हेलो दोस्तों मैं प्रिया आप सभी का नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम में बहुत बहुत स्वागत करती हूँ। मैं पिछले कई सालो से इसकी नियमित पाठिका रही हूँ और ऐसी कोई रात नही जाती जब मैं इसकी सेक्सी स्टोरीज नही पढ़ती हूँ। आज मैं आपको अपनी कहानी सूना रही थी। आशा है की ये आपको बहुत पसंद आएगी।
मैं आगरा में रहती हूँ। मेरी उम्र 26 साल की है। मेरी कद 5 फ़ीट 4 इंच है। मेरी फिगर 34,30,36 है। मैं देखने में बहुत ही खूबसूरत हूँ। जो भी मुझे देखता है। मेरा दीवाना हो जाता है। मैं बेहद खूबसूरत हूँ। मेरे बूब्स बहुत ही अच्छे गोल और सॉलिड हैं। मेरे बूब्स के निप्पल काले हैं। मैं इनके साथ रोज बॉथ रूम में खेलती हूँ। मेरे बूब्स मुसम्मी की तरह है। मैं अब तक कई लोगों को अपने मुसम्मी जैसे चूचियों का रस पिला चुकी हूँ। मेरी चूत गोरी चिकनी है। मेरी चूत की दोनों पंखुड़ियां बहुत जी रोमांचक लगती हैं। मेरी चिकनी चूत को चोदने वाले आशिको की भीड़ ज्यादा है। मुझे लड़को की मोटे लंड से अपनी चूत फड़वाने में बहुत मजा आता है। मैं स्कूल टाइम से ही चुदवाती आयी हूँ। मेरी चूत के दर्शन कई सारे लोंगों ने किया है। लेकिन अच्छे से चुदाई की मेरी बुआ का प्यारा लड़का। जिसका नाम राज हैं। नाम की तरह राज बहुत ही स्मार्ट लड़का है। उसने अपने 9 इंच के लौड़े से मेरी चूत फाड़ी। मुझे उससे चूत फड़वाकर बहुत मजा आया। दोस्तो मैं अपनी कहानी पर आती हूँ।
दोस्तों मै एक मिडिल परिवार से हूँ। पापाजी का छोटा मोटा बिज़नस है। मेरी एक बहन भी है। जिसका नाम रमा है। मुझसे वो कही ज्यादा खूबसूरत है। बात उन दिनों की है। जब मै B.Sc फ़ाइनल ईयर में थी। हमारा बर्थडे था। बुआ आयी हुई थी। बुआ के साथ में उनका लड़का राज भी आया था। मुझे राज बहुत पसंद था। लेकिन वो मेरी बहन रमा को पसंद करता था। मुझे ये सब बुरा लगता था। मैं उससे चुदवाना चाहती थी। लेकिन वो मुझे लाइन ही नहीं दे रहा था। मेरी बहन रमा बहुत ही सीधी है। वो ये सब नहीं जान पाती है। कौन उसके साथ क्या क्या करना चाहता है। मुझे सब पता चल रहा था। वो रमा के साथ सेक्स करना चाहता था। लेकिन मुझे राज देखता ही नहीं। उसे क्या पता था। सेक्स तो मैं उसके साथ करना चाहती हूँ। रात को केक काटने के बाद सब लोग खाना खा के सोने चले। मैंने कहा राज इतने दिनों बाद आये हो। आज हम लोगो के साथ ही सो जाओ। बचपन में हम लोग साथ ही लेटते थे। बुआ ने कहा- जाओ राज आज अपनी बहन प्रिया के पास ही लेट जाओ। बुआ को क्या पता था कि आज प्रिया राज को पिया बनाने के मूड में है। राज मान गया। वो मेरे साथ मेरी रूम में लेटने आ गया। मैंने उस दिन दिन लाल रंग की बरमूडा और काले रंग की टी शर्ट पहन रखी थी। उस दिन मै भी काफी हॉट और सेक्सी लग रही थी। मेरी बहन का भी मेरी ही रूम में एक ही बेड पर सोती थी।
मेरा बेड बहुत बड़ा है। उस पर एक साथ चार लोग आराम से सो सकते हैं। मैं और राज जोर जोर से बात कर थे। रमा को नींद आ रही थी। लेकिन हम लोंगों की बात करने की वजह से वो नही सो पा रही थी। रमा उठी और मम्मी से बता दी। मम्मी ने उसे अपने पास ही लिटा लिया। मुझे अब चुदवाने का रास्ता साफ दिखाई दे रहा था। मैंने दरवाजे में कुण्डी लगाई। लाइट को ऑन ही रखा। राज बोला- हम लोग भी सो जाएं। फिर गुड नाईट बोल के सोने लगा। मुझे तो नींद ही नहीं का रही थी। मैंने कुछ देर बाद सोने का नाटक करते हुए। करवटे बदलते हुए राज के पास पहुच गई। राज सो रहा था। लेकिन उसका लंड तना हुआ था। मैंने अपना पैर उठा के राज के ऊपर रख दिया। राज का खड़ा लंड मेरी चूत के छेद के निशाने पर बैठ रहा था। राज ने मेरा पैर हटा दिया। कुछ देर बाद मैंने फिर से रख दिया। राज कुछ देर तक उसक पुसक की। लेकिन राज को भी चोदने का मन होने लगा। उसने इस बार कोई विरोध नहीं किया।
मुझे अपनी चूत की चुदाई साफ साफ नजर आने लगी। राज ने भी करवट होकर अपना मुँह मेरी तरफ कर लिया। मैंने थोड़ी सी आँख खोल के ये सब देख रही थी। राज मेरी बूब्स ताड़ रहा था। राज मेरी होंठो तक पहुच कर मुझे किस करना चाहता था। कुछ ही पलों में राज मेरी होंठो से अपने होंठ लगा दिया। लेकिन ऊपर से ही छू के होंठो को किस कर रहा था। राज एक हाथ से अपना लंड पकड़ के मुठ मार रहा था। उसका लंड मेरी चूत को बार बार छू रहा था। मै राज से अच्छे से चिपक गई। मेरी बूब्स राज के सीने से चिपकी थी। राज ने मेरी बूब्स को धीरे धीरे अपने हाथों से छू रहा था। मै भी अब सोच थी की कब आँखे खोलूँ। मुझे तो कुछ समझ में ही नही आ रहा था। राज अपनी होंठ मेरी होंठ पर कर धीरे धीरे चूसने लगा। अपने हाथों से मेरी बूब्स को पकडे हुए था। मुझे अब रहा नहीं जक रहा था। मैंने भी उसक पुसक लगाया। मैंने इस बार राज को जोर से पकड़ के कस के जकड़ लिया। राज को अब मेरी होंठो को चूमने और चूसने में और आसनीं होने लगी। राज मेरी होंठो को चूसने लगा। मैंने भी मौका देखा और राज का धीरे धीरे होंठ चूस के साथ देने लगी। राज कुछ देर तक समझ नहीं सका।
फिर उसे लगा की प्रिया भी मेरी होंठो को चूस रही थी। राज मुझे देखने लगा। राज डर गया। उसने मेरी होंठ चूसना बंद कर दिया। मैंने भी राज की तरफ देखा। राज की आँखे झुक गई। मैंने उसका चेहरा ऊपर किया। उसे मैंने भी किस किया। उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं की। कुछ देर किस करने के बाद उसने भी मुझे किस करना शुरू किया। मै भी उसका साथ दे रही थी। राज मेरी होंठो को आइसक्रीम की तरह चूस रहा था। मुझे बहुत मजा आ रहा है। मेरी चूत की खुजलाहट बढ़ती ही जा रही थी। मैंने अपनी बरमूडा में हाथ डालकर अपनी चूत में उंगली डाल रही थी। राज ने भी मेरी चूंचियों को अपने हाथों में ले के उछाल रहा था।
राज का तना लंड को मीठी उंगलियां बरमुड़े के अंदर से छू रही थी। उसका लंड फन फैलाये खड़ा था। मै अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी। राज मेरी चूचियों को मसल रहा था। मै गर्म हो रही थी। राज मेरी चूंचियों को दबा दबा कर मेरी होंठो को चूस रहा था। मैंने भी अपने हाथ राज के लंड को पकड़ लिया। राज ने मुझे उठाया और मेरी टी शर्ट को निकाल दिया। उसने मेरी नीले के रंग की ब्रा की पट्टियों को खींच रहा था। कुछ देर बाद राज ने मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरी चूंचियों को चूम रहा था। राज ने हुक खोलकर मेरी ब्रा निकाल दी। राज ने मेरी चूंचियों के दर्शन किया। राज मेरी बूब्स को पीने लगा। राज अपने दांत को मेरी चूंचियों में गड़ा रहा था। मेरी काले रंग के निप्पल को को काट काट कर चूस रहा था। मेरी निप्पल को काटते ही मै उसे कस के पकड़ लेती थी। राज मेरी चूंचियों को छोड़कर मेरी बरमूडा खोल रहा था। उसने मेरी बरमूडा निकाल कर मुझे पैंटी में कर दिया। राज- क्या मस्त लग रही हो? मैंने तो कभी सोचा ही नहीं था कि तेरा सामान इतना अच्छा होगा। मै तो तेरी चूंचियां और चूत देख पागल होता जा रहा हूँ। राज ने मेरी बदन पर हाथ फिराना शुरू किया। मै गरम हो गई थी। राज का लंड मैंने पकड़ लिया।
राज का भी लंड मैंने हाथों में पकड़ के जोर जोर से दबा रही थी। राज ने अपनी पैंट उतार दी। मै उसके लौंडे को देख के दंग रह गई। राज का इतना बड़ा और मोटा लंड होगा मैंने सपने में भी नही सोचा था। राज अपना लंड हिला हिला के मुठ मार रहा था। मैंने राज के लंड को छुआ। उसका लंड काफी गरम हो चुका था। राज ने मुझे बैठा दिया। उसने मेरी मुँह में अपना लंड डाल दिया। मै उसके लंड को चूसने लगी। उसका लंड धीरे धीरे टाइट होता जा रहा था। उसकी लंड के साथ में लंड के रसगुल्लों को अच्छे से मुँह में रख के चूस रही थी। मुझे उसके गोलियों को चूंसने में बहुत मजा आ रहा था। राज ने मेरी चूत देखने के लिए खड़ा किया। मेरी पैंटी को निकाल के फेंक दिया। राज अब मुझे बैठा कर मेरी टांगो को खोलकर मेरी चूत के दर्शन किया। राज ने मेरी चूत को देखा तो देखता ही रह गया। राज ने बैठ कर मेरी चूत के में अपनी उंगली डालने लगा। राज ने अपनी उंगली से मुठ मारने लगा। मेरी चूत में उंगलियों को डाल कर घुमा रहा था। मै इसस्सस्स …….इस्स..ई. ….ई…ई …ई….ई….कर रही थी। मेरी चूत में रस निकल लगा रहा था।
राज ने मेरी चूत से उंगली निकाल ली और अपना मुँह मेरी चूत पर लगा दिया। राज ने मेरी चूत का सारा माल चाट कर अपनी उंगलियों को चाटने लगा। राज ने अपनी मुँह को चूत से चिपका कर चूत में अपनी जीभ डाल कर चोद रहा था। उसकी जीभ मेरी चूत के अंदर की खुजली बढा रही थी। राज मेरी चूत की नन्ही सी दाने को अपने दांतों से पकड़ कर खींच रहा था। मुझे अब कंट्रोल नही हो रहा था। मैंने कहा- राज अब और ना तड़पाओ डाल दो अब अपना लौड़ा मेरी चूत में। राज मेरी टांगो को और ज्यादा खोलकर उसने अपने बड़े लौंडे को मेरी चूत की गेट पर रख दी। राज ने आप मेरी चूत के गेट पर ही अपने लौड़े को रगड़ के मुझे तड़पाने लगा। मैं अपनी कमर राज के लंड की तरफ उठा रही थी। राज ने अब देर ना करते हुए। मेरी चूत में अपने लौड़े को धक्का मारा। राज के धक्का मारते ही उसके लंड का टोपा मेरी चूत में घुस गया। राज का टोपा अंदर घुसते ही राज ने एक बार फिर से जोर का धक्का मारा। इस बार उसका आधा ही लंड घुसा था कि मेरी चीख निकल गई। राज ने मेरी मुँह को दबा लिया। बहुत दिनों तक ना चुदवाने की वजह से मेरी चूत बहुत टाइट हो गई थी।
मेरी मुँह से धीरे धीरे “आआआअह्हह्हह—–ईईईईईईई…ओह्ह्ह्……अई…अई..अई…अई..मम्मी…” आवाज निकल रही थी। राज ने चुदाई जारी रखी। राज अपने आधे लंड से ही मेरी चुदाई कर रहा था। राज मेरी मुँह की तरफ ही देख रहा था। उसने मेरी दर्द को थोड़ा आराम होते देख कर उसने खूब जोर का धक्का मारा। इस बार उसका पूरा लंड मेरी चूत में घुस गया। मै ओस बार थोड़ा जोर से चिल्लाई। “….मम्मी…मम्मी….सी सी सी सी…हा हा हा …..ऊऊऊ ..ऊँ..ऊँ—ऊँ…उनहूँ उनहूँ…” करने लगी। राज ने मेरी आवाज बंद करने के लिए। मेरी होंठो पर अपने होंठो को रख कर चूंसने लगा। राज ने अपनी चुदाई जारी रखी। राज का लौड़ा मेरी चूत में उथल पुथल मचा रहा था। राज अपने कमर को हवा में झूला झुलाकर मेरी चूत में अपने लंड को गपा गप पेल रहा था। मेरी चूत से घच पछ की आवाज निकल रही थी। मेरी चूत झड़ गई। राज का लंड में मेरी चूत का पानी लग गया।
राज का लंड मेरी मेरी गीली चूत में अब और जल्दी अंदर बाहर हो रहा था। उसका लंड मेरी चूत की गहराइयों में जा रहा था। मैं सिसकारियां ले ले कर चुदवा रही थी। राज जल्दी जल्दी अपना लंड मेरी चूत को फाड़ने में घुसा रहा था। मेरी बुर का वो भोषडा बना रहा था। उसने अपना लंड निकाल लिया। मुझे घोड़ी बना कर मेरी ऊपर चढ़ गया। मुझे घोड़ी बना कर खुद घोड़े की तरह अपना बड़ा लंड मेरी चूत में डाल दिया। राज की दोनों गोलियां हवा में उड़ती मुझे नीचे से दिखाई दे रही थी। मेरी भी दोनों चूंचियां हवा में उड़ान भर कर झूल रही थी। राज का लंड मेरी चूत में घुसकर बच्चेदानी की मुँह को छू रहा था। बच्चेदानी के मुँह को छूते ही मेरी मुँह से चीखे निकल जाती थी। राज का बड़ा मोटा लंड मेरी चूत का भोषडा बना चुका था।
मेरी चूत बार बार अपना पानी छोड़ रही थी। उसका लंड उसी में झमाझम चूत में कूदकर चुदाई कर रहा था। चोद चोद कर उसने मेरी चूत का कचड़ा बना डाला। मेरी चूत बार झड़ने से अब चुदाई से दर्द हो रही थी। राज मेरी गांड पर हाथ मार मार कर मेरी चुदाई कर रहा था। राज ने मुझे खड़ा किया। राज बिस्तर से नीचे लेट कर मुझे अपने तने हुए लंड पर बैठा लिया। मैंने राज के लंड को अपनी चूत से सटा कर चुदाई शुरू की। राज अपनी कमर उठा उठा कर मेरी चूत में डाल रहा था। कुछ ही देर में राज को मेरी चूत चोदने में मजा नहीं आ रहा था। राज ने मेरी गांड मारने के लिए झुकाया। मैंने मना किया गांड मरवाने में बहुत दर्द होता है।लेकिन उसने मेंरी गांड की छेद पर लंड को रखकर। लंड को घुसाने की कोशिश करने लगा। मेरी गांड लंड के घुसने के पहले से ही फटने लगी। राज बेड पर से कोल्ड क्रीम को अपनी लंड और मेरी गांड में उंगलियों से अंदर तक लगा दिया।
इस बार धक्का मारने पर उसकी लंड मेरी गांड में घुस गई। मेरी गांड फट गई। मै जोर से चिल्लाने लगी। “उ उ उ उ उ…अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी…. ऊ..ऊँ…ऊँ…” कहने लगीं। लेकिन मेरी आवाज को राज ने मेरा मुँह बन्द करके दबा दिया। राज ने मेरी गांड फाडनी शुरू की। राज का लंड मेरी गांड में घुस के अंदर तक फाड़ रहा था। राज मेरी गांड जल्दी जल्दी मार रहा था। मैं चिल्ला भी नही सकती थी। लेकिन मेरी गांड बहुत जोर जोर से दर्द कर रही थी। कुछ देर बाद मेरी गांड का दर्द आराम हुआ। मैं भी गांड उठा उठा के मरवाने लगी।
राज अब अपनी स्पीड बढ़ाते ही जा रहा था। राज का लंड बहुत गरम हो चुका था। राज भी झड़ने वाला हो गया। राज अपना लंड मेरी गांड से निकाल कर मेरी मुह के ठीक सामने मुठ मारने लगा। उसका तना लंड पानी छोड़ने लगा। राज ने माल छूटने से पहले अपना लंड मेरी मुँह में डाल दिया। सारा माल मेरी मुँह में गिरा कर उसका लंड बैठने लगा। मैंने भी सारा माल पीकर अपने मन की प्यास बुझाई। बहुत दिनों बाद मुझे चुदवाकर मुझे बहुत मजा आया। राज भी मुझसे लिपटकर लेट गया। हम दोनों थक कर सो गए। रात में हमने एक बार और चुदाई की। राज जब भी आता है। हम दोनों पूरी रात सेक्स करते हैं। हम दोनों रात भर खूब मस्ती करते हैं। कहानी आपको कैसे लगी, अपनी कमेंट्स नॉन वेज स्टोरी डॉट कॉम पर जरुर दे।
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