Badi Bahan aur chhota Bhai Sex Story, मेरा नाम मोहित है, मैं 22 साल का हूँ। मेरे से बड़ी मेरी तीन बहने हैं जो की एक 23 की एक 25 की और एक 27 की अभी तक कुंवारी हैं तीनो, पर बड़ी दीदी एक नंबर की चुदक्कड़ है आज मैं आपको उसी की कहानी सूना रहा हूँ। बड़ी दीदी मेनका दीदी मेरी लंड की दीवानी है। वो कहती है की वो कही नहीं जाएगी सिर्फ मेरे से ही चुदवायेगी। यहाँ तक की उसने ये भी कहा की कुछ भी हो जाये चाहे मेरी शादी हो जाये पर तुमसे चुदाई करवाते रहूंगी।
आज मैं मेनका दीदी कितनी चुड़क्कड़ है और मेरे से कैसे सेक्स सम्बन्ध बनाई पहली बार वो मैं आपको नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिख रहा हूँ। मेरी दो और बहने जो की बहुत अच्छी है उसके इरादे नेक है। वो दोनों पढ़ाई करती है पर बड़ी दीदी एक स्कूल में पढ़ाती है। वो टीचर है, बड़ी दीदी सबसे ज्यादा हॉट है, सुन्दर है, सेक्सी है, वो 34 साइज की ब्रा पहनती है बड़ी बड़ी सुडौल चूचियां है गांड की उभार बाहर की तरफ है। गजब की सेक्सी दिखती है गोरी है लम्बी है। बड़ी ही बिंदास किस्म की लड़की है। मैंने आज तक ऐसी लड़किया नहीं देखि।
मेरे पापा मम्मी ग्राउंड फ्लोर पर सोते हैं। मेरी दोनों दीदी फर्स्ट फ्लोर पर रहती है। और मेरा कमरा और दीदी का करा टॉप पर है यानी की दो मंजिल का मकान है ऊपर मैं और बड़ी दीदी बिच में में दोनों छोटी दीदी और पापा मम्मी ग्राउंड फ्लोर पर। दोनों दीदी ज्यादा मतलब नहीं रखती है खाना खाने के बाद क्यों की वो दोनों कॉम्पिटिशन की तैयारी कर रही है। पर बड़ी दीदी फ्री ही होती है।
वो रोजाना नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर कहानियां पढ़ती है फिर वो चादर ओढ़ कर अपने बदन को सहलाते रहती है अचानक वो ज्यादा हिलने लगी है फिर शांत हो जाती है। ऐसा वो तब करती है जब मैं सो जाता हूँ। पर उस समय मैं जगा ही रहता हूँ उनकी नजर में लगता है मैं सोया हुआ हूँ। पर मैं भी अपना मुँह चादर के अंदर कर के इसीवेबसाइट की कहानियां पढ़ते रहता हूँ।
एक दिन की बात है वो अपने एक दोस्त के यहाँ से आई थी पार्टी करते शायद वो उस दिन बियर पी ली थी। उस दिन मम्मी और पापा भी नहीं था वो दोनों गंगा नहाने गए थे। इसलिए वो रात के करीब ग्यारह बजे आई और वो खाना भी नहीं खाई पर उनकी आँखे लाल लाल लग रही रही थी ऐसा इसलिए की वो बियर पी थी। उस दिन मेरी दोनों बहन ही सो गयी थी पर मैं जगा था और मैं मोबाइल पर ही मूवी देख रहा था। वो आते ही मेरे ऊपर गुस्सा हो गयी कहने लगी पढाई लिखाई करते नहीं हो रोजाना मूवी देखते हो।
मुझे समझ नहीं आया ऐसा वो क्यों कह रही थी। मै भी उनकी बातों को मानते हुए सो गया। पर जब मेरी नींद खुली तो मैं हैरान हो गया था। कमरे में हलकी लाइट जल रही थी मेरी दीदी नंगी थी अपनी हाथ से अपने चूत में ऊँगली कर रही थी और अपनी चूचियां खुद ही मसल रही थी और सिसकारियां निकाल रही थी मुँह में। दोस्तों मुझे से सब देखा नहीं गया क्यों की मेरा लंड खड़ा हो गया था। मेरे बदन में आग सी लगने लगी। मेरे मुँह से आआआ अअअअअ की आवाज निकल गयी और मैंने तुरंत ही लंड पकड़ लिया पेण्ट से निकाल कर।
और दीदी के पास खड़ा हो गया। वो अपना आंख बंद किये वो होठ को दांतो तले दबाते हुए चूत में ऊँगली ले रही थी गजब का शरीर था उस दिन दीदी का देखते ही बनता था। ओह्ह्ह्हह्ह कोई भी पागल हो जाये देखकर। भले सगा भाई ही क्यों नहीं हो ऐसा ही मेरे से हुआ। अचानक ही उनकी आँखे खुली और पाया मैं लंड पकड़ कर खड़ा हूँ। वो पहले तो शांत हो गयी फिर चादर से अपने बदन को ढकने लगी। तो मैंने खुद चादर हटा दिया और अपना लंड दिखा कर इशारा किया की ले लो. इतना कहते ही मेरी दीदी तुरंत ही मेरा लंड पकड़ ली और मुस्काते हुए अपने मुँह में ले ली।
वो मेरा लंड चूसने लगे और कजरारी आँखों से मुझे निहारने लगी। ओह्ह्ह्ह मैंने भी उनके जुड़ा खोल दिया और माथे को सहलाने लगा वो और भी ज्यादा कामुक हो गयी। मैं उनके बेड पर चढ़ गया और उनके करीब लेट गया और उनकी बड़ी बड़ी गोल गोल गोरी चूचियों को सहलाते हुए उनके होठ पर अपना होठ रख दिया। ओह्ह्ह्ह गुलाबी होठ पर जैसे ही मैंने किश किया मेरी दीदी अंगड़ाई लेते हुए मुझे अपनी बाँहों में ले ली। अपना बूब्स मेरे मुँह में दे दिया और बोली चूस ले जितना तुझे चूसना है। चाट ले जितना तुझे चाटना है। जो करना है कर ले आज मेरे साथ आज मैं नहीं रोकूंगी।
मुझे हरी झंडी मिल चुकी थी। मैंने उनके जिस्म से सहलाना शुरू कर दिया। और उनके जिस्म के अपने जीभ से चाटने लगा। वो ओह्ह्ह्हह्ह अअअअअ अअअअअ ओह्ह्ह्हह की आवाज निकालने लगी। वो मदहोश होने लगी ,उन्होंने अपना जांघ फैला दी। मैंने तुरंत ही उनके चूत को देखा तो हैरान रह गया गोरी एक भी बाल नहीं शायद कुदरत ने ही उनके चूत को बिना बाल के बनाया। ओह्ह्ह्हह्हह देखकर मैं पागल हो गया। मैंने तुरंत ही एक बिच बाली ऊँगली उनके चूत में डाल दिया और अंदर बाहर करने लगा। उनका चुत काफी गरम था और गीली भी। तुरंत ही लसलसा पानी से निकल गया मैंने उस पानी को ऊँगली में लगा कर अपने मुँह में ऊँगली डाला तो नमकीन लगा।
ओह्ह्ह्हह मजा आ गया था इतना बेहतरीन स्वाद आज तक किसी चीज का नहीं लगा जैसा की चूत की पानी का स्वाद लगता है। मैं तुरंत ही जीभ लगा दिया चूत पर और चाटने लगा। वो और भी ज्यादा पैर फैला दी ताकि मुझे कोई दिक्कत नहीं हो चूत चाटने में। अब मैं उनकी चूत चाट रहा था और वो सिसकारियां लेती हुई अपने दोनों बूब्स को मसल रही थी कभी कभी वो निप्पल को दोनों ऊँगली से रगड़ देती। ओह्ह्ह्ह मजा आ रहा था ये मेरा पहला एहसास था। किसी की जिस्म को देखने का चूत देखने का और बूब्स दबाने का।
उसने बाद उनसे रहा नहीं गया वो कामुक हो गयी थी वो बोली अब देर मत कर। कल से आराम आराम से चाटना अब तो मैं तुमसे रोज चुड़वाउंगी। मैंने भी उनकी बात माना और अपना लंड उनकी चूत की छेद पर रखा और पूरा घुसा दिया उनकी चूत में उनके मुँह से आआह्ह्हह्ह्ह्ह की आवाज निकली और वो अपना गांड गोल गोल घुमाने लगी। वो निचे से धक्के देती मैं ऊपर से देता। फच फच्च की आवाज आ रही थी कमरे में ऊपर से मेरी दीदी आआह आआह आआह की आवाज निकालती तो और भी फिजा चुदाई का हो रहा था।
फिर क्या था दोस्तों उन्होंने खुद तकिया लगया अपनी कमर के निचे और फिर वो चुदवाने लगी। और जोर से मैं धक्के दे रहा था पर वो कहती और जोर जोर से मार मेरे भाई और मार। मैं पूरी ताकत से धक्के देता और वो और कहती और जोर से और जोर से। फिर वो मुझे निचे कर दी और वो खुद लंड पकड़ कर अपने चूत की छेद पर रखकर बैठ गयी। मेरा पूरा लंड उनकी चूत में समा गया। वो जोर जोर से उछल रही थी और मेरा लंड अपनी चूत में ले रही थी। उनकी दोनों चूचियां हिल रही थी। मैं उनके चूतड़ पकड़ पर अपनी तरफ खींचता और जोर से धक्के देता वो वो आआआआआ करती।
करीब दो घंटे तक वो मुझसे चुदवाई तब तक मैं भी झड़ गया और वो भी थक गयी थी इस बिच वो तीन बार झड़ गयी थी। फिर हम दोनों एक दूसरे को पकड़ कर सो गए नंगे ही। उस दिन के बाद से हम दोनों रोजाना चुदाई करते हैं और ज़िंदगी के मजे लेता हु. मेरी बहन मेरी दीवानी हो गयी है वो वादा करती है मैं ज़िंदगी भर तुम्हारे लंड को अपना बनाउंगी। और तुमसे चुदुँगी।