कमीना भाई : भाई ने चूत माँगा अपने बर्थडे पर और उसने मेरी चूत फाड़ दी

मेरा नाम काजल है, मैं 22 साल की हु और मेरा भाई रणवीर 21 साल का है. हम दोनों कानपूर में रहते है, घर में हम दोनों के अलावा सिर्फ मेरे मम्मी पाप रहते है. पापा रेलवे में नौकरी करते है और माँ मेरी टीचर है. वो दोनों अभी मां जी के यहाँ गए है, घर में हम दोनों भाई बहन ही थे, आज मैं आपको अपनी ये कहानी सूना रही हु, मेरा भाई अपने बर्थडे गिफ्ट में मेरी चूत मांग ली, और मुझे मजबूरी में उसको देना पड़ा, मैंने कभी इसके पहले सेक्स नहीं किया था, पर नौबत ही ऐसी आ गई थी की मुझे चुदना पड़ा और वो भी अपने भी सगे भाई से. मैं अपनी ये पूरी दास्ताँ नॉनवेज स्टोरी डॉट कॉम पे सूना रही हु, आशा करती हु की आपको अच्छा लगेगा.

मैं इस वेबसाइट की नियमित विजिटर हु, मैं रोज यहाँ कहानियां पढ़ती हु रात में सोने के समय, नॉनवेज स्टोरी एक मात्र वेबसाइट है जिसपे नई और सच्ची कहानियां होती है. ये कहानी ज्यादा पुराणी नहीं है पिछले महीने की है. जब मेरा छोटा भाई रणवीर का बर्थडे था. आपको तो पता है माँ पापा उस दिन नहीं थे, सुबह सुबह मेरा भाई उठा तो मैं उसके लिए एक बड़ा सा केडबरी का सिल्क चॉकलेट दी और उसको हैप्पी बर्थडे कहा, उसने थैंक्स कहा पर उसने चॉकलेट नहीं लिया, मुझे लगा की शायद मम्मी पापा नहीं है यहाँ इसलिए उससे अच्छा नहीं लग रहा है. मैं उसको बोली की मैं अभी पापा से बात कराती हु, उसने कहा नहीं नहीं कोई जरूरत नहीं है. पापा को तो मैं अभी फ़ोन कर लूंगा. तो मैंने कहा यार मैंने तेरे लिए कितनी मुश्किल से ये चॉकलेट मंगबाई थी और तुमने मना कर दिया. तो रणवीर बोला, मैं ये नहीं ले सकता, मैं तो इससे काफी बड़ा गिफ्ट लूंगा.

मैंने कहा अभी ले ले, फिर तू जो बोलेगा वो दे दूंगी पर मांगना जो मेरे वश का हो, जो मैं दे पाऊं, वो बोला मंजूर है. दीदी मैं ऐसा कुछ भी नहीं मांगूंगा, जो आपके पास नहीं होगा. आपके पास है इसलिए मैं आपसे कह रहा हु, मैंने कहा ठीक है अगर मेरे पास कुछ है तो मैं जरूर दूंगी. वो खुश हो गया. और मुझे अपने सीने से लगा लिया, मैंने कहा अरे रे रे ऐसा भी खुश होने की क्या जरूरत, तो वो बोला कैसे नहीं खुश ही, मुझे वो मिलेगा जिसका मुझे इन्तजार है. तो मैंने भी कह दिया ठीक है बाबा दूंगी. और फिर वो चॉकलेट ले लिया खुद भी खाया और मुझे भी खिलाया. दिन भर वो बहूत खुश था. मैं समझ नहीं पा रही थी की इतनी ख़ुशी का कारण क्या है. पर जो भी हो मेरा भाई खुश था तो मैं भी बहूत खुश थी.

शाम को मैं और मेरा भाई और मेरी चचेरी बहन तीनो बाहर गए माल घूमे, और बाहर ही रणवीर ने हम दोनों को कहना खिलाया और हम दोनों को भी गिफ्ट दिया, बाद में गोलगप्पे और आइसक्रीम कहते हुए घर पहुचे, रात के करीब नौ बज चुके थे. मैंने रणवीर से पूछी की रणवीर तुम अभी तक नहीं बताये हो तुम्हे क्या चाहिए, यार अब तो बता दो. मेरा भाई मेरे सामने खड़ा हो गया. और वो मुझे निहार रहा था घबरा गया था. उसके पसीने निकलने लगे. मैंने कहा रणवीर तू ठीक तो है. वो चुपचाप रहा, मुझे डर लग गया की आखिर वो इतना डरा हुआ क्यों है. मैंने फिर पूछा रणवीर क्या हुवा, तुम्हारी तबियत तो ठीक है. वो बोला हां. उसने कहा दीदी वक्त आ गया है आपको आपका अपना वादा निभाने का. मैं पूछी हां बोल तुम्हे क्या चाहिए.

रणवीर थरथराते होठों से कहा. मुझे आपका चूत चाहिए, मुझे लगा की वो बूट कह रहा है. मैंने कहा तू मेरा बूट क्या करेगा. उसने कहा मुझे बूट नहीं मुझे आपका चूत चाहिए. मैंने कहा चु……. उसने कहा हां, मैं आज आपसे सेक्स करना चाहता हु, मेरी ये बर्षों की तमन्ना है. मैंने कहा पागल हो गया है. तुम्हे शर्म नहीं आई ऐसी बात अपने बहन से बोलने के लिए. तुम ऐसा बोल कैसे दिया. तुम कितना बदतमीज है. कोई अपने बहन के साथ सेक्स करता है क्या? उसने कहा क्या आप नहीं देना चाहती हो? मैंने कहा नहीं, वो बोला फिर क्यों बोला की जो मेरे पास होगा उसके लिए मना नहीं करुँगी. तो मैंने कहा तू पागल है तू अपने बहन का जिस्म मांग रहा है. मैं कैसे दे दू. कोई ऐसा करता है क्या. उसने कहा मेरे दो दोस्त ऐसे है जो रोज अपने बहन के साथ सेक्स करते है और एक तुम हो जो अपने भाई को खुश नहीं देखना चाहते.

मैंने कहा मुझे ऐसा भाई नहीं चाहिए. इतना कहते ही वो अपने कपडे फाड़ दिया. वो इधर उधर भागने लगा. वो अपना सर दीवाल से टकराने लगा, वो कह रहा था आज मैं मर जाऊंगा. मुझे डर लगने लगा. मुझे लगा की वो सचमुच में कुछ कर लेगा. मैंने कहा भाई तू ऐसा मत कह. तो वो बोला आज से मैं तेरा भाई नहीं हु, मैंने रोने लगी. तो वो बोला अभी आँशु दिखती है. तुम्हे सच में अपने भाई पे तरस नहीं है नहीं तो तू मना नहीं करती, दोस्तों वो रोने लगा. मुझे लगा की कही वो कुछ कर ना ले क्यों की माँ और पापा भी घर पे नहीं थे.

मैंने कहा ठीक है जैसा तू चाहता है वैसा ही करुँगी. और उसने तुरंत ही मेरे सर को पकड़ कर मेरे होठ पे किश करने लगा. मैंने चुचाप खड़ी थी. और वो मेरे होठ को चूस रहा था. उसके बाद उसने कहा क्या तुम ऐसे ही मूर्ति के तरह खड़ी रहोगी. मैंने घूर कर देखा और बोली जो तुम्हे चाहिए वो मिल रहा है ना, अब बकवास करने की जरूरत है. उसने मेरा हाथ पकड़ा और मुहे बैडरूम में ले गया, उसने थरथरते हुए हाथों से मेरा नाडा खोल दिया और फिर ऊपर का पकड़ा निकालने लगा. तभी मेरा हुक मेरे बाल में फास गया वो बहूत ही जल्दी कर रहा था. मैंने कहा जल्दी क्यों कर रहा हैं, मैं कही भाग रही हु, फिर मैं अपना कपड़ा उठा दी मैं अब सिर्फ ब्रा और पेंटी में थी. उसने पहले मेरे ब्रा को उतार कर मेरे बूब्स पे चूम और फिर मेरे पेंटी को उतार कर मेरे चूत को सूंघ और फिर चूमा, उनके बाद वो बेडके निचे से एक डब्बा निकाला, उसमे एक ब्रा और पेंटी था रेड कलर का. वो डिज़ाइनर था, चूत के पास झिल्लीदार कपड़ा था और चूच के पास पारदर्शी था, उसने मुझे खुद से पहनाया, और फिर मुझे बेड पर लिटा दिया, और फिर उसने मुझे एक अंगूठी दी जो की सोने की थी. मैंने कहा अरे तू ये सब कहा से लाया तो वो बोला क्यों मैं ट्यूशन पढ़ाता हु, ये मेरे कमाई के पैसे है.

मुझे उसपर प्यार आ गया, और मैंने उसको अपने बाहों में भर लिया और चूमने लगी. वो मुझे भी चूमने लगा. अब मुझे उसका स्पर्श अच्छा लगने लगा. वो बहूत देर तक मेरे जिस्म से खेलता रहा, मेरे ब्रा को ऊपर से चूमता मेरी पेंटी को चूमता, ये सब करते करते मेरे तन बदन में आग लग गई. मेरी चूत गीली हो गई, मुझे बहूत ही ज्यादा अच्छा लग रहा था. मैंने उसके लैंड को पकड़ा तो वो काफी मोटा और लंबा था, मुझे वो लैंड चाहिए थी, मैंने खुद से उसके लैंड को अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी. वो आह आह आह करने लगा.

रणवीर बोला की दीदी अब मुझे मत तड़पाओ, और उसने फिर से मेरे ब्रा और पेंटी को उतार दिया और मेरे चूत पे अपना लंड रख कर, घुसाने लगा. पर अंदर जा नहीं रहा था. वो ठीक से लगा नहीं रहा था, मुझे दर्द हो रही थी. फिर मैंने खुद से उसके लंड को अपने चूत पे सेट की और मैंने उसको डालने के लिया बोली. और वो कामयाब हो गया, पर मैं परेशां हो गई मेरी चूत फट चुकी थी. मुझे काफी ज्यादा दर्द हो रहा था, मैं बैचेन थी. वो धीरे धीरे अपने लंड को मेरे चूत में अंदर बाहर करने लगा. मैंने धीरे धीरे मजे लेने लगी. मेरी चूत काफी गीली हो जाने की वजह से छोटे से छेद में भी उसका लंड अब आने जाने लगा. मैं उसके ऊपर चढ़ गई और अपना चूच उसके मुह में रगने लगी. वो खूब मजे ले रहा था और मैं भी तृप्त हो रही थी.

दोस्तों उस रात को करीब ६ बार उसने मुझे चोदा, सुबह उठे और नाहा धोकर कहना खाये और फिर भाई ने अपने लैपटॉप में ब्लू फिल्म लगाया और हम दोनों साथ साथ देखे और जैसे जैसे स्टेप वो पोर्न स्टार कर रहा था हम भाई बहन भी वैसे ही कर रहे थे, मजा आ गया था ज़िन्दगी का. अब हम दोनों तो मत पूछो… जब मन होता है तब चुदाई ही चुदाई.

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