Fufa Sex Story : मेरा नाम कशिश है मैं 19 साल की लड़की हूं। हॉट और बहुत सेक्सी इसी का फायदा उठाकर मेरे फूफा जी ने मेरी जवानी को लूट लिया। और मैं हंड्रेड परसेंट तो सही नहीं हूं पर हां मुझे ऐसा लगता है कि मुझे चुदवाने में मेरी मां का भी हाथ है। क्योंकि मैंने अपनी मां को भी फूफा जी से चुदते देखा है। आज मैं पूरी कहानी आप सभी दोस्तों के साथ शेयर करने वाली हो। नॉनवेज स्टोरी पर मेरी यह पहली कहानी है पर इस वेबसाइट को मैं बहुत पसंद करती हूं और रोजाना पढ़ती हूं। यहां तक कि मेरी कई दोस्त ने भी इस वेबसाइट पर अपने कहानियां पोस्ट की है। आज मेरी बात है इसलिए आज मैं आपको अपनी सेक्स कहानी सुनाने जा रही हूं।
मैं झारखंड की रहने वाली हूं। मेरे पापा बंगाल में काम करते हैं गांव में सिर्फ मैं और मेरी मां दोनों ही रहते थे। मेरे पापा ज्यादा पढ़े-लिखे नहीं है पर मेरी मां ज्यादा पढ़ी लिखी है इस वजह से वह ऐसा सोचते हैं कि मेरे बेटे पर लिखकर कुछ अच्छा इंसान बनेंगे इस वजह से वह मुझे पढ़ाना चाहते हैं। जब मैं ट्वेल्थ में अच्छा नंबर लाया तो घर में बात हुई कि कशिश को कहां पढ़ाया जाए। पापा बोले कि तुम दोनों की जो मर्जी है वह करो क्योंकि मुझे ज्यादा पता नहीं है पैसे मैं तुम्हें दे दूंगा तुम्हें जहां करना है जो एडमिशन कराना है वह करवा लो।
मेरे फूफा जी दिल्ली में रहते हैं। उनका एक बेटा है तो वह हॉस्टल में रहता है। फूफा जी और बुआ दोनों दिल्ली में ही रहते हैं चार कमरे का फ्लाइट है जहां पर 2 आदमी ही रहते हैं खूब पैसे कमाते हैं मेरे फुआ एयर होस्टेस है और फूफा जी का शेयर बाजार का काम है। पैसा बहुत कम आते हैं बहुत ऐश करते हैं। मेरी मम्मी ने फूफा जी को फोन किया और उनको बताया कि ऐसे से बात है कशिश का रिजल्ट निकल गया है अच्छा नंबर लाई है यहां पर पढ़ाई का कोई स्कोप नहीं है इस वजह से आप बताएं कि मैं क्या करूं। मेरे मम्मी फूफा जी को पहले से पसंद करते थे और फूफा जी भी मम्मी को। फूफा जी तुरंत बोल दिए काम करो दिल्ली ही आ जाओ यहां पर एडमिशन करवा देंगे जो करने का होगा उसका तैयारी करेगी।
मम्मी ने सारी बातें मुझे और पापा को बताए पापा हां बोल दिए और मुझे भी लगाकर दिल्ली जाकर पढ़ाई करूंगी और खूब मजे करूंगी। राजधानी में रहूंगी इससे बढ़िया और क्या हो सकता है। मां बेटी दोनों दिल्ली आ गए फूफा जी ने मेरा एडमिशन एक इंजीनियरिंग कॉलेज में करवा दिया फर्स्ट ईयर में। मेरा कॉलेज नोएडा में है। मेरी फुआ एक सप्ताह के लिए विदेश चली जाती है। तो फूफा जी और मम्मी को मौका मिल गया अकेले रहने का मुझे कॉलेज भेज देते थे। और वह दोनों दिन भर रंगरेलियां मनाते थे। क्योंकि जब मैं कॉलेज से वापस आती थी तो मां का चेहरा देखकर ही लगता था। हमेशा उनके बाल बिखरे हुए रहती थी। कई बार वह बिना ब्रा के रहती थी। इस सब से तो समझ आ ही रहा था कि घर में कुछ ना कुछ जरूर चलता है।
एक दिन मैंने फूफा जी के बेडरूम में स्पाई कैमरा लगा दिया। शाम को कॉलेज से आई मां को फिर मैंने उस दिन देखा वह बिना ब्रा के ही थी नाइट सूट पहन रखी थी। रात होने का इंतजार किया फूफा जी अपने कमरे में सो गए और मम्मी मेरे साथ सोती है तुझे उनको नींद आ गया तो मैंने वह कैमरा निकाला अपने लैपटॉप में कनेक्ट किया और देखने लगी। मेरे होश उड़ गए दोस्तों फूफा जी और मेरी मम्मी दोनों दिनभर चुदाई की। एक से पोजीशन में दोनों नंगे सोए रहे दिन भर मुझे कॉलेज भेज कर यहां पर लंड और चूत का खेल चलते रहता था।
कैमरा देखकर मेरा मन भी बह गया फूफा जी का लंड करीब 10 इंच का है। जब मम्मी रही थी फूफा जी का लंड वीडियो में उसी समय मेरी चूत भी गीली हो गयी। और अब मन ही मन फूफा जी का मन करने लगा था। 1 दिन की बात है मेरे कॉलेज की छुट्टी थी। और मम्मी पड़ोस में ही एक सत्यनारायण स्वामी का कथा हो रहा था वहां गई थी। मौका मिल गया मुझे मैंने तुरंत फूफा जी को बोल दिया मेरे पास वीडियो कैमरा है मैंने आपके कमरे में लगाया था आप और मेरी मम्मी क्या क्या कर रहे थे वह सारे उसमें रिकॉर्ड है। फूफा जी के हो होशो हवास उड़ गए। मैं उन को ब्लैकमेल करने लगी। मैं बोली थी यह बात में अपने पापा को भी बताऊंगी और बुआ को भी बताऊंगी।
फूफा जी बोले यह सब बात तो मत बताओ तुम्हारे लाइफ का सवाल है तुम्हें यहां से जाना पड़ जाएगा और तुम्हारे पापा कॉलेज का फीस भी नहीं भर रहे हैं। मैं ही तुम्हारी फीस भी भर रहा हूं और तुम लोगों का पालन पोषण कर रहा हूं। यह बात मुझे नहीं पता था कि सारा खर्च मेरे फूफा उठा रहे हैं। मैं यह बात मेरी मम्मी बोले ना कि मेरे पापा बोले थे। मैंने फूफा को सॉरी बोला और उनको गले लगा लिया। मैं पहले से ही उनके लंड को चूसना चाह रहे थे। उन्होंने भी मुझे गले लगाया और वही से नई शुरुआत कर दी अपने रिश्ते की। मैंने कहा आपको मैं भी पसंद करती हूं उम्र में बहुत छोटी हूं। पर आपका स्टाइल देख कर मैं फिदा हो गई हूं।
फूफा जी तुरंत मुझे उठा लिए अपने गोद में और बोले मैं इंसान ही ऐसा कोई भी दीवानी हो जाती है। तुम्हारी मम्मी भी मेरे पर मरते हैं अब तुम भी मेरे ऊपर फिदा हो रही हो। फूफा जी थोड़ा गुरुर में आ गए थे। पर मैं और मम्मी दोनों लूट रहे थे उनको। मैं मन ही मन सोचने लगी मुझे भी फायदा उठाना है इस वजह से जो वह कह रहे हैं वह सब मान लेते हैं। उन्होंने मेरे होंठ पर एक किस दे दिया और वहीं से शुरुआत हो गई।
उन्होंने मेरे कपड़े उतार दे मेरे दोनों चुचियों को दबाने लगे मैं भी उनको चूमने लगी उन्होंने मुझे पलंग पर लेटा कर मेरे जवान चूत को खूब चाटा। मैं भी उनके मोटे लंड को खूब चूसी। उन्होंने मेरे अंग अंग को चुम्मा और अपना मोटा लंड मेरे मुंह में खूब चटवाया। उन्होंने तकिया मेरे गांड के नीचे लगाकर मेरे दोनों पैरों को अलग अलग किया। और मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखकर 345 झटके में अंदर घुसा दिया। मेरे दोनों चुचियों को मसलते हुए मुझे चोदने लगे। मेरे होंठ को चुम्मा लेते। मेरे निप्पल को दांतो से काटते और मेरी छोटे छेद वाली चूत में अपना मोटा लंड अंदर बाहर कर रहे थे।
मेरे अंग अंग तोड़ दिए मेरे निप्पल को इतना ज्यादा अपने मुंह से पिया कि मेरा निप्पल दर्द करने लगा था। मेरे होंठ इतने चूसे कि मेरे होंठ दर्द करने लगे थे। मुझे शौक था फूफा जी का मोटा लैंड चूसने का। उन्होंने मेरे चूत फाड़ दी। 2 घंटे तक मेरी चुदाई करके मेरे कामवासना को शांत कर दिया। जब मम्मी का फोन आया कि मैं आप 15 मिनट में आ रही हूं तो जल्दी जल्दी हम दोनों ने कपड़े पहने और अपने अपने कमरे में चले गए। उस दिन के बाद से तो काफी कुछ बदल गया जब भी मम्मी बाथरूम जाती है नहाने के लिए फूफा जी मेरा जींस खोल कर पीछे से ही अपना लंड मेरी चूत में डाल देते हैं।
जब मैं कॉलेज जाती हूं तो मेरी मम्मी फूफा जी को खुश करते हैं। और जब मुझे मौका मिलता है तुम्हें फूफा जी के साथ सेक्स कर लेती हूं। मेरी जिंदगी बहुत बेहतरीन चल रही है। ₹15000 मुझे जेब खर्च मिलते हैं पढ़ाई का खर्चा भी अलग से मिलता है। और मुझे भी करने मिलता है इससे अच्छी जिंदगी क्या हो सकती है। बस जब फुआ आती है तब मैं मां बेटी सती सावित्री हो जाती हूं। और जब वह जाती है। तो मैं और मम्मी दोनों ही फूफाजी की रखैल बन जाते हैं। मैं दूसरे कहानी जल्द ही नॉनवेज स्टोरी पर लिखने वाली हूं।