मेरे प्यारे दोस्तो मेरा नाम सौरभ है और मैं नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम का रेग्युलर रीडर रहा हूँ। जिससे मुझे भी अपनी घटना लिखने के लिये प्रेरित किया। मैं इस तरह की कई सारे कहानियां पढ़ी है इस वेबसाइट पर इसलिए आज मैं भी आपके लिए एक कहानी लिख रहा हु. ये घटना मेरे और मेरी बड़ी बहन जिसका नाम शेफाली है के बीच हुई एक रात का है। मैं अपनी फैमिली के बारे में बता दूँ। हम साधारण लोग है
दोस्तों मेरे पापा सरकारी नौकरी में है। मेरी माँ हाउस वाइफ हैं। दीदी की शादी हो चुकी है और मैं अभी पढाई कर रहा हूँ। हम आपस में ज्यादा बात नही करते है। हमारे घर में सेक्स को लेकर कभी कोई बात ही नही करता। अपनी बड़ी बहन के बारे में बता दूँ लम्बाई ५”४ इंच है , साइज़ 38-26-36, उनका शरीर काफी गोरा है और मेरी दीदी शादीशुदा हैं और उनकी शादी को एक साल हो गया था। मेरे जीजा जी गावं के बगल में जॉब में है और उनका ट्रान्सफर रूरल एरिया में हो गया था जिससे दीदी को वो अपने परिवार की देखभाल के लिये लखनऊ में ही छोड़ गये थे।
एक दिन मेरे घर के सभी लोग शादी में गये थे इसलिये दीदी और मैं ही घर पर थे। सभी लोगो को बस में बिठाने के बाद मैं कॉलेज चला गया। रात को हमने खाना खाया और अपने–अपने कमरे में चले गये। रात को करीब एक बजे दीदी मेरे कमरे में आई और मुझे जगाया में उठा और पूछा क्या हुआ तो बोली कुछ नही और वापस चली गयी। थोड़ी देर बाद फिर आई और पुछा सौरभ सो गया क्या तो मैं बोला नही।
यूएक्स बाद मैने पुछा क्या हुआ तो बोली मुझे नींद नही आ रही है तो मैंने कहा आपकी तबीयत तो ठीक है ना। पर अब उनकी साँसे कुछ तेज़ चल रही थी और घबरा भी रही थी तो मुझे लगा की तबीयत ही खराब होगी मैने कहा आपकी तबीयत ठीक नही लग रही है। तो वो बोली तबीयत तो ठीक है पर तुमसे कुछ बात करनी है मैं बोला ठीक हैं बताओं। वो बोली की तुम अब बड़े हो गये हो। मेरी मदद करोगे तो मैने कहा हाँ क्यों नही। तो बोली मेरा दूध पीवोगे ? आज से पहले कभी हमारी इस तरह की बाते नही हुई थी (दीदी को कभी किसी लड़के के बारे में बात करते या मिलते नही सुना था) इसलिये ये सुनकर मैं दंग हो गया। मैने पुछा क्या? तो वो बोली हाँ।।(अब उनकी साँसे काफ़ी तेज़ हो गई थी और दिल काफ़ी तेज़ धक धक कर रहा था जिससे उनके चूचियों के हिलने से पता चल रहा था।
मैने दीदी से पूछा किस लिये? कुछ देर चुप रहने के बाद उठकर चली गयी। इससे पहले मैने कभी किसी लड़की से ये बात नही की थी इसलिये मैं दंग था पर अंदर से अजीब सी खुशी हो रही थी जो मैं बता नही सकता। करीब 10 मिनिट के बाद वो फिर वापस आई और इस बार वो काफ़ी कॉन्फिडेंट दिख रही थी और पुछा क्या सोचा हैं। मैने कहा क्या हो गया है आपको? अब मेरी साँसे भी तेज़ हो गयी थी जिससे मेरी आवाज़ नही निकल रही थी पर मेरा लंड खड़ा हो गया था। वो बोली देखो मैं काफ़ी दिनो से तुम्हारे जीजा से नही मिली हूँ अब मुझे उनकी ज़रूरत है। मेरी तबीयत अब सेक्स करने से ही ठीक होगी। ये सुन कर मेरा लंड अब पेन्ट फाड़ने को तो तैयार था। वो बोली मैं जानती हूँ की तुम्हे भी एक लड़की की ज़रूरत है। मैने कहा पर आप मेरी दीदी हो।। वो बोली इसलिये तो कह रही हूँ अब उनका और मेरा चेहरा लाल हो चुका था।
मैने कहा पर मैने कभी किया नही है तो बोली मेने तो किया है। मैने कहा अगर कुछ हो गया तो वो बोली कुछ नही होगा और ना किसी को पता चलेगा। अब सब बंद करो। मैने ब्लू फिल्म कई बार देखी थी तो मुझे पता था पर रियल में तो उससे भी ज्यादा मज़ा आता है। फिर वो मुझे अपने रूम में ले गयी। उस दिन उन्होने लाल सिल्क नाइटी पहन रखी थी क्या गजब लग रही थी ये तब पता चला जब ये सब हुआ। दीदी बोली आओ फिर मेरा एक हाथ अपने चूचियों पर रख दिये और कहा इसे दबाओ। मेने वैसा ही किया पर थोड़ा डर रहा था की दर्द होगा।
फिर वो बोली थोड़ा ज़ोर से दबाओ मैने कहा दर्द होगा वो बोली दर्द नही होगा और अपने लाल होठों को एक बार मेरे होठों से किस किया मुझे तो जैसे शॉक लगा पर मज़ा आया। फिर मैंने अपने होठों को उनके होठों से लगाया और चूसने लगा वो बराबर साथ दे रही थी। मैने उन्हे बेड पर लेटा दिया और उनके उपर चड गया। मैने फिर किस करना स्टार्ट कर दिया। कुछ देर बाद में थोड़ा नीचे आया और उनके चूचियों को नाइटी के उपर से काटा उनके मुँह से अहह निकल गयी। फिर मैं चूचियों से नीचे आया और उनके पेट पर किस किया फिर और नीचे गया पर बूर को किस नही किया। अब में उनके पैर के अंगूठे को किस किया और उपर बढ़ने लगा। धीरे धीरे मैं उनकी नाइटी को उपर करता गया और पैरो को किस करता रहा।
जब मैने उनकी नाइटी को कमर पर किया तो देखा उन्होने सिल्क लाल पेंटी पहन रखी थी पर वो कुछ भीगी लग रही थी जब मैं उनकी जांघो को किस कर रहा तो एक मधहोश कर देने वाली सुगंध पेंटी से आ रही थी। मैने पेंटी को किस किया तो मेरे होठ भीग गये। मैंने धीरे धीरे नाइटी को उपर चढ़ाया और उनके चूचियों तक पहुच गया। उन्होने गुलाबी कलर की ब्रा पहन रखी थी मैंने ब्रा के उपर से ही चूसना शुरू कर दिया वो एकदम कड़क हो गई। फिर उन्हे उठाया और नाइटी उतार दी दीदी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिये। दीदी बोली तुम तो कह रहे थे कुछ नही जानते हो तब ये सब कैसे? मेंने कहा आप को देख कर हुआ जा रहा है। मैने उन्हे किस किया और ब्रा उतार दी अब चूचियों नंगे थे मैने तुरन्त उनके निपल को चूसना और काटना चालू कर दिया वो बोली आराम से चूसो में कहीं नहीं जा रही हूँ।
मैंने कहा आपने ही तो बोला था दूध पीने को वो बोली तो दूध पीने का मज़ा आया मैने कहा बहुत। अब मैं नीचे आया और उनकी पेंटी निकाल दी। क्या बूर थी यारो। गुलाबी बूर वो भी रियल लाइफ में पहली बार तो आप लोग समझ सकते हैं उस वक़्त क्या महसूस हो रहा होगा मुझे। बूर के बाल छोटे छोटे थे। मैने उनके पैर फैलाये और लग गया बूर चाटने को जैसे ही मैने अपनी जीभ उनकी बूर की फाको पर रखी मधहोशी छा गयी। मैने धीरे धीरे चाटना जारी रखा पर दीदी ने मेरा सर पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से अपनी बूर पर रगड़ने लगी फिर कुछ देर में उनका पानी मेरे मुँह पर निकल गया। मैं कुछ समझ नही पाया पर टेस्ट अच्छा लगा तो बूर और चाट ली। दीदी बिल्कुल शांत हो गयी थी पर मैने बूर चाटना जारी रखा। कुछ देर बाद बोली उपर आ जा मैं उपर गया तो उन्होने फिर से किस स्टार्ट कर दिया। मैने रेस्पॉन्स दिया और साथ में चूचियों दबाता रहा अब वो फिर तैयार हो गयी।
मैं भी एग्ज़ाइटेड था इस बार में बूर मेंने एक उंगली डाली और अंदर बाहर करने लगा फिर एक और उंगली डाल दी। दीदी बोली उंगली निकाल लंड डाल उंगली करने से अगर ये शांत हो जाती तो तेरी क्या ज़रूरत थी। ये सुनकर मुझे जोश आ गया और मैने लंड दीदी की बूर के मुँह पर रख दिया और धक्का मारा। मेरे लंड का अगला सिरा ही बड़ी मुश्किल से गया की मुझे दर्द होने लगा। दीदी बोली जा क्रीम ले कर आ मैं क्रीम ले आया और उन्होने अपने हाथो से मेरे लंड पर क्रीम लगाने लगी में एग्ज़ाइटेड होने की वजह से उनका हाथ लगते ही मैने उनके उपर ही वीर्य गिरा दिया। मैं डर गया पर वो बोली कोई बात नही ऐसा होता है। उन्होने वीर्य साफ किया और फिर मेरा लंड अपने मुँह मे ले लिया थोड़ी देर चूसने के बाद मेरा लंड फिर खड़ा हो गया।
फिर उन्होने क्रीम मेरे लंड और अपनी बूर पर लगाई और बूर की तरफ़ इशारा करके कहा चलो लग जाओ काम पर। उन्होने अपनी टाँगे फैला ली और मैने बूर पर अपना लंड रगड़ा। बूर के मुँह पर लंड रख कर झटका मारा पर थोड़ा ही लंड अंदर गया की मुझे फिर दर्द होने लगा। दीदी बोली फर्स्ट टाइम होता है दर्द। चलो मर्द बनो और अपनी दीदी की बूर को फाड़ डालो। ये सुन कर मुझे जोश आ गया एक जबरदस्त झटका मारा और मेरा पूरा लंड अंदर चला गया मैं और दीदी दोनो ही चीख पड़े। मेरा लंड थोड़ा मोटा है और लंबा भी इसलिये। मुझे ज़्यादा दर्द हो रहा था तो दीदी बोली मेरा दूध पीओं तो ताक़त मिल जायेगी और लंड बूर में डाले डाले ही में उनके लिप्स और चूचियों बारी बारी से चूसने लगा।
अब मुझमे और ताक़त आ गई मैने धीरे धीरे लंड आगे पीछे करने लगा। दीदी भी साथ दे रही थी और मेरे झटको की गति बढ़ती जा रही थी। दीदी के मुँह से आआआआहह ओंऊऊऊओहूऊ की आवाज़ निकल रही थी जिसे सुनकर जोश बढ़ रहा था। दीदी अपनी टांगो को सिकोड़ने लगी जिससे मुझे ज्यादा ताक़त लगानी पड़ रही थी। फिर दीदी का पानी निकल गया। उन्होने रुकने को कहा। मैं रुक गया और उनके चूचियों को चूसने लगा कुछ देर में वो फिर तैयार हो गई और कहा तुम भी काम पूरा कर लो। में तुरन्त झटके मारना चालू कर दिया कुछ देर बाद मेरा माल निकलने वाला तो मैने कहा मेरा निकल रहा है वो बोली अंदर ही डाल दे कुछ नही होगा जब तक गर्म लावा अंदर नही पड़ेगा तब तक शांति नही मिलेगी। फिर हम दोनो झड़ गये और मैं उनके उपर ही लेट गया। अब सुबह के 5 बज रहे थे। और हम सोने चले गये थे। दोस्तों आशा करता हु की आपको मेरी ये कहानी अछि लगी होगी
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