Fufa Ji Ke Sath sex : मेरे प्यारे दोस्तों आज मैं आपको एक ऐसी कहानी आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहे हो जिसको पढ़कर आप लोग कामुक हो जाएंगे। मेरे सेक्स कहानी मेरे और मेरे फूफा जी के बीच में है। फूफा जी 45 साल के हैं और मैं 20 साल की हूं। आज आपको पूरी कहानी बताऊंगी कि यह सब कैसे हुआ और मुझे कैसा लगता है। एक महीने से मैं फूफा जी के साथ ही सोती हूं हम दोनों ही नंगे सोते हैं पूरी रात वह चुदाई करते हैं. मैं भी बहुत मजे लेती हूं। सच पूछिए तो मुझे अपने फूफा जी से प्यार हो गया है।
मेरा नाम कंचन है मैं 20 साल की खूबसूरत लड़की हूँ। मेरी चूचियां टाइट और बड़ी-बड़ी है मेरे गांड गोल है। मैं बहुत ही होता और सेक्सी दिखती हूं। मैं कभी भी किसी लड़के के चक्कर में नहीं रही स्कूल में न कॉलेज में है पर हां मैं फूफा जी के प्यार में पागल हो गई हूँ। इसका कारण यह है उन्होंने मुझे आराम आराम से चोदा। मुझे खूब मजे दिए उन्होंने कभी मेरे से जबरदस्ती नहीं की उनका चोदने का स्टाइल बहुत ही लाजवाब है। सच तो यह है। मेरे फूफा जी का लैंड अगर किसी औरत या लड़की ने अपनी चूत के अंदर ले ली तो समझ लीजिए कि वह उनका लंड लिए नहीं रह सकती।
मैं गांव के रहने वाली हूं मौसा जी एक बहुत बड़े शहर में रहते हैं। मौसा जी का कोई बच्चा नहीं है। इसलिए उन्होंने मेरे ट्वेल्थ खत्म होने के बाद अपने पास ही बुला लिया उन्होंने कहा कि मैं तुम्हारी पढ़ाई कराऊंगा। मेरे मम्मी पापा के पास इतने पैसे थे नहीं कि वह मेरी पढ़ाई किसी अच्छे कॉलेज में करवा सकते थे इसलिए मैं अपने फूफा जी के पास आ गई ताकि मैं एक अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सकूं। मुझे आए 10 महीना हुआ मेरा कॉलेज में दाखिला हो गया मैं अपने पढ़ाई में ध्यान देने लगी। पर संजोग देखिए इसी बीच मेरी बुआ प्रेग्नेंट हो गई। उनका छठा महीना है इसलिए वह अपने मायके चली गई ताकि सेवा सत्कार अच्छे से हो।
अब मैं अकेली रह गई फूफा जी के पास. फूफा जी बड़े ही रंगीन मिजाज के इंसान है बहुत खूबसूरत है हैंडसम है। जब से हुआ गांव कहीं तब से वह मुझे बाहर घूमने ले जाने लगे कार में मैं भी उनके साथ जाती थी। रात का खाना बाहर खाते थे कॉफी पीते थे कभी मैकडॉनल्ड जाते थे कभी मूवी देखने जाते थे 15 दिन तक तो ऐसा ही चला था धीरे-धीरे मैं उनकी फैन हो गई। एक दिन रात को उनके सिर में दर्द हो रहा था वह खुद ही अपने से दबा रहे थे। मैंने उनसे कहा मैं आपके सर दबा दूं उन्होंने कहा ठीक है दवा तो मैं उसे दिन बाद ही होता और सेक्सी ड्रेस पहनी हुई थी। क्योंकि मैं सोने जा रही थी और बाथरूम जाते ही मैंने उनको देख लिया था कि वह अपना सर दबा रहे थे इसलिए मैं उनके कमरे में आ गई।
उसे दिन मैं ब्रा भी नहीं पहनी थी ऊपर एक कॉटन का टॉप पहनी थी जिससे मेरी चूचियां साफ़-साफ़ दिखाई दे रही थी उसे दिन में पेट भी बहुत छोटी पहनी थी जिससे मेरी गांड साफ-साफ दिखाई दे रही थी। रात के 12:00 बज रहे थे पता नहीं कब कैसे हुआ क्या उन्होंने मेरा हाथ पकड़ा और मेरे होठों को चूम लिया मैं कुछ भी नहीं बोल पाई और मैं आंखें बंद कर दे अब वह मेरे होंठ को चूमने लगे उनके हाथ जैसे ही मेरी चूचियों पर पड़ा। मैं मचल गई मेरे से रहा नहीं गया और मैं भी उनके साथ देने लगी।
उन्होंने मेरे कपड़े उतारने लगे मैंने मना किया पर वह रुकने वाले नहीं थे उन्होंने मेरे होंठ को फिर से चुनते हुए मेरे कपड़े उतार देंगे मैं नंगी हो गई मैं लेट गई मैं बस इतना ही बोली यह बात किसी और को मत भूलने का उन्होंने कहा पागल है तुम हम दोनों मजे करेंगे हम किसको बोलेंगे? उन्होंने मेरी चूचियों को अपने मुंह में ले लिया और मेरे निप्पल को अपने दांतों से दबाने लगे। मैं मदहोश होने लगी मेरी आंखें बंद होने लगी। मेरी चूत गीली हो चुकी थी। उन्होंने मेरी टांगों को अलग-अलग किया और बीच में आकर मेरी चूत को चाटने लगे मैं बार-बार पानी छोड़ रही थी गरम-गरम पानी अपनी चूत से निकल रही थी और वह बार-बार अपने जीभ से चाट रहे थे।
मेरे पूरे शरीर में करंट दौड़ने लगा। मैं अंगड़ाइयां लेने लगी। मै सिसकारियां लेने लगी। उन्होंने अपना लंड निकाला और मेरे मुंह में दे दिया , उनका लंड बहुत मोटा था। मेरे कंठ के पास पहुंच रहा था पर बहुत मजा आ रहा था। मेरी चूत काफी गर्म हो चुकी थी। मैंने उनके लंड को आइसक्रीम की तरह चाटने लगी। शायद आइसक्रीम से भी स्वादिष्ट था वह नमकीन लस लस पदार्थ। उन्होंने मेरे दोनों टांगों को अलग-अलग किया अपने लंड को मेरी चूत के छेद के बीच में लगाया और जोर से धक्का देकर अंदर घुसने की कोशिश करने लगे। पर मेरी चूत काफी टाइट थी इस वजह से उनके हथियार अंदर नहीं जा रहा था।
तीन-चार ट्राई के बाद उनके हथियार आधा मेरी चूत के अंदर प्रवेश कर दिया मुझे बहुत दर्द हो रहा था। वह मेरी चूचियों को दबाते हुए मेरे होंठ को चूमते हुए जोर-जोर से धक्के देने लगे और 5 मिनट के अंदर ही मैं भी रंग में आ गई। मैं भी अपने गांड को गोल-गोल घुमा घुमा कर उनके मोटे लंड को अपनी खाई में ले रही थी। जोर-जोर से ढक देते मेरा पूरा बदन हिल जाता था। मेरे चूचियों को मसलते तो मेरे तन बदन में आग लग जाती थी। दर्द का एहसास भी था मुझे पर मुझे भी उतने ही हो रहे थे। ऐसा लग रहा था खट्टा मीठा एहसास दर्द भी और मजे भी।
उन्होंने मुझे उल्टा लिटा दिया फिर उन्होंने कमर को खींचकर अपनी तरफ ले गए मैं घुटने पर आ गई और अपना सर बेड पर उनके सामने मेरी चोरी कांड थी उन्होंने लंड को पकड़ कर पीछे से मेरी गांड के नीचे चूत की छोटी छेद पर सेट किया और फिर से घुसा दी इस बार मुझे बहुत ज्यादा दर्द हो क्योंकि उनका पूरा लंड मेरी चूत के अंदर समा गया था। धीरे-धीरे वह मुझे चोदने लगे उन्होंने कभी जबरदस्ती मेरे साथ नहीं कि जब मैं कहती थी उनको रुक जाने वह रुक जाते थे और जैसे वह रुकते थे मेरा मन बिगड़ जाता था मैं खुद हीधक्के देने लगती थी।
उसके बाद वह नीचे लेट गए मैं उनके ऊपर चढ़ गई उनका मोटा लंड पकड़कर अपनी चूत के छेद पर सेट की और बैठ गई पूरा का पूरा हथियार मेरे जिस्म में समा गया। अब मै उछाल उछल कर उनके मोटे लंड को अपने अंदर ले रही थी। उसे दिन करीब उन्होंने 2 घंटे तक मेरी चुदाई की थी। दूसरे दिन सुबह में उठ नहीं पा रही थी मेरी चूत सूज गई थी। पर उन्होंने मेरी बहुत केयर की। दूसरे दिन मुझे चोदा नहीं पर मुझे खूब चूमा और मेरी चूचियों के साथ खेला। एक बार उन्होंने ट्राई किया था पर मुझे काफी दर्द हो रहा था इसलिए उन्होंने इरादा बदल दिया।
पर दोस्तों उसके बाद से वह मुझे बहुत ही सेक्सी तरीके से चोदते मुझे उनका लंड और अदाएं पसंद आ गई. मैं अपने फूफा जी के साथ बहुत खुश हूं रोजाना वह मुझे अपनी पत्नी से बढ़कर मानते हैं मुझे किसी चीज की कमी नहीं होने देते और मैं आजकल खूब मजे कर रही हूं। मैं उम्मीद करती हूं जब मेरी बुआ आ जाएगी उसके बाद भी वह मुझे इतना ही खुश करेंगे क्योंकि मैं उनको खोना नहीं चाहता। भले मैं उनसे शादी क्यों ना करूं या उनके रखेल बनाकर क्यों ना रहूं पर मैं उनके लंड बिना मैं नहीं रह सकती।
मैं अपनी दूसरी कहानी जल्द ही नॉनवेज पर लिखने वाली हूं तब तक कर लिए आप सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार। मैं भी रोजाना इस वेबसाइट पर आता हूं आप भी रोजाना इस वेबसाइट पर आकर कहानी पढ़िए बहुत हॉट और सेक्सी रहता है।