Brother Sister Hindi Sex Story, Bahan Ki Chudai Kahani, hysteria sex story, मैं एक अजीब बीमारी से ग्रसित थी। जब मैं 18 साल की हुई उसे समय मुझे एक अजी ब बीमारी हो गया था। मैं बेहोश हो जाती थी मेरे मुंह से झाग निकलने लगता था। मेरी बूर गीली हो जाती थी। मेरी चूचियां बड़ी-बड़ी और निप्पल टाइट हो जाती थी। मां मेरी बहुत ज्यादा परेशान हो जाती थी। दो-तीन बार डॉक्टर के यहां भी ले गई पर डॉक्टर यह बोला कि जब इसकी शादी हो जाएगी तो यह अपने आप ठीक हो जाएगी। पर मां को मेरी हालत देखकर बहुत दुख होता था। जब यह दौरा पड़ता था मन बहुत ज्यादा परेशान हो जाती थी मेरा भाई मेरे से 3 साल छोटा है वह भी बहुत ही ज्यादा परेशान होता था।
कोई उपाय था नहीं मेरे घर में और कोई मर्द था नहीं पापा है नहीं बहुत पहले ही गुजर गए मेरे घर में हम तीन ही हैं मां मैं और मेरा छोटा भाई। डॉक्टर की माने तो मेरी बीमारी का इलाज सिर्फ मेरा पति कर सकता था यानी कि जब वह सेक्स मेरे से करता तो मैं अपने आप ठीक हो जाती। मेरी मां यह नहीं चाहती थी कि लोगों को पता चले कि मुझे यह बीमारी है क्योंकि आजकल तो आपको भी पता होगा लड़कियों की शादी करना कितना मुश्किल हो जाता है अगर कोई बीमारी हो तो।
अब एक ही उपाय था मेरी बीमारी का इलाज शादी यानी की मेरी चुदाई। पर अभी संभव नहीं था शादी के लिए लड़का मां देख रही थी पर कोई अच्छा लड़का नहीं मिल रहा था। धीरे-धीरे दौरा ज्यादा पढ़ने लगा हर एक सप्ताह में बीमार हो जाती थी। हम तीनों बहुत परेशान रहने लगे खराब होने लगा था मैं फाइनल ईयर में थी। एक दिन की बात है मां मुझे छत पर बुलाकर एक बात बोली जिसे मैं सन्न रह गई। मैंने मना कर दिया पर मां मेरी रोने लगी कहने लगी कि मैं यह तुम्हारे लिए कर रही हूं। इसलिए तुम मना मत करो जब तक शादी नहीं हो जाती तब तक तुम मेरे बताए गए उपाय को मानोगी।
बात यह था कि मेरी मां यह कह रही थी कि तुम राहुल के साथ सेक्स संबंध बना लो। तुम हो राहुल साथ सोया करो ताकि तुम्हें दौरा नहीं पड़े क्योंकि तुम्हारा ठीक होना बहुत जरूरी है। घर की बात घर में रह जाए तो इससे अच्छी बात क्या हो सकती है इसलिए तुम्हें अपने भाई के साथ सोना ही पड़ेगा। पहले मैं मन कर रही थी कैसा मैं नहीं करूंगी भला कोई बहन अपने भाई के साथ सेक्स संबंध बनाता है क्या मर जाऊंगी पर मैं अपने भाई के साथ नहीं सोंगी। पर मम्मी को खुश करने के लिए मैंने हां कह दिया पर साथ में मैंने यह भी पूछा कि क्या राहुल को अपने पूछा इसके बारे में। मेरी मां बोली कि हां राहुल से बात हो गई है उसने यह कहा कि मैं अपनी बहन के लिए कुछ भी कर सकता हूं ताकि मेरी बहन ठीक हो जाए।
मेरा भाई मेरे साथ सोने के लिए पहले से ही राजी था। मेरा भाई मेरे से 3 साल छोटा है जैसा कि आपको पता है। पहले मैं अपने बारे में बता देता हूं मेरा नाम मानसी है मैं खूबसूरत और हॉट लड़की हूं बीमारी की वजह ही यही है कि मेरी अंतर्वासना जब भड़क जाती है तब मैं पागल हो जाती हूं लंड लेने के लिए अपनी बूर में। मेरी चूचियां बड़ी-बड़ी है गांड का उभार बाहर के तरफ है मेरे बाल लंबे हैं मैं बहुत गोरी लड़की हूं। चूचियां मेरी काफी टाइट है निप्पल का रंग हल्का पिक है। मेरी बूर में बाल नहीं है। गोरी चिट्टी लंबी लड़की हूं। बहुत हॉट और सेक्सी हूं।
मम्मी बोली आज तुम भाई-बहन साथ सोना तो मैंने कहा मुझे बिल्कुल भी अच्छा नहीं लग रहा है मम्मी। उन्होंने कहा मजबूरी है इसमें अच्छाई की कोई बात नहीं है एक काम करती हूं आज मैं नानी के यहां चली जाती हूं एक-दो दिन रहकर आ जाऊंगी तुम और राहुल आराम से खाना पीना खाकर और अपनी बीमारी का इलाज करना। मां राहुल को और मुझे छोड़कर नानी घर चली गई। या नहीं कि आज रात मेरी सुहागरात मानने वाली थी , वह भी अपने छोटे भाई के साथ।
रात के 9:00 बजे हम दोनों खाना खाकर बेडरूम में चले गए , हम दोनों बेड पर बैठ गए मेरा भाई बोला दीदी हम दोनों सही काम कर तो रहे हैं तो मैं बोली कि यह मजबूरी है इसलिए यह जरूरी है। मेरा भाई अपने जेब से एक टैबलेट का स्ट्रिप निकाल कर दिया। और बोला कि इसमें तीन टैबलेट है मम्मी बोली है कि तुम खा लेना ताकि गर्भ नहीं ठहरे। यानी की मम्मी ने पहले से ही इंतजाम कर दिया था. अब कोई डर नहीं था गर्भधारण होने का। हम दोनों एक दूसरे के करीब आ गए पहले एक दूसरे का हाथ को थाम है फिर मेरा भाई मेरे चूचियों को छूने लगा। जैसे ही उसने मेरी चूचियों को हाथ लगाया मेरे अंतर्वासना भड़क गई।
मेरी सांसे तेज चलने लगी मेरे अंग अंग फड़कने लगे। मैं अंगड़ाइयां लेने लगी मैंने अपने भाई को झटका से अपनी तरफ खींचा और उसके होंठ को चूमने लगा। मैं उसको बेड पर पटक कर उसके ऊपर चढ़ गई और उसके होंठ को चूमने लगी मैं तुरंत ही अपना शर्ट निकाल फेंका और पीछे हाथ करके ब्रा का हुक खोल दिया। मेरी बड़ी-बड़ी चूचियां जैसे ही बाहर हुई राहुल देख कर दीवाना हो गया। तुरंत ही अपने हाथों से बड़ी-बड़ी चूचियों को मसलने लगा। मैं बार-बार झुक कर उसके होंठ को चूमती अपना जीव उसके मुंह में डालती। इस तरह से वह और भी ज्यादा कामुक हो गया था।
मैंने अपनी पेंटी उतार दी और उसके कपड़े भी उतार दिए। हम दोनों नंगे हो गए थे मैंने तुरंत ही अपने भाई का मोटा लंड पकड़ कर अपने मुंह में ले लिया और चूसने लगी , मेरे भाई का लैंड करें 8 इंच का है बहुत मोटा लंबा और खूबसूरत , ऐसा लगता है रबड़ी मलाई चूस रही हूं। मेरी बूर काफी गीली हो गई थी। मैं उसके मुंह पर जाकर बैठ गई नीचे से वह मेरी बूर को चाटने लगा मैं बार-बार पानी छोड़ता और वह पानी को साफ कर देता अपने जीभ से चाट कर। हम दोनों ही एक दूसरे को प्यार कर रहे थे बाहों में भर रहे थे एक दूसरे के जिस्म से खेल रहे थे।
मेरे से रहा नहीं गया मैं तुरंत लेट गई अपने टांगों को अलग-अलग कर दी मेरा भाई बीच में आकर मेरी टांगों को अलग-अलग किया और मोटा लंड निकाल कर मेरी बूर के छेद के ऊपर लगाया और जोर से धक्का मार कर अंदर घुसा दिया , मैं तुरंत ही अपने गांड को गोल-गोल घूमने लगी और नीचे से धक्के देने लगी। मेरा भाई जोर-जोर से मुझे चोदने लगा। मैं खुद भी अपनी चूचियों को मसलती थी और भाई के होंठ को चूमती थी। पूरे कमरे में आआह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह ओह्ह्ह्हह इफ़फ़फ़फ़फ़ की आवाज निकल रही थी।
हम दोनों ही काफी गर्म हो गए थे झटके पर झटका मेरा भाई दे रहा था मेरी चूचियां हिल रही थी मैं अंगड़ाइयां ले रही थी। भाई मुझे ऐसे चोद रहा था जैसे की कोई पोर्न स्टार हो। मैं भी काम नहीं थी अपने होंठ को खुद ही दांतों के तले दबाती अपनी चूचियों को मसलती और गांड को गोल-गोल घुमा घुमा कर उसके लंबे हथियार को अपने खाई के अंदर ले लेती। 2 घंटे तक मुझे उलट कर पलट कर खड़ा करके बैठ कर सलकर घोड़ी बनाकर मेरी चुदाई किया। फिर जाकर हम दोनों शांत हुए। हम दोनों एक साथ बाथरुम में जाकर नहाए।
मेरा भाई मेरे पूरे बदन पर साबुन लगाया मेरे जिस्म को सहलाया बाथरूम में भी उसने मुझे जमकर चोदा। उसे दिन के बाद मेरा भाई मेरे साथ सोने लगा मेरी मां चार दिन बाद घर आई थी। मुझे देखकर पूछे सब कुछ ठीक चल रहा है मैंने सर हिला कर कह दिया सब कुछ ठीक है मन बहुत खुश हुई। 3 महीने हो गए अब मुझे दौरा नहीं आता मेरा भाई मेरे साथ सोता है महीने में तीन टेबलेट खा लेती हूं। मेरी मां भी खुश मेरा भाई भी खुश मैं भी खुश मैं जल्द ही अपनी दूसरी कहानी नॉनवेज भी लिखने वाली हूं तब तक आप सभी को प्यार भरा नमस्कार।