Bhai Bahan ka Honeymoon Hindi Sex Story : मेरा नाम कशिश है मैं 22 साल की लड़की हूं। नॉनवेज story.com की फैन हूं रोजाना मैं यहां पर आकर सेक्स कहानियां पढ़ती हूं। आज मैं भी आप सभी को एक सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूं यह सेक्स कहानी बहुत हॉट और सेक्सी है क्योंकि यह मेरे और मेरे भैया के बीच है। आज मैं आपको बताऊंगी कि मेरे जिस्म की गर्मी को भी भैया ने शिमला में शांत किया। यह सब .क्यों और कैसे हुआ इसमें मेरी मां का हाथ है तो आज मैं आपको अपनी पूरी कहानी नॉनवेज story.com के सभी दोस्तों को सुनाने वाली हूं।
जैसा कि आपको पता है भैया ने मुझे शिमला में ले जाकर चोदा। ऐसे मैं दिल्ली की रहने वाली हूं मैं यूनिवर्सिटी में इंजीनियरिं ग के छात्र हूं मैं पढ़ाई करती हूं हॉस्टल में रहती हूं तो आजकल मेरा पेपर खत्म हो गया था इस वजह से मैं दिल्ली आ गई थी। दिल्ली आने के बाद मुझे पता चला कि मेरे भैया और भाभी जो अभी अभी शादी हुई है 6 महीने पहले वह दोनों शिमला जाने वाले हैं। तो घर आकर में भी जिद कर दी कि मैं भी शिमला जाऊंगी। भैया बोले शिमला बच्चे नहीं जाते तो मैं बोली मैं बच्ची नहीं हूं मैं 22 साल की हूं। मेरे से 4 साल आप बड़े हो तो इसका मतलब यह नहीं कि आप बहुत बड़े हो गए हो मैं भी छोटी नहीं हूं मैं भी बड़ी हूं। हम दोनों में ऐसी ही बातचीत होती है तभी हम दोनों आपस में काफी ज्यादा खुले हुए हैं।
भैया ने होटल बहुत पहले ही बुक कर लिया था तो मम्मी बोली थी अब तो तुम्हें होटल का कमरा भी नहीं मिलेगा तो तुम कैसे जाओगे अपने भैया भाभी के साथ वह लोग जाएंगे इंजॉय करेंगे एक कमरा लिए हैं पहले बताती तो मैं भी चल पढ़ती हो तुम भी चल पड़ते पर अब तो मैं जा भी नहीं पाऊंगी क्योंकि मुझे काम है तो एक काम करो मेरे भैया को मेरी मम्मी ने बोली कि होटल वाले से बात करो एक कमरा कर दे दे तो इसको भी ले जाओ कशिश भी हॉलीडे को अच्छे से इंजॉय कर लेगी।
भैया ने होटल में बात किया तो उन्होंने एक कमरा देने को राजी हो गया क्योंकि उनका एक कैंसिल हुआ था इस वजह से वह कमरा मुझे मिल गया मैं बहुत खुश हो गई। शिमला जाने का मेरा कोई प्लान भी नहीं था और एकदम से प्लान बन गया तो खुश हो ना तो बनता ही है। अब हम तीनों ही शिमला के लिए निकल पड़े भैया का कमरा मेरे कमरे के बगल में ही था भैया भाभी तो आपको पता है जब नई-नई शादी हुई है तो चुदाई के अलावा और क्या होगा। वह लोग रात को जल्दी ही खाना पीना खाकर अपने कमरे में चले गए मैं अपने कमरे में नॉनवेज स्टोरी पर ही काम में पढ़ते रहे और मैं क्या करती।
एक बार जाकर भी उनके दरवाजे के पास खड़ी हुई तो अंदर से भाभी की आवाज आ रही थी और जोर से और जोर से आज मुझे खुश कर दो आज मुझे खुश कर दो। मैं समझ गई भाभी की जबरदस्त चुदाई हो रही है। यह सब सुनकर मेरी भी चूत गीली हो गई थी और मैं वापस आकर सो गई। उस दिन तो ऐसे ही बीता सुबह उठे हम लोग घूमे फिरे और शाम को उस दिन होटल वाले ने भैया भाभी के लिए एक और व्हिस्की का भी इंतजाम किया था क्योंकि वह दोनों पहले ही बताए थे कि हनीमून पर आ रहे हैं इस वजह से हनीमून मनाने वाले के लिए उस होटल में पार्टी का इंतजाम किया जाता है।
उन दोनों की शान तो बड़ी रंगीन होने लगी थी। मुझे लग रहा था कि मैं बेकार ही आ गई क्योंकि जब एक कपल कहीं आए घूमने के उसके साथ किसी को नहीं आनी चाहिए और वह भी एक बहन को तो भूल कर भी नहीं आना चाहिए। ऐसा मुझे महसूस हो रहा था। पर बातें कुछ ही देर में बदल गई। हम लोग हॉस्टल रेस्टोरेंट से अपने कमरे में आए तो भैया मुझे भी अपने कमरे में बुला लिए और वह पर दारु पार्टी होने लगा मैं मना भी की की मैं मैं पियूँगी तो भइया बोले सब चलता है। भाभी भी एक नम्बर की पियक्कड़ है तो वो भी मुझे कहने लगा पी लो घर में नहीं बोलेंगे।
और फिर हम तीनों की दारू पार्टी शुरू होगी दारू के साथ-साथ एक-एक करके हम लोग डांस भी करते थे और 2 लोग बैठ कर देखते थे। पहले भैया की बारी उसके बाद मेरी उसके बाद मेरी भाभी की हम तीनों ही काफी नशे में हो गए थे इस वजह से डांस थोड़ा सेक्सी हो गया था। भाभी डांस करते-करते अपना टॉप उतार कर फेंक दूं और धीरे-धीरे वह ब्रा पर आ गयी। भैया पैक बनाए जा रहे थे और हम लोग दारू पी पी कर डांस कर रहे थे भाभी डांस कर रही थी ब्रा पहन कर पहन कर। भैया भाभी का रूप देखकर लैंड पर हाथ फिराने लगे थे वह मैं देख रही थी। धीरे-धीरे भाभी न्यूड हो गई उन्होंने अपना ब्रा उतार कर फेंक दी और फिर भी खोल दी और नाचने लगी।
फिर से हम लोग एक एकता के लिए अब भैया भी साथ नाचने लगे और भाभी की चूचियां दबाने लगे। भैया को होश भी ना रहा कि उनकी बहन सामने बैठी हुई है पर मैं भी कहां कम थी मैं भी दारू पीकर नशे में हो गई थी। भाभी ने मुझे इशारे से बुलाई और मैं भाभी के पास चली गई भाभी मेरे होंठ को चूमने लगी ऐसा लग रहा था कि वह लैसबियन रहे। भैया वहीं पर मेरे सामने ही भाभी की चूचियों को दबाने लगे और उनके होंठ पर किस करने लगे धीरे-धीरे भाभी ने मेरे कपड़े भी उतार दी। और फिर मेरी चूचियां क्योंकि मैं तो अभी तक किसी को हाथ भी नहीं लगाने देती और मेरी टाइट चूचियां देखकर मेरा भाई का दिमाग हिल गया था वह मेरी चूचियों को छूने लगा और धीरे-धीरे भाभी को छोड़कर मेरे साथ हो गया मेरे को चूमने लगा मेरी चूचियों को दबाने लगा मेरी गांड को सहलाने लगा।
धीरे-धीरे मैं भी कामुक होने लगी और मैं भी भैया को साथ देने लगी मैं भी उनके लंड को पकड़ ली थी क्योंकि उनका लंड काफी मोटा हो गया था अब हम तीनों ही एक दूसरे को खुश कर रहे थे। भैया भाभी से ज्यादा मुझे ही चूम रहे थे मेरी चूचियों को दबा रहे थे भाभी बोली भी जवान बहन मिल गई तो बीवी को छोड़ दिए हो। भैया मेरी चूचियों को दबाते हुए अपने मुंह में लेकर निप्पल को दबाने लगे मेरी तो चूत गीली हो गई। मेरे से रहा नहीं जा रहा था पर मैं करूं क्या भाभी नहीं रहती तो मैं अब तक भैया को पटक कर चढ़ गई होती। भाभी बोली भैया से मेरी चूत गीली हो चुकी है मुझे जल्दी से चोद दो क्योंकि मैं काफी नशे में हो गई हूं मैं गिर जाऊंगी। यह सुनकर भैया ने भाभी को बेड पर पटका दोनों टांगों को अलग-अलग करके अपना मोटा लंड चूत के बीच में लगाया और घुसा दिया चुचियों को दबाते हुए जोर जोर से धक्के देने लगा।
10 मिनट की चुदाई में ही भाभी झड़ गई और बोली आज मैं बहुत थक चुकी हूं मैं सो रही हूं और 5 मिनट के अंदर ही सो गई। उसके बाद फिर शुरू हुआ भाई बहन की चुदाई भैया ने मुझे बेड पर लिटा कर दोनों टांगों को अलग-अलग करके मेरी पैंटी उतार दी और फिर मेरी चूत को चाटने लगे मेरी चूत गीली हो चुकी थी। मेरे चूचियों को मसलते हुए अपना लंड मेरी चूत के छेद पर लगाकर जोर से घुसाने की कोशिश की पर नहीं गया क्योंकि मेरी चूत काफी टाइट थी। तीन चार झटके मारने के बाद भैया का लंड में चूत के अंदर प्रवेश कर गया और पूरा लंड अंदर जाते ही मेरी कामवासना और भी ज्यादा भड़क गई। दर्द तो मुझे बहुत हो रहा था पर लंड का मजा कुछ और ही था इस वजह से मैं चाह रही थी कि भैया मुझे जमकर चोदे।
नशे में थी इस वजह से दर्द ही नहीं हो रहा था जबकि मैं पहली बार चुद रही थी। भैया मुझे अलग अलग तरीके से मेरी चूत को फाड़ने लगे। मेरे चुचियों को दबाते हुए जोर-जोर से मुझे चोदने लगे मैं भी गांड हिला हिला कर गांड घुमा घुमा कर भैया के लंड को अपने अंदर ले रही थी , भैया ने मुझे करीब 2 घंटे तक हम दोनों ही नशे में थे और हम दोनों नशे में पागल हो गए थे। कामसूत्र के करीब 10:00 तरीके हम दोनों ने आज भी तो गांड फाड़ कर सो गई थी। पर भैया ने मुझे जमकर चोदा। आखिरकार मैं भी झड़ गई भैया भी झड़ गए हम तीनों एक ही बेड पर सो गए। सुबह उठे तो भाभी बोली चलो आज से तू मेरी सौतन हो गई है अब हम तीनों मिलकर मज़े करेंगे।
उसके बाद हम लोग 4 दिन और भी शिमला में रुके थे क्या बताऊं दोस्तों मजा आ गया था जब भाई का लंड बहन की चूत में जाता है तो मजा कुछ और ही होता है। रोजाना भैया मुझे चोदते थे भाभी के साथ और मैं भी खूब मजे लेती थी। उस दिन के बाद से तो भैया भैया ना रहा सैया हो गया अब तो मेरी चूत भी ढीली हो गई है क्योंकि मोटा लंड रोजाना चूत के अंदर जा रहा है आजकल। मैं दूसरी कहानी जल्दी ही नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पर लिखने वाली हूँ तब तक के लिए धन्यवाद.