Driver sex story, Naukar (Servent) Sex Story : दुनिया में एक से एक लोग होते हैं, यह बात पहले सोचते थे। पर अब मेरे घर में ही है मेरा पति आज मैं उसकी करतूत आपको बताने वाले और उसकी करतूत को सुनकर आपको हैरानी ही नहीं सोच में डाल देंगे। कई दिनों तक आप मेरी इस कहानी को याद करेंगे और आप यह कहेंगे कि क्या ऐसा कोई पति होता है। जो अपने पत्नी को अपने ड्राइवर और नौकर से सेक्स करवाता है और वह कुर्सी पर बैठकर मजे लेता है और कमेंट करता और कमेंट्री करता है। आज मैं अपनी भी कहानी नॉनवेज story.com पर लिखने जा रहे हो आशा करती हूं कि आपको मेरी यह कहानी पसंद आएगी।
मेरा नाम सलोनी है मैं 28 साल की खूबसूरत महिला अभी तक मुझे कोई बच्चा नहीं हुआ है। मेरे पति का अपना बिजनेस है बहुत पैसा कमाते हैं। घर में किसी चीज की कमी नहीं है गाड़ी बंगला नौकर चाकर ड्राइवर सब हैं। पर मेरे पति को बहुत गंदी आदत है वह अपनी चीजों को भी दूसरे के साथ शेयर करते हैं। उनकी गाड़ियां उनके दोस्त ले जाते हैं। उनके साथ बैठकर हजारों रुपए का शराब उनके चाहने वाले पी जाते हैं। उनकी बीवी को कोई और चोदता है। आप खुद सोचिए जब इस हालात का कोई इंसान हो तो आपको कैसा लगेगा। आप महसूस करने की कोशिश कीजिए मेरी परेशानियों को, आइए सीधे में कहानी पर आते हो बिना समय बर्बाद के।
शादी करके जब मैं अपने ससुराल आई तो खुशी का ठिकाना ना रहा किसी चीज की कमी नहीं थी धन दौलत सब कुछ था मेरे पास, पर कुछ दिन बाद ही एक कमी खलने लगी। कमी थी कि मेरा पति, उसको औरतों में इंटरेस्ट नहीं है। मुझे वह कभी अपने करीब आने नहीं दिया। ना उसको मेरे शरीर से प्यार है ना उसको मेरी जिस्म से प्यार है ना कभी वह मुझे चुम्मा देता है ना कभी मेरे साथ सेक्स करता है ना कभी अपने गोद में बैठता है। इसका कारण यही है कि उसको औरतों में कोई भी इंटरेस्ट नहीं है वह एक गे इंसान है। उसको आदमियों में इंटरेस्ट है क्योंकि कई बार मैं देखती हूं जब मैं उसके साथ जाती हूँ तो वह आदमियों को देखकर खुश होता है और औरतों से दुरी बनाता है।
1 दिन हम दोनों में बहुत झगड़ा हुआ, उसने भी मुझे सब कुछ बोला मैंने भी उसको सब कुछ कह दिया। मैंने तो यहां तक कह दिया अगर तुम मुझे ब्याह कर के लाये होऔर मेरे साथ सोने में तुम्हें दिक्कत है मेरे साथ तुम्हें सेक्स करने में दिक्कत है। या तू मुझे छोड़ दो, या मेरे जिस्म की भूख को शांत करने के लिए किसी मर्द या लड़के को ला दो। और अगर तुम ऐसा नहीं करते हो तो मैं खुद ऐसा करूंगी। दोस्तों में सच बोल रही हूं मेरे मन में कोई गलत भावना नहीं थी बस को डराने के लिए बोली थी ताकि वह मेरे साथ सेक्स कर सके।
शाम तक में काफी ज्यादा तनाव में आ गयी थी। क्योंकि मैंने अपने पति को गलत बात बोल दिया था। इस वजह से मुझे काफी ज्यादा ग्लानि हो रही थी। तभी मेरे पतिदेव का फोन आ गया उन्होंने फोन पर मुझे बहुत प्यार से बात किया। उन्होंने मेरे लिए एक हीरे के अंगूठी भी लेकर आए। मैं समझ ही नहीं पाई आज तो ना करवा चौथ है ना तीज है फिर भी मेरे पतिदेव मुझे गिफ्ट क्यों दे रहे हैं बर्थडे भी तो अभी तुरंत ही निकल गया था। मैं हैरान थी कि आखिर वह मुझे इतने महंगे गिफ्ट क्यों ला कर दिए हैं जबकि आज तो इतनी जबरदस्त लड़ाई हुई है और यह लड़ाई में मैंने पता नहीं इनको जलील भी कर दिया था।
रात को 10:00 बस्ते बस्ते सब कुछ बदल गया। उन्होंने कहा कि आज तुमने मुझे एक बात बोली कि मैं तुम्हारे लिए किसी आदमी किसी लड़के का अरेंजमेंट कर दूं ताकि वह तुम्हें सेक्स में खुश कर पाए। मैंने कहा नहीं नहीं वह पुरानी बातें हैं मेरे से बहुत बड़ी गलती हो गई आज मैं दिन भर बहुत रोई मुझे ऐसा नहीं बोलना चाहिए था आपको मैं भावनाओं में बहकर में यह बात बोल गई आज मैं पछता रही हूं यह बात बोल कर। उन्होंने कहा नहीं नहीं तुम को सॉरी बोलने की जरूरत नहीं है तुमने कुछ गलत भी नहीं बोला है तुमने बिल्कुल सही बोला है जो भी बोला है। गलती तो मेरी है कि मैं इतनी सुंदर हॉट और जवान पत्नी को खुश नहीं कर पा रहा हूं।
तो आज मैं तुमको साफ-साफ बता देना चाहता हूं कि देखो मुझे महिलाओं में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं है। महिलाओं को देखकर मुझे कभी भी सेक्स करने की इच्छा नहीं हुई। कभी कभार अगर मैंने तेरे साथ कुछ किया है तो बस यूं ही तुम्हें खुश करने के लिए। पर लंबे समय तक नहीं चल सकता है यह तुम्हें भी पता है इस वजह से आज मैं तुम्हें यह बात बता रहा हूं। कि मैं शायद तुम्हें खुश नहीं कर पाऊंगा। पर हां मैं तेरे लिए मैंने दो इंसान का चुनाव कर लिया है जो तुम्हें खुश किया करेगा वह भी मेरे सामने।
और वह कोई और नहीं है एक तो अपना नेपाली नौकर और दूसरा राम सिंह अपना ड्राइवर। तभी उन्हें फोन निकाला और रामसिंह और नेपाली को बुला लिया। राम सिंह और नेपाली दोनों बोला कि साहब जी मैं 10 मिनट में आ रहा हूं और वह लोग 10 मिनट में आ गया मैं देख कर हैरान थी 10:00 बजे रात को वह दोनों बिल्कुल फिट फाट होकर आए थे बाल कटा कर से बनाकर अच्छे कपड़े पहन कर। मेरे पतिदेव ने पहले ही इन दोनों को समझा दिया था याद से तुम मेम साहब को मेरे सामने खुश करना।
यहीं से शुरू हो गई नाजायज संबंध का सिलसिला पति ने सौंप दिया अपने ड्राइवर को और नौकर को। एक बोतल शराब लेकर बेड के सामने ही तो सौंपा था मेरे पतिदेव वहीं बैठ गए पेग पेग पीते रहे। नौकरी ड्राइवर दोनों अपने पहले कपड़े खोला फिर दोनों ने मिलकर मेरे कपड़े खोलें। और यह सब मेरे पति के आदेश से हो रहा था सुबह पर दारू पी पीकर कमेंट्री कर रहे थे कि अब तुम मेम साहब के चर्चे उतार दो अब तुम ब्रा का हुक खोल दो। जब मैं पूरी तरीके से नंगी हो गई तो उन दोनों ने मेरे जिस्म को सैलाना शुरू किया जैस्मिन का तेल लेकर आया था वह दोनों। दोनों ने मेरे पूरे शरीर पर जैस्मिन से मालिश करने लगा। मैं अपने आप को हल्का महसूस करने लगे वरुण दोनों का लैंड खड़ा हो चुका था और मेरी चूत से पानी निकलने लगा था।
अब तीनों ही वासना में जल रहे थे और जब तक कमेंट्री वाला कुछ बोलेगा नहीं तब तक कुछ नहीं होगा। पतिदेव बोले नेपाली तुम मेम साहब के चूत को चाटो, और रामसिंह तुम अपना लंड निकाल कर मेम साहब के मुंह में दो। उन दोनों ने ऐसा ही किया राम सिंह का मोटा लंबा लैंड मेरे मुंह में चला गया और नेपाली में चूत को चाटने लगा। मेरे पति वही बैठकर कमेंट कर रहे थे अच्छे से चाटो, अच्छे से लैंड को मुंह में घुसाऔ। दोनों ने मेरे जिस्म के तार-तार करने लगा। मेरी बड़ी बड़ी चूचियों को दोनों ने मुंह लगा लिया। आज पहली बार मुझे इतनी खुशी हो रही थी क्योंकि आज तक मेरी कभी ऐसी किसी ने जिस्म के साथ छेड़ने का का काम नहीं किया था।
नेपाली जब मेरी चूत को चाट रहा था तो मेरे मुंह से सिसकारियां निकल रही थी रामसिंह मेरे दोनों सूचियों को पकड़कर मसले जा रहा था निप्पल को अपनी उंगली से दबाए जा रहा था। मैं इतनी ज्यादा कामुक हो गई कि मैं आपको कह नहीं सकती मेरे तन बदन में आग लग चुकी थी। मैं जल्द से जल्द दोनों के लंड को अपने चूत में लेना चाह रही थी। पतिदेव कमेंट्री कर रहे थे। नेपाली से रहा नहीं गया उसने अपना लंड निकाल कर मेरे चूत में घुसा दिया। नेपाली का कद बहुत छोटा था परंतु उसका बहुत बड़ा था मोटा भी था वह जोर-जोर से अपने लंड को मेरी चूत में डाल रहा था और मैं भी गांड उठा उठा कर मजा ले रही थी।
रामसिंह मेरे होंठ को चूसने लगा मेरे गर्दन पे किस करने लगा मेरे गाल पर किस करने लगा उसने तो मेरे गाल पर दांत भी काट लिया। चुचियों को इतना मसला कि मेरी चूचियां लाल लाल हो गई। मेरे निप्पल एकदम लाल हो गया। राम सिंह मेरे होंठ को छोड़ ही नहीं रहा था वह चूसे जा रहा था। और नेपाली नीचे से मुझे चोद रहा था। फिर नेपाली ऊपर आया अपना लंड मेरे मुंह में डाला और मेरी चूचियों को मसलने लगा। कब तक रामसिंह अपना मोटा लंड निकाल कर मेरे चूत में फिर से डाल दिया। दोनों टांगों को वह अपने दोनों हाथों से पकड़ कर फैसला लिया और बीच में वह जोर जोर से धक्के देकर मुझे चोदने लगा।
आज तक कभी सपने में भी नहीं सोची थी कि मेरी ऐसी चुदाई होगी दोनों ने मुझे आगे से पीछे से ऊपर से नीचे से बैठा कर, उठाकर घोड़ी बनाकर, कुत्तिया बनाकर मुझे खूब चोदा। राम सिंह का लंड काफी मोटा था और लंबा था उसे थोड़ा छोटा लैंड नेपाली का था पर पहले मुझे नेपाली का लंड बहुत मोटा लग रहा था। जब चूत में राम सिंह का लैंड आने जाने लगा मुझे अंदर तक महसूस हो रहा था। दोनों का गठीला बदन और गजब का स्टैमिना थक नहीं रहा था दोनों चोदते हुए। जितने जोर-जोर से वह लोग लंड को अंदर बाहर कर रहा था। ऐसे लग रहा था जैसे कि कोई बिजली से चलने वाली मशीन हो। और यह सब देख कर मेरा पति बहुत खुश हो रहा था।
पूरा बोतल पी गया नशे में धुत हो गया। अब वह मुझे कहने लगा डार्लिंग तेरे लिए 2-2 चोदने वाला ला दिया हूं। अब रोजाना तुम मजे करो अब तुम मुझे कभी शिकायत का मौका मत देना कि मैंने तेरे लिए कुछ नहीं किया। अगर मैं तुम्हें नहीं चोद सकता तो यह दोनों तुम्हें चोदेगा। उन्होंने जोर से बोला क्या बे लोड़े तुम दोनों मेरे बीवी को खुश करते रहोगे ना। उन दोनों में कहा जी साहब जी। और जोर-जोर से दोनों बारी बारी से मुझे चोदने लगा। मेरे टांगों में दर्द शुरू हो गए थे मेरे जांघ में दर्द शुरू हो गया था मेरी कमर टूटने लगी थी दोनों ने इतना मुझे चोदा। पर मुझे बहुत अच्छा लग रहा था आज मैं बहुत ज्यादा खुश थे जैसा चुदाई चाहती थी वैसा आज मुझे मिल रहा था राम सिंह और नेपाली ने मेरी चूत को फाड़ कर रख दिया।
वह दोनों 2 घंटे बाद मुझे चोद कर चले गए पति आराम से मेरे साथ सो गया। रोजाना तो अच्छा नहीं लगता है कि पराए मर्द के साथ सोना पर हां मैंने यह डिसाइड किया कि सैटरडे को यह दोनों मुझे आकर चोदेगा। अब मैं शराब भी बहुत ज्यादा पीने लगी हूं और सैटरडे को खूब मजे करती हूँ। जल्द ही मैं दूसरी कहानी नॉनवेज story.com पर लिखने वाली हूं तब तक के लिए आपका शुक्रिया।