दोस्तों आपने पिछले कहानी मेरी पढ़ी जब मैं अपने बॉय फ्रेंड से चुदवा रही है तभी मेरा भाई आ गया था, अगर आपने मेरी पिछली कहानी नहीं पढ़ी तो प्लीज ( भैया अब मुझे रोज चोदता है, कहता है पापा को बता दूंगा तेरे कारनामे) पहले इस कहानी को पढ़ ले तब आपको पूरा समझ आएगा. हम अब कहानी के तरफ आगे बढ़ते है. मेरा भाई सोनू का काफी गाली देके भगा दिया, मैं उस समय बाथरूम में चली गई थी. उसके बाद जब में आई तो वो मुझे भद्दी भद्दी गलियां दे रहा था और मैं सुन रही थी.
दोस्तों उसकी गलियों में मुझे गुस्सा कम और चूत में पानी ज्यादा ही आ रहा था. क्यों की वो मुझे कह रहा था, क्या पड़ी थी तुमको ठुकवाने की. इतनी गर्मी चढ़ गई थी तुझे, क्या तेरा चूत लंड के बिना नहीं रह सकता है. गांड फाड़ के चला गया वो लड़का, चूत फड़वाकर मजा आया ना तेरे को, साली देख ना, गर्दन में कैसे काटा है दांत से अभी तक निशान है, गाल पर ये उस हरामजादे का चुम्मा का निशान है.
वो इसी तरह से मुझे गाली दे रहा था. मैं वही कड़ी थी, वो फिर मुझे कहने लगा, साली खड़ी है ऐसे की जैसे कुछ हुआ ही नहीं, अगर देख स्वाति अब तुम्हे बताता हु मैं कौन हु, मैं ऐसी आग लगाऊंगा तेरी ज़िन्दगी में तुम भी सोच के सिहर जाएगी. दोस्तों मुझे डर लगने लगा. मुझे लगा की पता नहीं वो क्या करने बाला है. मैंने पूछी उससे आखिर तू मेरी ज़िन्दगी बर्बाद करने की बात जो कर रहा है. करेगा क्या? तो उसने कहा आज शाम को जैसे ही माँ और पापा घर आएंगे वैसे ही तेरी सारी चुदाई की कहानी उन दोनों को सूना दूंगा और फिर तू समझियो क्या हाल होगा, तेरी चूत में जो गर्मी चढ़ी है ना उसको तो मम्मी ही बुझाएगी, मैंने कहा देखो भाई जो होना था सो हो गया, अब वो मुझे चोद कर चला गया, अब मुझे माफ़ कर दो.
तभी वो बोल उठा “माफ़ कर दो”, देख स्वाति मैं तो तभी माफ़ कर पाउँगा, जब तुम मुझे भी चोदने दोगी, नहीं तो कोई चारा नहीं है, मैंने कहा अरे मैं तो अपने बॉयफ्रेंड से चुदवा रही थी, तुम तो मेरे भाई हो और भाई बहन में कभी भी सेक्स नहीं होता है, ये तो पाक रिश्ता है. तभी मेरा भाई बोल उठा, बहनचोद तुम तो बताओ ही नहीं क्या रिश्ता होता है क्या नहीं होता है. साली कुंवारी लड़की किसी गैर से चुदवाती है क्या? मैंने कहा क्यों आज कल जमाना चेंज हो गया है कुछ भी हो सकता है हम खुले विचार के है. तो मैंने कहा फिर मैं बोल रहा हु तो तेरी फट रही है, भाई याद आ रहा है.
मैंने कहा अगर तुम्हे लगता है, बहन को चोद कर तुम्हे ख़ुशी मिलेगी तो चोद ले मुझे, तभी मेरा भाई बोला आज ही नहीं मैं रोज तेरी चूत मारूँगा, मैं बोली अगर मैं पेट से हो गई तो? तो मेरा भाई बोला साली कहती है नए ज़माने के है और कहती है पेट से रह गई तो. आज कल बाजार में ऐसी ऐसी गोलियां है जिसको खाने से करीब एक साल तक बच्चा होने का चांस नहीं रहता है, मैंने कहा ठीक है फिर ले आना, और मैंने अपना टीशर्ट निकाल दी. मेरा भाई मेरी बड़ी बड़ी सॉलिड चूचियां को देखकर, हैरान रह गया बोला, इतनी हॉट है मेरी बहन और मुझे पता ही नहीं चला, क्या मस्त माल है स्वाति, क्या चूच है तेरी, अब देर मत कर तुम निचे बाला भी खोलो पहले दर्शन करूँगा फिर पूजा करूँगा तेरी चूत की.
मैंने निचे का लोअर भी उतार दी. पेंटी तो पहले से ही खुली हुई थी. वो पास आ गया और निचे बैठकर मेरी चूत में ऊँगली डालते हुए बोला, तेरी चूत तो बड़ी ही मस्त है, क्या बाल है इसपर, और फिर वो चीरते हुए बोला अरे यार अंदर से तो तरबूज की तरह लाल है. मैंने कहा हां है तब जो करना है कर लो. इतना सुनते ही उसने मुझे अपने गोद में उठाया और बेड पे पटकते हुए मेरी चूत को चाटने लगा, मैं तो पहले से ही कामुक थी, मुझे और चाहिए था लंड, अभी तो जोश में भी आई थी तभी इसने काम ख़राब कर दिया था. मेरा भाई मेरी चूत को चाटने लगा और खूब मजे लेने लगा. मैंने कहा चाट ले जितना मन कर रहा है, फिर उसने मेरी चूचियों को मसलते हुए कहा, बताओ घर का माल और पहले कोई और खाये, मैं भी पागल था, मेरी बहन को कोई और पेल रहा था और मैंने मूठ मार कर काम चला रहा था.
इतना कहते हुए मेरी होठ को वो चूसने लगा, मुझे बाहों में भर लिया, उसका लंड मेरी चूत के आसपास रगड़ खा रही थी. मैंने उसके लंड को पकड़ी और अपने चूत में दरवाजे पे लगा दिया, उसने एक जोर का झटका दिया और वो अपना पूरा लंड मेरी चूत में पेल दिया, मैं दर्द से कराह उठी. क्यों की मेरे भाई का लंड मेरे बॉयफ्रेंड के लंड से ज्यादा ही बड़ा था. मैं उसको अपनी बाहों में भर ली, मेरी चुचिया उसके छाती से चिपकी हुई थी. और वो मेरे चूत में जोर जोर से धक्के देने लगा. मैंने भी जोश में आ गई और मैं भी निचे से धक्के देने लगी, फिर क्या था दोस्तों, आप ये कहानी नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे पढ़ रहे है. उसके बाद वो मुझे उलटा कर पलटा कर. बैठा कर, खड़ा कर कर चोदने लगा.
करीब २ घंटे तक मुझे चोदा और मेरी जिस्म से खेला और फिर जब वो दो बार डिस्चार्ज हुआ तब वो निढाल होकर सो गया. शाम को उठा नहाया धोया, तब तक माँ और पाप भी आ गए. फिर सब कुछ नार्मल हो गया. रात को वो बोला की मैं ऊपर के फ्लोर पे ही सो जाता हु, निचे ठीक नहीं लगता है. दोस्तों पता है वो ऐसा क्यों बोल रहा था, ऊपर के फ्लोर पे दो कमरा था एक में मैं सोती थी एक गेस्ट के लिए था. मैं सब समझ गई की ये मुझे रोज रोज मुझे रात की रानी बनाना चाहता है. मैंने कहा भाई ये रोज रोज ठीक नहीं है. तो वो बोला मैं घर में तेरे कारनामे पेश करूँ क्या, मैंने कहा नहीं नहीं जो तू चाहेगा वही करुँगी.
दोस्तों उसके बाद से वो रात को ऊपर के फ्लोर पे सोता है मेरे साथ, फर्स्ट फ्लोर का गेट लॉक कर देता है ताकि ऊपर कोई आ नहीं सके और वो मुझे रोज रोज खूब चोदता है.