असंतुष्ट भाभी ने मुझसे जबरदस्ती चुदवाई

Asanthsut Bhabhi Sex Story, Sexy Bhabhi ki Chudai : आज मैं जो कहानी आपको बताने जा रहा हूं वह मेरे सच्ची कहानी है। आज मैं कैसे औरत की कहानी आपको बताने वाला हूं जो अपनी हवस को बुझाने के लिए मेरा इस्तेमाल किया मुझे जबरदस्ती अपने झांसे में लेकर अपनी वासना की आग को बुझाई। इसका कारण यह था उनका पति उनको संतुष्ट नहीं कर पाता था। और वह औरत एक नंबर की सेक्सी औरत है। सभी लोगों को किसी न किसी चीज की आदत होती है और उनको आदत ही सेक्स करने की और जब आदत पूरी नहीं होती है तभी लोग गलत काम करते हैं तभी उन्होंने मुझे जबरदस्ती किया और अपनी वासना की आग को बुझा कर आज तक मुझे ब्लैकमेल कर रही है रोजाना मेरे से सेक्स करवाती है।

एक नॉर्मल औरत आराम से सेक्स करते हैं उसके सेक्स में प्यार होता है उसके सेक्स में केयर भी होता है। यह भाभी ऐसी है कि आपकी कमर की हड्डी टूट जाए इतने जोर जोर से वह धक्के दे देकर मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर लेती है इस वजह से कई बार मुझे डर भी लगता है। कई बार जब मैं झड़ जाता हूं। और वह गर्म ही रहती है और जब मैं कहता हूं कि भाभी आप मुझे छोड़ दो वह मुझे थप्पड़ भी मारते हैं। यह कहानी सच्ची है दोस्तों में फिर से एक बार आपको बता रहा हूं। मेरे अंदर आजकल डर का भी माहौल है। मैंने यह बात एक अपने दोस्त से बताया तो उसने यही बोला कि तुम डरो मत वह रात में फंसा देगी। इसलिए तुम उसको चोदते रहो जब तक तुम चोद सको।

उसी ने मुझे एक टेबलेट का नाम बताया यह टेबलेट खाकर भाभी को संतुष्ट करो उस दिन के बाद से मैं टेबलेट खा कर उनको संतुष्ट कर रहा हूं। तो आज मैं इस कहानी में पहले दिन मेरे साथ क्या-क्या हुआ था वह बताने जा रहा। मैंने नॉनवेज story.com पर ऐसी कहानियां ढूंढे पर नहीं मिला मुझे। ऐसी औरत की कहानी है कि नहीं कहीं पर इस वजह से मैं लिख रहा हूं।

मेरा नाम रिंकू है, मैं दिल्ली में रहकर पढ़ाई करता हूं। मैं नीचे के फ्लोर में रहता हूं और ऊपर के फ्लोर में एक परिवार रहता है नंदलाल भैया और उसकी वाइफ और उनके दो छोटे-छोटे बच्चे। नंदलाल भैया का उम्र ज्यादा है वह नौकरी करते हैं वह भी अपनी पत्नी से परेशान हैं। क्योंकि जब वह दोनों झगड़ा करते हैं तो मुझे बुलाते हैं और एक दूसरे जमकर एक दूसरे पर छींटाकशी करते हैं। मैं बीच-बचाव भी करता हूं और उनको कहता हूं आप लोग आराम से रहो पर मैं उम्र में छोटा हूं। तो मेरी बात को लोग ज्यादा सीरियस नहीं लेते हैं। मैं पूछता हूं भाभी को कि क्या हुआ क्यों लड़ाई कर रहे हो तू कहती है मैं क्या क्या बताऊं और तुम मेरी क्या मदद करोगे।

मैं चुप हो जाता हूं लड़ लो वाइफ हस्बैंड जितना लड़ना है। भाभी का मायका भी 10 मिनट की दूरी पर ही है नंदलाल भैया सुबह ड्यूटी चले जाते हैं और बच्चे उनके मायके के पास ही स्कूल है वहीं पर पढ़ते हैं और बच्चे उनके मम्मी पापा के पास ही चले जाते हैं। रात को जब नंदलाल भैया आते हैं तब भाभी और वह दोनों जाकर अपने बच्चे को लेकर आते हैं क्योंकि उनके मम्मी पापा का भी एक लाडली बेटी यही है बस। उनके मम्मी पापा कोई संतान नहीं है इस वजह से उर्मिला भाभी को बहुत प्यार करते हैं।

1 दिन की बात है जब नंदलाल भैया ऑफिस गए थे। तभी मुझे फोन करके बुलाई मैं ऊपर गया। भाभी मुझे वहां बैठने के लिए बोली उसके बाद वह अपनी बात बताने लगी। की लड़ाई इस बात से होती है कि तुम्हारे भैया की कमाई बहुत ज्यादा नहीं है। उसके बाद वह मुझे कभी बाहर ना घुमाने ले गए ना आज तक कुछ जेवर दिया मेरे मम्मी पापा ही मेरी जरूरतों को पूरा करते हैं। मम्मी पापा मेरे रसोई का राशन दे देते हैं जेवर देते हैं कपड़े देते हैं बच्चों के खर्चे चलाते हैं। जो तुम्हारे भैया को करना चाहिए वह खर्चे पूरा मेरे मम्मी पापा कर रहे हैं। चलो यहां तक भी ठीक था जो सबसे ज्यादा चिंता की बात है वह यह है कि तुम्हारे भैया मुझे सेक्स में भी संतुष्ट नहीं कर पाते हैं।

और मैं बहुत ही सेक्सी औरत हूं आप मुझे चाहे चुदक्कड़ कह लो या बीमारी कह लो कुछ भी कह लो। पर मैं संतुष्ट नहीं हो पाती हूं रोज मुझे आधे में ही छोड़ देते हैं उसमें मेरा क्या हाल होता है ना मैं तुम्हें बता नहीं सकती। मैं समझ गया कि बात कुछ और है भाभी को लंड चाहिए और भैया नहीं दे पाते हैं। तो मैंने कहा फिर मैं क्या करूं भाभी यह तो आपको भैया से बात करना होगा और उनका इलाज करवाना होगा। क्या तुम मेरी मदद नहीं कर सकती हो। मैंने कहा मैं कैसे कर सकता हूं आपकी मदद, उन्होंने कहा तुम्हें करना होगा मेरी मदद मेरे पास और कोई चारा नहीं है इसलिए मैं तुम्हें बुलाई हूं ताकि तुम मेरी चूत की गर्मी को शांत करो।

भाभी के मुंह से चूत शब्द सुनते ही मेरा दिमाग खराब हो गया। मुझे लगा यह कैसी औरत है लागे नहीं है इसको क्या एक लड़के के पास ऐसी बातें बोल रही है। दोस्तों यह बात तो मैं सोच ही रहा था कि उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया। अपने साड़ी को तुरंत खोल दी। अपने ब्लाउज को खोल कर बाहर फेंक दें मैं सोफे पर बैठा था वह मेरे गोद पर दोनों टांगों को इधर-उधर करके बैठकर मेरे होंठ को चूसने लगी। मैंने कहा भाभी के क्या कर रहे हो। वह बोली चुप हो जा साले नहीं तो मैं शोर मच आऊंगी कि तुम म मुझे जबरदस्ती कर रहे हो।

भाभी की बड़ी-बड़ी चूचियां जो टाइट ब्रा में कैद थी वह मेरे मुंह के पास आता था मेरे छाती से टकरा रहा था। सच बताओ दोस्तों मेरा लैंड खड़ा नहीं हो रहा था उस समय। मैं डर गया था। तभी भाभी बोली आराम से तुम मेरी बात मानो और मुझे दोपहर को ऐसे ही खुश करो। लड़के तो औरतों को चोदने को तरसते हैं तुम्हें मैं दे रही हूं चोदने के लिए तो तुम भाव खा रहे हो। और भाभी ने फिर ब्रा का हुक खोल कर अपनी दोनों को मेरे सामने कर दिया। मेरा हाथ पकड़ कर खुद अपनी चुचियों के ऊपर रख कर दबाने को कहने लगी। मैं डर से उनकी चूचियों को दबाने। लगा वो इतनी ज्यादा वाइल्ड हो गयी की क्या बताऊँ आपको।

वो पेंटी को उतार कर अपने नाडा खोल दी और पूरी नंगी हो गयी। मुझे बैडरूम में ले गयी और मुझे लिटा कर मेरे ऊपर चढ़ गयी और मेरा लंड को चूसने लगी धीरे-धीरे मेरा लंड बड़ा होने लगा और बहुत मोटा और लंबा हो गया। उन्होंने फिर से कहां मिले चुचियों को दबाते रहो। मैं होने वाले से उनकी चुचियों को दबाने लगा बहुत जोर जोर से दबाने को कहने लगे। मैं उनके चूचियों को जोर जोर से मसलने लगा। उसके बाद मेरा मोटा लैंड पकड़ कर अपने चूत के छेद पर रख कर बैठ गयी।

मेरा पूरा लंड उनके चूत के अंदर समा गया था। अबे इतने जोर जोर से धक्के देकर अंदर बाहर करने लगी क्या बताऊं दोस्तों ऐसा लग रहा था मेरी हड्डी टूट जाएगी। उनकी चौड़ी गांड जोर जोर से धक्के देती। मैं उनको कहने लगा भाभी धीरे-धीरे कर लो पर वह नहीं मान रही थी मेरे छाती में अपनी नाखून से चीर दी। मानता हूँ वो ज्यादा वासना में आ गई थी इस वजह से हुआ था पर दोस्तों मुझे काफी ज्यादा दर्द होने लगा था। जोर जोर से धक्के देकर मेरे अंदर बाहर करने लगी।

मैं इतनी हॉट औरत को नंगी पहली बार देखा था और ऐसे चोद रहा था इस वजह से मैं जल्दी खलास हो गया। जब वो पुरे जोश में थी तब मैं झड़ गया मेरा सारा माल निकल गया। मैं कह रहा था मेरा निकल रहा है। तो वो कह रही थी ऐसा मत करना अभी मत और फिर जैसे मेरा निकला मेरा लंड छोटा होने लगा और भाभी उस समय और भी तेज तेज से कर रही थी। अचानक उसने मुझे दो तीन थप्पड़ जोर जोर से मेरे गाल पर मार दी। और उठकर गाली देने लगी।

उस दिन मुझे बोली आज छोड़ रही हूँ कल से ये नहीं होने चाहिए जब मैं बोलूंगी तब तुम्हे गिराना है। दोस्तों मैं कोशिश करने लगा एक दो बार संतुष्ट किया था पर बाकी में फेल ही हुआ। फिर अपनी कहानी अपने दोस्त को बोला उसने मुझे टेबलेट बताया और फिर उस दिन के बाद से मैं रगड़ रगड़ तक गाली दे दे कर चोदता हूँ। जब वो कहती ही बस करो तब भी नहीं छोड़ता हूँ। और अब रोजाना मैं भी इंतज़ार में रहता हूँ कब वो मुझे बुलाये और मैं जाकर उनकी चूत की गर्मी को शांत करूँ।