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मैं और रानी: लेस्बियन बहनों की गर्म रातें

Indian Lesbian Sister Sex Story – मेरा नाम शालिनी है। उम्र 24 साल, गोरा रंग, भरी हुई चूचियाँ जो टाइट टी-शर्ट में उभरती हैं, और एक मटकती गांड जो मेरी बहन रानी की नजरों का शिकार थी। रानी, मेरी छोटी बहन, 22 साल की थी—सांवली, लंबी, और एक ऐसा बदन जो किसी को भी पागल कर दे। उसकी चूचियाँ मेरी तरह भारी थीं, और उसकी जांघें इतनी चिकनी कि उन्हें देखकर मेरी चूत में गुदगुदी होने लगती थी। हम दोनों बहनें थीं, लेकिन हमारा रिश्ता सिर्फ खून का नहीं था—हम एक-दूसरे की गर्लफ्रेंड थीं, लेस्बियन लवर्स, जो रातों को एक-दूसरे के जिस्म की आग बुझाती थीं।

हमारे घर में मम्मी-पापा थे, लेकिन हमारा कमरा अलग था। वहाँ हम अपनी दुनिया बसाते थे। एक रात की बात है। बाहर बारिश हो रही थी, और ठंडी हवा खिड़की से कमरे में आ रही थी। मैंने एक पतली नाइटी पहनी थी, जिसमें मेरी चूचियाँ साफ दिख रही थीं, और मेरे निप्पल सख्त होकर उभर रहे थे। रानी ने एक शॉर्ट्स और टॉप पहना था, जो उसकी मोटी जांघों और पतली कमर को नंगा कर रहा था। वो बिस्तर पर लेटी थी, और मैं उसके पास गई। “रानी, आज ठंड बड़ी है। पास आ जा,” मैंने उसकी ओर देखते हुए कहा। वो शरारत से मुस्कुराई, “दीदी, ठंड है या तेरी चूत में आग लग रही है?” उसकी बात सुनकर मेरे होंठों पर हंसी आ गई, लेकिन मेरी चूत सचमुच गीली हो रही थी।

मैं उसके पास लेट गई, और हमारी नजरें मिलीं। उसकी काली आँखों में वासना थी। मैंने अपना हाथ उसकी जांघ पर रखा और धीरे-धीरे सहलाने लगी। उसकी चिकनी, गर्म जांघ को छूते ही मेरे जिस्म में सनसनी दौड़ गई। “रानी, तेरी जांघें कितनी मस्त हैं। इन्हें चूमने का मन करता है,” मैंने फुसफुसाते हुए कहा। वो सिसकारी लेते हुए बोली, “उफ्फ, दीदी… चूम ले… मेरी चूत भी तुझे बुला रही है…” मैंने उसकी जांघ पर अपने होंठ रख दिए और धीरे-धीरे चूमना शुरू किया। उसकी त्वचा का स्वाद मेरे मुँह में घुल रहा था। “आह्ह्ह… दीदी… क्या कर रही हो… मेरे जिस्म में आग लग रही है…” वो कराह रही थी। मैंने उसकी जांघों को चूमा, उसकी नाभि तक पहुँची, और उसकी नाभि में अपनी जीभ डाल दी। “उफ्फ… रानी… तेरी नाभि कितनी गहरी है… आह्ह्ह…” मैं सिसकार रही थी।

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रानी ने मेरी नाइटी ऊपर उठाई और मेरी चूचियों को नंगी कर दिया। मेरे गोरे, मोटे दूध हवा में उछल पड़े। “दीदी, तेरी चूचियाँ तो किसी माल की तरह हैं। इन्हें चूसने का मन करता है,” उसने कहा और मेरी एक चूची को अपने होंठों में दबा लिया। “आह्ह्ह… रानी… धीरे चूस… मेरे निप्पल सख्त हो गए… उफ्फ…” मैं तड़प रही थी। उसकी जीभ मेरे निप्पल पर घूम रही थी, और वो मेरी दूसरी चूची को हाथ से मसल रही थी। मेरी चूत गीली हो चुकी थी, और मैंने उसका टॉप उतार दिया। उसकी सांवली चूचियाँ मेरे सामने थीं, और उनके काले निप्पल सख्त होकर मुझे ललचा रहे थे। मैंने उसकी चूचियों को चूमा, और उसकी नाभि से होते हुए उसकी शॉर्ट्स तक पहुँच गई। “रानी, तेरी चूत की खुशबू मुझे पागल कर रही है,” मैंने कहा और उसकी शॉर्ट्स नीचे खींच दी। उसकी चूत नंगी थी—काले बालों से घिरी, गीली, और गर्म।

मैंने उसकी चूत पर अपने होंठ रखे और चूमना शुरू किया। “आह्ह्ह… दीदी… क्या कर रही हो… मेरी चूत में आग लग रही है… ओहhh…” रानी सिसकार रही थी। मैंने उसकी चूत के होंठ चाटे, और अपनी जीभ अंदर डाल दी। उसका रस मेरे मुँह में घुल रहा था। “उफ्फ… रानी… तेरी चूत कितनी रसीली है… आह्ह्ह…” मैं उसकी चूत को चूस रही थी, और वो मेरे बाल पकड़कर मेरे मुँह को अपनी चूत में दबा रही थी। “दीदी… चूस ले… मेरी चूत को चाट डाल… ओहhh…” वो चिल्ला रही थी। मैंने उसकी जांघों को चौड़ा किया और उसकी चूत में अपनी उंगलियाँ डाल दीं। “आह्ह्ह… दीदी… दर्द हो रहा है… उफ्फ…” वो कराह रही थी, लेकिन मज़ा भी ले रही थी। मैंने उसकी चूत को चाटते हुए उसकी गांड की ओर बढ़ी। उसकी गोल, सांवली गांड मेरे सामने थी। मैंने उसकी गांड पर चूमा और अपनी उंगली उसकी गांड में डाल दी। “उफ्फ… दीदी… मेरी गांड मत छेड़… आह्ह्ह…” वो तड़प रही थी।

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रानी ने मुझे बिस्तर पर पटक दिया और मेरी नाइटी पूरी उतार दी। मेरा गोरा, नंगा बदन उसके सामने था। “दीदी, तेरा बदन तो किसी अप्सरा से कम नहीं। तेरी चूत को चाटने का मन कर रहा है,” उसने कहा और मेरी टाँगें चौड़ी कर दीं। मेरी चूत उसके सामने थी—गोरी, चिकनी, और गीली। उसने मेरी चूत पर अपने होंठ रखे और चूसना शुरू कर दिया। “आह्ह्ह… रानी… क्या कर रही हो… मेरी चूत में बिजली दौड़ रही है… उफ्फ…” मैं सिसकार रही थी। उसकी जीभ मेरी चूत के अंदर तक जा रही थी, और मैं तड़प रही थी। “ओहhh… रानी… चाट ले… मेरी चूत को चूस डाल… आह्ह्ह…” मैं चिल्ला रही थी। उसने मेरी चूत में अपनी दो उंगलियाँ पेल दीं, और मैं दर्द से कराह उठी, “उफ्फ… रानी… धीरे… मेरी चूत फट रही है… आह्ह्ह…”

हम दोनों एक-दूसरे को गर्म कर रहे थे। रानी मेरे ऊपर चढ़ गई, और हमारी चूचियाँ आपस में रगड़ने लगीं। उसकी सांवली चूचियाँ मेरी गोरी चूचियों से टकरा रही थीं, और हमारे निप्पल एक-दूसरे को छू रहे थे। “दीदी, तेरी चूचियाँ कितनी मुलायम हैं… इन्हें मसलने का मन करता है,” उसने कहा और मेरी चूचियों को जोर-जोर से दबाने लगी। “आह्ह्ह… रानी… मेरे दूध मसल डाल… उफ्फ…” मैं कराह रही थी। फिर उसने मेरे होंठों को चूमना शुरू किया। उसके गर्म, रसीले होंठ मेरे होंठों से टकराए, और हम एक-दूसरे की जीभ चूसने लगे। “उफ्फ… रानी… तेरे होंठ कितने मीठे हैं… आह्ह्ह…” मैं सिसकार रही थी। हमारा चूमना इतना गहरा था कि हमारी साँसें एक हो गईं।

रानी ने मुझे घोड़ी बनाया और मेरी गांड को चूमना शुरू किया। “दीदी, तेरी गांड तो किसी रंडी से कम नहीं। इसे चाटूँगी,” उसने कहा और मेरी गांड पर अपनी जीभ फिराई। “आह्ह्ह… रानी… मेरी गांड में क्या कर रही हो… उफ्फ…” मैं तड़प रही थी। उसने मेरी गांड में अपनी उंगली डाल दी, और मैं चिल्ला उठी, “उफ्फ… रानी… दर्द हो रहा है… ओहhh…” लेकिन वो रुकी नहीं। वो मेरी गांड को चाट रही थी, और उसकी उंगलियाँ मेरी चूत में जा रही थीं। मैं दोहरी मार से पागल हो रही थी, “आह्ह्ह… रानी… मेरी चूत और गांड दोनों ले ले… उफ्फ…”

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फिर मैंने रानी को लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गई। हमारी चूतें आपस में रगड़ने लगीं। मेरी गोरी चूत उसकी सांवली चूत से टकरा रही थी, और हम दोनों सिसकार रही थीं। “आह्ह्ह… दीदी… तेरी चूत मेरी चूत को चोद रही है… उफ्फ…” रानी चिल्ला रही थी। मैं अपनी चूत को उसकी चूत पर रगड़ रही थी, और हमारा रस एक-दूसरे में मिल रहा था। “ओहhh… रानी… मेरी चूत तेरी चूत से चिपक गई… आह्ह्ह…” मैं कराह रही थी। हमारी जांघें आपस में रगड़ रही थीं, और हमारी चूचियाँ एक-दूसरे को कुचल रही थीं।

आखिर में हम दोनों एक-दूसरे के सामने लेट गईं और अपनी चूतों को उंगलियों से रगड़ने लगीं। “रानी… तेरी चूत को देखकर मेरा मन कर रहा है कि इसे चाट लूँ…” मैंने कहा और उसकी चूत में अपनी जीभ डाल दी। वो भी मेरी चूत चाटने लगी। “आह्ह्ह… दीदी… चूस ले… मेरी चूत का रस पी ले… उफ्फ…” वो चिल्ला रही थी। हम दोनों एक-दूसरे की चूत चाट रहे थे, और हमारा रस हमारे मुँह में घुल रहा था। “उफ्फ… रानी… तेरी चूत का स्वाद मुझे पागल कर रहा है… आह्ह्ह…” मैं सिसकार रही थी। हम दोनों एक साथ झड़ गए, और हमारा रस बिस्तर पर फैल गया।

उस रात के बाद हमारी गर्मी कभी ठंडी नहीं हुई। हर रात हम एक-दूसरे को चूमते, चाटते, और अपनी चूतों को रगड़ते। “दीदी, तू मेरी लेस्बियन रानी है,” रानी कहती, और मैं जवाब देती, “आह्ह्ह… रानी… तू मेरी चूत की मालकिन है… उफ्फ…” हमारी ये लेस्बियन कहानी हर उस लड़की को गर्म कर देगी, जो हमारी तरह अपनी बहन के जिस्म की आग में जलना चाहती है।