मां-बाप सब साथ देते थे बहन को चोदने में

Bhai Bahan Sex Story in Hindi : बहन की चुदाई (Bahan ki Chudai Kahani ) की कहानी आपने कई सारी पड़ी होती पर जो आज मैं आपको नॉनवेज story.com पर लिख रहा हूं वह सबसे अलग है।  आपने तो ऐसी कहानियां पढ़ी होगी जिसमें 1 भाई बहन के साथ नाजायज रिश्ता होता है चाहे बहन भाई को पटा ले या भाई बहन को पटा ले और फिर चुदाई होता है ऐसा तो आपने कई सारी कहानियां पढ़ी होगी।  पर आज आप एक नई सेक्स कहानी पड़ेंगे जिसमें बहन को चोदने के लिए मां और बाप भी राजी थे और सच पूछिए तो वह दोनों ही बहन को चोदने के लिए कहते थे।

पहले हम अपने परिवार के बारे में बता देते हैं।  मैं उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला हूं मैं अपने घर में बहन भाई और मम्मी पापा यही है।  मेरी बहन बड़ी है मैं छोटा हूं।  उम्र से आपको क्या लेना देना।  मम्मी पापा दोनों ही एक स्कूल में टीचर है और हम अभी पढ़ाई कर रहे हैं बहन की पढ़ाई पूरी हो गई है।  अब जल्दी ही उसकी शादी हो जाएगी क्योंकि एक-दो अच्छे रिश्ते आ रहे हैं।  उसके पहले कई सारे ऐसे कांड हो गए जिस वजह से आज मुझे यह कहानी लिखना पड़ रहा है नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम के पाठकों को भी सुनाना पड़ रहा है।

 मेरा नाम रमेश है मेरी बहन का नाम प्रिया है।  प्रिया बहुत ही हॉट और खूबसूरत लड़की है अक्सर पूछे तो एक जबरदस्त  लड़की है।  वह 34 नंबर का ब्रा पहनती है 30 साइज की उसकी कमर है चूचियां गोल-गोल बड़ी ही सुंदर है।  गांड का उभार तो मस्त है दोस्तों अगर आप भी पीछे से देख लेंगे तो रात में आप भी बिना मूठ मारे नहीं रह सकते।  मेरी तो बहन है और उस पर भी मैं रोजाना तो नहीं पर हां कभी-कभार उसको चोदता हूं और इसके लिए मम्मी पापा ही कहते हैं कि जा  चोर ले। 

 अब सीधे कहानी पर आता हूं कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और मेरी मम्मी पापा मुझे क्यों कहते हैं चोदने के लिए बहन को भी इस में दिक्कत नहीं है ना मां को है ना पापा को है।  मेरी बहन को एक बीमारी है रहती रहती वह बेहोश हो जाती है।  एक बार दिल्ली जाकर उसको डॉक्टर से दिखाया तो दिल्ली का डॉक्टर बोला कि जब इसकी शादी हो जाएगी तबीयत ठीक हो जाएगी।  पापा ने साफ-साफ पूछा शादी से इसका क्या मतलब है।  डॉक्टर घुमा फिरा कर बोल रहा था पर मेरे मम्मी पापा को यह बात समझ नहीं आया। 

 मम्मी पापा ने डॉक्टर से बोला कि जो बात है मुझे साफ-साफ बोल दीजिए।  तो डॉक्टर ने कह दिया प्रिया को एक बीमारी है और वह बीमारी ऐसा है जबकि सेक्स के बारे में सोचती है तो की बेहोश होने लगती है।  इसको जब उस समय सेक्स मिल जाए तो यह शांत हो जाएगी बेहोश नहीं होती।  और अगर इसको उस समय सेक्स नहीं मिले तो हो सकता है उसकी मौत भी हो सकती है। 

 तो मम्मी पापा ने डॉक्टर से पूछा कि फिर शादी के बाद कोई दिक्कत तो नहीं होगी कोई परेशानी तो नहीं होगी रिश्ते तो खराब नहीं होंगे।  तो डॉक्टर ने कहा नहीं शादी के बाद कोई दिक्कत नहीं होगी इसका यह कारण है कि इसको वहां पर रोज सेक्स करने को मिलेगा।  क्योंकि ऐसा महीने 2 महीने में ही एक बार होता होगा और जहां पर रोज उसको शरीर का सुख मिल रहा है तो फिर यह बीमारी अपने आप खत्म हो जाएगी दो-तीन साल के अंदर है। 

 अब यह बात किसी को बताया नहीं जा सकता मम्मी पापा इस बात को छुपा लिया उन्होंने मुझे बताया।  कैसी बात है और मम्मी ने प्रिया से बात कर लिया क्या अगर  तुम सेक्स के बारे में सोचोगे तो तुम्हारे साथ यह दिक्कत हो सकती है डॉक्टर ने साफ-साफ बोला है इसलिए तुम अभी हाथ जोड़कर  कहती हो कि अभी तुम कभी भी सेक्स के बारे में नहीं सोचोगे। 

 पर क्या दोस्तों ऐसा संभव हो सकता है कि एक जवान लड़की एक जवान लड़का सेक्स के बारे में नहीं सोचा तो उसकी शादी करा दो।  पर हां वासना को काबू में रखा जा सकता है।  पर मेरी बहन कितना भी वासना के बारे में सेक्स के बारे में नहीं सोचे पर वह हमेशा 20: 25 दिन में वह बेहोश होने ही लगती थी।  शुरुआत में तो हमें कुछ भी ऐसा नहीं बताया गया कि कुछ करना है।  एक दो बार वह बेहोशी की हालत में गई थी मुंह से झाग भी निकलने लगा था।  पर कुछ ही देर में वह अपने आप ठीक हो गई थी। 

 1 दिन की बात है रात को 1:00 बज रहे थे मम्मी पापा नीचे सोए हुए थे प्रिया और मैं दोनों ऊपर वाले कमरे में अलग-अलग बेड पर ही सोए हुए थे।  अचानक ही प्रिया हिलने लगी बेहोश होने लगे मैं दौड़कर जब उसके पास पहुंचा तो उसके मोबाइल में नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम खुला हुआ था और इसी वेबसाइट पर वह सेक्स कहानियां पढ़ रही थी इसी वजह से वह काफी ज्यादा कामुक हो गई थी और फिर वह बेहोश होने लगे मुंह से झाग निकलने लगा था।  मैंने तुरंत उसके मोबाइल से इस वेबसाइट को बंद किया।  पानी का मारा पर वह ठीक नहीं हुई मैं नीचे आया मम्मी पापा को उठा कर ऊपर लेकर आया। 

 मम्मी पापा बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे क्योंकि वह ठीक नहीं हो रही थी वह काफी ज्यादा खड़ा रहे थे।  मुंह से झाग निकल रहा था आंखें ऊपर की ओर चली गई थी और काफी ज्यादा हिल रही थी।  कभी-कभी वह अपने दोनों हाथों से अपनी चुचियों को कस के पकड़ लेती थी और दबाने लगती थी उस समय पापा मेरे इधर-उधर देखने लगे थे और मम्मी उसका हाथ पकड़ के हटा देते थे।  मैं यह सब कुछ देख रहा था। 

 अब ऐसे में डॉक्टर के यहां  कैसे ले जाया जाए रात का समय था।  तभी दीदी और भी ज्यादा परेशान हो गई और मम्मी पापा भी काफी ज्यादा परेशान हो गए क्योंकि उसकी तबीयत ठीक नहीं हो रही थी और की बात याद आ गई।  इसकी मौत भी हो सकती है।  तभी पापा मम्मी के कान में कुछ कोने में ले जाकर बोले।  उसके पापा नीचे चले गए मम्मी आकर मुझे तो पता है क्या करना है डॉक्टर ने क्या बोला था।  मैं नहीं कर सकता मैं अपनी बहन के साथ नहीं कर सकता।  मम्मी मैं तुमको कुछ करने के लिए नहीं कह रही हूं जान बचाने के लिए कह रही हूं और जान बचाने के लिए तुमको इसके साथ सोना ही पड़ेगा। 

 रोजाना नहीं सोना है आज की बात है कभी काल इसको मैंने 2 महीने में होगा तो तुम्हें सोना पड़ेगा फिर शादी हो जाएगी चली जाएगी तो फिर कोई दिक्कत की बात नहीं होगी पर अभी तुम्हें अपनी बहन की जान को बचाना ही पड़ेगा।  यह बात प्प्रिया भी सुन रही थी मैं भी सुन रहा था मम्मी बोल रही थी।  ठीक है तुम देख ले अगर तुम्हें लगता है बहन को बचाना है तो तुम सो जा और नहीं बचाना है तो कोई बात नहीं तुम अपने बेड पर सो जा मैं नीचे जा रही हूं। 

 मम्मी नीचे चली गई वह दरवाजा बंद करते हुए गई।  मैंने अपनी बहन को देखा तो वह काफी ज्यादा खतरा रही थी गिर गई थी बेहोशी की हालत में थी।  मुझे लगाकर बहन को बचाने के लिए कुछ भी करना पड़े तो अब सब जायज है।  मैंने तुरंत अपने कपड़े खोलें।  और बहन के पास बैठकर उसकी चूचियों को मसलने लगा।  जैसे-जैसे उसकी चूचियों को मसलने लगा उसके होंठ पर जैसे ही अपने होंठ रखें और चूमने लगा उसको।  उसके बदन को जब जैसे ही सहलाया।  वह ठीक होने लगे।  मैंने उसको चूमने लगा उसके बूब्स को दबाने लगा उसके चूत  के पास हाथ रखा उसको अपना  लंड पकड़ा दिया। 

 मैंने उसके सारे कपड़े खोल दिए तो ऐसी लग रही थी कि सेक्स की देवी।  बहुत खूबसूरत थी मेरी बहन।  बड़ी बड़ी गोल-गोल चूचियां सुंदर पेट  उसकी जांघ गोल गोल।  चूतड़ चौड़ी कमर पतली।  निप्पल गुलाबी कलर का मैं उसके बूब्स को पकड़कर दबाने लगा फिर उसको चूसने लगा।   उसकी चूत  में जैसे ही मैंने उंगली डाली उसकी चूत  पहले से ही काफी गीली थी।  उसने मुझे अपने ऊपर आने को कहा और अपनी टांगें फैला दी।  मैं उसकी टांगे को फैला कर उसको 10 मिनट तक  खूब चाटा।  फिर अपना मोटा लंड निकाल कर रखा।  और जोर से लगा दिया धक्का। मेरा मोटा लंड तुरंत ही अंदर चला गया। 

मेरी बहन राहत की सांस ली।   जैसे मेरा पूरा लंड उसकी चूत  में गया।  वह काफी ज्यादा अंतर्वासना से भड़क गई और उसकी वासना जाग गई।  वह तरह तरह की आवाज निकालने लगी और मेरे से गांड उछाल उछाल कर चुदवाने लगी।  मैं उसकी चूचियों को मसलते हुए उसके होंठ को चूमते हुए उसको सहलाते हुए।  चोदने लगा वह खुश हो गई।  करीब 30 मिनट तक मैंने उसको चोदा  वह एकदम शांत हो गई और बाद में हम दोनों झाड़ गए। 

 वह पूरी तरीके से संतुष्ट हो गई थी अभी मारी का नामोनिशान नहीं था वह खुश थे मैंने भी उठकर कपड़े पहने वह भी उठकर कपड़े पहने।  मैं कमरे के बाहर जैसे गया तभी  नीचे से ऊपर आ गई।  मम्मी पूछे कैसी है प्रिया।  मैंने कहा जा कर देख लो।  मम्मी जब कमरे में गई तो देखि की प्रिया अब बिलकुल ठीक हो गयी थी।  ऐसा लग रहा था कि आप्रिय को  कुछ हुआ ही नहीं था।  उस दिन के बाद से जब वह बीमार होने लगते हैं तभी मैं उसकी चुदाई  करता हूं।  नहीं तो हम दोनों के बीच में ऐसा कोई रिश्ता नहीं है। 

 मैं जल्द ही अपनी दूसरी कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाला हूं।  क्योंकि यही बीमारी अपनी मम्मी को हो गया है और पापा का लंड खड़ा होता नहीं।  अब आपको समझ आ गया होगा कि मुझे बहन को भी और मां को भी दोनों को खुश करना होता है।