शुक्ल जी की अय्यासी और उसके अंदर छिपे वासना की कहानी
श्रीराम शुक्ला अयोध्या में सुभाष इंटर कॉलेज के प्रिन्सिपल थे। वो हमेशा सफ़ेद कुरता पहनते थे। गले में रुद्राक्ष की माला , पैर में लाल रंग की चमड़े की सेंडल। शुक्ला जी सुबह 4 बजे उठकर यमुना नदी जाकर नहाते थे। पुर्व में उगते हुए सूर्य को जल देते थे। हनुमान चालीस, शिव चलिषा पढ़ते थे। इतना ही नही साल में एक बार वैस्नोदेवी या साई बाबा के दरबार जाकर मत्था टेकते थे। नवंबर आने पर वो जागरण करवाते थे। और महाकुम्भ आने पर कल्पवास करने जरूर जाते थे। इस … पूरी कहानी पढ़ें