कामवाली नहीं लग रही थी। तान्या घर की मालकिन लग रही थी। कोई भी देखता तान्या को तो मालकिन समझ बैठता। तान्या को देखते ही मेरा लौड़ा खड़ा होकर सलाम ठोकने लगा।
मै-“तान्या इन कपड़ो में तो तुम कुछ ज्यादा ही हॉट और सेक्सी लग रही हो”
तान्या-“थैंक यू आज आप नहीं लाते कपड़ा तो मुझे गंदे कपड़े पहने रहना पड़ता”
मै-“आज तो मैं घर पर ही रहता तो तुम्हे गंदे कपडे कैसे पहने रहने देता”
तान्या-“आज साहब आप कही नहीं जाओगे”
मैं-“आज मैं अकेला ही घर पर रहूँगा”
तान्या-“क्यों?? कज किसी को नहीं लाओगे”
मैं-“आज मेरे साथ कोई नहीं आएगा। आज तो मैं पुरे दिन बैठ कर बोर हो जाऊँगा”
तान्या कुछ नहीं बोली। चुपचाप खड़ी थी।
मैंने तान्या से कहा-“तान्या आज तुम घर का कोई काम ना करो। तुम आओ यहां मेरे पास बैठ जाओ। हम लोग बात करेंगे”
तान्या-“नहीं साहब बहुत काम है। करना है उसे और खाना भी बनाना है”
मैं-” रहने दो आज खाना वाना कुछ ना बनाओ। मै अभी होटल से ले आता हूँ”
तान्या की उभरी चूंचियो को देख कर उसे ही देखने का मन कर रहा था। मैंने तान्या को अपने सामने बिस्तर पर बैठाया। पहले कमरा खुला होता था। तो कोई भी आता था तान्या बता देती थी। लेकिन आज तो तान्या खुद ही बिस्तर पर थी। मैंने तान्या से कहा दरवाजा बंद कर दो। तान्या ने दरवाजा बंद कर दिया।
मैं तान्या के ठीक सामने बैठकर तान्या की चूंचियो को देखा रहा था। तान्या आज नया नया कपड़ा पाकर बहुत ही खुश थी। मैंने तान्या के करीब धीऱे धीऱे करवट लेकर पहुच गया। तान्या अब मुझसे बहुत ही करीब थी। तान्या मेरे बराबर बिस्तर पर बैठ ही नहीं रही थी। मैंने किसी तरह से समझाकर बैठाया था। मैंने उसे कहा मान तुम इस घर की मालकिन हो। तान्या कुछ कहती उससे पहले
मैने कहा-“तान्या इस घर की मालकिन हो तुम अब मालकिन का रोल भी अदा करो”
मैं तान्या जे करीब पहुचकर तान्या की मुँह के पास जाकर बोला-“क्या तुमने कभी सेक्स किया है??”
तान्या-” नहीं”
मैं-“सिखा दूं तुम्हे आज”
तान्या-” नहीं मुझे नहीं सीखना है”
लेकिन मैंने तान्या की सीखने की तड़प को समझ गया था। तान्या को मैने चिपका लिया। तान्या ने कोई विरोध नहीं किया। मैंने तान्या का हाथ अपने हाथ में लेकर चूमने लगा। तान्या की नाखूनों को देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा था। कि ये कोई कामवाली हो सकती है। तान्या को भी चुदने की प्यास थी। मैं तो खैर दो तीन दिन की चुदाई का प्यासा था। मैंने तान्या की हाथो को चूमना शुरू किया। तान्या के हाथों को चूमते ही तान्या का मूड चुदाई को बनने लगा। मैंने तान्या की चेहरे की तरफ देखा। तान्या के चेहरे की तरफ देख कर मैंने अपना होंठ तान्या की होंठ पर लगा दिया। तान्या की होंठ बहुत ही नाजुक थी।
तान्या के होंठो को चूमने में बक़्हुत मजा आ रहा था। तान्या की तड़प को मैंने महसूस कर लिया। मैंने अब तान्या के होंठ को चूमते चूमते काटने लगा। तान्या के होंठ को काटते ही तान्या ने अपना जलवा दिखाया। तान्या ने भी मेरा साथ देना शुरू किया। तान्या की होंठ को मैंने चूसने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था। मैंने तान्या की होंठ की दोनों पंखुडियो को चूंसने में मस्त था। तान्या भी मेरा होंठ खूब मजे ले ले कर चूस रही थी। हम दोनों एक दूसरे का होंठ बहुत ही अच्छे से चूस रहे थे। तान्या भी अब चुदाई की प्यासी लगने लगी। तान्या धीऱे धीऱे मेरे साथ होंठ चुसाई में स्पीड बढा रही थी। तान्या को मैंने होंठ चूस चूस कर लाल कर दिया। अब उसके होंठ गुलाब के पंखुडियो की तरह देख रहे थे। तान्या के होंठ बहुत ही रोमांचक लग रहीं थी। मैंने धीरे धीऱे अपना हाथ तान्या की चूंचियों की तरफ बढ़ाया।
तान्या की चूंचियां बहुत ही सॉफ्ट थी। तान्या की चूंचियों को दबाने का मन बहुत कर रहा था। तान्या की चूंचियो को मैं मसलने लगा। तान्या की चूंचियो को मसलते ही तान्या की साँसे ताज हों गई। तान्या की मुँह से “…अहहह्ह्ह्हह स्सीईईईइ….अअअअअ…आहा …हा हा हा” की सिसकारियां निकलने लगी। तान्या की ये सिसकारियां बहुत ही अच्छी लग रही थी। मैंने तान्या की दोनों चूंचियो को अपने हाथो में लेकर खेलने लगा। तान्या अपनी चूंचियां दबवा रही थी। मैंने तान्या की टी शर्ट को निकालने के लिए तान्या को बिस्तर पर बैठा दिया। तान्या बिस्तर पर बैठ गई। तान्या की टी शर्ट को मैंने निकाल दिया। तान्या जोश में थी। मैं अब तान्या के साथ कुछ भी करता तान्या कोई विरोध नहीं कर रही थी। मैंने तान्या की ब्रा का हुक भी खोलकर ब्रा को निकाल दिया। तान्या की ब्रा को निकालते ही तान्या की गोरे रंग की भूरी भूरी बूब्स दिखने लगी। तान्या को मैंने अपने पास करके मैंने तान्या को लिटा दिया। तान्या के ऊपर चढ़कर तान्या की चूंचियो को पीने लगा।
तान्या की चूंचियों को पीने में बहुत मजा आ रहा था। तान्या की दोनों चूंचियो को मै दबा कर पी रहा था। तान्या की चूंची बहुत ही मुलायम थी। तान्या की बूब्स पर काले रंग का निप्पल बहुत ही जबरदस्त लग रहा था। तान्या की चूंचियो को मैं बारी बारी से पी रहा था। तान्या भी अपनी चूंचियो को पिलाकर बहुत खुश हो रही थी। मैंने तान्या की चूंचियो के निप्पल को दांतों से बीच बीच में काट लेता था। चूंचियों के निप्पल कटते ही तान्या “उ उ उ उ उ…अ अ अ अ अ आ आ आ आ….सी सी सी सी…ऊँ…ऊँ…ऊँ…” की आवाज निकाल रही थी। मैंने तान्या की चूंचियो को और जोर जोर से पीना शुरू किया। तान्या की चूंचियो का रसपान करके मैंने दूध पीना बंद किया। मैंने तान्या की जीन्स का हुक खोला।
हुक खोलकर मैंने तान्या की जीन्स निकाल दी। तान्या की जीन्स को निकालते ही तान्या पैंटी में होगई। मैंने अपने लाये सारे कपड़ उतार दिए। मैंने तान्या की पैंटी भी निकाल दी। तान्या की पैंती निकलते ही तान्या पूरी तरह से नंगी हो गई। तान्या की दोनों टांगो को फैलाकर मैंने फैलाकर तान्या की चूत के दर्शन किये। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा डालने से पहले तान्या की चूत को चाटने लगा। मैंने भी अपने सारे कपडे उतार कर तान्या की चूत को चाटने लगा। तान्या की चूत चाट चाट कर मैंने गुलाबी कर दिया। गुलाबी चूत बहुत ही फूली हुई थी। फूली चूत देखकर मेरा लौड़ा और भी बड़ा हो गया। मैंने अपना लौड़ा निकाल कर तान्या को दे दिया। एक तरफ मेरा लौड़ा तान्या चूस रही थी। दूसरी तरफ मै तान्या की चूत चाट रहा था।
तान्या मेरे लौड़े को चूस रही थी। मैंने तान्या की चूत में अपनी जीभ डालकर चूस चूस कर चाट रहा था। तान्या की अपनी चूत को चटवाने में बहुत मजा आ रहा था। मैने तान्या की चूत में अपना लौड़ा डालने के लिए तान्या की मुँह से निकाल लिया। तान्या भी अब अपनी दोनों टाँगे खोलकर लेटी हुई थी। मैंने तान्या की चूत पर अपना लौड़ा रगड़ने लगा। तान्या की गुलाबी चूत और भी ज्यादा गुलाबी हो गई। गुलाबी चूत तान्या की और भी ज्यादा गरम हो गई। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा चूत में नालियों के बीच में रगड़ रहा था। तान्या की चूत गीली हो चुकी थी। तान्या की गीली चूत में मैंने अपना लौड़ा डालने की कोशिश करने लगा। तान्या की गीली चूत के छेद पर अपना लौड़ा सटा कर लगा दिया। तान्या चुदवाने को तड़प रही थी। तान्या। की चुदाई की तड़प बढ़ती ही जा रही थी। मै भी तान्या की चूत की छेद पर अपना लौड़ा रगड़ रहा था। तान्या की चूत का गर्म पानी मेरे लौड़े पर लग रहा था। मेरा लौड़ा और भी ज्यादा उत्तेजित होने लगा।
मैंने अपना लौड़ा तान्या की चूत की छेद में डालने के लिए लगा दिया। तान्या की चूत को मैंने अपना धक्का मारा। तान्या की चूत गीली थी। मैंने तान्या की चूत में अपने लौड़े का टोपा घुसा दिया। मेरे लौड़े का टोपा तान्या की चूत में घुसा हुआ था। तान्या जोर से चिल्लाई। “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…आह आह उ उ उ उ उ…अ अ अ अ अ….आआआआ…-”की आवाज निकाल कर चिल्लाने लगी। मेरा लौड़ा काफी बड़ा मोटा था। तान्या की चीख निकल गई। मेरे लौड़े का टोपा घुसते ही। तान्या की चूत बहुत ही लाजबाब थी। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा डाल कर अंदर कर रहा था। मेरा लौड़ा अंदर तक नहीं जा पा रहा था। मैं अपने लंड की थोड़ा सा ही घुसा घुसा कर चोद रहा था। मैंने तान्या की चूत में लौड़े को जोर से धक्का मार कर पूरा लौड़ा अंदर घुसे दिया। तान्या की चीख इस बार पहले से ज्यादा निकल गई। तान्या जोर जोर से “….मम्मी…मम्मी…सी सी सी सी…हा हा हा ….ऊऊऊ …ऊँ…ऊँ..ऊँ …उनहूँ उनहूँ…” की आवाज निकालने लगी।
मैंने तान्या को अपने पूरे लौड़े से चोदना शुरू किया। मेरा पूरा लौड़ा तान्या की चूत में अंदर बाहर होने लगा। मैंने तान्या की जबरदस्त चुदाई करनी शुरू कर दी। कुछ समय तक ऐसे ही चुदाई करने के बाद मैंने तान्या की चूत से अपना लौड़ा निकाल लिया। तान्या को मैंने झुका दिया। तान्या बिस्तर पर खड़ी झुकी हुई थी। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा एक बार फिर से घुसा कर जोर जोर से कमर पकड़ कर चोदने लगा। तान्या“…उंह उंह उंह..हूँ.. हूँ…हूँ.. .हमममम अहह्ह्ह्हह. ..अई….अई… अई…” की आवाज निकाल कर चुदवा रही थी। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा जड़ तक डाल डाल कर चोदना शुरू किया। मैंने अपना लौड़ा तान्या की चूत से निकाल कर तान्या की गांड़ में डालने लगा। तान्या की गांड़ में अपना लौंडा डालने की कोशिश नाकाम रह गई। लेकिन बार बार कोशिश करने पर मेरा लौड़ा तान्या की चूत में घुस गया। तान्या की चूत में लौड़ा घुसते ही तान्या की चीख एक बार फिर से निकल गई।
तान्या जोर जोर से “आ आ आ अह्हह्हह…ई ई ई ई ई ईई…ओह्ह्ह्हह्ह… .अई…अ ई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज निकालने लगी। मैंने अपना लौड़ा जल्दी जल्दी अपना लौड़ा तान्या की चूत में घुसाने लगा। तान्या की गांड़ चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था। मैंने तान्या की चूत में अपना लौड़ा घुसा कर चोदने में बहुत मजा का रहा था। मै तान्या की गांड चुदाई बहुत मजे ले लेकर चोद रहा था। मैंने तान्या की गांड़ की चुदाई बहुत तेज कर दी। तान्या “आऊ…आऊ.. .हमममम अहह् ह्ह्हह…सी सी सी सी…हा हा हा…” की तेज आवाज निकालने लगी। मेरी तेज स्पीड होने से मै भी झड़ने की चरम सीमा पर आ गया। मैंने तान्या को बताया मै झड़ने वाला हूँ। तान्या ने कहा मेरे मुँह में ही डाल दो। इतना कहते ही मै झड़ने वाला हो गया। तान्या तों कब की झड़ चुकी थी। मैंने तान्या की गांड़ से अपना लौड़ा निकाल कर तान्या की मुँह में रख दिया। तान्या की मुँह में ही मैंने अपना सारा माल मुठ मार कर गिरा दिया। तान्या मेरा सारा माल पी गई। मैने तान्या की उस दिन खूब चुदाई की। अब तो हर दिन मैं तान्या की चुदाई करता हूँ। तान्या भी अब घर में मालकिन की तरह रहती है। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।