चुदक्कड़ सास के साथ नहीं रहना मुझे : एक सच्ची कहानी

चोद साले चोद मुझे, क्या हुआ तेरे लंड को, साले खड़ा नहीं हो रहा है, मुझे कुछ नहीं पता ……… मुझे चोद…….. मुझे कुछ भी नहीं लेना तेरा लंड में दर्द है या तुम्हे बुखार है, चोद मुझे……. नहीं तो आज मैं तेरा मुंह तोड़ दूंगी………. मेरी वासना उफान पर है और तुम कहते हो नींद आ रही है, थक गया है, चल उठ……. चोद मुझे……

हां दोस्तों यही वर्ड है मेरी सास का, ये परसो रात की बात है, आप समझ रहे होंगे की मेरी सास कैसी है, और उसे क्या चाहिए. दोस्तों मैं बहुत ही ज्यादा डरा हुआ हु, मैं क्या करू कुछ भी समझ नहीं आ रहा है, मैं काफी परेशान हु, अब मुझे जीने का मन नहीं कर रहा है. क्या करूँ समझ नहीं आ रहा है, प्लीज मुझे कोई रास्ता दिखाओ मैं आपका एहसान ज़िंदगी भर नहीं भूलूंगा. प्लीज.

मैं आपको आज पूरी कहानी बताऊंगा की ये मेरे ज़िंदगी में तूफ़ान कैसे आया, और शुरुआत कैसे हुआ, मैं मानता हु की इसमें मेरी गलती है. अकसर लोग भटक जाते है मैं भी एक भटका हुआ इंन्सान हु, पर मुझे क्या पता था की मेरी ज़िंदगी ऐसी हो जाएगी, मैं इसे अपनी गलती भी नहीं कहूंगा, क्यों की सब लोग चाहते है की उसका एक सुन्दर सा घर परिवार हो और सुन्दर सी बीवी हो, किसको प्यार नहीं करने का मन करता है. मैंने भी प्यार किया था रुपाली से.

रुपाली मेरे कोचिंग क्लास में थी. मैं बिहार का रहने बाला हु, उस समय मैं मॉडल टाउन दिल्ली में रहता था, गाँव से मुझे यहाँ पर पढ़ने के लिए भेज था, माँ बाप धान चावल बेच कर मेरे खर्चे उठाते थे, पर मैं प्यार कर बैठा क्यों की दिल्ली आने के बाद मैं यहाँ की चकाचौंध ज़िंदगी में खो गया, और यहाँ की ज़िंदगी को देखकर लगा की यही जन्नत है. मैं सीधा सादा लड़का था पढ़ने में काफी अच्छा था, मेरे साथ ही कोचिंग में पढ़ने बाली रुपाली को मैं दिल दे बैठा, रुपाली बहुत ही सुन्दर और सभ्य लड़की है, मुझे तो उससे पहली नजर में प्यार हो गया था, पर ये बात कहने में और आगे बढ़ने में मुझे ६ महीने लग गए थे. बात मेरे घर तक पहुंची, मेरे पापा और माँ को बहुत धक्का लगा, शायद मैंने उनके अरमानो पर पानी फेर दिया, वो मुझे एक अच्छे नौकरी में देखना चाहते थे पर मैं ये ख्वाब उनका पूरा नहीं कर पाया और पलड़ा मुझे रुपाली का भारी लगा, मैंने माँ बाप को छोड़ दिया और रुपाली के साथ जीने मरने की कस्मे खाई.

आपको मेरा कमीना पन पता चल गया होगा क्यों की जिसने मुझे ज़िंदगी दी उसको मैंने छोड़ दिया, जिसमे मुझे पढ़ाया लिखाया मैंने उसको धोखा दिया, इसका कारण था की, मुझे लग रहा था की रुपाली जैसी लड़की मुझे नहीं मिलेगी, क्यों की मुझे अपना और अपने परिवार का औकाद पता था. फिर होना क्या था मैं एक दिन रुपाली के घर गया बहुत ही बन ठन कर, रुपाली के घर में रुपाली की माँ और रुपाली है. क्यों की रुपाली के पिता फ़ौज में थे और सीमा पर हुए गोलीबारी में वो शहीद हो गए. रुपाली की मम्मी बड़ी ही आन बाण शान बाली औरत है. पहले तो उनको देखकर लगा ही नहीं की वो रुपाली की माँ है. क्यों की वो करीब ६ फुट की थी. और सीना चौड़ा बड़ा गोल मुंह, मोटी मोटी जंघे, लम्बी चौड़ी ऐसा लग रही थी की wwf में कुश्ती लड़ती हो. करीब ३८ साल की औरत गजब का रूप. आज की मॉडर्न औरत. सच पूछो दोस्तोंं मैंने ऐसा फिगर पहली बार ही देख रहा था.

रुपाली ने बात की शुरुआत की मेरा परिचय कराया, मैंने भी बड़े ही अच्छे लहजे से माँ जी माँ जी कहा और मैंने फिर आगे बात रख दी. की मैं रुपाली के साथ शादी करना चाहता हु, हम दोनों एक दूसरे को बहुत चाहते है. पहले तो गुस्सा हो गई. पर रुपाली के आगे वो मान गई. फिर वो मेरे बारे में पूछने लगी. की क्या करते हो पैतृक सम्पति कितनी है. और पुरे परिवार के बारे में . मैंने सब कुछ साफ़ साफ़ बता दिया, पर उनको फिर ठीक नहीं लगा की मैं बिहारी हु. उन्होंने फिर से रुपाली से बात की तुम किसी दिल्ली के रहने बाले से शादी करती तुम एक बिहारी के साथ शादी कर रहे हो जिसका अभी कोई ठौर ठिकाना नहीं है. हां मानता हु की आई ए इस की तैयारी कर रहा है पर क्या गारंटी है की वो कलक्टर ही बन जायेगा, इस तरह दिल्ली में लाखो लोग तैयारी कर रहा है. उस दिन तो फिर कहना पीना खाकर वापस आ गया मुझे लगा की वो मेरी शादी नहीं होने देगी.

पर दूसरे दिन जब रुपाली क्लास आई तो बोली आज शाम को तुम्हे मेरी मम्मी बुलाई है. सच बताऊँ दोस्तों मेरी ख़ुशी का ठिकाना नहीं रहा, और मैं तो जल्दी जल्दी शाम होने का इंतज़ार करने लगा. फिर हम दोनों करीब छह बजे रुपाली के घर पहुंचे, फिर मैंने रुपाली के माँ को पैर छु कर प्रणाम किया, और फिर सोफे पर बैठ गया. फिर उन्होंने कहा रुपाली से शादी करना चाहते हो. मैंने कहा हां, क्या तुम रुपाली को खुश रख पाओगे, मैंने कहा मैं अपनी जान से भी ज्यादा इसका ख़याल रखूंगा, पर उन्होंने एक शर्त रखी की रुपाली कभी तुम्हारे घर नहीं जाएगी, तुम्हे घर जमाई बन कर रहना पड़ेगा, आपको तो पता है मेरे माँ पापा पहले ही मुझे कह दिए की तुम कभी मत आना अगर तुमने अपने मन से शादी की तो . मैंने हां कह दिया. और फिर उसकी मम्मी शादी के लिए राजी हो गई. शादी अच्छे तरीके से हुई, मैंने और रुपाली दोनों ख़ुशी खुसी रहने लगे.

रुपाली के माँ मुझे ज्यादा भाव नहीं देती थी. पर रुपाली मुझे बहुत प्यार करती थी. मैंने रुपाली के साथ बहुत खुश था. मेरी सेक्स लाइफ बहुत ही अच्छी थी. वो मेरे से काफी संतुष्ट रहती थी. हम दोनों एक दूसरे का काफी ख्याल रखते थे.रुपाली को मुंबई में जॉब लग गई. वो भी बड़े अफसर के पोस्ट पे सरकारी नौकरी. वो वह ट्रेनिंग के जाने बाली थी करीब दो महीने के लिए और उसके साथ किसी का जाना नहीं था. तो रुपाली को मैं एयरपोर्ट पे फ्लाइट चढ़ा के आ गया. उस दिन रात को मेरी सास काफी शराब पि. और मुझे काफी गलियां दी. और कहने लगी तुम रुपाली के ज़िंदगी के दूर चले जाओ, मैं रुपाली की शादी कही और कर दूंगी. तुम रुपाली के लायक नहीं हो. मैंने कहा माँ जी ऐसा मत कहो मैं रुपाली को बहुत चाहता हु और वो भी मुझे बहुत चाहती है पर आप मेरी दोनों की ज़िंदगी को बर्वाद क्यों करना चाह रही हो. तो वो बोली चुप बे शाले ज्यादा मत बोल. तूने मेरे अरमान पे पानी फेर दिया. मैं किसी अच्छे घर में शादी करती पर तूने साले मेरी ज़िंदगी ख़राब कर दी. और फिर दो पैक पि लिया. वो काफी पि थी.

फिर वो रोने लगी. वो कभी रोती कभी हसती मैंने कहा माँ जी आप चिंता नहीं करो, आपको वो सारे सुख दूंगा जो एक बेटा अपनी माँ को देता है. तो वो कहने लगी साले अपनी जबान से ये बात मत कहना की बेटे का प्यार दूंगा. तो मैंने कहा ठीक है आप जैसा कहो वैसा ही करेंगे, वो बोली सच ऐसा करेगा? मैंने कहा हां हां सच बोल रहा हु. ऐसा ही करूँगा. तभी उन्होंने अपना नाइटी ऊपर से निकाल दी और बोली तुम मुझे आज से सेक्स करोगे, और वैसा ही करोगे जैसा की तुम रुपाली के साथ करते हो. मैंने तुम्हारी एक एक रात की वीडियो बना ली है. और फिर उन्होंने पैन ड्राइव को टीवी में लगा दी और हम दोनों की सेक्स की मूवी चालु कर दी. मैं हैरान रह गया और घुटनो के बल जमीं पर बैठ गया. और फिर वो हसने लगी और मेरे पास आ गई.

फिर उन्होंने मुझे उठाया और मेरे होठ को अपने होठ से चूसने लगी. मैं खड़ा था. तो वो बोली क्यों जान नहीं नहीं हाथो में क्या. उन्होंने खुद ही मेरा हाथ अपने चूचियों पे रखी, पर मैं क्या करता मैं काठ की भांति खड़ा हो गया, वो मुझे किश करने लगी. और फिर मुझे बेड रूम में ले गई. उन्होंने फिर दूसरे टीवी में पेन ड्राइव लगाई और फिर मूवी स्टार्ट कर दी. और वो फिर मुझसे चुदवाने लगी. अब वो रात रात में तिन से चार बार चुदवाती. मैं भी दस से पन्दरह दिन तक तो तिन से चार बार चोदता कभी दिन में भी दो दो बार. सच बताऊँ दोस्तों वो मुझे मशीन समझने लगी. और चाहती थी की मैं दिन रात सिर्फ उनकी चुदाई करता रहु, पर ऐसा सम्भव नहीं था. मेरा लंड खड़ा नहीं होता, वीर्य ही नहीं होता तो खड़ा कहा से होगा.

फिर मैंने अपनी और रुपाली का इज्जत बचाने के लिए मैं उनको चोदता क्यों की वो कहती थी की अगर मुझे खुश नहीं करेगा तो मैं तुम दोनों का वीडियो इंटरनेट पे डाल दूंगी, कई बार तो मैंने कह दिया तुम माँ नहीं डायन हो. कोई भी अपने बच्चे के बारे में ऐसा नहीं सोचता, तब उन्होंने मुझे मार भी और बोली की मैं पुलिस में दे दूंगी इस वजह से मैं चुप रहता था. बाजार से मैं सेक्स की गोलियां लाने लगा ताकि मैं उनको खुश कर पाऊं, पर एक महीने में मेरी हालत खराब हो गई. अब मैं टेबलेट ले के भी नहीं चोद पाता था. वो रात को दारु पि लेती और अपनी बड़ी बड़ी चूचियाँ मेरे मुंह पर रगड़ती, अपना चूत मुझसे चटवाति, जब वो बहुत ज्यादा कामुक हो जाती वो निचे हो जाती और पैर फैला लेती और मेरे लंड को अपने चूत पे लगा के कहती जोर जोर से मार, मैं थोड़ा कोशिश करता पर सब बेकार हो जाता. मैं जल्दी ही सिथिल हो जाता,

तब उनका असली रूप मुझे देखने को मिलता, वो मुझे गालिया देती, थप्पड़ मारती. और फिर चुदवाती. मैं परेशान हु. अब तो ऐसा लगता है की मैं आत्महत्या कर लु. क्यों की मेरी ज़िंदगी बर्वाद हो गई. है. मेरी सास को चुदने की बीमारी है. पर किसी मर्द में इतना दम नहीं होगा की वो मेरी सास की वासना की आग को बुझ सके. ये कहानी आज मैं आपलोगो के सामने रखकर काफी हल्का महसूस कर रहा हु. अब आगे देखता हु क्या होगा. आपका बहुत बहुत धन्यवाद. अगर आप मुझे कोई राय देना चाहते है तो कमेंट करें प्लीज. मैं अपना ईमेल और फ़ोन नंबर नहीं दे सकता,