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यमुना एक्सप्रेस वे पर पापा ने कार में चोदा

Car Sex Story, Road Side Sex Story with Father and Dauther : Father Daughter Sex Story in Hindi : मेरा नाम रुपाली है मैं 22 साल की लड़की हूं। मैं नोएडा में रहती हूं पर मेरा घर जो है वह आगरा में है। मेरी मम्मी अभी किसी काम से आगरा गई थी तो मैं और मेरे पापा दोनों नोएडा में ही थे। मेरे पापा को सेटरडे संडे की छुट्टी होती है तो हम दोनों फ्राइडे रात को आगरा के लिए निकल पड़े थे ताकि हम उधर से मम्मी को भी लेकर आ जाएं। नोएडा से हम लोग 6:00 बजे निकले थे। कार में मैं और मेरे पापा दोनों ही आगरा जा रहे थे।

मेरे पापा की नजर मेरे पर पहले से ही थी। वह हमेशा मेरे शरीर के अंगों को निहारते रहते थे। जब से जवान हुई तब से ही उनकी आंखें मेरी चूतड़ पर और मेरी चुचियों पर हमेशा रही है। मेरे मम्मी को भी इसका कोई फर्क नहीं पड़ता मेरी मम्मी भी किसी लड़के के चक्कर में रहती है उसके साथ सेक्स करती है। तो जब घर में एक कैरेक्टर लेस हो तो फिर कोई क्या कर रहा है अच्छा कर रहा है या गंदा कर रहा है किसी को कोई कुछ समझ नहीं आता ना फर्क पड़ता है। मेरी मम्मी कभी मेरी सपोर्ट भी नहीं करी क्योंकि वह खुद भी वैसे ही है।

जब घर में सब लोग करैक्टर लेस हो तो एक इंसान सही नहीं रह सकता। मैं उसी में से थी मैं कोशिश करती थी कि मैं ऐसा कुछ भी नहीं करूं जिससे मेरी इज्जत पर आंच आए। इस वजह से मैंने कभी किसी बॉयफ्रेंड लड़के के चक्कर में नहीं रही। बस नॉनवेज story.com पर कहानियां पढ़ने का आदत है और मैं वही रोज रात को आकर सेक्स कहानियां पढ़ा करते हो इसके अलावा मुझे और कोई शौक नहीं है।

तो आपको समझ आ गया कि मेरा परिवार कैसा है। ऐसे में जब अकेला इंसान हो और उसके साथ एक लड़की हो अंधेरी रात हो हाईवे हो और हाईवे पर कोहरा हो तो बातें और भी आसान हो जाती है। वही मेरे साथ भी हुआ है। 7:00 के करीब हम लोग यमुना एक्सप्रेस वे पर चुके थे। 45 मिनट चलने के बाद आगे जाकर काफी कोहरा हो गया था तो पापा बोले कि कोहरे ज्यादा हो रहा है और हवा भी चल रही है तो अगर थोड़ा देर रुक जाएंगे तो हवा कोहरे को उड़ा ले जाएगी इस वजह से उन्होंने अपनी कार को एक्सप्रेसवे किस साइड में लगा दिया।

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साइड में हम दोनों ही कार में थे ढूंढ रहा था पर हम लोग ढूंढने का इंतजार कर रहे थे क्योंकि हवा चल रही थी। तभी पापा मेरे जांघ पर हाथ रखे और बोलने लगे कि रुपाली तुम बहुत हॉट और सेक्सी हो। तुम्हारी मम्मी मुझे उतना प्यार नहीं कर पा रही है क्योंकि वह किसी और के चक्कर में रहती है वह बात तुम्हें भी पता है। ऐसा लगता है मैं अकेला हो गया हूं मेरा कोई साथ नहीं देता। आजकल जमाना बदल गया है रिश्ते तो किसी से भी बना लो कोई फर्क नहीं पड़ता है।

तुम जवान हो गई हो मुझे लगता है कि हम दोनों को एक दोस्त की तरह अब रहने चाहिए। मुझे पता है तुम्हें भी जेब खर्च की बहुत ज्यादा जरूरत है पर उतना तुम्हें नहीं हो पाता जितना होना चाहिए। तुम्हारे दोस्त सब अच्छे अच्छे कपड़े पहनते हैं ब्रांडेड जूते पहनते हैं पर कई बार मैं देखता हूं कि तुम वैसे नहीं पहन पाती हो जैसा तुम्हें पहनना चाहिए। मुझे पता है तुम्हें अभी नौकरी करने में समय है तो अगर तू मेरी एक अच्छी दोस्त बन जाती हो बेटी से ऊपर तो मैं तुम्हारे लिए बहुत कुछ कर सकता हूं।

उन्होंने मेरे दिल की बात सुन ली थी दोस्तों वह सच बोल रहे थे। मुझे लगा यह ठीक बोल रहे हैं। मैंने अपने पापा से पूछा फिर मुझे क्या करना होगा दोस्त तो आप हमेशा ही हैं बचपन से ही हैं आप कहते तो थे कि हम दोनों बाप बेटे ने एक दोस्त हैं। तो उन्होंने बोला कि बचपन के दोस्त और जवानी के दोस्त में अंतर होता है। तुम हॉट हो सेक्सी हो तुम्हारा कोई बॉयफ्रेंड भी नहीं है तुम्हारा भी मन करता होगा। और मेरा भी मन करता है क्योंकि तुम्हारी मम्मी मेरे साथ नहीं रहती है और ऐसी भी है तो साथ सोने में नखरे करती है। तुम समझ रही हो मैं क्या बोल रहा हूं उन्होंने ऐसा कहा।

मैं समझ चुकी थी कि वह मुझे चोदना चाहते हैं मेरे साथ सेक्स करना चाहते मेरे साथ नाजायज संबंध रखना चाहते हैं। मुझे लगा कि घर की बात घर में रह जाए और मेरा काम भी बन जाए और मेरे पापा का काम बन जाए तो इससे बढ़िया बात और क्या हो सकती है। मैं अपना सर झुका नहीं पापा समझ गए कि मैं हां बोल रही हूं उन्होंने तुरंत अपने जेब से ₹20000 निकाले और मेरे जेब में रख दिया। उन्होंने कहा कल तुम अपने लिए कपड़े और जूते खरीद लेना और मम्मी पूछे कि तुम्हारे पास पैसे कहां से आ रहे हैं तो तुम बोलना कि हमने एक टाइम जॉब कर लिया है और मैं बोल दूंगा कि हां मेरे दोस्त के कंपनी में घर से ही काम करती है।

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उनका आईडिया सही था। मेरे चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई थी मुस्कुराहट आते ही वह मेरे करीब आकर मेरे सीट को खोल दीजिए और मेरे होंठ पर अपना हाथ रखा गाल पर हाथ रखते हुए मेरे बड़ी बड़ी टाइट चुचियों पर उनका हाथ पहुंच गया हौले हौले दबाते हुए मेरे चुचियों को मेरे गाल पर किस करते हुए उन्होंने मेरे होंठ पर किस करना शुरू कर दिया फिर फिर मेरा हाथ पकड़ कर वह अपने लंड के पास छोड़ दिए मैं उनके लंड को होले होले से सहलाने लगी और मेरे चूचियों को दबाने लगे।

उन्होंने अपने जींस का चेन खोल दिया और जींस नीचे कर दिया जांगिया भी नीचे कर दिया मैंने लंड को पकड़ कर चूसने लगी। 5 मिनट तक उनके लंड को चुस्ती रहे जब तक कि उनका लैंड करीब 9 इंच का नहीं हो गया था। उसके बाद उन्होंने मेरे सीट को सरका दिया पीछे धुंध काफी ज्यादा हो गया था तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। अब उन्होंने मेरे जींस को उतारकर मेरी पैंटी भी उतार दी। दोनों जांघों को अपने कंधे पर रखा अपना मोटा लंड चूत के छेद पर लगाया और जोर से घुसा दिया।

मेरी चूत पहले से ही काफी ज्यादा गीली हो गई थी गरम गरम पानी निकल रहा था इस वजह से उनका लंड आसानी से अंदर चला गया था। अब वह मेरे टॉप को ऊपर करके मेरे बना को खोल दिया मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को पकड़ कर मसल ते हुए अपने मुंह में ले रहे थे निप्पल को दबा रहे थे और जोर जोर से धक्के देकर मुझे चोद रहे थे। उनका मोटा लंड मेरी चूत के अंदर बाहर होने लगा था जिससे पूरा कार हिल रहा था जोर जोर से धक्के देकर मेरे चुचियों को मसल दे तो मेरे तन बदन में आग लग जाती मुझे उनका चोदना बहुत अच्छा लग रहा था।

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उन्होंने 15 मिनट तक इतना तेजी से 14 और मुझे चुम्मा मेरे चुचियों को मसला कि मेरी अंतर्वासना भड़क गई थी जाग गई थी इस वजह से मैं भी गांड को तेज घुमा घुमा कर उनके लंड को अपनी चूत में ले रही थी और धक्के दे रही थी। करीब 20 मिनट के जुदाई में पापा का सारा माल मेरे चूत के अंदर ही झड़ गया। उन्होंने मेरे चूचियों को मसल कर चूमा पिया मुझे किस किया फिर हम दोनों अपने अपने कपड़े पहन लिए। और फिर गाड़ी स्टार्ट करके वहां से चल दिए।

हम दोनों के बीच एक ऐसा रिश्ता बन गया है जो परिवार से ऊपर का रिश्ता है इस वजह से हम दोनों को सावधान रहना पड़ेगा ताकि यह बात मम्मी को पता नहीं चले। आज हम लोग आगरा में ही हैं। नोएडा आने के बाद पता चलेगा कि आगे क्या होगा जब मेरी मम्मी ड्यूटी पर जाएगी उसके बाद क्या गुल खिलाते हैं मेरे पापा मेरे साथ वह मैं आपको अपनी अगली कहानी में नॉनवेज story.com पर लिखने वाली हो तब तक के लिए धन्यवाद।