पड़ोस वाली चाची की चुदाई लॉकडाउन में

Corona Lockdown Real Sex Story हेलो दोस्तो कैसे हो आप सब लॉकडाउन का मजे तो ले रहे होंगे वैसे मेरे शहर रतलाम में भी लॉकडाउन है तो में भी मजे ले रहा हु और आप सब को अपनी कहानी से मजे देने आया हु।
यह कहानी इस बारे में है कि मेरे पड़ोसी चाची ने मुझे अपना सेक्स गुलाम बनाया है। लॉकडाउन की वजह से में भी घर पर ही रहता था तो अपनी पुरानी लवर से बात कर लेता था मगर उससे क्या मन नही भरता है मगर कर भी क्या सकता था न कही बहार जा सकता था। ऐसे ही मेरे घर के पास पड़ोसी थे।

पति श्री अंकुर चौहान 42 वर्षीय बैंकर थे और पत्नी रेणु एक सेक्सी, कामुक 36 वर्षीय गृहिणी थीं। उनके कोई बच्चे नहीं थे और मेरे साथ अपने ही बेटे की तरह व्यवहार करते थे। मेरी मां और रेणु चाची बहुत करीबी और अच्छे दोस्त थे।

ऐसे ही एक बार पिताजी के किसी दोस्त की मौत हो गई थी थी तो माँ पिताजी को जाना पड़ा उनका जाने का मन तो नही था मगर बचपन का उनका खाश दोस्त था तो माँ के कहने पर जाना पड़ा गाड़ी की व्यवस्था मेने कर दी थी उनके जाने के लिए मगर समस्या मेरे खाने की थी क्योंकि लोगडाउन में न कोई होटल खुली थी न कोई होम डिलीवरी इसलिए माँ ने अपनी दोस्त और हमारी पड़ोसन चाची को खाने का बोला वो भी तैयार थी वो मुझे सुबह शाम खाने का घर पर ही बुला लेती थी।

मगर एक बार घर की बिजली चली गई और मैं हमेशा की तरह अपनी लवर से कमरे में ओपन तरह से बिस्तर पर पड़ा उससे बात कर रहा था मगर उस दिन मेरा दुर्भाग्य कहे या सौभाग्यशाली रेणु चाची सीथे मेरे कमरे में आगई वैसे तो वो मेरे घर मे घंटी बजा कर घर मे आती थी मगर उसदिन लाइट न होने की वजह से वो सीथे तोर पर रूम के अंदर आगई।

क्योकि मेरे घर की अतिरिक्त चाबी उनको दे कर माँ गई थी मैं अपनी बातचीत में इतना तल्लीन था कि मैंने सामने का दरवाजा खोलना नहीं सुना और रेणु आंटी के मुँह से अचानक मैंने एक चीख निकली ओ माय गॉड सुना जो तुम कर रहे हो?
मेने फोन नीचे रखा बद करके, और मैंने देखा कि रेणु आंटी अपने हाथों से अपने मुंह को ढक और आंखें चौंकाने वाली हैं।कल्पना कीजिए मेरा हाथ मेरे 8 इंच लंबे लंड पर, बिस्तर में लेटकर हिला रहा था और रेणु आंटी ने मुझे घूरते देखा होगा।

मैं जल्दी से अपने शॉर्ट्स खींच लिया और पहन कर बैठ गया। मेरे हार्ड लंड ने मेरे शॉर्ट्स में एक तम्बू बनाया था मैंने अपने उग्र लंड को एक तकिया के साथ कवर करने की कोशिश की मगर रेणु आंटी ने सब देख लिया थाऔर रेणु आंटी ने कहा वह शाम को मेरी माँ को इस मामले की रिपोर्ट करेगी उनका बेटा केसी हरकत करता है। रेणु आंटी के इस नतीजे के बारे में सोचते हुए मैं 5 मिनट तक भौंचक बैठा रहा. वो अपने घर चली गई मेने अपनी टी-शर्ट पहनकर उनके फ्लैट पर गया और उससे क्षमा मांगने लगा सोचा। मैंने झिझक कर उनके घर की घंटी बजाई और रेणु चाची के घर का दरवाजा खोलने के लिए इंतजार किया।

10 मिनिट के बाद रेणु आंटी ने दरवाजा खोल दिया और रूखे ढंग से मुझे अंदर आने के लिए कहा। मैं उनके पीछे उनके बेडरूम गया वह बिस्तर पर बैठे थे और कहा “ची ची बेशर्म लड़का तुम यहाँ क्यों आए हो?”

मैंने कहा चाची मैं माफी चाहता हूँ कृपया मेरी माँ को मत बताना, कृपया तब उसने मुझे एक बहुत अलग तरीके से देखा और मुझसे कहा” ठीक है, मैं आपसे एक बात पूछूंगी मेने कहा कहो उसने मुझसे पूछा तुम्हे मेरा गुलाम बनना पड़ेगा में मन ही मन बहुत खुश हुआ कम से कम लोगडौन में चुदाई का जुगाड़ तो हुआ मगर उसके सामने ये दिखाना नही था तो उदास चेहरे से मैने कहा मैं आपसे वादा करता हूं कि में आप का गुलाम बनुगा और आप के सभी आदेशों का पालन करुगा होगा,

अपने घर के काम के साथ मदद करने के लिए, लेकिन रेणु चाची ने मन में कुछ और किया था। तब उसने मेरे शॉर्ट्स को उतारने का आदेश दिया और मे पहले मैं उलझन में पड़ गया और उसके सामने बर्फ के जमे हुए टुकड़े की तरह खड़ा रहा, लेकिन जल्दी ही वह फिर से चिल्ला पड़ी।

मैंने अब कहा! धीरे धीरे मैंने अपना शार्टस उतार दिया और उसके सामने मेरा लंड सिकुड़ गया था फिर उसने अपने नरम हाथों में लंड पकड़ लिया और उसके चेहरे पर एक दुष्ट मुस्कान के साथ धीरे धीरे उसे रगड़ना शुरू कर दिया। अब मैं समझ गया कि वह क्या चाहती है और मेरा लंड सख्त हो रहा था और एक मिनट के भीतर अपने आकर में आगया।

रेणु आंटी परी जैसी दिख रही थी, उसके काले रंग के गाउन में काले रंग के एक सितारे का चेहरा लपेटा हुआ था और उसकी सेक्सी लैस स्ट्रिंग पैनिटि। उसके लंबे सीधे काले बाल, सुंदर बॉब्स, 40 इंच के कूल्हे और मछली के आकार की आंखों ने मुझे पूरी तरह नशा कर दिया और मैं उत्तेजना से कांप उठा। उसने आगे बड़ कर मेरे लंड पर लगी प्रिकर्म को चाट लिया और वह खड़ी हो गई और अपने कपड़े निकालने के लिए मुझसे बोली।

मैंने एक पल में उसके कपड़े और मेरी टी शर्ट निकाली तब उसने मुझसे फर्श पर लेटने के लिए कहा, और कहा तुम आँखें बंद कर लो और में अब उसकी अगली बार के बारे में सोचने लगा कि आगे अब क्या करेगी मेरे साथ मैंने सुना और उसे एक मिनट के बाद कमरे से बाहर जाने की आवाज सुनाई दी। उसकी नर्म चुद सफेद चिपचिपे द्रव से टपकती हुई और उसकी मोटी कोमल जांघें,फिर रेणु आंटी मेरे पास आई और हम एक-दूसरे के होंठ चूमने लगे और चूमते-चूमते बिस्तर पर आ गए।

मैंनेरेणु आंटी की चुत में उंगली डाल दी, रेणु की कामुक सिसकी निकल पड़ी- उम्म्ह… अहह… हय… याह… सीई..
मैं होंठ चूसते हुए उनकी चुत में उंगली करने लगा। थोड़ी देर बाद मैंने रेणु को कुत्ते की तरह उसकी चुत चाटने लगा। रेणु ‘आहह.. ऊऊहह..’ कर रही थीं।
फिर वो कहने लगीं- चाट आऊह्ह्ह.. खा ले चूत को.. आह..

मैंने भी पहली बार इतनी देर चुत चाटी थी। अब तो खैर चुत चाटने की लत लग गई है मुझे मैंने रेणु की चुत चाटना बंद कर दिया मैंने कहा-रेणु आंटी लंड को भी प्यार कर लो थोड़ा! इतना कहते ही रेणु ने मेरे लंड को मुँह में ले लिया और लंड चूसने लगीं। वाह.. लंड चुसाई में क्या मजा आ रहा था, मैं रेणु के मुँह को चोदने लगा। मैंने कुछ ही देर में रेणु को मुँह से लंड निकालने का इशारा कर दिया। रेणु ने लंड निकाल दिया। फिर रेणु बोलीं- तुम लेटो अब मेरी बारी है। मैं लेट गया।

रेणु मेरे ऊपर चढ़ गईं और लंड को पकड़ कर अपनी चुत पर टिका कर लंड पर बैठने लगीं। मेरी दिल की तमन्ना पूरी हो रही थी की साला लोगडाउन में कम से कम चुद तो नसीब हुई। कुछ ही पलों में मेरा पूरा लंड रेणु की चुत में था, मैं भी नीचे से झटके लगाने लगा। रेणु भी पूरे जोश से हिल रही थीं और ‘आआहहह..’ कर रही थीं। थोड़ी देर बाद मैंने पोज बदल दिया और रेणु को एक करवट होने को कहा। रेणु ने एक ओर करवट की और मैं पीछे से लंड डाल रेणु को चोदने लगा।

चुत और लंड का घमासान मचा हुआ था, रेणु तो चुदाई की पूरी मस्ती में थीं, वो ‘आआहह..’ कर रही थीं- मोहित ऐसे ही चोदो.. पूरा लौड़ा डाल आहहह.. ईई.. हाँ और अन्दर डाल.. कुछ देर की चुदाई के बाद रेणु झड़ने लगीं, उन्होंने अपनी पूरी गांड मेरी तरफ उठा दी। मेरे लंड का थोड़ा माल भी बाहर नहीं निकलने दिया।

मेरा लंड भी सिकुड़ कर बाहर निकल गया। मैं रेणु के होंठ चूसने लगा। फिर रेणु आंटी बोली- मोहित, अब मुझे ऐसे ही प्यार करेगा न रोज मैंने कहा- रेणु आंटी मैं आप से वादा करता हूँ की रोज आप की चुद को मेरा लंड नसीब होगा। फिर हम एक-दूसरे को दूसरी बार की चुदाई के लिए तैयार करने लगे और अब तो में उसे रोज उसकी चुद के सागर में गोता लगाता हूं।
मेरी यह सेक्सी हिंदी कहानी कैसी लगी.. बताना जरूर, प्लीज़ मेल कीजिएगा।
Mohit99268@gmail. com