दोस्तों आपने मेरी पिछली कहानी पढ़ी होगी सुहागरात में ही बीवी को उसके चचेरे भाई से चुदवाया पर माफ़ कीजिये मैं उस कहानी को अधूरा छोड़ दिया था, आज मैं उस कहानी के आगे बता रहा हु, अगर आपने नहीं पढ़ा है तो प्लीज पहला भाग पढ़े
मैंने निचे सरक गया और साडी उतार दी. फिर पेटीकोट भी खोल दिया, गजब की पेंटी जो की झिल्लीदार पहनी थी, ओह्ह्ह्ह मेरा रोम रोम खड़ा हो गया, अंदर बिजली का करंट सा लगा, मैंने उसके पेंटी के ऊपर से ही अपनी नाक लगा कर उसके चूत की खुशबु का आनंद लेने लगा, वो मचल रही थी, वो मेरे बाल को पकड़ कर हटाने की कोशिश कर रही थी, मैंने उसके पेंटी को उतारने की कोशिश की, वो शर्मा गई, मैंने कहा अरे मुझसे क्या शर्माना, वो बोली धीरे धीरे नार्मल हो पाऊँगी. और मैं उसके पेंटी में हाथ घुसा दिया, वो चहक उठी. आह आह आह आह आह मेरा लंड तो तन गया था, मेरी साँसे तेज तेज चलने लगी
दोस्तों क्या बताऊँ मेरा लैंड फनफना रहा था, मेरे पुरे शरीर में शुरुर छा गया था, पहली बार ऐसा लग रहा था की जन्नत में हु, सुलेखा भी अजब अजब की मुह से आवाज निकल रही थी, इसके पहले तो मैं सिर्फ रंडियों को चोदा था, बहनचोद वो तो सिर्फ यही कहती थी, अरे लेले, क्या कर रहा है, बुर नहीं देखा क्या? जल्दी कर, यही सब सुन सुन कर बोर हो चूका था, पर आज तो नशा ही अलग था. मैं सुलह की बदन के हरेक अंगो से खेल रहा था. मैंने उसकी पेंटी उतार दी. तभी सुलेखा ने अपना हाथ अपने चूत पर रख लिया, वो देखने ही नहीं दे रही थी. मैं उत्सुकता बस किसी तरह से हटाने की कोशिश की पर वो अपना हाथ नहीं हटाई.
वो पेट के बल हो गई. पर दोस्तों ओह्ह्ह्ह मैं तो और भी ज्यादा कामुक हो गया था क्या शेप था, पीठ से लेकर पैर तक, चौड़ी गांड, गोल गोल चूतड़, पीठ ऊपर से चौड़ी कमर पे पतली, जांघ सटी हुई, मैंने अपने जीभ से ऊपर से निचे की और चाटना सुरु कर दिया. उसके पुरे शरीर में सिहरन हो रही थी. क्या बताऊँ दोस्तों अब मेरे बर्दास्त के बाहर हो रहा था और मैंने उसको उलट दिया, और उसके दोनों हाथ पकड़ लिए, और अपने पैरो को बिच में करके उसके पैर को फैला दिया, और होठ को किश करने लगा वो धीरे धीरे खुद ही पैरो को अलग कर दी और अपनी चूत मेरे लंड के आसपास रगड़ने लगी. उफ़ मैं यही चाह रहा था.
मैंने उसी टाइम अपना लंड उसके चूत पे रखा और जोर से धक्का मारा, दोस्तों मेरा लंड कब उसके चूत में चला गया पता ही नहीं चला, मेरा मोटा आठ इंच का लंड उसके चूत के अंदर गया और मुझे पता ही नहीं चला, ऊपर से सुलेखा कह रही थी और जोर से और जोर से और जोर से, मैं हैरान था. नई नवेली दुल्हन और कह रही है और जोर से और जोर से और जोर से. मेरा दिमाग ख़राब हो गया, मैंने तुरंत ही अपना लंड बाहर निकाल लिया और उसके चूत को अपने ऊँगली लगा कर देखा, फिर जब चूत के दोनों लबो को खोल कर देखा तो होल था. मैंने कहा बहनचोद तुम तो चुदी हुई है. तेरा तो चूत का दरवाजा खुला है. इसके तो मेरा हाथ चला जायेगा. साली तुमने मेरी ज़िन्दगी खराब कर दी. तू तो चुदी हुई है. बता बहन चोद कौन चोदा तुझे, जब तेरा यार पहले से था तो मेरी ज़िन्दगी क्यों बर्बाद करि.
मैं बहूत गुस्से में आ गया, मैंने कहा जब तक तू नहीं बताएगी मैं चिल्लाऊंगा, इस कमरे के सारे सामान तोड़ दूंगा, सुलेखा डर गई, मैंने कहा बता तेरा यार कौन है. वो डरते हुए और कांपते हुए बोली, कुणाल……. मेरा चचेरा भाई… मेरा से एक साल बड़ा है. हम दोनों के बिच चार साल से सेक्स सम्बन्ध है. दोस्तों मुझे तो ऐसा लगा की बहनचोद को अभी छोड़ दू. फिर मैंने सोचा की साली ये तो मेरी ज़िन्दगी बर्बाद कर ही चुकी है, तो मैं इससे अपनी पत्नी क्यों मानु, क्यों ना इससे रंडी ही समझू. मैंने कहा बुला तू अपने यार को. वो बोली अभी, मैंने कहा हां अभी नहीं तो अभी तुम्हे छोड़ कर चला जाऊंगा. मैंने कहा बुला अभी साले को, पिछले दरवाजे से. कोई नहीं देखेगा, उसने डरते हुए कुणाल को बुलाई फ़ोन कर के, बोली कुणाल मुझे बचा लो. मैं बर्बाद हो गई हु.
करीब १० मिनट में ही कुणाल पिछले दरवाजे से आकर पीछे रूम का दरवाजा खटखटाया, मैंने खोला देखा, कुणाल साला दारू पि कर फुल था. वो खड़ा भी नहीं हो पा रहा था, वो कह रहा था, की मैंने उसके माल के साथ शादी किया है. मैं उसका दुश्मन हु, और उसने अपने हाथ में व्हिस्की का बोतल देते हुए कहा. ले पि ले, आज मैंने भी खूब पि है. और मैंने उसके हाथ बोतल लेते हुए कहा की चिंता मत कर तेरी माल अभी भी तेरी ही है. और मैंने पूरी बोतल एक बार में ही पि गया, वो बेड पे बैठ गया, सुलेखा रो रही थी. मैंने कहा ओये बहनचोद कुणाल, ले मना ले सुहागरात, तू अपनी भी बीवी समझ, सुलेखा कुणाल को गले से लगा ली, बोली आई लव यू कुणाल, और कुणाल उसके बूब्स को पिने लगा, और धीरे धीरे सुलेखा के ऊपर चढ़ गया और चूचियां दबाते हुए उसके होठ को चूमने लगा. उसके बाद कुणाल ने पुरे कपडे उतार दिए और फिर अपना लंड सुलेखा के चूत में डाल दिया, और जोर जोर से चोदने लगा. मैंने उन् दोनों को विडियो अपने मोबाइल फ़ोन से बनाने लगा. वो दोनों खूब गांड उठा उठा कर चुदवा और चोद रहे थे और मैं विडियो बनाने में मस्त था और एक हाथ से अपने लंड को भी सहला रहा था.
उसके बाद दोनों मिल कर सुलेखा को चोदा, सुबह के करीब चार बजे कुणाल चला गया और मैंने गांड फाड़ कर सो गया. दोस्तों अब तो अपनी बीवी को बीवी नहीं रंडी समझता हु, आपको मेरी कहानी कैसी लगी प्लीज रेट करें. और नॉनवेज स्टोरी पे आप सबो को मेरी कहानी पढ़ने के लिए बहूत बहूत धन्यवाद.